नंगी भाभी देखकर ब्लॅकमेल किया नौकर ने

हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम सरला है. मेरी आगे 35 है, और मई अपनी फॅमिली के साथ मे रहती हू. मेरी फॅमिली मे मम्मी, पापा, मेरे हज़्बेंड, मेरी बेटी, और मई रहती हू. मेरा एक देवर भी है. लेकिन वो बाहर जॉब करता है.
अब मई स्टोरी पे आती हू.

हमारी किराने की शॉप है, जो मई और पापा देखते है. मेरे पति जॉब करते है. वो एक गवर्नमेंट एंप्लायी है. हमारी शॉप मे 7 लड़के काम करते है. उनमे लड़को मे एक जिसका नाम अक्षय है, वो हमारी शॉप मे काफ़ी सालो से काम कर रहा है.

अक्षय की आगे 25 है. इतने साओ मे वो हमारे घर के मेंबर जैसा बन गया था. क्यूकी मई भी शॉप मे जाती थी, तो इस कारण से मेरी अक्षय से अची फ्रेंडशिप भी हो गयी थी. मुझे कोई भी वेहिकल ड्राइव करनी नही आती थी, तो हमेशा वो ही मुझे शॉप पे ले-जाया करता था.

एक साल पहले की बात है. मम्मी, पापा और मेरी बेटी एक वीक के लिए हमारे रिलेटिव्स के घर गये थे. अब घर पर मई और मेरे पति ही थे. उस रात हमने काफ़ी एंजाय किया. वैसे तो हम डेली एंजाय करते है, लेकिन जब घर पर कोई नही होता, तो वो मज़ा अलग ही होता है.

मई मॉर्निंग मे 5 बजे उठी थी. और उसी वक़्त मेरे हज़्बेंड भी उठ गये थे. मई घर पर निघट्य पहने रहती हू, तो मेरे हब्बी बोले-

हज़्बेंड: आज तुम सिर्फ़ ब्रा और पनटी मे रहो. घर पर कोई नही है ना.

तो मैने भी उनको हा कर दी, और अब मई ब्रा पनटी मे ही थी. फ्रेश होने के बाद, मैने हब्बी के लिए तिफ्फ़िं बना कर दिया. फिर वो 8 बजे अपनी जॉब पर चले गये. उनके जाने के बाद, मई वैसे ही ब्रा पनटी मे घर के काम करने लगी.

फिर काम ख़तम करके, मई हॉल मे टीवी देखने बैठ गयी. तभी अचानक से पीछे से अक्षय की आवाज़ आई-

अक्षय: भाभी.

उसकी आवाज़ सुन कर मैने झट से पीछे देखा. वो घर के अंदर ही खड़ा था. वैसे वो रोज़ 9-9:30 बजे ही आता था शॉप की कीस लेने के लिए. उसको देख कर मई बहुत दर्र गयी थी, क्यूकी मई सिर्फ़ ब्रा और पनटी मे थी. मेरी निघट्य उस वक़्त रूम मे थी. अब मेरी गांद फटत रही थी.

फिर मई जल्दी से सोफे के पीछे जाके नीचे बैठ गयी, और मैने उससे पूछा-

मई: अक्षय तुम अंदर कैसे आए? तुमने डोर नॉक क्यू नही किया?

इस्पे वो बोला: भाभी डोर लॉक नही था.

तब मुझे याद आया, की जब मेरे हब्बी जॉब पर गये थे, तब मई किचन मे काम कर रही थी. इसलिए मई ही डोर लॉक करना भूल गयी थी. फिर मैने उसको बाहर जाने को बोला. मेरी बात सुन कर वो पलटा, और डोर को अंदर से लॉक कर दिया. ये देख कर मैने उसको बोला-

मई: मैने तुहजे बाहर जाने को बोला है. तू डोर लॉक क्यू कर रहा है. बाहर जेया अभी के अभी.

फिर अक्षय बोला: भाभी प्लीज़ सोफे के पीछे से बाहर आओ, और सोफे पर बैठो. मई देखना छाता हू आपको आचे से.

मई: तू पागल हो गया है? इस हालत मे मई बाहर नही अवँगी. तू बस बाहर जेया.

अक्षय : नही आप सामने आके बैठो. नही तो मई आपकी फोटोस सब को दिखा दूँगा. शॉप के लड़को को भी दिखा दूँगा.

मुहज़े मालूम भी नही चला था, की उसने मेरी फोटो मोबाइल मे क्लिक कब कर ली थी. अब वो बाहर जाने के लिए मान भी नही रहा था, और उसके पास मेरी ब्रा पनटी मे फोटोस भी थी. अब मेरे पास और कोई रास्ता नही था, और मुहज़े मजबूरन उसकी बात को मान-ना पड़ा. लेकिन उसकी बात को मान-ने से पहले, मैने उसको बोला-

मई: अगर मई तुम्हारी बात मान कर बाहर आ जौ, तो तू वो पिक्स मोबाइल से डेलीट कर दोगे ना?

वो बोला : हा भाभी, ज़रूर कर दूँगा. आप चाहो, तो आप अपने हाथो से वो फोटोस डेलीट कर देना. लेकिन उससे पहले आपको कुछ देर मेरे सामने सोफे पे बैठना पड़ेगा.

मैने उसको हा बोल दिया, और फिर मई हिम्मत करके खड़ी हुई. मुझे बहुत शरम आ रही थी. मैने कभी सोचा भी नही था, की अक्षय मेरे साथ ऐसा करेगा, और मुझे उसके सामने ब्रा पनटी मे बैठना पड़ेगा.

फिर मई सोफे पर आके बैठ गयी. जैसे ही मई सोफे पर बैठी, उसने अपनी पंत निकाल दी और त-शर्ट भी निकाल दी. ये देख कर मई उसको बोली-

मई: ये क्या? तुम अपने कपड़े क्यू निकाल रहे हो?

वो बोला: आप दररो मॅट भाभी. मई आपके साथ कुछ भी नही करने वाला. आप तो बस बैठे रहो.

फिर ये बोलने के बाद, उसने अपना लंड पकड़ा और उसको हिलाने लग गया. मैने उसको बोला-

मई: अब मुझे अपना मोबाइल दो.

लेकिन उसने मुझे मोबाइल नही दिया, और बोला-

अक्षय: बस बैठी रहो चुप-छाप. मेरा पानी निकल जाए एक बार, तब दे दूँगा. फिर कर लेना डेलीट अपनी फोटोस को.

और ये बोल कर वो मास्टरबेट करता रहा. मुहज़े बहुत अजीब सा लग रहा था, क्यूकी मैने उसको कभी ऐसी हरकत करते नही देखा था. लेकिन मई उस वक़्त शॉक हो गयी थी, जब वो मुझे देखते हुए अपना लंड हिला रहा था. लंड हिलाते हुए वो बोल रहा था-

अक्षय: आ.. भाभी, मई रोज़ रात आपकी फोटोस देख कर मूठ मारता हू. लेकिन आज तो मुझे जन्नत मिल गयी है.

मुहज़े आज तक नही पता था, की वो मेरे बारे मे ऐसा सोचता था. फिर थोड़ी देर लंड हिलाने के बाद उसका पानी निकल गया. उसके बाद उसने मुहज़े अपना मोबाइल दिया. और वो मेरे बाजू मे नंगा ही बैठ गया. फिर मैने उसके मोबाइल मे से अपनी फोटोस डेलीट की.

मैने जब उसका मोबाइल चेक किया, तो उसमे मेरी काफ़ी पिक्स थी, जो उसने शॉप मे निकाली हुई थी. मैने वो पिक्स डेलीट नही की, और सिर्फ़ अभी जो उसने पिक्स निकाली थी, वो ही डेलीट की. फिर फोटोस डेलीट करके मैने उसको उसका मोबाइल वापस कर दिया. मोबाइल लेके वो मुझे बोला-

अक्षय: भाभी प्लीज़ आप घर पे किसी को कुछ मॅट बताना. मई भी शॉप मे, या और किसी को कुछ नही बतौँगा.

फिर वो उठा और उसने अपने कपड़े पहने. कपड़े पहन कर उसने शॉप की कीस ली, और वाहा से चला गया. अब ऐसे ही 2 दिन और चला. रोज़ मॉर्निंग मे मेरे हब्बी के जॉब पे जाने के बाद, वो घर पे आता था, और घर के कामो मे मेरी हेल्प करता था. उसके बाद फिर वो मूठ मारता था, और चला जाता था.

सो फ्रेंड्स, इससे आयेज की स्टोरी अगले पार्ट मे बतौँगी. अगली स्टोरी मे आपको पता चलेगा, की कैसे उसने मुहज़े छोड़ा.
आपको अभी तक की स्टोरी कैसी लगी, मुझे ज़रूर बताईएएगा. अपनी फीडबॅक आप मुझे मैल भी कर सकते है.



मिलते है अगली स्टोरी मे. तब तक के लिए बाइ-बाइ, आंड स्टे सेफ.