हेलो फ्रेंड्स, कैसे हो सब? गाइस ये मेरी फर्स्ट स्टोरी है, जो की मेरी बुआ और मेरे बीच हुए सेक्स की है. मेरा नाम सिमरन है और मई ब्स्क 2न्ड एअर मे पढ़ता हू. मेरी बुआ का नाम शालिनी है और वो बहुत ही मॉडर्न, हॉट आंड सेक्सी है.
तो चलिए स्टोरी स्टार्ट करते है. बात तब की है, जब मेरी कॉलेज की चुट्टिया चल रही थी. तब मई घर पर बोर हो रहा था, इसलिए मई बुआ के यहा चला आया. मई सूबा 9 बजे बस से चला और 4-4.5 घंटे मे लुक्कणोव आ गया.
फिर वाहा बुआ का ड्राइवर कार लेकर खड़ा था. मई कार मे बैठा और बुआ के घर आ गया. जब मैने डोर बेल बजाई, तो बुआ ने डोर खोला. मई तो बुआ को देखता ही रह गया. बुआ एक-दूं बॉम्ब लग रही थी.
उन्होने लाइट पिंक सारी वित बॅकलेस ब्लाउस पहनी थी, और उपर से उनके बाल खुले हुए थे. उनको देख कर मेरी आँखें तो फटी की फटी रह गयी. ये बहुत कम समय मे हुआ. फिर मई जैसे ही बुआ के पैर छ्छूने लगा, तो बुआ ने मुझे रोका और गले लगा लिया.
ओह हो हो! क्या मज़ा आ रहा था. बुआ के गोल-गोल बूब्स मेरी छ्चाटी पर डब रहे थे थे और मेरा खड़ा लंड बुआ की छूट को टच कर रहा था. और क्या फ्रेग्रेन्स आ रही थी. जब मई पीछे हटने लगा, तो मैने जान बूझ कर अपना हाथ बुआ की गांद पर लगा दिया.
फिर हम लोग अंदर आ गये और बैठ कर बाते करने लग गये. इतने मे बुआ का लड़का विशु आ गया. वो करीब 7-8 साल का था. फिर बुआ बोली-
बुआ: तुम लोग बाते करो. मई कॉफी लेकर आती हू.
फिर हम लोग बाते करने लग गये और उसके बाद कॉफी पी कर मई अपने रूम मे आ गया. मैने अपने रूम मे आके 2 बार बुआ के नाम की मूठ मारी. फिर नहा कर जब मई बातरूम से बाहर आया, तब मई सिर्फ़ टवल मे था, और मेरा लंड खड़ा हुआ था.
मई मिरर के सामने खड़ा होके बाल सही कर रहा था. तभी बुआ मेरे कमरे मे आ गयी. जब मई पीछे घूमा तो बुआ मेरा खड़ा लंड देख रही थी. फिर वो बोली-
बुआ : अब तो तुम मेच्यूर हो गये हो.
मई ये सुन कर शर्मा गया.
बुआ : क्या हुआ?(नॉटी स्माइल देते हुए)
फिर बुआ चली गयी और मई कपड़े पहन कर सो गया. शाम को 4 बजे मेरी नींद खुली, तो मई कमरे से बाहर आ गया और कोफ़फे पीक बाहर घूमने चला गया. मई शाम को 6 बजे वापस आया. तब तक फूफा जी भी आ गये थे.
मैने फूफा जी को नमस्ते की और हम लोग बैठ कर बाते करने लग गये. फिर थोड़ी देर मे फूफा जी अपने कमरे मे चले गये और मई उपर च्चत पर जेया कर फोन चलाने लग गया. उसके 1 गाँते बाद, विशु मुझे बुलाने आया.
वो मुझे बोला: भैया डिन्नर रेडी है, मों बुला रही है आपको.
फिर हम लोग नीचे आ गये और डिन्नर करके थोड़ी बाते की. उसके बाद हम सो गये. सुबा जब मई उठा और बाहर आया, तो फूफा जी ब्रेकफास्ट कर रहे थे.
मई: गुड मॉर्निंग फूफा जी.
फूफा : गुड मॉर्निंग बेटा.
फिर फूफा जी ने बुआ को आवाज़ दी-
फूफा जी: मेरा लंच रेडी है?
फिर बुआ जब बाहर आई, तो क्या लग रही थी वो. हाफ थाइ तक बेबी डॉल निघट्य पहनी हुई थी उन्होने और बाल उनके खुले हुए थे. क्या कमाल लग रही थी वो. फिर फूफा जी ऑफीस चले गये और उनका लड़का पहले ही स्कूल जेया चुका था.
उसके बाद बुआ जी मेरे और अपने लिए ब्रेकफास्ट ले आई. फिर जब हम लोग ब्रेकफास्ट कर रहे थे, तो मैने बुआ से कहा-
मई: बुआ जी, टुडे योउ अरे लुकिंग सेक्सी आंड ब्यूटिफुल.
बुआ : थॅंक्स विशाल. तुम्हारे फूफा जी तो मेरी तारीफ ही नही करते.
मई: क्यू?
बुआ: पता नही.
फिर मैने ब्रेकफास्ट किया और अपने कमरे मे आ गया. मई सोचने लग गया, की बुआ को कैसे सिड्यूस करू. फिर मेरे दिमाग़ मे एक आइडिया आया. मई जल्दी से बुआ के पास गया और बोला-
मई: मई आपके बातरूम मे नहा लू? मेरे बातरूम मे बात टब नही है, इसलिए मज़ा नही आता है.
बस: नहा ले, ये भी कोई पूछने वाली बात है.
मई जान-बूझ कर टवल नही लेकर गया था. फिर मई बातरूम मे घुस गया और कपड़े उतार दिए. थोड़ी देर बाद मैने बुआ को आवाज़ लगाई और कहा-
मई: बुआ जी, मेरा टवल दे दीजिए.
बस: रूको, दे रही हू.
मई बहुत नर्वस था, की कही बुआ नाराज़ ना हो जाए. और कही मों को ना बता दे. तभी बुआ ने डोर नॉक किया. मैने बुआ से कहा, की टवल वही टाँग दे.
फिर जैसे ही बुआ टवल टाँगने के लिए आयेज बढ़ी, तो मैने तुरंत बुआ को अपनी बाहो मे भर लिया और लीप किस करने लग गया. बुआ ने मुझे पीछे हटाया और कहा-
बुआ : विशाल! ये तुम क्या कर रहे हो?
मई: वही जो आप चाहती हो.
बुआ: ये ग़लत है. अगर किसी को पता चल गया, तो हम लोगो की इन्सल्ट हो जाएगी.
मई: अगर किसी को पता चलेगा तब ना.
फिर मई बुआ को अपनी और खींच कर फिरसे लीप किस करने लग गया. अब बुआ भी मेरा साथ दे रही थी. फिर 10 मिनिट के बाद जब किस टूटी, तो हम दोनो एक-दूसरे की तरफ देख रहे थे.
बुआ : चलो बेड पर चलते है.
मई: चलो.
बेड पर आ कर मैने बुआ की बेबी डॉल निघट्य खोल दी और अब बुआ सिर्फ़ ब्रा और पनटी मे थी. फिर मैने भी अपने कपड़े उतार दिए और मई अब सिर्फ़ बॉक्सर मे था. मई बुआ के बूब्स को दबाने लग गया और हाथ फेरते-फेरते पीछे तक ले गया.
बुआ ने भी अपनी ब्रा का हुक खोल दिया और बुआ के गोल-गोल बूब्स आज़ाद हो गये. मई उनके बूब्स को ज़ोर-ज़ोर से चूसने लग गया.
बुआ: आआ श नूओ कर रही थी. धीरे चूसो, दर्द हो रहा है आ..
और मई बिना कुछ सुने बूब्स चूज़ जेया रहा था. 5 मिनिट चूसने के बाद, मैने बुआ की पनटी भी उतार दी. बुआ की छूट एक-दूं शेव्ड और पिंक कलर की थी.
फिर मई बुआ की छूट चाटने लग गया. जैसे ही मैने उनकी छूट मे जीभ डाली, तो बुआ एक-दूं उछाल पड़ी. मई कभी उनकी छूट मे जीभ डाल देता, तो कभी उंगली डाल देता. 7-8 मिनिट बाद बुआ झाड़ गयी और मई उनका सारा रस्स पी गया.
फिर मैने अपने बॉक्सर भी उतार दिए. मेरा लंड देख कर बुआ बोली-
बुआ: वाउ! तुम्हारा लंड तो बहुत बड़ा है.
मई: क्यू? फूफा जी का छ्होटा है?
बुआ: ह्म.
फिर बुआ मेरे लंड मूह मे लेकर चूसने लग गयी. मुझे बहुत मज़ा एयेए रहा था. 10 मिनिट चूसने के बाद, मैने पानी बुआ के मूह मे ही छोढ़ दिया. बुआ मेरा सारा रस्स पे गयी. फिर मैने बुआ से कहा-
मई: बुआ अब आप लेट जाओ.
और बुआ लेट गयी. फिर मैने अपना लंड बुआ की छूट पर रखा. तभी बुआ बोली-
बुआ : रूको, कॉंडम उसे कर लो.
मई: क्यू मज़ा खराब कर रही हो?
बुआ: नही .
मई: ऐसे ही करने दो ना.
बुआ: नही पीरियड्स है. वाहा ड्रॉयर मे कॉंडम है, ले आओ.
फिर मैने लंड पर कॉंडम लगाया और बुआ की छूट पर रखा. उसके बाद मैने एक झटका दिया और लंड की टोपी अंदर चली गयी. अब बुआ चिल्लाने लग गयी-
बुआ : ऊओह आअहह..
थोड़ी देर लीप चूसने के बाद मैने एक और ज़ोरदार झटका फिरसे दिया और पूरा लंड बुआ की छूट मे घुस गया. बुआ ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी.
बुआ : विशाल बाहर निकालो, नही तो मई मॅर जौंगी.
फिर मई लंड आयेज-पीछे करने लग गया, जिससे बुआ का दर्द तोड़ा कम हुआ. अब बुआ भी मेरा साथ देने लग गयी.
बुआ: और ज़ोर से छोड़ो आहह, और फाड़ दो छूट मेरी.
मई बुआ को और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लग गया. पुर कमरे मे पच-पच की आवाज़े आ रही थी और बुआ आआ हह कर रही थी.
10 मिनिट की चुदाई के बाद, मई झाड़ गया. जब लंड बाहर निकाला, तो बुआ की छूट मे से पानी की बूंदे तपाक रही थी. मैने बुआ की छूट उनकी पनटी से सॉफ कर दी.
बुआ: आज तो मज़ा आ गया. ई लोवे योउ विशाल.
मई : लोवे योउ टू बुआ.
बुआ: अब भी बुआ कहेगा?
मई : सॉरी, लोवे योउ तो डार्लिंग.
फिर हम दोनो लोग बातरूम मे चले गये. वाहा मैने बुआ को एक बार और छोड़ा. हम बाहर आके बेड पर नंगे ही लेट गये और बुआ मेरी चेस्ट पर हेड रख कर सो गयी.
करीब 1-1.5 बजे डोर बेल बाजी, तो हम लोग उठे. हमने सोचा, की इस टाइम कों हो सकता था. फिर बुआ ने तुरंत बिना ब्रा पनटी के निघट्य पहन ली और जूड़ा बनाते हुए गाते खोलने चली गयी. और मई अपने कमरे मे जेया कर सो गया. बाहर फूफा आए थे.
फूफा : क्या हुआ, बहुत देर करदी दरवाज़ा खोलने मे?
बुआ : कुछ नही, सो रही थी. वैसे आप आज जल्दी आ गये?
फूफा: मेरा बाग पॅक कर दो. आज मेरी फ्लाइट है मुंबई की, शाम 5 बजे.
बुआ: ओक.
फिर शाम को 4:30 बजे फूफा जी मुझे बोले-
फूफा : चलो मुझे एरपोर्ट छोढ़ आओ.
इतने मे बुआ भी बोल पड़ी-
बुआ: मई भी चलूंगी.
फूफा: चलो तुम भी चलो.
फिर हम लोग रेडी हुए और एरपोर्ट चल पड़े. मई कार ड्राइव करने लग गया. फूफा जी आयेज और बुआ और विशु पीछे बैठ गये. फिर हमने फूफा जी को एरपोर्ट छोढ़ दिया और हम वापस आ रहे थे. बुआ अब मेरे साथ बैठी थी.
मई: डार्लिंग अब क्या प्लान है?
बुआ: चलो डिन्नर करते है.
मई: ओक.
फिर हम लोग एक रेस्टोरेंट गये और डिन्नर किया और वापस घर आ गये.
बुआ मिरर के सामने खड़ी होकर हेर सही कर रही थी और मैने पीछे से जेया कर बुआ को हग कर लिया.
मई: आज तो मज़ा आ गया. काश तुम मेरी पत्नी होती, तो कितना मज़ा आता.
बुआ : मज़ा तो आज मुझे भी बहुत आया. अब ये मज़ा और बढ़ गया है,
क्यूकी तेरे फूफा जी 20 दिन के लिए मुंबई गये है.
मई: हा.
फिर मैने बुआ को बाहो मे भर लिया और किस करने लग गया. मैने रात भर बुआ की 3 बार छूट छोड़ी और 1 बार गांद भी मारी. बुआ की गांद बहुत टाइट थी. मैने 20 दीनो तक बुआ को खूब छोड़ा. बुआ अब मेरे लंड की दीवानी हो गयी थी.
कैसी लगी मेरी स्टोरी कॉमेंट करके ज़रूर बताए.