हेलो दोस्तो, कैसे है आप सब लोग? कहानी के पिछले पार्ट मे आपने पढ़ा था, की कैसे मैने आंटी की मदद से अपनी मा को छोड़ डाला. अब मेरी मा की हवस जाग उठी थी और मेरी मा मेरे साथ शादी करने के लिए तैयार हो गयी थी. फिर आंटी मा को ब्यूटी पार्लर लेके गयी. अब आयेज-
जब मा ब्यूटी पार्लर से वापस आई, तब वो कमाल की लग रही थी. मई तो अपनी मा को देख कर पागल ही हो गया
फिर मई उनके पास गया और उनको गले से लगा लिया. मैने मा से कहा-
मई: चलो ना मेरी जान, काम करते है.
पर मेरी मा ने मुझे पीछे कर दिया और कहा-
मा: नही, अभी नही. बाद मे करेंगे, शादी के बाद.
मा की ये बात सुन कर मुझे गुस्सा आ गया और फिर मई साइड पर चला गया और चेर पर जाके बैठ गया. तभी मेरी मा मेरे पास आई और मई चेर पर बैठा रहा. फिर मेरी मा नीचे घुटनो के बाल बैठ गयी और मुझे कहने लगी-
मा: क्या हो गया मेरे होने वाले पति जी?
तभी मैने कहा: कुछ नही, तू जेया यहा से. मॅट दे मज़ा मुझे.
इस्पे मा ने मुझे कहा: नही मेरी जान. मज़ा दूँगी मई तुझे. लेकिन अभी नही. बाद मे कर लेना, और जितना तुम्हारी मर्ज़ी हो, उतना कर लेना.
तभी मैने मा के बूब्स की लाइन मे अपनी उंगली घुसा कर कहा-
मई: तो अब क्या करू? ये तेरी सेक्सी दरार देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया है. अब इसको कैसे शांत करू?
तभी मेरी मा ने कहा: इतनी सी बात है? लो मई अभी आपकी मूठ मार देती हू.
इस्पे मैने मा को कहा: साली अगर मूठ ही मारनी होती, तो तेरे से शादी क्यू करूँगा.
तभी मेरी मा ने कहा: चलो जी, ठीक है. मई आपका लंड चूस दूँगी. अब ठीक है?
फिर मैने कहा: चल ठीक है. आजा लंड चूस दे.
तभी मा ने कहा: अभी चूसू?
मैने मा को कहा: हा अभी चूसो.
तभी मेरी मा ने कहा: ठीक है, चलो रूम मे.
उस वक़्त मेरी आंटी और सब लोग मुझे देख रहे थे. फिर मई उठ कर रूम मे चला गया. मेरा लंड तो मा को देख कर पहले से ही खड़ा था. फिर मैने अपनी पंत को खोल कर अपना लंड बाहर निकाल लिया और अपनी मा का वेट करने लग गया. तब तक मई बेड पर लेट गया और अपने लंड को उपर-नीचे करने लग गया.
तभी एक-दूं से मुझे किसी का हाथ अपने लंड पर फील होने लग गया. जब मैने नीचे देखा, तो वो हाथ मेरी मा का था. मेरी मा को मैने देखा, तो वो मुझे देख कर हस्स रही थी. तभी मैने मा से कहा-
मई: क्या बात है? अभी तो तुम बोल रही थी, की तुम मेरा लंड चूसने वाली हो. और अब अपने हाथ मे लेकर हिला रही हो?
इसके आयेज मैने कुछ नही बोला और मई फिरसे लेट गया. तभी मा ने कहा-
मा: अछा जी! तो मेरे होने वाले पति जी नाराज़ है.
ये कहते हुए मेरी मा ने मेरे लंड की चाँदी को साइड पर किया और फिर अपनी जीभ से मेरे लंड के टोपे को चाटना शुरू कर दिया. जैसे ही मेरी मा की जीभ मेरे लंड पर लगने लगी, तो मुझे मज़ा आने लग गया.
मुझे कभी लगा नही था, की मेरी मा ऐसा भी कर सकती थी. मेरी मा ने पिछली बार मेरा लंड नही चूसा था और मैने ही उसके मूह के अंदर-बाहर करके चुस्वाया था. इसलिए उस वक़्त मुझे मज़ा नही आया था.
अब मेरी मा क्या मज़े से अपनी जीभ को मेरे लंड पर चला रही थी. और मुझे इसमे काफ़ी मज़ा आ रहा था. मेरी मा भी मेरे लंड के मज़े ले रही थी. फिर मा ने कुछ देर के बाद मेरी तरफ देखा. मा ने देखा, की मई मज़े ले रहा था.
तभी मेरी मा ने मेरे लंड को अपने मूह के अंदर ले लिया और उसको चूसने लग गयी. मेरी मा को मज़ा आ रहा था और वो बड़े आचे से मेरा लंड चूस रही थी. मेरी मा का गरम-गरम मूह मेरे लंड को बड़ा सुकून दे रहा था.
अब मेरी मा मेरे लंड को पूरा अपने मूह के अंदर तक लेकर चूस रही थी. मेरी मा मेरे लंड के पुर मज़े ले रही थी. फिर कुछ देर के बाद, मेरी मा को मैने कहा-
मई: रुक मेरी जान, और नीचे बैठ जेया.
फिर मेरी मा नीचे बैठ गयी और मा के नीचे बैठते ही मैने मा के होंठो पर अपना लंड रगड़ना चालू कर दिया. मेरी मा मज़े ले रही थी. फिर मेरी मा मेरे लंड की बॉल्स को चाटने लग गयी. उसके बाद मेरी मा ने मेरी बॉल्स को अपने मूह मे ले लिया और उनको चूसना शुरू कर दिया.
मई ये देख कर हैरान था, की मेरी मा इस सब मे क्या मज़ा ले रही थी. फिर थोड़ी देर के बाद मैने अपना लंड अपनी मा के मूह मे डाल दिया और मा के मूह को छोड़ना शुरू कर दिया.
मई अपनी मा के मूह को दे दाना दान छोड़ रहा था. मेरी मा मज़ा ले रही थी और मई भी पूरा मज़ा ले रहा था. मई अपना लंड मा के गले तक मार रहा था और मेरी मा के मूह से काफ़ी सारी थूक निकल रही थी.
अब मेरी मा का बुरा हाल हो रहा था. फिर कुछ देर के बाद अब मेरा पानी निकालने वाला था. तभी मैने अपनी मा से कहा-
मई: सुन मेरी जान, मुझे तेरे बूब्स की लाइन मे पानी डालना है.
ये सुन कर शायद मेरी मा ने ना मे सिर हिलाया था. लेकिन मई अब अपने आप को रोक नही सकता था और मेरा पानी बस निकालने वाला था. फिर मैने अपना लंड मा के मूह से बाहर निकाला और फिर मैने मा के बूब्स की लाइन को अपने पानी से भर दिया.
जब मैने मा के बूब्स को अपने पानी से भर दिया, तो मा का कुर्ता भी खराब हो गया. फिर मेरी मा ने कहा-
मा: ये आपने क्या किया? आराम से कर लेते ना और मेरे मूह मे ही पानी छोढ़ देते.
तभी मैने मा को खड़ा किया और मा के बूब्स की लाइन पर लगे पानी को उंगली से लगा लिया. फिर मैने अपनी उंगली मा के मूह मे डाल दी. उंगली मा के मूह मे डालते ही मा चुप हो गयी. फिर मैने मा को कहा-
मई: इस पानी को पी लो.
मा ने पानी लगे हुए अपने बूब्स को मसल कर कहा-
मा: ठीक है, पी लेती हू.
तभी मैने मा को कहा: अब तेरी चुदाई करने का दिल कर रहा है.
इस्पे मा ने कहा: जितनी चाहे कर लेना, लेकिन थोड़े दिन के बाद मे.
अब मा और मई खुश थे. तभी मा बाहर चली गयी और फिर मई भी अपने फ्रेंड के पास चला गया. फिर मेरे दोस्तो ने मुझसे पूछा-
दोस्त: मज़ा आया क्या तुझे?
तो मैने कहा: हा, बहुत मज़ा आया.
फिर मेरे दोस्तो ने कहा: हम को भी दिला दे.
तो मैने कहा: मई कैसे दिला डू?
तभी मेरा एक दोस्त बोला: इसके लिए मेरे पास एक प्लान है.
फिर कुछ देर के बाद मे उसने अपना प्लान बताया. अब मुझे मज़ा आ रहा था, क्यूकी हमने मिल कर पूरा प्लान बना लिया था.
इस कहानी मे इतना ही. इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट मे पता चलेगा. अगर आपको कहानी पसंद आई हो, तो अपनी फीडबॅक ज़रूर दे. आप मुझे अपने आइडियास भी मैल कर सकते है.
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