ही दोस्तो, मेरा नाम रोहन है. मैं 26 साल का हू. मेरी हाइट 5’11” है, और मेरे लंड का साइज़ 7 इंच है. मैं काफ़ी हॅंडसम भी हू. मेरी शादी अभी 6 महीने पहले ही हुई है. चलिए पहले मेरी फॅमिली के बारे में जान लेते है.
मेरी फॅमिली में सिर्फ़ 4 जाने है. उनमे मैं, मेरी वाइफ, मेरे दाद, और मेरी मों है. वाइफ की उमर 23 साल है, और उसका फिगर 34″28″36″ है. रंग उसका गोरा है, और वो कमाल की सेक्सी है. उसका नाम मधु है. मेरे दाद की उमर 54 साल है, उनकी हाइट 5’10” है. उनका लंड 6.5 इंच का है.
मेरी मों की उमर 48 साल है. इतनी उमर में भी वो ग़ज़ब की सेक्सी है. उनका फिगर 38″30″42″ है. अब आप ही समझ लीजिए, की जब वो लेगैंग्स पहनती होंगी, तो कैसी लगती होंगी. मों का रंग ज़्यादा गोरा नही है.
इस कहानी में आप पढ़ेंगे, की कैसे मैने और मेरे दाद ने बीवियो की अदला-बदली की. तो चलिए शुरू करते है.
मैं अपने दाद के साथ शुरू से ही काफ़ी ओपन था. हम दाद-सोन कम, और फ्रेंड्स ज़्यादा थे. मैं दाद से हर बात शेर कर लेता था. मों के साथ भी मेरी अची बनती थी. जब से मैं जवान हुआ था, तो मेरी नज़र मेरी मों की गांद और बूब्स पर रहने लगी थी.
ये हवस धीरे-धीरे बढ़ती ही गयी. हालाकी दाद मेरे दोस्त जैसे थे, लेकिन मैं उनको कभी ये बोल नही पाया. ये बात मेरे और दाद के बीच तब हुई, जब मेरी शादी को 2 महीने हो गये थे.
एक दिन मधु सब को छाई दे रही थी. मैं और दाद एक साथ बैठे थे. फिर जैसे ही मधु छाई देने के लिए झुकी, तो उसकी सेक्सी क्लीवेज के दर्शन होने लगे. तभी मेरी नज़र दाद की नज़रो पर पड़ी. दाद मधु की क्लीवेज को घूर-घूर कर देख रहे थे.
पहले तो मुझे लगा, की उनकी नज़र अचानक उस पर पड़ी होगी, लेकिन ऐसा नही था. जब मधु छाई देके वापस जेया रही थी, तब भी दाद उसकी मटकती गांद देख रहे थे. तभी मैने दाद के लंड की तरफ देखा, तो वो खड़ा था.
मैं समझ गया था, की दाद भी मधु को हवस भारी नज़रो से देखते थे. लेकिन मैं इतनी जल्दी किसी कंक्लूषन पर नही आना चाहता था. फिर जब मैने कुछ दिन दाद को अब्ज़र्व किया, तो मैं शुवर हो गया, की दाद के मॅन में मधु के लिए हवस थी.
फिर एक दिन मैं और दाद पार्क में घूम रहे थे. हमारी बाते चल रही थी. तभी मैने मौका देख कर दाद को बोला-
मैं: दाद मधु आपको कैसी लगती है.
दाद: मेरी बहू है, तो अची ही लगती है.
मैं: वैसे नही दाद.
दाद: तो फिर कैसे?
मैं: हॉट लगती है?
दाद: ये कैसा सवाल है?
मैं: कम ओं दाद! मैने देखा है आपको उसको घूरते हुए. छोड़ना चाहेंगे उसको.
दाद मेरी बात सुन कर हैरान हो गये. फिर वो बोले-
दाद: ऐसा हो सकता है?
मैं: हा बिल्कुल.
दाद: लेकिन तू मुझे अपनी बीवी को क्यू छोड़ने देगा?
मैं: क्यूकी आप अपनी बीवी को मुझे छोड़ने दोगे.
दाद(हेस्ट हुए): सेयेल कमीने! मों को छोड़ेगा अपनी?
मैं: क्या करू दाद, आपकी बीवी है ही इतनी सेक्सी. कितने सालो से उसके नाम की मूठ मार रहा हू. एक बार उसकी गर्मी का मज़ा लेना चाहता हू.
दाद: तूने पहले क्यू नही बताया?
मैं: मुझे दर्र था, की कही आपको बुरा ना लग जाए.
दाद: ओक. चल प्लान बता फिर.
मैं: हम अपनी बीवियो को ब्लाइंडफोल्ड सेक्स के लिए बोलेंगे, और फिर रूम बदल लेंगे.
दाद: ग्रेट, ये बिल्कुल सही रहेगा. लेकिन हम देख नही पाएँगे अपनी बीवियो को एक-दूसरे से चूड़ते हुए, उसका क्या?
मैं: हम वीडियो बना लेंगे मोबाइल पर. फिर उसका मज़ा लेंगे.
दाद: हा, ये ठीक रहेगा.
फिर उसी रात हम दोनो ने अपनी बीवियो को ब्लाइंडफोल्ड सेक्स के लिए कन्विन्स किया. हमने सेक्स के लिए एक रूल भी रखा, की कोई बात नही करेगा सेक्स के दौरान. उसके बाद रूम में मोबाइल कॅमरास सेट करके दोनो को छोड़ा.
अगले दिन हम दोनो ने वीडियोस शेर करी. अब देखिए हमारे सेक्स का आँखों देखा हाल.
मैं जब दाद के रूम में गया, तो मों बेड पर लेती हुई थी. उन्होने ब्लॅक कलर की टाइट त-शर्ट और ब्लॅक लेगिंग पहनी थी. उनकी मोटी जांघे देखते ही मेरा लंड पाजामे से बाहर आने लगा. फिर मैं मों के पास गया, और उनके पैरो से किस करना शुरू किया.
पैरो से उपर जेया कर मैने उनकी जाँघो को चूमा, और छूट वाली जगह पर मूह मारने लगा. इससे मों मदहोश होने लगी, और मेरा सिर अपनी छूट में दबाने लगी.
उधर दाद मधु के होंठ चूस रहे थे, और उसकी गांद मसल रहे थे. फिर उन्होने जल्दी से मधु की लेगैंग्स उतार दी, और उसकी पनटी उतार कर उसकी छूट चाटने लगे. दाद त-शर्ट के उपर से मधु के बूब्स भी दबा रहे थे.
इधर मैं मों के होंठ चूस रहा था, और मैने उनकी लेगैंग्स, त-शर्ट और ब्रा उतार दी थी. क्या टेस्ट था मों के नमकीन होंठो का. फिर मैने मों के बड़े-बड़े बूब्स चूसने शुरू किए. ये वही बूब्स थे, जिनसे मैने बचपन में दूध पिया था.
इधर मैं मों के होंठ चूस रहा था, और मैने उनकी लेगैंग्स, त-शर्ट और ब्रा उतार दी थी. क्या टेस्ट था मों के नमकीन होंठो का. फिर मैने मों के बड़े-बड़े बूब्स चूसने शुरू किए. ये वही बूब्स थे, जिनसे मैने बचपन में दूध पिया था.
उधर दाद ने मधु को पूरी नंगी कर दिया हुआ था, और उसके होंठ और बूब्स का मज़ा ले रहे थे. फिर दाद ने अपने कपड़े उतार दिए, और मधु की टाँगो के बीच आ गये. उन्होने अपना लंड मधु की छूट पर रगड़ना शुरू कर दिया, और वो कामुक आहें भरने लगी. फिर दाद ने एक ही धक्के में पूरा लंड मधु की छूट में डाल दिया, और मधु की चीख निकल गयी.
इधर मैने मों की पनटी उतारी, और उनकी गरम छूट को पीने लग गया. ये वही छूट थी, जिसमे से मैं निकला था. मों मेरे सिर को अपनी छूट में दबा रही थी. फिर मैने भी अपने कपड़े उतार दिए, मों की टाँगो के बीच आ गया. मैने अपना लंड मों की छूट पर सेट किया, और अंदर डालने लगा.
मेरा लंड दाद के लंड से बड़ा और मोटा है, तो मों को तोड़ा दर्द हुआ. फिर मैने धक्के देने शुरू किए, और साथ में मों को किस करने लगा. मों मेरी पीठ पर अपने हाथ फेर रही थी, और नाख़ून चूबो रही थी.
क्या गर्मी मिल रही थी मुझे अपनी नंगी मों की आगोश में. इतना मज़ा तो मुझे मधु के साथ भी नही आया था.
उधर दाद मधु को मज़े से छोड़ रहे थे. वो मधु को छोड़ते हुए उसके बूब्स चूस रहे थे, और उसकी गर्दन पर दाँत गाड़ रहे थे. मधु भी गांद उठा-उठा कर उनके लंड का मज़ा ले रही थी.
फिर दाद नीचे आ गये, और मधु उनके उपर आ गयी. अब मधु दाद के लंड के पर उछाल रही थी. दाद बार-बार उसको अपनी तरफ खींचते, और उसके होंठ चूस्टे. जब मधु उछाल रही थी, तब दाद उसके हवा में उछलते बूब्स पर थप्पड़ मार रहे थे.
20 मिनिट उनकी चुदाई चलती रही. फिर दाद मधु की छूट में ही झाड़ गये, और मधु उनके उपर ही गिर गयी.
इधर मैं अपनी मों की छूट में धक्के दिए जेया रहा था. मेरे धक्के इतने ज़ोर के थे, की पूरा बेड हिल रहा था. हर धक्के पर मों की ज़ोर की आहह निकल रही थी. मों भी सोच रही होंगी, की दाद को क्या हो गया था.
20 मिनिट मैं उसी पोज़िशन में मों की छूट मारता रहा. इस बीच मुझे 2 बार मों की छूट का पानी फील हुआ. फिर मैने भी अपना माल मों के अंदर ही निकाल दिया. मैं झड़ने के बाद मों के उपर ही लेट गया. मैं अब भी उनके होंठ चूस रहा था.
मों के लिए मेरी हवस बहुत ज़्यादा थी. अगले 3 मिनिट में मेरा लंड फिरसे खड़ा हो गया. मैने मों को घोड़ी बनाया, और उनकी गांद चाटने लगा. क्या टेस्टी थी उनकी गांद. मों की गांद अभी तक वर्जिन थी, और आज मुझे उसको फाड़ना था.
मैने पहले गांद में एक उंगली डाली, इससे मों की आहह निकल गयी. अब मुझे मों की दर्द भारी चुदाई करनी थी. मैने मों की गांद के छेड़ पर थूका, और अपना लंड उस पर सेट किया. मों चाह कर भी बोल नही सकती थी, क्यूकी रूल था.
फिर मैने मों के छूतदो पर अपनी पकड़ बनाई, और ज़ोर का धक्का मारा. पहले धक्के में मेरा आधा लंड मों की गांद को चियर कर अंदर चला गया. मों काँपते हुए चीकने लगी. और मुझे यही चीखे सुन्नी थी.
मैं ताबाद-तोड़ धक्के देता गया, और तब रुका, जब पूरा लंड मों के अंदर था. मों की गांद से खून निकल रहा था, लेकिन मैं उनको छोड़ता गया. फिर पीछे से मैने उनके बूब्स पर हाथ डाला, और उनको मसालने लगा.
मैं धक्के देता रहा, और साथ में छूतदो पर थप्पड़ मारता गया. कुछ मिंटो में मों को भी मज़ा आने लगा. फिर वो गांद हिला-हिला कर चूड़ने लगी. मैने मों के बाल पकड़ लिए और पीछे से उनके मूह पर थप्पड़ भी मारे. 20 मिनिट बाद मैने मों की गांद को अपने पानी से भर दिया.
फिर जब मधु और मों दोनो सो गये, तो मैं और दाद अपने-अपने रूम में आ गये. अगली सुबा वो दोनो हुमको अजीब तरह से देख रही थी. फिर उनके बीच में कुछ डिस्कशन हुई, और वो हमारे पास आके बोली-
मों आंड मधु: हम जानते है, की कल रात क्या हुआ था.
ये सुन कर हम दोनो दर्र गये.
फिर वो हेस्ट हुए बोली: इससे हमे कोई दिक्कत नही है, तो आप लोग आयेज भी ऐसा कर सकते हो.
थे एंड.