हेलो दोस्तो, आज की स्टोरी मेरी पहली गे चुदाई की स्टोरी है. मेरी पहली चुदाई एक मसाज पार्लर मे हुई थी. मई 18 साल का था तब. मई तोड़ा मोटा था और मोटी रौंद गांद थी मेरी. मेरे थोड़े-थोड़े बूब्स भी थे. जिस्म बिल्कुल सॉफ और हेरलेस था मेरा.
मई एक बहुत ही स्ट्रिक्ट फॅमिली से आया था, तो मुझे सेक्स वग़ैरा इन चीज़ो के बारे मे कुछ नही पता था. एक बार मैने बस किस्सिंग सीन क्या देख लिया था, की घर वालो ने बहुत दांता था मुझे. उसके बाद मैने इन चीज़ो के बारे मे सोचा ही नही.
अछा तो अब मई स्टोरी की तरफ आता हू. उन दीनो मेरा कज़िन आया हुआ था. मई उसको रोज़ मे बिके पे एक मसाज पार्लर पे छोढ़ कर आता था. वो मुझसे काफ़ी बड़ा था. एक दिन मैने उससे पूछा-
मई: आप यहा क्या करने आते हो?
तब उसने मुझे बस इतना बोला-
कज़िन: थकावट की वजह से मई यहा डेली मसाज लेने आता हू.
लेकिन वो मसाज नही, बल्कि कुछ और लेने आता था. अब वो मुझे ये बात तो नही बता सकता था. खैर मई हर दूसरे दिन कज़िन को वाहा छोढ़ कर आता था.
फिर जब कज़िन चला गया, तो एक दिन मई फुटबॉल खेलने ग्राउंड की तरफ जा रहा था. रास्ते मे मेरी नज़र उस मसाज पार्लर पे पड़ी. तब मेरा दिल किया, की आज फुटबॉल स्किप करके मसाज ट्राइ करू. मैने दोस्तो को कोई बहाना करके ताल दिया और मसाज पार्लर चला गया.
वाहा अंदर जाके मैने प्राइस वग़ैरा पूछा. फिर उन्होने मुझसे पूछा, की मुझे माले मसाज चाहिए, या फीमेल मसाज चाहिए. तो मैने माले चूस किया. आज भी सोचता हू, की उस दिन शायद अगर मई फीमेल चूज़ करता, तो आज गान्डू ना होता.
खैर मुझे बताया गया, की मई बातरूम मे कपड़े उतार कर और टवल पहन कर किसी भी खाली रूम मे चला जौ. मैने वैसा ही किया. मैने अपने कपड़े उतारे और लॉकर मे रखे. फिर टवल पहन कर मई अंदर चला गया.
अंदर 9-10 रूम्स थे और काफ़ी अंधेरा था. कुछ रूम्स लॉक्ड थे और अंदर से अजीब आवाज़े भी आ रही थी. मुझे रिसेप्षन वाले ने बोला था, की मुझे जो लड़का पसंद आए, मई उसके रूम मे चला जौ. अब ये बात मुझे समझ नही आई थी.
फिर एक रूम से एक मुझे किसी ने इशारा दिया. जब मई उसकी तरफ गया, तो वो मुझे पूछने लगा-
आदमी: मसाज के लिए आए हो यहा?
और मैने उसको हा बोला. वो 40+ आगे का होगा. उसने भी टवल पहना हुआ था और उसके जिस्म पे बाल ही बाल थे. लेकिन वो काफ़ी फिट था. उसके मसल बड़े-बड़े थे और एबेस भी थे. थोड़ी सी मूचे भी थी उसकी. उसने मुझे बेड पे बिताया और दरवाज़ा लॉक कर दिया.
वो आदमी: मेरा नाम मॅडी है.
मई: हेलो मॅडी.
मॅडी: पहले कभी आए हो यहा?
मई: नही, ये मेरा फर्स्ट टाइम है.
मॅडी: ओह सही है, मतलब सील्ड हो?
मई: सील्ड? क्या मतलब?
मॅडी: हहा कुछ नही. अछा शरमाना मत. फर्स्ट टाइम है तो नया एक्सपीरियेन्स होगा. मई तुम्हे बहुत मज़ा दूँगा.
मई: जी थॅंक योउ मॅडी.
मॅडी: चलो अब तुम टवल उतार दो और लेट जाओ.
फिर मई बेड पे नंगा लेट गया. शरम आ रही थी मुझे, लेकिन मई तोड़ा टफ आक्ट करने की कोशिश कर रहा था मई. फिर मॅडी ने मेरी टांगे दबाई और वो “वाउ-वाउ” बोल रहा था. फिर तोड़ा घुमा कर उसने मेरी गांद भी दबाई. उसके बाद मॅडी मेरे मूह के पास आया और अपना टवल खोल दिया.
अब मेरी आँखों के सामने उसका 7 इंच का टाइट लंड था. पहली बार किसी और का लंड देखा था मैने, और मेरी तो आँखें खुली रह गयी. मॅडी ने मेरा सिर पकड़ा और अपने लंड की तरफ ले गया. उसका लंड मेरे लिप्स से टच हुआ, तो मई पीछे हो गया.
मई: ये क्या कर रहे हो?
मॅडी: स्ष… मैने बोला ना एंजाय कार्ओौनगा. स्ष.. अब मूह खोलो.
मई कुछ बोलने के लिए मूह खोला ही था, की उसने लंड मेरे मूह मे घुसा दिया. मेरा सिर उसने पकड़ा हुआ था और वो खुद आयेज-पीछे हो रहा था. उसका प्रेकुं का टेस्ट मेरी ज़ुबान पे आया और काफ़ी खट्टा-मीठा टेस्ट था.
5 मिनिट बाद मेरी शरम और वो अजीब सी फीलिंग चली गयी. मॅडी अब और ज़्यादा लंड मेरे मूह मे घुसा रहा था और मेरे गले तक लेके जेया रहा था. मॅडी मेरे लंड को हिलाने लगा और मेरा लंड टाइट कर दिया. अब मुझे भी समझ आ गया था, की सकिंग कैसे करनी थी और मई खुद से मॅडी का लंड चूस रहा था.
मुझे पता नही क्यू अब आहिस्ता-आहिस्ता मज़ा आ रहा था. 15 मिनिट बाद मॅडी फारिघ् होने वाला था. और वो बोला-
मॅडी: रेडी हो जाओ, माल आने वाला है. पूरा पी जाना उसको.
फिर मेरे मूह मे गरम-गरम थिक पानी निकालने लगा. मॅडी ने मेरा सिर पकड़ लिया और मेरे पास उसका कम पीने के अलावा कोई चाय्स नही थी. उसका कम काफ़ी टेस्टी था वैसे, और मुझे अछा लगा. हालाकी मुझे ये पीना अजीब ज़रूर लगा.
फिर मॅडी ने मुझे सीधा लिटा दिया और मेरी टांगे फैला दी. उसके बाद उसने मेरा टाइट लंड अपने मूह मे ले लिया. अफ.. उसका गरम-गरम मूह. मुझे तो इतना मज़ा आ रहा था. वो मेरे टटटे भी चाट रहा था. अफ.. मुझे कभी इतना मज़ा नही आया होगा.
फिर मॅडी ने मुझे उल्टा किया और डॉगी-स्टाइल पोज़िशन मे बिता दिया. मेरी गांद फैला दी और फिर मुझे उसकी टंग अपने होल पे फील हुई. मेरे जिस्म मे करेंट दौड़ने लग गया. फिर मॅडी अपनी टंग मेरे होल मे दबाने लगा.
अफ.. वो फीलिंग मे कैसे बयान करू. काफ़ी देर तक मेरे होल को छाता मॅडी ने.
मॅडी: मज़ा आ रहा है?
मई: ह्म…
फिर मॅडी ने आयिल की बॉटल उठाई और मेरी गांद पे आयिल गिरा दिया. उसने आयिल से मेरी गांद को और होल को सही से रब किया. फिर मॅडी ने अपनी फिंगर मेरे होल पे सेट की और मुझे लंबी साँस लेने को बोला.
मैने जैसे साँस ली, तब उसने आहिस्ता-आहिस्ता फिंगर मेरी गांद मे घुसा दी. आयिल की वजह से मुझे दर्द नही हुआ. फिर मॅडी ने स्लोली फिंगरिंग शुरू कर दी. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. काफ़ी देर फिंगरिंग के बाद उसने स्लोली दूसरी फिंगर भी घुसा दी.
इस बार मुझे हल्का सा दर्द हुआ. आहिस्ता-आहिस्ता मई उसकी दोनो फिंगर्स अपने अंदर ले गया और फिर उसने स्पीड बढ़ानी शुरू कर दी. मॅडी कुछ देर बाद मेरे होल को अंदर से मसाज कर रहा था. अफ.. क्या बतौ, की मुझे इतना मज़ा आ रहा था.
30 मिनिट बाद जब मेरा होल तोड़ा लूस हो गया, तो मॅडी ने अपने लंड को मेरे होल पे सेट किया. उसने मुझे फिरसे साँस लेने को बोला और उसने तोड़ा ज़ोर दे दिया. इससे मॅडी का टोपा मेरी गांद के अंदर घुस गया.
टोपा अंदर जाने से मुझे दर्द हुआ और मई उछाल गया. मॅडी ने मुझे रिलॅक्स करवाया और मेरी गांद पे थप्पड़ भी मारे. जब दर्द कम हुआ, तो वो आहिस्ता-आहिस्ता लंड घुसाने लगा. मॅडी काफ़ी प्रोफेशनल था और वो मुझे दर्द महसूस होने का कोई चान्स नही दे रहा था.
आहिस्ता-आहिस्ता मई मॅडी का पूरा 7 इंच का लंड अंदर ले गया. फिंगर के बाद लंड लेने पर ऐसा फील हो रहा था, जैसे उसने हाथ अंदर दे दिया हो.
मॅडी आहिस्ता-आहिस्ता आयेज-पीछे होने लगा. उसकी गरम-गरम रोड मेरी गांद के अंदर-बाहर हो रही थी. मुझे दर्द भी हो रहा था, लेकिन थोड़ी देर मे ख़तम हो गया. अब उसका लंड जैसे अंदर जाता, तो मेरे लंड मे हुलचल होती थी.
मॅडी ने भी धीरे-धीरे अपनी स्पीड तेज़ की. मॅडी के हर झटके मे मुझे फील हो रहा था, की बस मेरे लंड से कम निकालने वाला था. फिर जैसे ही मॅडी की स्पीड तेज़ हुई, तो मुझसे कंट्रोल नही हुआ. मेरे लंड से कम पानी की तरह बहने लगा.
अफ.. इतना ज़्यादा कम निकला था, की मुझे वीकनेस होने लगी और मई बेड पे ही गिर गया. मॅडी अभी भी फारिघ् नही हुआ था. उसने मुझे सीधा लिटाया और टांगे उठा दी. फिर उसने लंड वापस गांद मे डाल दिया.
मॅडी ज़ोर-ज़ोर से झटके दे रहा था और मेरे निपल्स के साथ खेल रहा था. 20 मिनिट की हार्ड चुदाई के बाद, मेरा लंड वापस टाइट हो गया और मई वापस निकालने वाला था. मॅडी भी फारिघ् होने वाला था.
फिर मॅडी झुक गया मुझे लिप्स पे किस करने लगा. अफ.. जब वो मेरे होंठ चूस रहा था मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. मॅडी की स्पीड भी तेज़ हो गयी थी और फिर उसने एक ज़ोरदार पुश दिया और मुझे गांद मे उसका गरम-गरम कम फील हुआ.
ये फीलिंग इतनी मज़ेदार थी, की मुझसे भी रहा नही गया और मेरे लंड से कम शूट होने लगा. मॅडी ने 10 मिनिट तक जानवर की तरह मेरे होंठ चूज़. फिर उसने लंड निकाला और मेरे होल से उसका पानी लीक होने लगा.
मॅडी: अफ… क्या मज़ेदार गांद है तेरी. मज़ा आया तुझे?
मई: ह्म आया.
मॅडी: फिरसे आएगा यहा?
मई: ह्म.
मॅडी: चल मेरा नंबर लिख ले. आने से पहले मुझसे पूच लेना. अगर मई फ्री हुआ, तो आ जाना.
मैने उसका नंबर सवे किया. फिर मई टवल रॅप करके बातरूम की तरफ गया. मुझसे तो सही से चला भी नही जेया रहा था. रास्ते मे बाकी रूम्स से भी आवाज़े आ रही थी. मतलब वाहा भी कोई छुड़वा रहा था.
फिर मैने शवर लिया और गांद सॉफ की. मेरा होल खुल गया था और ऐसा लग रहा था, की मेरा हाथ पूरा अंदर चला जाएगा. फिर नहा धो कर मई वापस घर गया. मुझे उस दिन इतना मज़ा आया था, की अगले दिन मई फिरसे मॅडी के पास गया.
पहले कुछ टाइम मैने मॅडी से ही चुडवाया, लेकिन फिर उसके बाद मैने और लोगो से भी सेक्स करना शुरू कर दिया.