तो पिछली स्टोरी में अपने पढ़ा की कैसे मई उसको ऑर्गॅज़म्स देके बेड पे जाके सो गया.
अब आयेज पढ़ते है..
कुछ देर बाद वो अंदर आई और मेरे उपर आ गयी और मेरी गर्दन पे प्यार करने लगी. जीभ से चाटने लगी. मई जाग गया था पर नींद में होने की आक्टिंग कर रहा था.
उसकी छूट मेरे लंड पे टच हुए जेया रही थी और वो जब जब उसकी छूट पे लंड लगता वो ज़्यादा ज़ोर से अंदर घुस जाती. वो जीभ तो फेरते फेरते मेरे चेस्ट पे आके चाटने लगी और मेरे निपल को सक करने लगी.
मेरे मूह से ऊऊऊओ आअहह की आवाज़ निकली थी थी पर मेरी आँखें ब्न्ड थी. उसको शायद पता लग गया था की मई जेया रहा हू. तो वो मेरे पेट चट्टी नाभि में हर जगह अपनी जीभ चला रही थी और काट भी रही थी. फिर उसमे नीचे आके मेरे लंड को मूह में भर लिया और फ्र मेरी आँखें खुल गयी-
मनप्रीत: हो गयी आक्टिंग ख़तम?
मई बस हसा और उसका फेस नीचे करने लगा. वो नीचे जाके लंड को चूमने लगी.
मे: तुम्हे को लंड चूसना नही आता है ना?
मनप्रीत: मई कल वीडियोस देख ली थी. मुझे पता थी की कल यॅ सब करना पड़ेगा.
वो मेरे लंड को किस करते करते नएचए गयी और जीभ से चाटते हुए उपर आई और ऐसा उसने दो टीन बार किया. मैने उससे लंड पे थूकने को कहा. उसने वैसे ही किया, लंड पे तूखा और उसको आचे से गीला किया और फिर मूह में भर लिया. वो अभी तोड़ा तोड़ा की ले रही थी.
मैने अपनी टांगे पूरी छोड़ी खारके लेट गया और बस उसके सिर पे हाथ घूमता रहा. वो भी मज़े से लंड चुस्ती रही.
फिर मैने उसको अपनी बॉल्स की साइड पे चटवाया और उसने बड़े आचे से जीभ और दाँतों से मुझे मज़ा करवाया. मैने अपनी टांगे उठाई और उसका मूह अपने अशोल पे ले गया और उसको चटवाने लगा.
इट वाज़ फर्स्ट टाइम फॉर मे की मैने ऐसा करवाया लेकिन सच मे भूत मज़ा आया. वो फील ही अलग थी. उसने बड़े आचे से छाता और मेरे नीचे का पूरा हिस्सा गीला हो चुका था.
मैने उसे बीतहया और अपने लंड उसके बूब्स के बीच रखके रगड़ने लगा. और उसके मूह में अपना अंगूठा डाल दिया और उसे वो चूसने को कहा. उसने मेरे दोनो हाथो की सारी उंगलैन आचे से छूसी और मुझे पूरा गीला किया हुआ था.
फिर मई उससे उठाके बेड पे लिटा दिया और उसकी गर्दन को कटा.
मनप्रीत: एयेए..स…स..
फिर मैने उसकी खूब चटा, उसके होंठ दुबारा चूज़ और गाल पे भी कटा और बूब्स को चूस्टा गया. और उसके निपल्स को दाँतों से खिछा और उसके अपने उपर लेटया और उंगली गांद में दल दी और उसके बूब्स को चूस्टा रहा.
वो खूब उन्हे चुस्वा रही थी. फ्र मैने उसकी गांद को थप्पड़ मार मार के लाल किया. उसने मेरे लंड पकड़ा तोड़ा सा थूक कर गीला किया और उसके उपर बैठ गयी.
मनप्रीत: एयाया….सूऊऊ..ससस्स…एयेए … कितना मज़ा आ रहा लेके इसको. इतने दीनो बाद कुछ अंदर गया.
उसने धीरे धीरे हिलना शुरू कर दिया. वो भूत स्लो स्लो हिल रही थी और मई उसके बूब्स हाथों से निचोड़ रहा था.
मनप्रीत: एयेए..अआभी… स्लॉवव स्ल्वोवव में कितना मज़ा आता अभी पता चला. मेरे हज़्बेंड तो भूत तेज़ तेज़ कर देते थे. स्लो कितना रोमॅंटिक है.
मैने उसके मूह पे हाथ रखा तो उसने उससे चाटना शुरू कर दिया.
मे: कॅन ई स्लॅप योउ?
उसने यॅ सुनते मेरा हाथ अपने गाल पे रखा और खुद ही उससे छाँटा मारने लगी. और फिर मेरा हाथ गर्दन पे हाथ दिया और गला दबाने को कहा.
वो बिल्कुल ही मदहोश हो चुकी थी और कुछ भी करने को टायर थी. धीरे धीरे हिलने के बाद वो मेरे लंड पर कूदने लग गयी ज़ोर ज़ोर से और अपनी स्पीड बढ़ा रही थी. मैने उसको अपने उपर गिरा लिया और उसकी गर्दन पर काटने लगा. और उसकी छूट में भूत तेज़ तेज़ अंदर बाहर करने लगा.
मनप्रीत: आआआआआअहहाआहह आआआहह..
एयाया..आ.आआआअ..आआ ऊऊऊऊ.स.सस्स्शह…सस्स्सस्स….. अभिईीई……एसस्स…..एसस्स….फस्टीएररर……फास्टर्र्र्ररर…..मोरी….डीईएप….स्लॅप मे…..स्लॅप मी आस…..आआ..सससा.आ..आ.आ.एयाया..
स्पॅंक!स्पॅंक!!स्पॅंक!!! उसकी गांद पर छानते पड़ते जेया रहे थे और वो चिल्लती जेया रही थी.
आआ..आ.एयेए…..एयेए….सस्स…ऊओ…..ज़ोरर..स्सी.ए… आ….एयेए….आ..स.स.स….ससस्स… एयेए….ऊओ…आ….अभीइ…..ई आम गोयिंग तो कुंन…यअहह…..आअहह..आआआआआअहह…आअहह…..आआआआअ…..बसस्स..बसस्स..
और वो डिसचार्ज हो गयी और मैने भी उनके अंदर ही सारा का सारा माल छोड़ दिया. फिर उनको बेड के साइड पे पटक दिया और जो लंड पे लगा हुआ था उसको उनसे चत्वाके सॉफ करवा दिया. मई उठके बातरूम चला गया और जाते जाते उनकी गांद पे ज़ोर से छाँटा मारा जिससे वो चिल्ला उठी.
मनप्रीत: आअहह…नूओ…बससस्स और नहिी…
बाकी की स्टोरी अगली पार्ट में देखेंगे.