नमस्कार दोस्तों, मेरा नाम प्रवीण है. और मैं उत्तराखंड का रहने वाला हू. मेरी उमर 32 साल है, और मैं शादी-शुदा आदमी हू. हाइट मेरी 5’8″ है, और लंड मेरा 6 इंच का है. ये कहानी मेरी और मेरी साली के बीच हुए सेक्स की है.
मेरी साली का नाम दिशा है. उसकी उमर 24 साल है, और वो एक स्कूल में टीचर है. बहुत खूबसूरत है मेरी साली. रंग उसका गोरा है, और फिगर 34-28-36 है. नैन-नक्श भी काफ़ी सुंदर है उसके. हर जीजा की तरह मेरा भी ये सपना था की कभी मुझे मेरी साली पर हाथ सॉफ करने का मौका मिल जाए. और ये मौका मुझे अचानक से मिला.
मेरी बीवी का बर्तडे था, और मैं एक सर्प्राइज़ पार्टी प्लान कर रहा था. लेकिन मैने अपनी साली को मेरे सर्प्राइज़ के बारे में बता रखा था, क्यूंकी मुझे तैयारी में उसकी हेल्प चाहिए थी.
मैं जब भी अपनी साली से मिलता था, तो बहुत हस्स-हस्स के बातें करता था. उसके बदन को निहारने में मुझे बड़ा मज़ा आता था, इसलिए मैं उसको उपर से नीचे देखता रहता, और सोचता की बिना कपड़ों के वो कैसी लगती होगी. कही ना कही वो भी जानती थी, की मैं उसको हवस भारी निगाहों से देखता था. लेकिन वो इग्नोर कर देती थी.
मेरी बीवी के बर्तडे के लिए शॉपिंग करने के लिए मैने अपनी साली को मेरे साथ चलने के लिए कहा. वो मान गयी, और हमने जिस माल से शॉपिंग करनी थी, वही मिलने का डिसाइड किया.
जब मैं वाहा पहुँचा, तो दिशा वाला मुझसे पहले पहुँच चुकी थी. उसको देख कर मेरी रूह खुश हो गयी. उसके पिंक कलर की ओनेपीएसए फ्रॉक पहनी थी, जो उसके गोरे रंग पर बहुत जाच रही थी. साथ में उसके बालों पर पिंक हेरबॅंड और हाथ में पिंक स्ट्रॅप वाली घड़ी पहनी थी. उसका हॅंडबॅग भी पिंक था, और लिपस्टिक भी पिंक. पूरी बार्बी लग रही थी वो.
उसकी फ्रॉक उसके घुटनो से थोड़ी उपर थी, तो उसकी सेक्सी लेग्स दिख रही थी. उसकी लेग्स देख कर मॅन कर रहा था उन्हे चाट कर खा जौ. फिर हमने थोड़ी शॉपिंग की. जब हम एक फ्लोर से शॉपिंग करके दूसरे फ्लोर पर जेया रहे थे, तो अचानक लिफ्ट बंद हो गयी. तभी अननौसेमेंट हुई, की माल में एलेक्ट्रिसिटी की कुछ प्राब्लम हो गयी थी, और ठीक करने में 2 घंटे लगेंगे.
ये सुन कर मेरी साली घबरा गयी. उसको लिफ्ट में बंद होने से दर्र लगता था, इसलिए वो बहुत दर्र गयी. ऐसी जगह पर उसको घुटन महसूस होती थी. मैने उसको समझाया, लेकिन वो फिर भी घबराहट महसूस कर रही थी. अचानक उसने ज़ोर-ज़ोर से साँसे लेना शुरू कर दिया, और उसको पसीना आने लगा.
ये देख कर मैने उसको अपनो बाहों में भर लिया. जैसे ही उसका बदन मेरे बदन से टच हुआ, मुझे करेंट सा लगा. मैं बहुत ज़्यादा उत्तेजित होने लगा. मेरी साली अभी भी तेज़ी से साँसे ले रही थी. फिर मेरे दिमाग़ में एक आइडिया आया.
मैने सोचा, क्यूँ ना इसके दर्र का फ़ायदा लेके यहा इसके साथ सेक्स कर लू. बाद में बोलूँगा की तुम्हारा ध्यान बताने के लिए किया था. मेरे दिल और दिमाग़ दोनो ने मुझे ऐसा ही करने को कहा.
वो मेरी बाहों में थी, और तेज़ी से साँसे ले रही थी. मैने उसका फेस पीछे किया, और उसकी आँखों में आँखें डाल कर देखने लगा. मा कसम लड़की जब घबराई हुई होती है, तो बहुत सेक्सी लगती है. फिर मैने अपने होंठ उसके होंठो से चिपका दिए.
वो कुछ समझ नही पाई. उसकी साँसे नॉर्मल हो गयी, और वो मुझसे डोर होने की कोशिश करने लगी. फिर उसने मुझे धक्का मार कर पीछे किया और बोली-
दिशा: जीजू, ये क्या बदतमीज़ी है?
मैं: दिशा तुम्हारी घबराहट डोर करने का यही रास्ता था. देखो तुम्हारा ध्यान बात गया, तो तुम नॉर्मल हो गयी.
दिशा (हैरान होते हुए): अर्रे हा, आप सही कह रहे हो. घबराहट एक-दूं से गायब हो गयी.
तभी लिफ्ट को झटका लगा, और वो चिल्लाते हुए फिरसे मेरे गले लग गयी. मैने फिरसे उसके होंठ चूसने शुरू कर दिए, और साथ में उसकी गांद दबाने लगा. जब वो नॉर्मल हुई, तो उसने मुझसे अलग होने की कोशिश की. लेकिन मैने उसको नही जाने दिया.
मैने पीछे से उसकी फ्रॉक में हाथ डाल लिया, और उसकी पनटी के उपर से उसके चूतड़ दबाने लगा. अब उसकी साँसे फिरसे तेज़ होने लगी, लेकिन इस बार उत्तेजना की वजह से. फिर मैने उसके होंठ छ्चोढे, और उसको घुमा कर बाहों में ले लिया. फिर मैं उसके बूब्स दबाते हुए उसकी पीठ पर किस करने लगा.
वो बोली: जीजू आहह नही जीजू, ये ग़लत है. मत करो ऐसा.
मैं: कुछ भी ग़लत नही है.
ये बोल कर मैं अपना एक हाथ नीचे ले गया, और पनटी के उपर से उसकी छूट मसालने लगा. बड़ा मज़ा आ रहा था. वो भी पूरी तरह से गरम हो रही थी, और उसकी छूट पूरी गीली हो चुकी थी. फिर मैने उसके हाथ लिफ्ट की दीवार पर लगवाए, और उसको तोड़ा झुका कर उसकी पनटी नीचे पैरों तक खिसका दी.
फिर मैने नीचे बैठ कर उसकी स्कर्ट उठाई, और उसकी छूट में मूह डाल कर उसको चाटने लगा. वो आ आ करके मुझे मज़ा कर रही थी. लेकिन मुझे हटता नही रही थी. छूट आचे से चाटने के बाद मैं खड़ा हुआ, और पंत और अंडरवेर नीचे करके अपना लंड बाहर निकाला.
फिर मैने लंड उसकी छूट के मूह पर रखा, और धक्का मार कर अंदर घुसा दिया. दिशा की चीख निकली, और मैने उसकी चुदाई शुरू कर दी. क्या गरम और टाइट छूट थी मेरी साली की. इस जन्नत में जाने के लिए मैं कब से इंतेज़ार कर रहा था.
मैं उसके चूतड़ मसालते हुए उसकी छूट छोड़ता रहा. अब वो बस आ आ आ करके चूड़ने का मज़ा ले रही थी. ठप-ठप की आवाज़े आ रही थी. लगभग 15 मिनिट मैं उसको छोड़ता रहा. फिर जब मेरा होने वाला था, तो मैने लंड बाहर निकाल कर साइड में पड़े डस्टबिन में माल निकाल दिया.
जब मैने दिशा की तरफ देखा, तो वो अभी भी वैसे ही खड़ी थी. तभी मैने उसकी छूट से माल निकलते हुए देखा, जो उसकी जांघों से होके नीचे बहने लगा. फिर उसने टिश्यू से अपनी छूट सॉफ की, और हम लिफ्ट खुलने की वेट करने लगे. जब लिफ्ट खुली, तो वो बिना कुछ बोले वाहा से चली गयी. तब से आज तक उसने मुझसे बात नही की.
दोस्तों कहानी का मज़ा आया हो, तो फ्रेंड्स के साथ भी शेर करे.