पिछला पार्ट यहा पढ़े – मई हूँ कंगना (मी सेकेंड मॅरेज अन्नीवेरसरी)-3
शाम को 7 भजे मुझे रशीद का फोन आया की वो 9 बझे तक आएगा और खाना और ड्रिंक ले कर आएगा. मैने रशीद के लिया एक और सर्प्राइज़ रखा हुआ था.
रशीद रात के 10 बझे घर आया. मैने गाते खोला और रशीद अंदर आ गया. उसने पी हुई थी और अहाते ही मुझे अपनी बाहों मई ले कर किस किया और पूछा. क्या किया मा की लोदी तूने पूरा दिन?
मैने कहा सो गयी थी और फिर तैयारी का और तुम्हारा इंतज़ार कर रही थी. रशीद मेरी लिया भी ड्रिंक और खाना ले कर आया था हुँने मिल कर खाना खाया और ड्रिंक पिया. उसके बाद मैने रसीध को किस किया और कहा तुम बैठे मई तैयार हो कर आती हूँ.
मई बातरूम मई गयी और वहाँ मैं एक सेक्सी ब्रा और तोंग पनटी पहनी. और उसके ऊपेर सेक्सी डॅन्सर वाली ड्रेस डाली और मेकप कर के बाहर आ गयी.
बाहर अहाते ही रशीद मुझे देखता रह गया. क्या लग रही है छूट एक दूं तू और वो मेरी तारीफ करने लगा. तभी नज़ीम भाई का फोन आ गया और वो रशीद से बात करने लगा. और बताया की वो मेरी साथ हयद मे है.
फिर नज़ीम भाई ने मुझे विश किया और कहा पूरा ढयन रखना मेरी भाई का समझी. मैने कहा नज़ीम भाई आप को बोलने की ज़रूरत नही है, रशीद मेरी जान है.
रशीद ने मुझे वीडियो कॉल पर नज़ीम भाई को दिखाया. और नज़ीम भाई भी मुझे देखते रहा और कहा की मस्त रांड़ बन गयी तू. मैने नज़ीम भाई को कहा भाई आप ने ही तो मुझे बनाया है.
नज़ीम हेस्ट हुआ हन सही कहा तूने जल्दी तुझसे मिलूँगा और फिर से तेरे गांद मारूँगा सब के साथ मिल कर. मैने हेस्ट हुआ नज़ीम भाई रशीद और आप जब बोलोगॉगे मई रेडी रहूंगी. नज़ीम ने ये हुई ना मेरी रंडी वाली बात!
रशीद ने सॉंग्स चला दिया और मुझे नाचने के लिया कहा और मई सॉंग्स पर नाचने लगी. इधेर रशीद ड्रिंक के मज़े ले रहा था और नज़ीम भाई को लिव डॅन्स दिखा रहा था मेरी और वो मज़े लूट रहा थे.
फिर कुछ देर के बाद मुझे इशारा किया की मई अपने कापरे उतरती जौन धीरे धीरे. मैने वैसे ही किया और मैने पहले अपना टॉप उतरा धीरे धीरे. मैने ब्लॅक कलर का नेट वाला ब्रा पहना था.
उसके बाद अपनी कमर बेल्ट खोली जिसके साथ रेशम का काप्रा अहगे और पीछे था और वो एक दूं से नीचे गिर गया. अब मई सिर्फ़ ब्रा आंड पनटी मई रशीद के सामने और नज़ीम भाई वीडियो कॉल पर मुझे देख रहा थे.
3-4 सॉंग्स मैं आचे के बाद नज़ीम ने रशीद को बोला की मुझे नंगी करके उसे दिखौं और उसके सामने लिव चुदाई करूँ मेरी. मुझे अब शरम नही अहती थी नंगी होने मई.
रशीद ने मुझे इशारा किया की सोफे मई आ जा और कुट्टिया पोज़ पर आ कर बैठ. मैने वाइज़ ही किया और मई कुट्टिया बन कर सोफे पर बैठ गयी. इधेर रशीद वीडियो कॉल पर मुझे उसे दिखाने लगा.
उसने मेरा फेस दिखाया और 2 फिँगुए मेरी मूह मई डाल कर नज़ीम को बोला. देखो नज़ीम भाई कंगना मेरी छूट को कैसी है. नज़ीम भाई नही बहुत मस्त है साली ये एक दूं मस्त तोता है साली. गांद दिखा इसकी.
फिर रशीद ने कॅम्रा धीरे दीरे मेरी बॉडी धीखते हुआ मेरी चूटतेर की तरह आ गया. और मेरी चूटतेर को धीखते हुआ मेरी चूटतेर को ठप्पेर मरने लगा.
नज़ीम की आवाज़ आ रही थी एस और मार साली की चूटतेर पर लाल कर इसके चूटतेर. फिर रशीद मेरी चूटतेर पर ठप्पेर मारने लगा और उन्हे मसल कर फील करने लगा.
मुझे दर्द हो रहा था लेकिन मई रशीद को माना नही कर सकती थी. फिर रशीद ने अपनो जुटी से मेरी चूटतेर को मरने लगा. अब मेरी चूटतेर लाल हो गये था. रशीद ने मुझे कहा की फ्रिड्ज मई क्या रखा है? मैने कहा मूली है फ्रिड्ज. मई साँझ रही थी की अब क्या होगा लेकिन मई इश्स पल का मज़ा लेना चाहती थी और मुझे मज़ा भी आहाने लगा था.
फिर रशीद किचन से एक बड़ी मूली ले आया. पहले उसने मेरी तुंग को उतार दिया और कमरा एक तरफ सेट कर दिया ताकि नज़ीम भाई मेरी चुदाई का लिव शो देख सकें. फिर वो मेरी चूटतेर को किस करता और मेरी गांद के धार मई अपना मूह डाल कर मेरी गांद को चाटने लगा और मेरी छूट को भी.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और बीच बीच मई वो मेरी चूटतेर पर कभी ठप्पेर मरता तो कभी अपनी जुटी से और मेरी गांद के साथ कहता रहा.
कुछ मीं के बाद उसने मूली को मेरी गांद के होल पर रखा और उसे अंदर कर दिया. मेरी चीख निकल गयी, उस ज़ालिम ने आधी मूली जो की बहुत मोटी थी मेरी गांद के अंदर डाल कर मूली को चारो तरह घूमने लगा और अंदर बाहर करता.
इससे मुझे बहुत दर्द होने लगा और मेरी गांद का छेड़ भी पूरा खुल गया. इधेर रशीद को मेरी गांद फाड़ने मई मज़ा आ रहा था. उधेर नज़ीम भाई रशीद को बताते की और फाड़ इसकी और अंदर डाल के चारो तरफ घुमा. और मुझे इस कंगना की गांद का छेड़ दिखा आचे से.
रशीद ने मुझे कहा की मई अपने चूटतेर को दूसरी तरफ खीचुन अपने हातो से. और वो कमरे मई नज़ाएं भाई को मेरी गांद का छेड़ दिखाने लगा.
नज़ीम नई कहा बहुत खूब बहुत बाड़िया लेकिन अभी और फटएगी मेरी भाई. और डाल अंदर तक और आचे से घुमा कंगना की गांद मई और फिर रशीद ने वही किया.
अब की बाद उसने लगभग पूरी मूली मेरी गांद के अंदर घुस दी. वो खुद सोफे पर बैठ गया और मुझे कहा की मई नीचे बैठून सोफे के और उसका लंड पयज़ामे से निकल कर चुसून.
मेरी गांद अब पूरी तरह से फट चुकी थी और तोरा खून भी निकल रहा था. जब मई घूण्टों पर अपने बैठे और मेरी गांद मई एक पूरी मूली डाली होने की वजह से नही बैठ पा रही थी.
लेकिन रशीद ने मुझे धीरे धीरे बैठाया और खुद मेरी सामने बैठ गया. और मेरी मूह को अपने पयज़ामे के ऊपेर मसालने लगा. उसका मोटा लंड को मेरी फेस से मसाज देने लगा और नज़ीम भाई को बोला. केसा लगा रहा है नज़ीम भाई देख कर?
नज़ीम भाई नई भी उधर अपने कापरे उतार कर फेक दिया थे और अपने लंड को मसल रहा था. इधेर मई कुछ पल अपनी जान के लंड को अपने फेस से मसाज देने के बाद उसका पयज़ामा और अंडरवेर उतेर दिया. और उसके लंड और टॅटू को चूसनआई लगी.
इधेर कुछ देर के बाद रशीद ने मेरी मंगलसूत्रा मेरी गले से उतरा और अपने लंड के चारो तरफ बंद दिया. और कहा की अब चूस तेरे पति के लंड को.
उधेर नज़ीम भाई देख कर बहुत खुश हो रहा थे. और रशीद को बहुत सबशी दे कर कह रहा थे आज तुझे कंगना की फाड़ देनी है आचे से. उतेर नज़ीम भाई का पानी निकल गया और रशीद को बोला चल तू इससे आचे से छोढ़ जब मेरी साथ होगी ये तो इसकी गांद मई फड़ुँगा.
इधेर रशीद का मई लंड चूस रही थी और रशीद मेरी सिर को पकड़ कर अपने लंड के ऊपेर नीचे कर रहा था. मेरी मूह पूरा गीला हो चुका था और थोरी बहुत मुझे वॉमिट भी हो रही थी. लेकिन रशीद मेरी मूह की चुदाई को फुल एंजाय कर रहा था.
मई चाहती थी की मई उसके आचे से साथ दूं बाकी मुझे वॉमिट हो मुझे कोई फदाक नही पद रहा था. मई ये पल आचे से जीना चाहती थी.
फिर रशीद उठा और मेरी को सीधा किया और मेरा सिर उसने सोफे के कोने पर रखा और मेरी बॉडी ज़मीन पर थी. और और वो मेरी सामने खरा हो गया और अपना टटटे मुझे चुसवाने लगा.
मुझे रशीद के लंड का आशीर्वाद मिल रहा था. उसका मोटा और लंबा लंड मेरी फोर्हेड तक था और उसके टतटाए मेरी मूह मे. और मई उन्हे चूस रही थी आचे से.
इधेर मेरी गांद के अंदर मूली अभी भी थी जो मुझे दर्द दे रही थी. लेकिन उसे दर्द से ज़्यादा ये पल को एंजाय करना था.
करीब 10 मीं तक मैने रशीद का लंड और टटटे चूसे और रशीद ने मेरी फेस के ऊपेर अपना कम निकाला. मुझे सोफे पर लिटाया और मेरी टाँगे ऊपेर कर के मेरी गांद से मूली निकली. और उसे पहले मुझे चुस्वाया और बाद मे उसे मेरी छूट के अंदर डाल दिया और मेरी छूट के अंदर बाहर करने लगा.
मूली सच मे बहुत बड़ी थी और मेरी बछेड़नी तक उसका असर था. करीब 2-3 मीं मे मेरी छूट से पेशाब निकल गया और मेरा कम भी. मेरी सच मे फट गयी थी और इधेर रशीद मेरी फाड़ कर और नज़ीम भाई मेरी फटी हुई छूट और गांद देख कर खुश थे.
उस पूरी रात मेरी साथ यही हुआ और रशीद कुछ ना कुछ मेरी गांद मे डाल कर 3 बार मेरी मज़े लिए. एक बार उसने मेरी छूट मे अपना कम डाला और नेक्स्ट दे भी मेरी साथ यही किया. फिर उस शाम को वो मुंबई वापिस चला गया.
करीब 10 दीनो के बाद मैने टेस्ट किया और मई प्रज्ञेन्ट हो चुकी थी. मैने सबसे पहले अपनी जान को ये बताया और उसने बोला अच्छा है एंजाय कर तू अब और उसे अपने टोपे पट्टी को बुला ले हयद मे और उससे छुड़वा ले टाकु उसे लगे की ये उसका बचा है.
मैने विजय को प्यार से वापिस हयद बुलला लिया कुछ दीनो के लिए और उसे अपनी छूट मरवाई. मेरी छूट पा कर विजय खुश था और एक हफ्ते बाद उसे बताया की वो बाप बनेने वाला है.
सच मे उसका लंड आवरेज था लेकिन रशीद का लंड पॉवेरफ़ुल्ल आंड स्ट्रॉंग और उसका चुदाई का तरीक़ा उफफफफफफफफ्फ़…. पागल हो जाती हूँ मई अगर कुछ टाइम के बाद मुझे उसका लंड ना मिले तो..
मेरी प्यारे दोस्तों कैसी लगी आप लोगो को मेरी ये कहानी प्लीज़ कॉमेंट करके ज़रूर बताना… टिल देन लोवे तो युवर लंड आंड फक मे एवेरी दे इन युवर बेड.
बाइ बाइ..