पिछला पार्ट यहा पढ़े – मई हूँ कंगना (मी सेकेंड मॅरेज अन्नीवेरसरी)
कुछ दीनो के बाद देखते हैं और मई घर के काम मई लग गयी. इधेर मई अपने आप को फिट रखने के लिया डेली योगा और एक्षसेरसीसे भी करने लगी और डाइयेटिंग भी. ताकि जब मई रशीद से मिलूं तो मेरी चेहरे पर ग्लो और मेरा बदन भी अच्छा फिट होना चाहिया. जब उसकी बाहों मई जौन तो एंजाय कर सकूँ. इश्स तरह से करीब 20 दिन निकल गये और रशीद का मुझे फोन आया.
रशीद : हे मेरी जानेमन छूट कैसी है?
कंगना : हेस्ट हुआ मई ठीक हूँ.
रशीद : तूने अपने उस चूतिया पति से छूट तो नही मरवाई ना?
कंगना : नही ना विजय ने कोशिश की लेकिन उसे मैने माना कर दिया. बेचारा तारप रहा है.
रशीद : तारपने दे चूतिया को. तू बस उसे कुछ नही देगी समझी ना बेहन की लोदी.
कंगना : हन बाबा उसे मई टच भी नही करने दूँगी. रशीद तुम जल्दी आहनाओ बहुत मान करता है तुम्हाए बाहों मई आहाने का. मान करता है तुम्हारे साथ नंगी लेती रहूं.
रशीद : मेरी जान मेरा भी यही मान है की जब तुज़से मीलोंगा तेरे को 3 दीनो तक नंगा रखुना अपने सामने और तेरे पूरी शरम ख़तम करूँगा. तेरे ज़िस्म के साथ खेलूँगा उसे चाटूँगा. और दिन रात तेरे चुदाई करूँगा ताकि तेरे छूट की गर्मी शांत हो जाए.
कणगन: जान लेकिन मिलेंगे कैसे तुमने कोई प्लान बनाया है.
रशीद : हन तू किसी बहाने से अपने पति को आउट ऑफ सिटी भेज दे. ताकि मई तेरे घर मई रह सकूँ. समझी बेहन की लोदी की नही.
कंगना : मई कोशिश करती हूँ और फिर कुछ देर बात कर के मैने फोन रख दिया.
मई सोच रही थी की क्या करूँ तभी मुझे किशोरे अंकल का फोन आया और मुझे से पूछा क्या हुआ तेरे बचा गिर गया. मैने कहाँ हन अंकल आप का बचा गिरा गया (उनको नही पता था की मैने अबॉर्षन करवाया है) फिर मेरी दिमाग़ मई एक प्लान आया और मैने अंकल से कहा. जान आप विजय को कुछ टाइम के लिया अपने पास बुलाओना.
किशोरे अंकल पूछते है क्यों क्या हुआ मैने खा कुछ खास नही बस आप मेरी इतनी हेल्प करो ना जान मई कुछ टाइम अकेले रहना चाहती हूँ और और चाहती हूँ फिर जब विजय आ जाए आप भी आ जाना मई आप को बहुत याद कर रही हूँ आप के साथ सोना चाहती हूँ. अंकल मेरी बात सुन कर थोरे एग्ज़ाइटेड हो गये.
बोले रानी जब से हयद से आया हूँ तेरे बड़े मई हो सोचता रहता हूँ काश तू मेरी सामने होती अभी तुझे छोढ़ता. तेरे डूदुःो पीने का मान करता है मैने कहा अंकल फिर आप अहज़ा विजय के साथ मई भी आपसे चुधवाने के लिया तारप रही हूँ. अंकल खुश हो कर मेरी साथ फोन सेक्स किया और मैने वीडियो कॉल पर नंगी हो कर उन्हे सब कुछ दिखाया. और अंकल ने मुझे वीडियो मई देख कर मूठ मारी और बहुत खुश हो गये.
कहते है तू चिंता मत कर रानी तेरे विजय को मई यहाँ बुलाता हूँ काम से. मई बहुत खुश हो गयी.
शाम को विजय घर आया और बोला की किशोरे अंकल का फोन आया था और बोल रहा थे के उनका एक दोस्त है और उनका काफ़ी बड़ा बिज़्नेस है. वो मुझे उधेर बुला रहा है ताकि कुछ बिज़्नेस सेट करवा सकें. मैने कहा ये तो बहुत अची बात है आप को जाना चाहिया. विजय बोला ठीक है हुमारी अन्नीसेरसी के बाद चला जौंगा. मैने कहा तुम्हारी यही प
रॉबलें है, जब ऑपर्चुनिटी मिल रही है तो क्यों चोर रहे हो उसे. आनिवर्सयरी तो आ कर भी माना सकते हो. जाओ वहाँ पर और काम सेट करो ताकि हुमारी लाइफ अची हो सके. और उसे समझाया की वो 2 दिन मे ही निकल जाए.
रात को विजय मुझे अपने पास बुलाता है और कहता है बहुत दिन हो गये तुम्हारे साथ सेक्स नही किया है. मैने कहा अभी नही तुम पहले वहाँ पर जा कर सेट हो जाओ और फिर हम आचे से सेक्स करेंगे. किसी तरह विजय को मैने सेट किया और वो दो दिन के बाद वो किशोरे अंकल के पास चला गया.
ये बात मैने अपनी जान रशीद को बताई और वो ये बात सुन कर बहुत खुश हुआ और बोला ये हुई ना मेरी जान तू मेरी सब से बाड़िया छूट है और बोला ठीक है मई तेरे अन्नीवेरसेरी वाली रात को तेरे पास अहोँगा थोरी लाते समझी तेरे घर पर और वहीं रहूँगा. मैने खुश थी बहुत की सब आस आ प्लान चल रहा है और वो दिन भी आएगा जिस का मुझे इंतज़ार था.
14-डेक-2012 को मेरी शादी विये से हुई थी और आज यानी 13 डेक-2014 को विजय का फोन आया. और मुझे विश किया और बोला कंगना तेरे बहुत याद आ रही है.
मैने कहा मुझे भी लेकिन हुमारे लिया लाइफ को बेटर कारण ज़्यादा इम्पोतंत है. और तुम बस अपना ढयन रखो और काम मई मान लगाओ.
अंकल ने विजय को एक जॉब दिलवा दी धी उनके फ्रेंड के पास जो विजय को हयद से ज़्यादा पेमेंट ऑफर कर रहा था. इधेर विजय से बात ख़तम की और रशीद का फोन आया की वो 2 घंटे मई हयद पहुँच रहा है. मुझे कहा की तू एक दूं तैयार रहना अपनी शादी वाली ड्रेस पहें कर साँझ.ई आज की रात तेरे आनिवर्सयरी वाली सुहग्रात मेरी लंड से मानेगी.
मई बहुत खुश थी हाला की मई तैयारी पूरी कर चुकी थी. और ब्यूटी पार्लर से मई वॅक्सिंग वाघेरा सब कुछ करवा लिया थे 2 दिन पहले ही. मैं एक सेक्सी नया ब्रा पनटी का सेट भी खरीदा था. ताकि वो मई पहनूं और रशीद मुझे देखे और खुश हो जाए.
रशिध के फोन के बाद मैने अपनी शादी वाला लहनगा और चुनी वाली ड्रेस पहनी. और नीचे रेड कलर की ब्रा और पनटी और आचे से मेकप वाघेरा किया. आचे से दुल्हन की तरह तैयार हो गयी और ज्यूयेल्री भी शादी वाली पहनी और कुछ ही देर मई डोर मई नॉक नॉक हुई.
मैने एग्ज़ाइटेड हो कर गाते खोला और बाहर रशीद था ब्लॅक कलर के पठानी सूट मई और बहुत हंडसों लग रह था.
इधेर रशीद भी मुझे दुल्हन की ड्रेस मई देखता रह गया और बोला वा मेरी छूट क्या क़यामत लग रही है तू तो इश्स ड्रेस मई.
मैने उस का हाथ पाकर कर अंदर किया और डोर बंद कर दिया और उसे किस करके उस के सिने से लग गयी और कहा तुम भी एक दूं क़ातिल लग रहा हो इश्स पतहनी सूट मई.
फिर रशीद अंदर आ गया और सोफे पर बैठ गया और मुझे अपनी गोध मई बैठया और मुझे चूमने लगा और बोला श रांड़ तू बहुत तरपाति है हमेश से. तूने दूसरे मर्द से शादी करके तूने मोझे चोर दिया. मैने कहा जान आज भी तो मई तुम्हारी ही हूँ ना. विजय सिर्फ़ दुनिया वालो के लिया मेरा पति है.
लेकिन तुम मेरी दिल और मेरी ज़िस्म के पति हो. मेरा पूरा ज़िस्म सिर्फ़ और सिर्फ़ तुम्हारा है. रशीद ने मुझे किस किया और बोला मेरी जान तूने मेरी दिल की बात बोल दी. और मुझे किस करते हुआ कहा जा पर मेरी लिया पानी ले कर आ और कुछ ख़ान का इंतज़ाम कर.
तब तक मई फ्रेश हो जाता हूँ. मई किचन मई गयी रो रशीद बातरूम मई और मैने उस के लिया स्नॅक्स आंड फ्रूट्स लगये और पानी टेबल पर रखा और तब तक रशीद भी बातरूम से फ्रेश हो कर आ गया.
रशीद ने पानी पिया और मुझे कहा की मई उसकी गोध मई आ कर बैठून. मई उठी और अपनी जान के गोध मई बैठ गयी और रशीद ने बहुत प्यारे से मेरी चुचे दबाए और मुझे किस करने लगा.
उस के अहसा करते ही मेरी पूरे बदन मई अहघ लग गयी और मई उसे पागलो की तरह चूमनाई लगी और फिर रशीद ने मुझे स्मूच करनाई लगा और करीब 5 मीं हम दोनो एक दूसरे के हूँटो को चूस्ते रहे और एक दूसरे की तौंग को भी फिर मई उठी और अंदर बेडरूम के अंदर चली गयी.
एक महीने से ज़्यादा हो गया था मई बहुत प्यासी थी. और रशीद को सामने देख कर मई और पागल हो जाती थी. फिर रशीद मेरी पीछे बेडरूम मई अहगाया और मुझे पीछे से पाकर लिया और मेरी दोनो चुचे अपने हातो मई लर कर उन्हे दबाते हुआ बोला. छूट तेरा ज़िस्म और गढिला लग रहा. मैने हन ना सिर्फ़ तुम्हारे लिया है ना.
फिर रशीद ने मुझे देखा और पूछा छूट तुझे बचा चाहिया. मैने कहा हन तुम दोहगे मुझे अपना बचा. रशीद बोला हन दूँगा तुझे मई अपना बचा. फिर रशीद ने मुझे किस किया और कहा जान तूने मंगलसूत्रा नही पहना है. मैने कहा मई पहन रही थी तब तक तुम आ गये थे. रशीद ने कहा मई पहना दूं तुझे मांगसूत्रा.
मैने कहा ये भी कोई पूछने की बात है. फिर रशीद ने ड्रेसिंग टेबल पर रखे मंगलसूत्रा को उठा और मुझे पहना दिया. और पास मे ही रखी सिंदूर को भी मेरी माथे मे लगाया. कहा तू हमेश से मेरी छूट थी और हमेश मेरी ही रहेगी, है की नही.
फिर मैने उसकिस्स किया और उस के पैरो के पास अपने घुटनो पर बैठ गयी और रशीद का पयज़ामे का नारा खोल दिया और उस का अंडर वेर के ऊपेर से उस के लंड को चूमने लगी.
रशीद का लंड एक दूं टाइट ताना हुआ था और मई उसे प्यार से सहलाते हुआ उस के उनड़ेवएअर को उतार दिया. और अपनी जान के लंड को देख कर मई बहुत खुश हुई और फिर मैने रशीद को देखा.
रशीद ने कहा ले इश्स अपने मूह मई मैने रशीद के लंड को अपनी जीभ से ऊपेर से नीचे तक चटा. और उस के लंड को अपने मूह मई ले लिया और उसे चूस ने लगी.
फिर मेरी अंदर की रांड़ पूरी जाग गयी और मई उस के मोटे और बड़े लोड को पागलो की तरह चूस ने लगी. रशीद भी मेरी मूह के अंदर अपने लंड से झटके मार कर मेरी मूह को छोढ़ने लगा.
मई उसके टॅटू को सहलाते हुआ बीच बीच मई उसके टटटे भी चुस्ती और उसके लंड को भी. करीब 5-6 मिनूत्स मई ही रशीद के लंड से पानी निकल कर पूरा मेरी मूह मई आ गया. मैने रशीद के लंड का फ्रेश गरम गरम पानी (कम) मूह मई डाइरेक्ट लिया और उसे पी गयी.
आयेज की कहानी अगले पार्ट मे जल्दी ही आएगी.
मेरी प्यारे दोस्तों कैसी लगी आप लोगो को मेरी ये कहानी प्लीज़ कॉमेंट करके ज़रूर बताना… टिल देन लोवे तो युवर लंड आंड फक मे एवेरी दे इन युवर बेड.
बाइ बाइ..