अब मा से शादी करने के बाद सबका सबका आशीर्वाद लेकर सब कुछ परंपरा हो कर हम सब अपने घर मे आ गये थे.
वाहा अब दादीजी ने कहा तुम दोनो बहुओ को अब अपने अपने बिटो के रूम मे जाना होगा क्यूकी अब इन लड़को की मा से शादी हो चुकी है तो अब वो तुम्हारे पति है. हम दोनो की मा अपने अपने रूम मे जाकर बैठ गयी. यहा पापा और तौजी शांत बैठे थे एकद्ूम. वाहा मई और तौजी का लड़का आए और हुमको अपने अपने रूम मे भेज दिया गया.
हम दोनो जैसे ही अपने अपने रूम मे गये वाहा का माहूल देखने लायक था. सुहग्रात के लिए सज़ा बेड, उसमे बिछे हुए फूल और महक मतलब आज चुदाई होनी थी इसमे और वो भी मा की अपनी अपनी क्यूकी हमारी मा से शादी हो चुकी थी.
खैर मई अपने बेड पर जाकर बैठ गया और वाहा शायद दूसरे रूम मे मेरे तौजी का लड़का अपने बेड पर जाकर बैठ गया होगा.
कुछ देर बैठने के बाद हम दोनो को अपने अपने दरवाजो पर एक आहत सुनाई दी जो की हुमारी मा के आने की थी. हम दोनो की मा हम दोनो के रूम मे दूध के ग्लास के साथ परवेश कर चुकी थी.
अब मेरे रूम का हाल मा मेरे पास आई और कहा लीजिए दूध पी लीजिए जी. ऐसा सुनकर मुझे भोथ अचंभित लगा और मैने मा से कहा-
मे- मा ये आप क्या कह रही जी कू बोल रही हो?
मा- आप पति है इसलिए.
मे- पर मा ये कैसे हो सकता है?
मा- देखिए जो है ऐसा ही है, अब ये दूध पीजिए क्यूकी आयेज मेहनत करनी है आपको.
मे- मा आप कैसी बात कर रही है, मई आपके साथ वो सब.. चईए.. मई सोच भी नही सकता!
मा- देख बेटा अगर वो सब नही किया तो इतना मुझे मालूम है तेरी ताइजी सारी परोपेर्टी ले जाईगी क्यूकी मुन्ना की सोच शायद तेरे जैसी नही है. और मान ले मुन्ना ने भी माना कर दिया तो तेरे वो हरंखोर रंडी के बच्चे चाचा के पास चली जाएगी. इसलिए तुझे ये करना होगा.
मे- पर मा कुछ पैसो के खातिर…
मा- बात सिर्फ़ पैसो की नही है बेटा तू एक आँख से कना है तुझसे हुमारे समाज की कोई लड़की शादी नही करेगी. उपर से अब तेरी शादी मुझसे हो गयी तो अब तो और कोई नही करेगा. और उपर से ये सब नही किया तो प्रॉपर्टी भी गयी.
फिर तो तू पत्नी सुख भूल जेया और मई नही चाहती मेरा बेटा पत्नी सुख से वंचित रहे. तुझे भी वो सब सुख पाने का हक़ है. चल कुछ दीनो के लिए ही सही जब तक मेरे गर्भ मे तेरा बच्चा नही आ जाता तब तक ही सही. पर तुझे बीवी का सुख तो मिलेगा और इसलिए मई तो तुझे टन मॅन से पति मान चुकी हू.
मे- मा..
मा- हा बेटा?
और फिर हम दोनो एक दूसरे के करीब आए मा ने अपने हाथो से बादाम वाला दूध पिलाया. फिर अपने हाथो से मेरा मूह पोछा फिर हम दोनो और करीब आए और मैने मा के होंठ चूसने चालू किए. मा ने भी मेरे होंठ चूसना चालू किया और अब हम दोनो टंग किस तक फॉच गये थे.
वाहा मुन्ना के रूम मे भी महॉल गरम था, वाहा भी सेम बातें हुई थी और मुन्ना भी मान गया था मेरी तरह. और वाहा भी मुन्ना और ताइजी के बीच एक गरमा गरम जोरदार किस चल रही थी दूध पिलाने के बाद.
यहा मेरे रूम मे किस से छूटने के बाद हम दोनो जोरदार साँसे ले रहे थे.
मा- कैसा लगा बेटे?
मे- मा ई लोवे योउ, पत्नी वाला ई लोवे योउ!
मा- बेटे ई लोवे योउ, पति वाला ई लोवे योउ!
इतना कहते ही हम दोनो ने फिर से एक दूसरे पे झपाटा मार दिया और बिस्तर पर लेते लेते एक दूसरे की गर्दन से लेकर शेरर तक चूम रहे थे.
कुछ यही हाल ताइजी के रूम मे था. मुन्ना ताइजी को और ताइजी मुन्ना को चूम रही थी बेड पे लेते लेते.
वाहा हम दोनो के पापा अपने अपने रूम मे आँसू बहा रहे थे की क्या से क्या हो गया. उनके बिटो की उनकी मा से शादी हो गयी और अब सुहग्रात. लेकिन उनके अंदर उमीद थी की कुछ दीनो की बात है फिर सब ठीक हो जाएगा फिर से.
यहा मैने धीरे धीरे करके मा का ब्लाउस खोल दिया और उनके बूब्स चूसना चालू कर दिया.
मा- उफ़फ्फ़ बेटे आराम से उफफफफफ्फ़ हा हा हााआअ..
सेम आवाज़ ह्यूम ताइजी के रूम से आ रही थी. जहा मुन्ना ताइजी के बूब्स चूस रहा था. और मेरी मा और ताइजी दोनो की आवाज़ हुमारे पापा के रूम मे जेया रही थी जिसे सुन हम दोनो के पापा के आँसू नही रुक रहे थे.
धीरे धीरे करके मैने मा की सारी उतरी फिर सारा शरीर चूसा. फिर उनका पेटीकोत निकाला, अब मा एक ब्लॅक चड्डी और बाकी पूरी नंगी अवस्था मे लेती थी.
मा- अब और मत तड़पाव अपनी बीवी को बसस्स्स्सस्स उफफफफफफ्फ़…
मैने फिर उनकी चड्डी के उपर से हाथ रगड़ना चालू किया.
मा- उफ़फ्फ़ उफ़फ्फ़ जानेमन उत्तर दे अब…
फिर मैने मा की चड्डी उतरी और मा की बालो वाली छूट को चूसना चालू किया.
मा- उफफफफफफफफफ्फ़ हइईए तेरे पापा ने ये सब अभी नही किया.. पर इसमे भोथ मज़ा आ रहा है उफफफफफफफफ्फ़ अब हात्ोड़ा डाल दे उफफफफ्फ़ हाए गरम हू मई पूरी..
मे- उफ़फ्फ़ माआ सबर कर..
और मैने फिर अपना खड़ा लंड मा की चूत मे डालना शुरू किया. मेरा लोड्ा 6 इंच बड़ा था, अंदर जैसे ही डालना शुरू किया मा उफ़फ्फ़ धीरे बेटा हा…
फिर धीरे धीरे करके मैने अंदर डाल दिया और अब मई उसे अंदर बाहर कर रहा था और यहा आवाज़ आ रही थी.. फॅक फ़चफच फॅक फॅक फॅक फह..
मे- माआ ई लोवे योउ मेरी पत्नी ह आह..
मा- ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी आह आह ह मेरे राजा आहह ह उफफफफफफफ्फ़ उफफफफफफ्फ़ हाए हाई आहह मेरी जान ई लोवे योउ!!
पापा वाहा ये सब सुन और भावुक हो गये और रोने लगे और उन्हे गुस्सा भी आ रहा था. की मा ये सब कू बोल रही है. पर फिर उन्होने अपने मॅन को शांत किया की शायद कुछ वजह होगी, उनका बेटा मान नही रहा होगा तब उसे ये सब करना पड़ा होगा.
पर इधर मा तो सच मे चुदाई मे पागल हो रखी थी और अब हुँने पोज़िशन चेंज की थी. जिसमे मा मेरे उपर चाड़कर पागलो की तरह उछाल उछाल कर चुदाई करवा रही थी.. फॅक फॅक फॅक फॅक फॅक..
मा- उफफफ्फ़ अया बेटा जानेमन मेरे उफफफफ्फ़ हइई…
मई मा के होंठो को चूस्ता हुआ अफ माआआअ..
यहा ताइजी और मुन्ना का भी सेम हाल था और उनकी भी सेम आवाज़े थी जो की तौजी को सुनाई दे रही. और तौजी भी रो रहे थे और पापा की तरह ही सोच रहे थे.
खैर 1 घंटे की घमासान चुदाई डिफरेंट डिफरेंट पोज़िशन मे करके हम छूटने की कगार पर आ गये.
मे- मा मेरा छूटने वाला है..
मा- अफ मेरा भी, अंदर ही छोड़ दे जान!
मे- हा हा हा..
और मई मा के अंदर छूट गया फिर हम दोनो लंबी लंबी साँसे लेते लेट गये और एक दूसरे को देख कर स्माइल कर रहे थे.
वाहा ताइजी के रूम मे भी सेम चीज़ हुई.
अब मई- मा तूने आज जो पत्नी सुख दिया है वो ज़िंदगी का सबसे बढ़िया सुख था.
मा- बेटे तूने भी आज अपनी पत्नी को काफ़ी सुख दिया, ये कहना पड़ेगा तू तेरे पापा से अच्छा है चुदाई मे.
मई- अछा जी पत्नी शाइबा?
मा- हा मेरे राजा!
और हम दोनो एक दूसरे के गले मे हाथ डाल कर सो गये. यही कुछ हाल ताइजी के यहा का था वाहा-
मुना- मा आज जो मज़ा मिला शायद वो कभी नही मिला.
ताइजी- मेरे पातिदेव मुझे भी कहना होगा अपने पिता को अच्ीी टक्कर दी आपने.
मुन्ना- तो जीटा कों इस टक्कर मे?
ताइजी- आप!
और मुस्कुराने लगे और वो दोनो भी एक दूसरे के गले मे हाथ डाल कर सो गये.
अब अगले दिन क्या हुआ वो नेक्स्ट अपडेट मे.
अब सबका आशीर्वाद लेकर सब कुछ परंपरा हो कर हम सब अपने घर मे आ गये थे. वाहा अब दादीजी ने कहा तुम दोनो बहुओ को अब अपने अपने बिटो के रूम मे जाना होगा. हम दोनो की मा अपने अपने रूम मे जाकर बैठ गयी.
यहा पापा और तौजी शांत बैठे थे एकद्ूम.
वाहा मई और तौजी का लड़का आए और हुमको अपने अपने रूम मे भेज दिया गया. हम दोनो जैसे ही अपने अपने रूम मे गये वाहा का माहूल देखने लायक था. सुहग्रात के लिए सज़ा बेड, उसमे बिछे हुए फूल और महक मतलब आज चुदाई होनी थी इसमे और वो भी मा की अपनी अपनी.
खैर मई अपने बेड पर जाकर बैठ गया और वाहा शायद दूसरे रूम मे मेरे तौजी का लड़का अपने बेड पर जाकर बैठ गया होगा.
कुछ देर बैठने के बाद हम दोनो को अपने अपने दरवाजो पर एक आहत सुनाई दी जो की हुमारी मा के आने की थी. हम दोनो की मा हम दोनो के रूम मे दूध के ग्लास के साथ परवेश कर चुकी थी.
अब मेरे रूम का हाल मा मेरे पास आई और कहा लीजिए दूध पी लीजिए जी. ऐसा सुनकर मुझे भोथ अचंभित लगा और मैने मा से कहा-
मे- मा ये आप क्या कह रही जी कू बोल रही हो?
मा- आप पति है इसलिए.
मे- पर मा ये कैसे हो सकता है?
मा- देखिए जो है ऐसा ही है, अब ये दूध पीजिए क्यूकी आयेज मेहनत करनी है आपको.
मे- मा आप कैसी बात कर रही है, मई आपके साथ वो सब.. चईए.. मई सोच भी नही सकता!
मा- देख बेटा अगर वो सब नही किया तो इतना मुझे मालूम है तेरी ताइजी सारी परोपेर्टी ले जाईगी क्यूकी मुन्ना की सोच शायद तेरे जैसी नही है. और मान ले मुन्ना ने भी माना कर दिया तो तेरे वो हरंखोर रंडी के बच्चे चाचा के पास चली जाएगी. इसलिए तुझे ये करना होगा.
मे- पर मा कुछ पैसो के खातिर…
मा- बात सिर्फ़ पैसो की नही है बेटा तू एक आँख से कना है तुझसे हुमारे समाज की कोई लड़की शादी नही करेगी. उपर से अब तेरी शादी मुझसे हो गयी तो अब तो और कोई नही करेगा. और उपर से ये सब नही किया तो प्रॉपर्टी भी गयी.
फिर तो तू पत्नी सुख भूल जेया और मई नही चाहती मेरा बेटा पत्नी सुख से वंचित रहे. तुझे भी वो सब सुख पाने का हक़ है. चल कुछ दीनो के लिए ही सही जब तक मेरे गर्भ मे तेरा बच्चा नही आ जाता तब तक ही सही. पर तुझे बीवी का सुख तो मिलेगा और इसलिए मई तो तुझे टन मॅन से पति मान चुकी हू. क्यूकी तेरी अब मा से शादी हो चुकी है तो अब मई तेरी मा नही बीवी हू.
मे- मा..
मा- हा बेटा?
और फिर हम दोनो एक दूसरे के करीब आए मा ने अपने हाथो से बादाम वाला दूध पिलाया. फिर अपने हाथो से मेरा मूह पोछा फिर हम दोनो और करीब आए और मैने मा के होंठ चूसने चालू किए. मा ने भी मेरे होंठ चूसना चालू किया और अब हम दोनो टंग किस तक फॉच गये थे.
वाहा मुन्ना के रूम मे भी महॉल गरम था, वाहा भी सेम बातें हुई थी और मुन्ना भी मान गया था मेरी तरह. और वाहा भी मुन्ना और ताइजी के बीच एक गरमा गरम जोरदार किस चल रही थी दूध पिलाने के बाद.
यहा मेरे रूम मे किस से छूटने के बाद हम दोनो जोरदार साँसे ले रहे थे.
मा- कैसा लगा बेटे?
मे- मा ई लोवे योउ, पत्नी वाला ई लोवे योउ!
मा- बेटे ई लोवे योउ, पति वाला ई लोवे योउ!
इतना कहते ही हम दोनो ने फिर से एक दूसरे पे झपाटा मार दिया और बिस्तर पर लेते लेते एक दूसरे की गर्दन से लेकर शेरर तक चूम रहे थे.
कुछ यही हाल ताइजी के रूम मे था. मुन्ना ताइजी को और ताइजी मुन्ना को चूम रही थी बेड पे लेते लेते.
वाहा हम दोनो के पापा अपने अपने रूम मे आँसू बहा रहे थे की क्या से क्या हो गया. लेकिन उनके अंदर उमीद थी की कुछ दीनो की बात है फिर सब ठीक हो जाएगा फिर से.
यहा मैने धीरे धीरे करके मा का ब्लाउस खोल दिया और उनके बूब्स चूसना चालू कर दिया.
मा- उफ़फ्फ़ बेटे आराम से उफफफफफ्फ़ हा हा हााआअ..
सेम आवाज़ ह्यूम ताइजी के रूम से आ रही थी. जहा मुन्ना ताइजी के बूब्स चूस रहा था.
और मेरी मा और ताइजी दोनो की आवाज़ हुमारे पापा के रूम मे जेया रही थी जिसे सुन हम दोनो के पापा के आँसू नही रुक रहे थे.
धीरे धीरे करके मैने मा की सारी उतरी फिर सारा शरीर चूसा. फिर उनका पेटीकोत निकाला, अब मा एक ब्लॅक चड्डी और बाकी पूरी नंगी अवस्था मे लेती थी.
मा- अब और मत तड़पाव अपनी बीवी को बसस्स्स्सस्स उफफफफफफ्फ़…
मैने फिर उनकी चड्डी के उपर से हाथ रगड़ना चालू किया.
मा- उफ़फ्फ़ उफ़फ्फ़ जानेमन उत्तर दे अब…
फिर मैने मा की चड्डी उतरी और मा की बालो वाली छूट को चूसना चालू किया.
मा- उफफफफफफफफफ्फ़ हइईए तेरे पापा ने ये सब अभी नही किया.. पर इसमे भोथ मज़ा आ रहा है उफफफफफफफफ्फ़ अब हात्ोड़ा डाल दे उफफफफ्फ़ हाए गरम हू मई पूरी..
मे- उफ़फ्फ़ माआ सबर कर..
और मैने फिर अपना खड़ा लंड मा की छूट मे डालना शुरू किया. मेरा लोड्ा 6 इंच बड़ा था, अंदर जैसे ही डालना शुरू किया मा उफ़फ्फ़ धीरे बेटा हा…
फिर धीरे धीरे करके मैने अंदर डाल दिया और अब मई उसे अंदर बाहर कर रहा था और यहा आवाज़ आ रही थी.. फॅक फ़चफच फॅक फॅक फॅक फह..
मे- माआ ई लोवे योउ मेरी पत्नी ह आह..
मा- ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी आह आह ह मेरे राजा आहह ह उफफफफफफफ्फ़ उफफफफफफ्फ़ हाए हाई आहह मेरी जान ई लोवे योउ!!
पापा वाहा ये सब सुन और भावुक हो गये और रोने लगे और उन्हे गुस्सा भी आ रहा था. की मा ये सब कू बोल रही है. पर फिर उन्होने अपने मॅन को शांत किया की शायद कुछ वजह होगी, उनका बेटा मान नही रहा होगा तब उसे ये सब करना पड़ा होगा.
पर इधर मा तो सच मे चुदाई मे पागल हो रखी थी और अब हुँने पोज़िशन चेंज की थी. जिसमे मा मेरे उपर चाड़कर पागलो की तरह उछाल उछाल कर चुदाई करवा रही थी.. फॅक फॅक फॅक फॅक फॅक..
मा- उफफफ्फ़ अया बेटा जानेमन मेरे उफफफफ्फ़ हइई…
मई मा के होंठो को चूस्ता हुआ अफ माआआअ..
यहा ताइजी और मुन्ना का भी सेम हाल था और उनकी भी सेम आवाज़े थी जो की तौजी को सुनाई दे रही. और तौजी भी रो रहे थे और पापा की तरह ही सोच रहे थे.
खैर 1 घंटे की घमासान चुदाई डिफरेंट डिफरेंट पोज़िशन मे करके हम छूटने की कगार पर आ गये.
मे- मा मेरा छूटने वाला है..
मा- अफ मेरा भी, अंदर ही छोड़ दे जान!
मे- हा हा हा..
और मई मा के अंदर छूट गया फिर हम दोनो लंबी लंबी साँसे लेते लेट गये और एक दूसरे को देख कर स्माइल कर रहे थे.
वाहा ताइजी के रूम मे भी सेम चीज़ हुई.
अब मई- मा तूने आज जो पत्नी सुख दिया है वो ज़िंदगी का सबसे बढ़िया सुख था.
मा- बेटे तूने भी आज अपनी पत्नी को काफ़ी सुख दिया, ये कहना पड़ेगा तू तेरे पापा से अच्छा है चुदाई मे.
मई- अछा जी पत्नी शाइबा?
मा- हा मेरे राजा!
और हम दोनो एक दूसरे के गले मे हाथ डाल कर सो गये. यही कुछ हाल ताइजी के यहा का था वाहा-
मुना- मा आज जो मज़ा मिला शायद वो कभी नही मिला.
ताइजी- मेरे पातिदेव मुझे भी कहना होगा अपने पिता को अच्ीी टक्कर दी आपने.
मुन्ना- तो जीटा कों इस टक्कर मे?
ताइजी- आप!
और . लगे और वो दोनो भी एक दूसरे के गले मे हाथ डाल कर सो गये.
अब अगले दिन क्या हुआ वो नेक्स्ट अपडेट “मा से शादी करनी पड़ी के पार्ट 7” मे.