ये स्टोरी एक रियल स्टोरी पर बेस्ड है दरअसल हम उत्तर प्रदेश के एक गाओं से बिलॉंग करते है. तो कहानी कुछ ऐसी है, पहले मई अपने परिवार का इंट्रोडक्षन दे देता हू.
दादा जी- भानु प्रताप ठाकुर, आगे 80, इनका ज़्यादा रोल नही है.
दादी- शकुंतला देवी, आगे 80, इनका भी ज़्यादा रोल नही है.
तौजी- आगे 59 साल सरकारी टीचर है अपने ही गाओं मे, इनका नाम अजय सिंग.
ताइजी- आगे 48 साल थोड़ी ग़ुस्सेल और चिड़चिड़ी टाइप की है, हाउसवाइफ है, रेणु देवी.
मुन्ना- तौजी का लड़का आगे 27 गाओं का जाना माना गुंडा.
पापा- आगे 46 साल, एक आम क्लर्क बॅंक मे, इनका नाम विजय सिंग.
मा- आगे 45 इनका नाम मीना देवी, हाउसवाइफ है.
मई- आगे 24 अभी अभी ग्रॅजुयेट हुआ हू और जॉब ढूंड रहा हू.
अब सबके स्वाभाव के बारे मे बताता हू.
तौजी- थोड़े ग़ुस्सेल स्वाभाव के है, हाइट 6फ्ट और बॉडी अची ख़ासी है 50 की उम्र मे भी.
ताइजी- ये भी ग़ुस्सेल स्वाभाव की है, गाओं मे रहती है और सारी ही पहनती है, मॉडर्न न्ही है.
पापा- ये बॅंक मे नौकरी करते है इसलिए सहेर मे रहते है, इनकी हाइट 5फ्ट 10 इंच, बॉडी ठीक ताक.
मा- ये भी एक हाउसवाइफ है ग़ुस्सेल है पर दिखती नही किसी को. इनको ताइजी भोथ परेशन करती है इसलिए ये सहर मे रहना ही पसंद करती है, गाओं कभी कभार ही जाती है. क्यूकी जैसे ही गाओं मे गयी की ताइजी इन्हे सारे काम पकड़ा देंगी और ताने मरेगी इसलिए.
मुन्ना – तौजी का लड़का, ये एक नो का औरतबाज़ है सब औरतो को गंदी नज़र से देखता है. सबको इस बारे मे जानकारी है, ये गाओं का जाना माना गुंडा बन चुका है. पर अपनी मा और पापा से भोथ प्यार करता है. इसकी हाइट 6फ्ट 1 इंच और बॉडी किसी फल्वान की तरह है.
मई- राज, मेरी हाइट 5 फ्ट 8 इंच, शरीर आत्लेटिक है, मई पढ़ाई लिखाई मे ज़्यादा ध्यान देता हू पर अंदर ही अंदर मुझे सेक्स भोथ पसंद है.
खैर, तो हुआ यू की दादा जी की तबीयत खराब हुई तो हमे गाओं जाना पड़ा. वाहा तौजी ताइजी पहले से थे क्यूकी वो तो वाहा ही रहते थे. तो हम सब मिले, खाना वगेरा खाया.
फिर दादा जी ने सबको इकान्तरित होने को कहा, सब लोग इकत्ह्े हुए और दादा जी ने कहा-
“देखो मई अब कभी भी जेया सकता हू, मतलब इस घर को एक नया मुखिया छाईए होगा जो मेरे 200 एकर की ज़मीन को देखेगा. और मई चाहता हू ये मेरे दोनो पौत्ो मे से कोई बने. क्यूकी हमारे परिवार के नियम के अनुऊसर जो मुखिया बनता है उसकी शादी हो जानी छाईए और बचा न्ही होना छाईए.
मेरे दोनो बिटो के बच्चे इसलिए वो नही बन सकते. इसलिए चाहता हू मेरे दोनो पोटो मे से कोई बने और इसलिए इनकी जल्दी जल्दी मेरे सामने शादी कराई जाए. जिसकी भी शादी पहले होगी वो बनेगा मुखिया इस घर का.”
इतना कहने के बाद ही ताइजी और मा की जैसी आँखे चमक गयी. क्यूकी दोनो अपने बिटो को मुखिया बनते देख देखना चाहती थी. पर उनको इसके लिए हमारी शादी करवानी थी वो भी अपनी ही जात मे.
अब ठाकूरो मे सबको पता था कोई भी मुन्ना जैसे गुंडे को अपनी बेटी देता नही. और रही बात मेरी तो एक बात बताना मई भूल गया. मई एक आँख से अँधा हू, मतलब कना, तो मेरा भी शादी होना मुश्किल था.
अब इस स्तिति के बावजूद दोनो परिवार मेरे और तौजी ने लड़कियाँ देखनी चालू की पर कोई परिवार रेडी नही हुआ. सब अब टेन्षन मे आ गये क्यूकी अगर हम दोनो मे से किसी की भी शादी ना होती तो घर का मुखिया मेरे दादा जी का भाई बंदा सिंग ठाकुर बन जाता. और हम सब तो जैसे ज़मीन से अहीन हो जाते.
सब गहरी सोच मे बैठे थे-
मा- कुछ करना पड़ेगा.
ताइजी- देख मेरा बेटा बड़ा है कयडे के अनुसार उसको मुखिया बनना छाईए. ईसीए तुम लोग भी मेरे लड़के के लिए लड़की देखो.
मा मॅन मे (ये फिर शुरू हो गयी)
ताइजी- क्या हुआ?
मा- कुछ नही आप अपने हिसाब से कीजिए और ह्यूम हुमारे हिसाब से करने दीजिए. और मुखिया तो मेरा बेटा ही बनेगा.. इतना कह कर चल दी वाहा से.
ताइजी की तो आँखे लाल हो गयी इतना गुस्सा आया की उन्होने कह दिया-
“ठीक है तू तो अपने कने बेटे के लिए लड़की नही देख पाएगी पर मई तुझे बोलती हू मई अपने लड़के की शादी 7 दिन मे ही करौंगी”. इतना कहती ही घर मे तो मानो सन्नाटा सा पसार गया.
मा- तो मई भी कहती हू मई भी अपनी बेटे की शादी 7 दिन मे ही कार्ओौनगी अब तो.
और यहा तौजी और पापा सोच रहे थे कैसे. और सेम मई और मुन्ना भी.
खैर सब लोग अपने घर पर आए, अब दोनो औरतो ने बात तो कह दी थी लेकिन उन्हे भी समझ नही आ रहा था की अब आयेज क्या करे. खैर आयेज क्या होता है नेक्स्ट अपडेट मे.
तब तक के लिए बाइ लोवे योउ.
दोस्तो ये मेरी पहली स्टोरी है तो ध्यान रखना कुछ ग़लती हो तो माफ़ करना, बाकी फीडबॅक पक्का देना कैसी लगी स्टोरी. आप सब का शुकरिया, थॅंक योउ.