हेलो दोस्त मे आपका दोस्त राकेश अपनी कहानी का नेक्स्ट पार्ट के साथ हाजिर हू. रीसेंट पार्ट मे अपने जाना के केसे मेरी मनीषा आंटी के साथ नज़दीकिया बढ़ती गई.
तो अब स्टार्ट करते है आयेज की कहानी.
सोनाली आंड अंकल को ट्रेन मे बेताने के बाद मे आंटी से मिलने चला गया.
मनीषा- ट्रेन टाइम पे तो छूटी ना.
राकेश- हा आंटी. आप चिंता मत करो.
थोड़ी नॉर्मल बाते करके मे अपने घर चला आया.
नेक्स्ट दे शाम को आंटी मे मूज़े कॉल किया.
मनीषा- मूज़े मार्केट जाना है. तू साथ चलेगा के?
मेने हा करदी आंड आंटी को बिके पे बेताके मार्केट चला गया.
आंटी ने सब्जी वेगेरा ली आंड थोड़ी कपड़ोक्ी शॉपिंग भी. उसमे उन्होने ब्रा आंड इननेर्स भी लिए. आंटी ने मूज़े भी एक शर्त गिफ्ट की.
मार्केट से आते ह्यूम तोड़ा लाते हो गया.
आंटी को घर छोड़कर मे निकालने वाला था तभी आंटी ने रोक लिया आंड बोली
मनीषा- आज साथ मे खाना खाते है. मे तेरे मम्मी को कॉल करके बता देती हू.
आंड आंटी ने मेरी मम्मी को कॉल करके बोल दिया.
लेकिन मे तोड़ा शॉक हो गया. आंटी ने मम्मी से कहा के आज मे राकेश को मेरी इधर ही रुका रही हू.
मम्मी ने भी हा बोल दिया.
मूज़े तो कुछ समाज नही आरहा था. लेकिन एक बात थी की आज रत कुछ ना कुछ तो होगा.
कॉल होने के बाद आंटी ने खाना ऑनलाइन ऑर्डर किया.
हमने बात करते करते खाना ख़त्म किया.
खाना होने के बाद हम टीवी देख रहे थे. थोड़ी देर बाद मूज़े नींद आने लगी तो आंटी ने कहा के चल सो जाते है.
मे वही सोफे मे सोने लगा तो आंटी बोली.
मनीषा- यहा कहा सो रहा है. अंदर बेड पे सो जा.
मे आंटी के रूम मे सोने चला गया.
थोड़ी देर मे आंटी भी रूम मे अगाइ.
आंटी ने रूम की लाइट लगाई तो मे सो रहा था.
तो आंटी ने अपने कपड़े चेंज करने स्टार्ट किए.
फिर आंटी ने सारी पहनी थी.
आंटी ने पहले सारी निकली फिर ब्लॉउस निकाला.
आंटी ने अंदर पेटीकोत पहना था.
पेटीकोत के रहते भी आंटी की मस्ट गंद दिख रही थी आंड बीटीये मे बूब्स भी बड़े दिख रहे थे. आंटी बात रूम मे चली गई.
मे निद से उठके बातरूम के दरवाजे पर कन लगाके सुने लगा.
अंदर से आंटी की पायल की आवाज़ आ रही थी. थोड़ी देर मे पानी छूटने की आवाज़ आई. मे समाज गया के आंटी पेशाब कर रही है.
मे फिर से बेड पे आके सोणेका नाटक करने लगा.
आंटी जब बातरूम से बाहर आई तो उन्होने मक्षसी / गौण पहना हुवा था.
उनके चेस्ट को देख के साफ पता चल रहा था के आंटी ने ब्रा नही पहनी है.
आंटी मेरे बजुमे आके लाते गई आंड मोबाइल मे कुछ छत चेक कर रही थी.
थोड़ी देर बाद. मूज़े अहसास हुवा की आंटी का पॅव मेरे पॅव को टच हो रहा है.
मेने आंटी को देखा तो उनके फेस पे कोई एक्सप्रेशन नही थे.
थोड़ी देर फिर वही हुवा. लेकिन इस बार आंटी अपना पॅव मेरे पॅव पर घिस रही थी.
मूज़े पॅव पर थोड़ी गर्मी महसूस हो रही थी.
थोड़ी देर ऐसेही चलता रहा मेने कुछ रेस्पॉन्स नही दिया. सो आंटी को कान्फरेन्स मिल गया. अब वो मेरे कमर पर फेर रही थी.
कोई मेरे कमर ओर पेट पे हाथ फेरे तो मूज़े बोहोट गुदगुदी होती है पर फिर भी मे तोड़ा कंट्रोल कर रहा था.
लेकिन एक पॉइंट मे मूज़े कंट्रोल नही हुवा आंड मेने आंटी का हाथ पकड़ लिया.
आंटी थोड़ी शोक हुई.
मनीषा- अरे हू जाग रहे हो. सोए नही?
मे – नही आंटी मे शुरू से जाग ही रहा हू.
मनीषा- तो के तूने मूज़े कपड़े चेंज करते ?
मे- जी आंटी मेने सब देख लिया.
मनीषा- हट बदमाश. बोहोट चालू चीज़ है तू. ये बोलके आंटी ने मेरा बूम दबा दिया.
अब मेभी तोड़ा ओपन्ली बात करने लगा.
हा तो आप हो ही एटनी हॉट के, आंड मेनएभी आंटी की बूम प्रेस कर दी.
अब आंटी कोभी पता चल गया था के मे के चाहता हू.
मनीषा- के हॉट है मुझे.
मे – आपकी ये बड़ी गंद आंड आपके बूब्स.
मनीषा – के सच मे?
मे – हा.
मनीषा- लेकिन अभी तूने देखे किधर है.
मे – तो दिखड़ो ना.
मनीषा – ठीक है. लेकिन मूज़े भी तेरा लंड देखना है.
मे – सिर्फ़ देखना है या?
मनीषा – पहले देख तो लू बाद का बाद मे. और हम दोनो हासणे लगे.
अब हम दोनो भी अपने कपड़े उतरने लगे.
जेसे ही आंटी ने मॅक्सी/ गौण उतरा तो उन्होने अंदर कुछ नही पहना था.
मे- आप इन्नर नही पहनती हो?
मानेशा- पहनती हू रे. लेकिन सोते टाइम सब निकल देती हू.
अब आंटी पूरी नंगी मेरे सामने थी.
मेने आंटी के बूब्स पकड़ के प्रेस करने लगा.
मनीषा- सस्स्स्शह. बोहोट हॉट हाथ हे तेरे.
आंटी अब माझे ले रही थी.
मनीषा- सस्स्स्शह राकेश कितना मस्त दबा रहा है हू.. ऊऊहह
अब आंटी लेट गई और मे इनके बाजू मे जाके उनके बूब्स बड़ा रहा था.
प्रेस करते करते मेने एक बूब्स सक करने लगा आंड जीभ से निपल को लीक करने लगा.
मेरा मूह बूब्स पर लगतेःी आंटी जाटपटाने लगी.
आंटी के बूब्स चूस्ते चूस्ते मे आंटी के पेट पर हाथ फेरने लगा.
आंटी मेरा बालो मे हाथ गुमा रही थी.
मेने पेट के तोड़ा ही नीचे हाथ लगाना चाहा तो आंटी ने मेरा हाथ रोक लिया आंड जात से खड़ी होके बेत गई.
मनीषा – मूज़े तो नंगा कर दिया तो तू काग नंगा होगा.
मे – तुम ही नंगा करदो.
आंटी ने जात से मेजे किस किया आंड मेरा शर्त निकालने लगी.
आंटी बोहोट गरम हो चुकी थी.
वो मेरे लिप्स नोच रही थी.
आंटी ने मेरा इन्नर निकाला आंड मेरे लंड हाथ मे लेके हिलने लगी.
मेरा लंड देख आंटी और एग्ज़ाइट हो गई.
मनीषा – इतनी उमर मे इतना बड़ा लंड. तेरे अंकल से तो बड़ा ही है आंड मोटा भी है.
आंटी मेरा चेस्ट मे किस कर रही थी आंड मेरा लंड हिला रही थी.
लंड हिलाते हिलाते आंटी ने मूज़े लेता दिया आंड मेरे लंड का स्मेल लेने लगी.
पसीना आंड पिशग की स्माल अराही थी फिर भी आंटी ने लंड को तोड़ा मूह मे लिया.
मे – ऊओ आंटी… एसस्स एससस्स
आंटी ने मेरी और देखा. मीना आंटी का सर पकड़ के लंड चूसने का इशारा किया.
मनीषा – गंदा स्माल अरहा है पहले लंड को धोके आजा.
मे- अरे आंटी क्यू मूड खराब कर रही हो.. सेक्स मे कुछ गंदा नही होता.
आंटी ने फिर से तोड़ा मूह खोला आंड चूसने लगी.
के बतौ दोस्तो के मज्जा अरहा था.
थोड़ी देर बाद अब आंटी कोभी मज्जा आने लगा था. अब वो पूरा लंड मूह मे लेके चूस रही थी.
इसी बीच मेने आंटी को तोड़ा रोका आंड आंटी को 69पोज़िशन मे आने बोला.
आंटी को कुछ समाज नही आया.
तो मेने आंटी को लेता दिया आंड उनके उपर चढ़ कर लंड उनके मूह के पास ले गया.
आंटी लंड चूसने लगी आंड मे आंटी की चूक को सहलाने लगा.
मनीषा – उउम्म्म्ममम सस्स्स्स्स्शह.
आंटी को और मज्जा आने लगा.
आंटी के छूट पे थोड़े बाल थे, तो मूज़े उनके छूट के लिप्स ठीक से मिल नही रहे थे. आंड आंटी भी अपने दोनो पैर जोड़के लेती थी.
मेने आंटी को पैर फेलने को बोला. अब जाके आंटी के छूट पूरी ओपन हुई थी.
अब मे आंटी के छूट पर उगली फेरने लगा आंड चाटने लगा.
जब मेने जूबा से आंटी की छूट को टच किया तो आंटी
मनीषा- आअहह…. उूुुउऊहह… ये के कर रहा है.
मे – आपको आसमान की सैर करा रहा हू.
आंटी ऐसेही सिर्किया लेती रही.. आंड मीटा लंड भी चुस्ती रही..
अब आगे के होता है जानने के लिए स्टोरी मे बने रहे नेक्स्ट पार्ट भी जल्द ही शेर करूँगा
तब तक के लिए आपको स्टोरी आक्ची लग रही होगी तो मूज़े मैल करना मत भूलना
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थॅंक योउ.