मुंबई मे अकेला रहता हू.वित मी रूमतेस. इन 1भक फ्लॅट हमारे फ्लॅट पे कभी भी किसको भी लेक छोड़ सकते है.
मुझे बचपन से ही ब्लू फिल्म और सेक्स स्टोरीस पढ़ने की आदत लग गयी और में रोज मूठ मारा करता हू. मेरे दिमाग़ मे हमेशा चुदाई का ख़याल रहता है.
एक दिन मैं ऐसेही फ्ब सर्फ कर रहा था की मुझे एक आंटी सजेशन्स मे दिखी. मैने उनको फ्रेंड रिक्वेस्ट सेंड की और उन्होने आक्सेप्ट कर ली. बाद मे धीरे धीरे हमारी चाटिंग बढ़ने लगी और कुछ दिन बाद वी स्टार्टेड सेक्स चाटिंग.
देन वी एक्सचेंज और कॉंटॅक्ट नंबर. शुरू शुरू में आंटी इंट्रेस्टेड नही थी लेकिन वो भी क्या करे उनकी सेक्स की भूक उनको इससे दूर रख नही पाई और बाड़मे वो भी मेरा सेक्स चॅट मे साथ देने लगी.
हुँने बहुत दीनो तक सेक्स छत की उनकी. आफ्टर फ्यू दे वी स्टार्टेड तो मीट ईच अदर. कुछ दिन बाद प्लान करके हुँने मिलने का सोचा. रॅट्को आंटी को बुलाया और उनके साथ घूमने गया. आंटी को देख के में पागल हो गया.
वो लगबघ 39 एअर की है और उनका फिग बहोट कातिलाना है. दिखने मे थोड़ी सावली है लेकिन बहुत सेक्सी दिखती है. मूज़ी चब्बी लड़किया पसंद है. आंटी बी बिकलूल वैसी थी. 34-38-36. तो एक सुंसान सड़्क पे हुँने गाड़ी रूकाई और मैने आंटी को किस करना और बूब्स दबाना शुरू किया. वो भी मेरा साथ देने लगी.
बुत इट इस नोट प्रॉपर प्लेस तो दो ऑल तीस थिंग. देन वी स्टॉप्ड और हम अपने अपने घर चले गये और बाड़मे हुँने मेरे फ्लॅट पे मिलने का सोचा और वो दिन आ गया की आंटी मेरे फ्लॅट पे आ गयी.
शी वाज़ लुकिंग सेक्स बॉम्ब अट तट टाइम और फिर हम में आए और बाते करने लगे. फिर मैने आंटी को किस करना स्टार्ट किया और वो भी साथ देने लगी.
फिर आंटी के बूब्स दबाने लगा बाड़मे आंटी के पोर कपड़े निकालने को कहा. आंटी सलवार पहनके आई थी. मैने उनको सलवार निकली और अब वो मेरे सामने सिर्फ़ पनटी और ब्रा मिस्टर थी. मैने आंटी के पूरे शरीर को चूमा तो आंटी मचल उठी. फिर उन्होने मेरे कपड़े निकले और मेरे बॉडी चूमने लगी.
थोड़ी देर मे हम पूरे नागे हो गये. मैने आंटी की चूत पे अपनी जीभ रखी और चूसने लगा. उनकी छूट एकडम क्लीन शेव्ड थी. उन्होने मेरे लंड को चूमा और चुदाई के लिए रेडी हो गया.
मैने आंटी के छूट पे लंड रखा और एक ज़टका मारा तो लंड फिसल गया. फिर आंटी ने लंड छूट पे सेट किया तो थोड़ा अंदर गया. लेकिन आंटी बहोट दिन बात सेक्स कर रही थी तो उनको दर्द होने लगा. आंटी की छूट एकडम टाइट थी. फिर मैने धीरे शाइर पूरा लंड उनके चूत मे डाला और पेलना शुरू किया और आंटी पायले तोड़ा दर्द से तड़प रही लेकिन थोड़ी देर बाद वो भी मेरा साथ देने लगी थी.
मेरे लिप्स कठ रही थी और मोन कर रही थी. पूरे रूम मे ह ह अहब ऐसे आवाज़ आ रही थी और मुझे पागल बना रही थी. मुझे वो देखे और जोश आ गया और मैने अपनी स्पीड बधाई. आंटी भी मेरे हर स्ट्रोक का जवाब देती थी. 10 मीं के चुदाई के बाद में ज़द गया और आंटी को चूमने लगा.
उनके बदन को मादक खुश्बू मुझे और एग्ज़ाइट कर रही थी. तो मैने कहा मेरा लंड चूसो और चुदाई के लिए टायर करो. आंटी ने एक बार फिर मेरा लंड चूसा और हम और एक रौंद के लिए टायर हुए.
फिर मैने आंटी के गंद के नीचे पिल्लो लगाई और चूत मे लंड डालके चुदाई स्टार्ट की. उसके बाद उनको मेरे उपर लिया और आंटी मेरे लंड पे बैठ के उपर नीचे हो रही थी. क्या मज़ा आ रहा था उस वक्त. मैं भी नीचे से पेल रहा था. रूम मे हमारा पच पच आवाज़ गूँज रहा था.
इस बार मैने आंटी को डिफरेंट डिफरेंट पोज़ मे छोड़ा और आंटी इस टाइम दो बार ज़द गयी और फिर हमारे आधे घंटे के खेल के बाद आंटी मेरे बहो मे सो गयी फिर हुँने किस किए आंटी कहने लगी की.
आंटी: तुम तो आचे से छोड़ते हो, कहा से सीखा?
फिर मैने आंटी को बताया की ब्फ देख देख के ये सब सीखा. फिर उन्होने मुझे किस किया और थोड़ी देर मे आंटी रेडी हो के निकल गयी और उसके बाद जब भी ह्यूम मौका मिलता है हम चुदाई कर लेते है.
कैसी लगी दोस्तो मेरी सेक्स स्टोरी. प्लीज़ रिप्लाइ और स्पेशली आंटीस आंड भाभी फ्रॉम मुंबई अगर आपको मेरे साथ सेक्स छत करनी हो तो कॉंटॅक्ट मे ओं मी मैल. मेरी मैल ईद है “ [email protected]