ही! मेरा नामे इस आराव है, मई मुंबई से बिलॉंग करता हू. मेरी आगे 28 और हाइट 5.8 फीट है. मैने मेरी बाजू मे रहने वाली ज्योति भाभी को काई बार छोड़ा था, उसकी कहानी कभी और टाइम सुनौँगा.
मेरी फॅमिली मे हम टीन लोग है मा, मेरी मों और बेहन. दाद की 8 एअर पहले कार आक्सिडेंट मे डेत हो गयी. मेरी बेहन ने 2017 मे शादी की थी. लेकिन लास्ट एअर उसकी हज़्बेंड की डेत हो गयी. फिर मेरी सिस्टर को इन्षुरेन्स से बहोट सारे पैसे मिले थे और वो वापस हमारे साथ रहने आई थी.
इश्स कहानी की लेड वही है, उसका नामे निकिता है, उसकी आगे 30 यियर्ज़ है, हाइट 5.5 फीट है और उसका फिगर 34-26-34 है. वो एक दूं वो टिक्कटोकेर पायलियः की तरह दिखती है.
मेरी उसपे कभी गंदी नज़र नही थी. मेरी और मेरी बेहन की कभी बचपन से बनी ही नही, हम नॉर्थ और साउत पोले की तरह है. और जब वो घर लुआट के आई थी तभी उसकी और मेरी बहोट बड़ी लड़ाई हुई थी. क्यू की हमारा वन भक अपार्टमेंट है.
तो आप लोग समझ ही सकते है और इसकी दूसरी वजह मई अगली स्टोरी मे बतौँगा. इश्स कारण से हम आपस मे बात नही करते थे. मों मुझे हमेशा समझती रहती थी पर मे सुनने को टायर नही था.
ऐसे ही दिन काट रहे थे के 18त मार्च को मेरे मौसी के लड़की की शादी थी जो पुणे मे थी. और हम सबको बुलाया था उसमे पर मेरे जॉब के वजह से मे नही जा सकता था.
तो मों और मेरी बेहन का जाना तय हुआ. मैने उनकी 15त मार्च की फ्लाइट टिकेट्स बुक करा दी और शादी मे पूरे 10 दिन लगने थे. तो मई बहोट खुश था की फिणाली मई ज्योति भाभी को फ्री होके इन्न दीनो खूब छोड़ूँगा.
पर कहते है ना किस्मत खराब हो तो कुछ कर नही सकते, हुआ भी ये ही. अच्चानक मों ने 10त मार्च को बताया की शादी मे सिर्फ़ वो जाने वाली है और बेहन यही रहेगी. मेरा फिर से मूड ऑफ हो गया. पर कुछ कर नही सकते थे.
मैने बेहन की टिकेट कॅन्सल कर दी और मों 12त को पुणे निकल गयी. और मई और मेरी बेहन रह गये.
ऐसे ही दिन काट रहे थे की करोना के वजह से 22त मार्च को मुंबई मे लॉक्कडोवन् हो गया. अब मों पुणे मे मौसी के यहा फस गयी और मई मेरी बेहन के साथ घर मे.
ऐसे है चल रहा था के एक दिन मेरी बेहन ने मुझे और ज्योति भाभी को एक साथ देख लिया. यूयेसेस वक़्त ज्योति भाभी मेरा लंड चूस रही थी.
क्यूकी हमारी काफ़ी ओल्ड बिल्डिंग है तो वो सिर्फ़ 2 फ्लोर की है. और इसमे टोटल 2 परिवार रहते है, नीचे भाभी का और उपर हमारा. सीढ़ियो के बाद और च्चत के पहले एक छोटी जगह है, वाहा ही हम दोनो लगे हुए थे.
मैने देखा की मेरी बेहन हमे देख रही है. हमारी नज़रे मिली पर उसी समय मेरी बेहन वापस घर मे चली गयी और मे भाभी के साथ 15 मिनिट्स मे चुदाई करके वापस आ गया घर.
मेरी बेहन बेडरूम मे थी, मैने जेया के बात करने का सोआचा और बेडरूम की और जाने लगा. जैसे मैने दरवाजा खोला, मई अंदर का नज़ारा देख डांग हो गया.
मेरी बेहन लॅपटॉप पे चुदाई की वीडियोस देख के छूट मे फिंगरिंग कर रही थी. उसकी टॉप उतरी हुई थी और एक हाथ से वो अपना एक बबला दबा रही थी और दूसरे से उंगली कर रही थी छूट मे.
मई वो देखता रहा, जैसे मेरी बेहन ने मुझे देखा तो वो चिल्लाने लग गयी मुझ पे. मई वापस बाहर आ गया और टीवी ओं करके देखने लगा. पर मेरे डिंमग मे वही नज़ारा चल रहा था.
मेरी बेहन बेडरूम से बाहर नही निकली यूयेसेस दिन और मई भी वही सो गया. पर मुझे नींद नही आ रही थी. सो मैने बातरूम मे जाके मूठ मारी वो भी बेहन के नाम की. वो भी 3 बार जिसे मई ज़िंदगी भर झगड़ था.
फिर मई बाहर आके सो गया और दूसरे दिन लाते उठा. क्यूकी मई फाइनान्स मे काम करता था तो मेरा कोई वर्क फ्रॉम होमे नही था.
जब मई उठा तब किचन मे बेहन अपना काम कर रही थी. मई बातरूम मे जाके फ्रेश हो गया बाहर आया तो मेरी कॉफी बाहर रखी हुई थी. मई पीते पीते टीवी देख रहा था.
हमारा 1 शेप सोफा है तो मई लेता हुआ था. मेरी बेहन काम ख़तम करके साइड मे सोफे पे बैठ गयी. मेरे मॅन मे कल वाला सीन फिरसे शुरू हो गया, पर कोई बात नही की मैने.
काफ़ी देर के बाद मैने बेहन को सॉरी कहा कल के किससे के लिए. मेरी बेहन ने कुछ नही कहा और वो टीवी पे मोविए देख रही थी. मैने भी मोविए देखना चालू किया.
अब बेहन नॉर्मल हो गयी थी, थोड़ी देर बाद उसने मुझे खाना खाने के लिए पूछा. मैने हन करदी. खाना खाते हुए भी हम कुछ नही बोल रहे थे और पहले जैसे चल रहा था.
शाम को फिर 7 पीयेम को भाभी का फोन आया और मई खुश हो गया. मई बात कर रहा था भाभी से और बेहन मुझे देख रही थी किचन से और सुन्न रही थी.
मई जान भुज कर उसे हमारी बात सुना रहा था. फिर मई भाभी से मिलने बाहर चला गया. बेहन को पता चल गया मई भाभी को छोड़ने जेया रहा हू.
मुझे पता था वो आज फिर से मुझे भाबी की चुदाई करते देखने आएगी. और वही हुआ, मई भाभी के बब्ले दबा रहा था की मैने देखा वो हमे चुपके देख रही है.
मैने उसके मज़े लेने का सोचा और भाभी को अपना लंड चूसने को कहा. और वो रंडी नीचे झुक के मेरा 8 इंच 2.5 इंच का लंड निकाल के चूसने लग गयी.
मई ये सोच के फील ले रहा था की भाभी की जगह मेरी बेहन मेरा लंड चूस रही है.
10 मिनिट्स उससे लंड चूसने के बाद मैने भाभी को खड़ा कर दिया और उसकी निघट्य उपर करके उसके छूट मे एकद्ूम से लंड डाल दिया. उसकी चीख निकल गयी.
ये सब मेरी बेहन चुपके देख रही थी और अपनी छूट को लेग़गिस के उपर से मसल रही थी. और मई भाभी को दाना दान छोड़ना चालू कर दिया. वो चीख रही थी और कह रही थी आराम से कर नही तो तेरी बेहन बाहर आ जाएगी मेरी आवाज़ सुन के.
पर भाबी को नही पता था बेहन सब देख रही है. और मई भाभी को दाना दान छोड़ने लग गया. वो ज़ोर्से सिसकारिया ले रही थी आअहह आअहह ज़ोर्से करो फाड़ डी तूने मेरी आअहह ह उउई माआ… और मई भी उसे रंडी ले मेरा लंड, आज तेरी पूरी फाड़ दूँगा और वो रांड़ बेहन यहा आ गयी तो उसको भी पटक पटक के छोड़ूँगा… कह के छोड़ रहा था.
ये सुन के मेरी बेहन पूरी हिल गयी पर वो इतनी गरम हो गयी थी की वो वाहा से निकल गयी. और मई उसे जाते हुए देख कहने लगा साली की छूट मे बहोट खुजली है, मेरे मज़े खराब कर दिए एक दिन उसे रंडी की तरह छोड़ूँगा. वो ये सब सुन के घर पे चली गयी और मई भाबी को छोड़े जेया रहा था.
मई नॉर्माली 15 से 20 मिनिट्स चुदाई करता हू पर आज मई भाभी को 25 मिनिट्स से छोड़ रहा था. भाभी झाड़ चुकी थी और उसकी हालत खराब हो गयी. पर मई छोड़े जेया रहा था.
भाभी की रिक्वेस्ट पर मैने लंड बाहर निकाला और उसे चूसने को कहा. और उसने तुरंत मूह मे लेके चूसना चालू किया. मैने उसका सर पकड़ के उसके मूह को छोड़ना चालू किया और 5 मिनिट्स मे झाड़ गया. मेरे लंड की सारी मलाई उसके मूह मे चोर दी और जब तक उसने निगल नही ली मैने भाबी को छोरा नही.
जब मैने भाबी को छोरा वो हफने लग गयी, उसकी जान हलाक मे आ गयी थी. फिर वो शांत हुई और कहने लगी क्या हुआ है आज मेरी जान निकाल दी तूने?
मैने कहा बेहन के वजह से मूड खराब है तो सब गुस्सा चुदाई पे निकाला. उसे नही पता था रियल्टी के बारे मे. फिर वो अपने कपड़े ठीक करने लग गयी. मैने भी अपना बॉक्सर और शॉर्ट्स पहना.
भाभी से आज चला भी नही जेया रहा था. मई उसे नीचे छोरा और घर वापस आया.
आयेज की कहानी अगले हिस्से मे, कैसे घर जाके रात को बेहन को रंडी की तरह छोड़ा और अपनी जिंदगी भर का गुस्सा निकाला.
थॅंक्स फॉर रीडिंग मी कहानी, गिव मे युवर फीडबॅक [email protected]
कहानी तो कंटिन्यू इन नेक्स्ट पार्ट.