हेलो दोस्तों मेरा नाम सलीम है. ये कहानी मेरी मामी की है. मेरे मामा काम के सिलसिले में बाहर रहते है, और मामी से मेरी बहुत अची बनती है. मैं मामी की हर प्राब्लम सॉल्व कर देता हू. मेरी उमर 19 वर्ष है.
एक दिन मामी ने मुझसे पूछा: सलीम तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है?
तो मैने मामी से झूठ बोला: हा मेरी गर्लफ्रेंड है.
वो कहने लगी: उसका नाम बताओ?
तो मैने मामी को बताया: उसका नाम सुनीता है.
मामी ने पूछा: कुछ किया है?
मैने मामी को बोला: मैं समझा नही.
तो मामी बोली: तुमने उसके साथ सेक्स किया?
मैने मामी से कहा: हा किया है.
तो मामी बोली: तुम मोटे लोगों (मैं तोड़ा मोटा हू) का औज़ार छ्होटा होता है, तो उसको मज़ा आया?
फिर मैने मामी से कहा: मामी कितना छ्होटा होता होगा?
वो बोली: दो या टीन इंच का ही होता है बस.
मैं हँसने लगा.
फिर मामी बोली: मुझे मालूम है तुम्हारा भी छ्होटा है.
तो मैं और हासणे लगा.
फिर मामी बोली: क्यूँ हस्स रहे हो सलीम?
तो मैने बोला: मामी अगर मेरा 2 इंच या 3 इंच से बड़ा हुआ तो?
मामी बोली: जो तुम कहोगे वो मैं करूँगी.
तो मैने हस्स के मामी से कहा: मामी तुम शर्त हार गयी हो.
मामी बोली: क्या मतलब?
तो मैने मामी से कहा: अब तुम अपने सारे कपड़े उतार दो.
मामी बोली: ये तुम क्यूँ कह रहे हो?
मैने कहा: मामी मेरा दो या टीन इंच नही इससे बड़ा है.
वो बोली: पहले तुम दिखाओ मुझे.
मैने कहा: मामी दिखाने की बात तो नही हुई थी.
मामी बोली: नही फिर मैं भी नही कुछ करूँगी.
फिर मैने अपनी पंत खोली, और अपने अंडरवेर को भी उतरा.
मैने कहा: मामी अब इसे देखो.
मामी की नज़र मेरे लंड पर पड़ी.
वो बोली: हे अल्लाह, कितना बड़ा है.
फिर मैने मामी से कहा: अब आप अपने कपड़े उतरो.
तो मामी माना करने लगी. फिर मैने मामी को अपनी बाहों में लिया, और उनके होंठो को चूसने लगा. फिर एक हाथ से मामी की चुचियाँ दबाने लगा. 5-6 मिनिट के बाद मैने मामी के सारे कपड़े उतार दिए.
अब मामी मेरे सामने नंगी खड़ी थी. मामी की हाइट 5 फुट 6 इंच थी. फिर मैने अपने सारे कपड़े उतारे, और मामी के एक पैर को बेड पर रखवा कर अपने लंड को उनकी छूट के होल पर लगाया. मैने एक शॉट मारा, और मेरा लंड 4 इंच अंदर चला गया. मामी के मूह से आवाज़ निकली ज़ोर की.
मामी: उउईई मा.
फिर मैने अपना हाथ मामी की गांद पे कॅसा, और एक और शॉट मारा. इस बार मेरा पूरा लंड मामी की छूट के अंदर चला गया.
मामी बोली: सलीम दर्द हो रहा है.
फिर मैने अपना लंड मामी की छूट के अंदर-बाहर करना शुरू किया, और मामी मेरा साथ देने लगी. मैने अपनी स्पीड बधाई और मामी को ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा. मामी के हर शॉट पर उनकी आवाज़े निकल रही थी. फिर मैने 10 मिनिट के बाद अपना सारा माल मामी की छूट में छ्चोढ़ दिया. उसके बाद हम दोनो अलग हो गये. फिर हम दोनो बिस्तर पर नंगे ही लेते रहे.
मामी बोली: अगर मुझे मालूम होता तुम्हारा लंड इतना बड़ा है, तो मैं तुमसे शर्त नही लगती.
फिर मैने मामी के होंठो को किस करना शुरू किया और दूध दबाने लगा ज़ोर से. मामी ने अपना हाथ मेरे लंड पर रखा, और उसे रब कर लगी. फिर मैने मामी की दोनो टाँगो को अपने कंधे पर रखा और लंड उनकी छूट पर रख कर धक्का लगाया. एक झटके में पूरा लंड अंदर चला गया.
मामी के मूह से फिरसे आवाज़ निकली. फिर मैं मामी को धीरे-धीरे छोड़ने लगा. मामी को मज़ा आने लगा. वो अपनी गांद उठा कर मेरा साथ देने लगी. फिर मैने अपनी स्पीड बधाई, और तेज़-तेज़ चुदाई करने लगा. मामी की सिसकियाँ निकलती रही अयाया अयाया की. मेरी और मामी की चुदाई आधे घंटे तक चली. उसके बाद मैं डिसचार्ज हो गया.
मामी बोली: सलीम तुमसे छुड़वा कर बहुत मज़ा आया
और अब ये टीन-चार साल से चल रहा है. हफ्ते में दो बार मैं मामी की चुदाई करता हू जेया कर. और जब मैं जाता हू हफ्ते में, तो मामी मेरे सामने पूरी नंगी हो कर खड़ी हो जाती है.
फिर वो मुझसे मज़े से चुदाई करवाती है. एक दिन मैं गया तो वाहा मामी की बेहन आई हुई थी. तो मैने मामी से कहा-
मैं: आज कैसे छोड़ूँगा तुझे मेरी जान?
तो मामी बोली: आज तुम्हे मुझे नही छोड़ना.
ये सुन कर मेरा मूड ऑफ हो गया.
फिर मामी ने बोला: तुझे छूट चाहिए वो मिलेगी.
तो मैने मामी से कहा: चलो मामी खोलो फिर कपड़े.
मामी बोली: तोड़ा सबर तो कर.
फिर मैं मामी की बेहन से बात करने लगा.
मामी हमारे पास आई और बोली: सलीम आज तुझे मुझे नही छोड़ना है, मेरी बेहन को छोड़ना है. इसे छोड़ के खुश कर दो.
फिर मैने मामी की बेहन की चुचियों पर हाथ रखा, और दबाना शुरू किया. वो मेरे होंठो को चूसने लगी. 5-6 मिनिट के बाद मैने मामी की बेहन को नंगा किया पूरा. उसने भी मेरे सारे कपड़े उतार दिए.
मामी की बेहन की नज़र मेरे लंड पर पड़ी तो वो बोली: आपी ये तो बहुत बड़ा है. मैं इसे अपनी छूट में नही ले पौँगी.
तो मामी बोली: सोफ़िया तू लेट, मैं हू ना.
फिर वो लेट गयी.
मामी बोली: सलीम रूको मैं आती हू.
फिर मामी तोड़ा सा तेल लेकर आई, और मेरे लंड पर तेल लगाया. तोड़ा सोफ़िया की छूट पर लगाया. मैने फिर उसकी दोनो टांगे अपने कंधो पर रखी, अपना लंड उसकी छूट पर लगाया, और एक झटके में आधा लंड अंदर चला गया. सोफ़िया की आँखों से पानी आने लगा.
फिर मैने सोफ़िया की चुचियों को दबाना शुरू किया. जब वो थोड़ी नॉर्मल हुई, फिर मैं अपना लंड धीरे-धीरे अंदर-बाहर करने लगा. जब सोफ़िया मेरा साथ देने लगी, मैं ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगा. अब मेरा पूरा लंड उसकी छूट के अंदर चला गया.
वो अपना सर इधर-उधर करने लगी और बोली: प्लीज़ निकाल लो, दर्द हो रहा है.
लेकिन मैं अपना लंड अंदर-बाहर करता रहा और सोफ़िया की एक ना सुनी. मैने उसे खूब बुरी तरह से छोड़ना शुरू किया. सोफ़िया की बहुत आवाज़े निकल रही थी. 15 मिनिट की चुदाई के बाद मैने अपना सारा माल सोफ़िया की छूट के अंदर छ्चोढ़ दिया.
फिर आधे घंटे के बाद मैने मामी को नंगा करके उनकी चुदाई चालू. कुछ देर उनको छोड़ने के बाद मैने उनकी छूट को भी माल से भर दिया. वापस आते वक़्त मामी बोली-
मामी: सलीम, कल फिर आना.
दोस्तों कहानी कैसी लगी ज़रूर बताना.