तो ये कहानी एक ऐसे गाओं की है जहा एक रानी का राज चलता है. उस रानी के पास क्रोरो की संपाति और पवर होती है. अभी ट्के इस गाओं की रानी शादियों से बचती आ रही थी जो राजाओ के खानदान की थी. पर उन राजाओ के खानदान ने ये स्ुअचित करने के लिए की कोई और गर उनका परिवार ना रहे और राजा बनने जाए तो उन्हे ये नियम पूर करने होंगे.
जब उस रानी के पूरे परिवार की मृत्यु हुई तो उस गाओं के पुसतेनी पदनीत लोगो ने वो किताब निकली. और उसके अनुसार गाओं मे घोसना करा डाली की अगली रानी कों बनेगी. उनके अनुसार अगली रानी के लिए पहले वोटिंग होगी और फिर 3 महीन ट्के उसे कुछ कारया करने होंगे. जिसके करने के बाद उसे पूर्ण रूप से रानी घोसित कर दिया जायगा.
हलकी ये भी सुनाचित कर दिया गया वोटिंग म जीतने वाली रानी की गद्दी मे बैठ जाएगी. पर ज़िंदगी भर गद्दी मे बैठी र्हेगी इसका फ़ैसला 3 महीने वेल कारया से होगा.
खैर यहा ये सब घोसना हुई और वाहा पापा ने कहा मा से:
पहले मई अपनी फॅमिली का इंट्रो द डू.
पापा- इनकी आगे 45 साल है पेसे से गाओं मे पहेलवन है और खेती बड़ी करते है. हाइट 6फ्ट2इंच है और बॉडी किसी भारी भरकम पहलवान जैसी इनका लिंग भी 8 इंच लंबा है. मा की चुदाई करते वक़्त देखा.
स्वाभाव से ग़ुस्सेल है पर मुम्मी के आयेज नही चलती इनकी. मा से डरते है तोड़ा और मुझसे हड्द से ज़्यादा प्यार करते है. दिल के सॉफ है किसी का बुरा ना चाहा.
मा- इनकी आगे 45 साल है और ये ज्याद पढ़ी लिखी नही है 10वी फैल है. इनको घ्र का काम करना प्संद है. थोड़ी ग़ुस्सेल है. शरीएर से 5फ्ट7इंच हाइट है. मतलब हेघटेद है और वेट भी तकरीबन 94 क्ग है. भारी भरकम लंबी छोड़ी है. इनके बूब्स बड़े है और गांद भी मोटापे पे जचते है हिलते है चुतताड.
मई- मेरी खुद की आगे अभी 23 साल है और मई ग्रॅजुयेशन कर रहा था कॉलेज मे और गाओं छुट्टियाँ मानने आया था. मेरा लिंग 8 इनवह का है और हाइट 5फ्ट 7 इंच है.
तो जब घोसना हुई गाओं मे तो पापा मा से कहते है-
पापा- सुना ये रानी बनाने का कोमेपटीटिओन र्ख रहे है और इसमे शादी शुदा 45 साल या उससे उप्र की महिला ही भाग ले स्क्ति है. तो तुम भी लेलो क्यूकी तुम्हारा स्वाभाव गाओं मे अछा है.
मा- पर क्या मई जीतूँगी?
पापा- कोसहिश करने मे क्या हर्ज़ है.
इस त्रह पापा ने मा का नामांकन भी भर दिया. और रिज़ल्ट ट्के सबने आएडी छोटी का ज़ोर लगाया जीतने के लिए. इतनी क्रोरो की सम्पति थी कों छोड़ता. फिर रिज़ल्ट के दिन घोसना हुई और मा को जीत मिल गयी.
हम सब परिवार वेल ख़ुसही थे फिर पंडित जी आए और कहते है है-
पंडित- कुसुम जी आपको ढेर सारी भधाइयाँ रानी बनने के लिए. पर आपको नियम अनुसार कुछ कारया है जो टीन महीने ट्के करने होंगे. जिसके बाद ही आप पूर्ण रूप से 10 साल के लिए रानी बनेंगी और आधी संपँति पाएगी.
3 महीने के बाद आपसे पूछा जायगा क्या आप वो चीज़ आयेज ज़िंदगी भर जारी र्खना चाहेगी. गर आप हा कहेगी तब आप ज़िंदगी भर के लिए रानी बन जाएँगी और पूरी संपँति पाएगी.
ये सब सुन सबने बस ये प्रशण कहा कारया क्या है..
पंडित जी – देखिए किताब के अनुसार कारया कुछ इस प्रकार है.
1- कुसुम जी को और आपके बेटे को आपस मे शादी करनी होगी और कुसुम जी को पूर्ण रूप से उसे पति मानना पड़ेगा. आप सब के कमरे मे सीक्ट्व कॅमरा लगा र्खा है जिसमे हम देखेंगे की आप कारया कर रही है या नही. जैसे अब आपके 2 पति हो जाएँगे एक पहलवान जी और दूसरे आपके सुपुत्रा.
2 कारया- कुसुम जी को अपने दोनो पतियो को गुलामो की तरह और खराब तरीके से बात करनी पड़ेगी. और उन्हे एक शाही चीज़ दी जाएगी जिसकी ईस्तमाल से इन्हे इन दोनो के साथ गुदा सेक्स करना होगा.
उस शाही चीज़ को लगाने के बाद कुसुम जी को एक आर्टीसियाल लिंग की त्रह लगेगा. और उस शाही चीज़ से वीर्या भी निकलेगा गर कुसुम जी उत्तेजित हुई तो. (ये कुछ डिल्डो टाइप का था पर असली लंड जैसा था. लीके मा इसे लगती तो उन्हे लंड होने का एहसास होता और छोड़ती तो वो उततेज़ीत होती तो स्पर्म भी निकलता.)
ये दो कारया करने होंगे.
पापा मेरे और सब आओन वेल के होश उडद गये मा के उप्र सब कुछ था.
सबको लगा ऐसा पाप मा नही करेगी पर मा ने हाब कह दिया. सब चोंक गये पापा गिर कर रोने पडे पर मा ने अब फ़ैसला ले लिए था. उन्होने पापा से कहा देखो हम पवर मे आ जाएँगे भत देख लिए ऐसे दिन अब पैसे वेल जीवन जियेंगे. और आप ही चाहते थे ना की मई रानी बनू तो देखो बन गयी और आप दोनो राजा, पापा बोले पर कैसे..?
मा- मई नही जानती पर मुझे पवर और पैसा छाईए ही छाईए.
और मा ऐसा बोल कर चल दी.
फिर उस रात मेरी और मा की मंदिर मे शादी कराई गयी, रिश्तेदार बुलाए गये. सब रसमे हुई शादी ज़्यादा ज़ोर शोर से नही हुई क्यूकी हालत ही कुछ ऐसे थे. मेरा दिमाग़ सुन था पर एक ख़ुसही थी की मा से शादी मतलब् सेक्स मिलेगा पार मेरे साथ गुदा सेक्स सुन कर दिमाग़ सुन भी था. मुझे कुछ समझहह नही आ रहा था बस लोग जो ख रहे थे करते जेया रहा था.
फिर शादी हुई हम लोग अब महल मे सहिफ्ट हो गये, वाहा चोवकिदार थे पापा ने दारू पी र्खी थी और वो मा को कहते-
पापा- क्यू किया तुमने ये.
मा- देखो जो सही लगा किया अब निबाह्ो, ऐसा महल तुम्हारे से तो मिलने से रहा था, अब मिल रहा है ना.
पापा- पार..
मा- पार वॉर किया ना मधर्चोड़ तो गांद तुद्वा दूँगी समझहहा बहें के लंड!
ये सुन पापा आग बाबूला होकर मा पर हाथ उठाने गये तभी एक गुआर्द ने मा को बचाया.
मा- मधर्चोड़ साले मुझे मरेगा तू अब से नौकर है मेरा समझहहा! सुन गुआर्द इसकी गांद तोड़ दे पीट पीट के बाकाई रत को मई तो छोड़ूँगी इसे.
ये सुन मैने कहा-
मई- मा ये बहोट ज़्यादा हो रहा है.
मा- ऊ मधर्चोड़ तुम दोनो को नौकर नही बनाया और वैसा व्याहॉार नही किया तो रानी नही बन पौँगी समझहहा रंडी के! और तू अब से तू मुझे मा बोलना ब्न्ड कर.. और गुआर्द इसकी भी गांद कुटाई करो!
हम दोनो बाप बेटे की गांद कुटाई हुई बहोट ज़्यादा ह्यूम कुजछ समझहह नही आ रहा था. बस दुख था की कुछ पैसे और पवर के लिए मा ऐसी हो गयी. खैर ये सोचते सोचते रात हुई और हुमारा गाते नॉक हुआ.
आयेज की कहानी नेक्स्ट पार्ट मे.