ही फ्रेंड्स, मई 24 साल की प्यारी सी संगीता हू. मेरी काली गहरी ज़ूलफे, मदिरा छिड़कते मेरे ये मस्त-मस्त दो नैन, रस्स से भरे मेरे दो गुलाबी होंठ और मेरे गोरे-गोरे गालो के सब दीवाने है.
मेरे इस रूप के जाल मे जो भी फ़ससा, बस फ़ससा ही रह गया. संगेमरमर जैसे मेरे बदन का तो कहना ही क्या है. मेरे इस बदन पर जो बड़े-बड़े चूचे है, उसकी तो दुनिया दीवानी है. हर कोई मेरे इन काससे हुए चूचो का मज़ा लेना चाहता है.
मेरी उभरी हुई मस्त गांद के तो कहने ही क्या है. जब मई मटक-मटक कर चलती हू, तो चाहे वो बच्चे हो, बुड्दे हो, या जवान हो, सबके लंड खड़े हो जाते है. मुझे देख-देख कर सब आहें भरते है और हाए-हाए करते है.
मई बस इसी तरह से अपने जवान और मादक जिस्म का प्रयोग करती हू और हमेशा जवान, स्मार्ट और हॅंडसम लड़को से अपनी छूट चुड़वाती हू और उनको अपने रूप का रस्स-पॅयन करवाती हू. अब मई अपनी कहानी पर आती हू-
मैने पिछले साल कंप्यूटर साइन्स मे म.टेक. कंप्लीट की थी, लेकिन मुझे अभी तक कोई जॉब नही मिली थी. मेरे पेरेंट्स चाहते थे, की मई जो भी करू, वो शादी के बाद ही करू. लेकिन उसमे भी बहुत सारी प्रॉब्लम्स थी. जब भी शादी की बात चलती थी, तो पैसो की प्राब्लम बीच मे आ जाती थी.
मई एक सिंपल फॅमिली से बिलॉंग करती हू. मेरे पापा एक साधारण से क्लर्क है. हम टीन बहने और एक भाई है, तो हमारी टोटल 6 जानो की फॅमिली है. मई अपनी बहानो और भाई मे से सबसे बड़ी हू.
फिर मई अपने मम्मी-पापा को समझाने मे कामयाब हो गयी, की वो मुझे घर से बाहर अकेले जॉब के लिए जाने दे और इससे सब ठीक हो जाएगा. पापा भी मेरी बात पर राज़ी हो गये.
फिर मई काफ़ी सोच समझ कर, मॅन मे बहुत से अरमान लिए घर से निकल गयी. मई सोच रही थी, की बाहर जाए बगैर कुछ नही होने वाला. मैने सोचा, की मई बाहर स्वच वातावरण मे रहूंगी और पैसे कमौँगी.
फिर यही सोचते हुए मई बंगलोरे पहुच गयी और वाहा मैने रहने के लिए होटेल मे एक रूम ले लिया. मुझे जो घर से पैसे मिले थे, वो सिर्फ़ 3-4 दीनो के गुज़ारे के थे. रात के 10 बजे के करीब रूम बॉय मेरे रूम मे आया और बड़े आराम से बोला-
रूम बॉय: किसी चीज़ की ज़रूरत हो तो बताना माँ.
मैने भी एक फुल्ली एक्सपीरियेन्स लड़की का एक्सप्रेशन देते हुए उसकी तरफ देखा. वो मेरी तरफ देख कर मुस्कुरा रहा था. फिर मैने उसको बोला-
मई: अभी तो कोई ज़रूरत नही है. जब ज़रूर होगी, तो मई ज़रूर तुम्हे याद करूँगी.
लड़का मेरी बात सुन कर सब कुछ समझ गया, की माल चलने वाला था. फिर वो तुरंत बोला-
रूम बॉय: एक पार्टी है मेरे पास, इसलिए बोला मैने. वो एक घंटे के सेशन के 10 हज़ार देगा.
उसकी ये बात सुन कर मई अंदर से काँप गयी, लेकिन मैने उसको अपना दर्र शो नही होने दिया. फिर मई उसको बोली-
मई: अगर पेमेंट कॅश मे है और फुल पेमेंट अड्वान्स मे है, तो ले आओ. और ध्यान रहे, वो आदमी 50 से उपर का नही होना चाहिए.
फिर वो रूम बॉय ‘ओक माँ’ कह कर चला गया. जनरली मई रात मे सिर्फ़ नाइट्गाउन मे रहती हू, लेकिन अभी मैने पनटी और ब्रा पहनी हुई थी. फिर आधे घंटे मे वो लड़का आ गया. उसने मुझे 10 हज़ार रुपय कॅश दिए और बोला-
रूम बॉय: ले अओ पार्टी को?
मैने घड़ी देखी, तो उसपे 11 बाज रहे थे. फिर मई बोली-
मई: हा ले आओ 5 मिनिट मे.
फिर वो 42-43 साल के दिखने वाले, एक साधारण से लड़के को लेके आया और उसको बोला-
रूम बॉय: ये रहा आपका कमरा. और हा, 12 बजे से ज़्यादा टाइम नही मिलेगा.
उस आदमी ने रूम बॉय की बात पर ओक बोला. फिर रूम बॉय ने उस आदमी को अंदर भेज दिया. वो आदमी अंदर आया और मेरे साथ सतत कर बैठ गया. मेरे दिल की धड़कने बड़े ज़ोर-ज़ोर से चल रही थी.
मई अपने आप को शांत रखने की कोशिश कर रही थी, की तभी उस आदमी ने मेरा नाम पूछा-
आदमी: क्या नाम है तुम्हारा डार्लिंग?
मई बोली: जी संगीता.
फिर वो आदमी मेरे और करीब आया और पीठ की तरफ से हाथ फेरते हुए, उसने मेरी दोनो चूचिया पकड़ ली. फिर उसने मेरी गर्दन पर किस किया और बोला-
आदमी: काफ़ी सुंदर हो तुम.
ये सुन कर मई मुस्कुराने लग गयी. मेरी मुस्कुराहट देख कर वो और ज़्यादा उत्तेजित हो गया और प्यार जताते हुए उसने मेरे गालो और होंठो पर किस करना शुरू कर दिया. फिर मैने उसका नाम पूछा-
मई: आपका नाम क्या है?
आदमी: मेरा नाम नंदन है.
मैने ओक बोला और चुदाई मे उसका साथ देने लगी. फिर नंदन ने अपनी शर्ट और बनियान उतार दिए. उसने मेरा भी गाउन, ब्रा और पनटी सब उतार दिए. मई भी कोई पहली बार तो चुड नही रही थी, तो मेरी सारी जीझक मॅर चुकी थी.
मई इससे पहले भी काफ़ी बार छुड़वा चुकी थी. लेकिन किसी अंजान के साथ ऐसे एक-दूं से चुदाई का, ये मेरा पहला एक्सपीरियेन्स था. फिर जब मैने उस आदमी की पंत को खोला, तो मई डांग रह गयी. उस आदमी का लंड सिर्फ़ 5 इंच का था. ये देख कर मई बोली-
मई: ये तो बहुत छ्होटा सा है. मेरी गहरी गुफा मे ये तो कही खो जाएगा बेचारा.
वो ये सुन कर शर्मा गया. फिर मैने उसको हॅंजब दी, जिससे उसका लंड खड़ा हो गया. उसने मुझे बेड पर लिटाया और मेरी टाँगो को खोल दिया. फिर वो अपने लोड को मेरी छूट पर रगड़ने लग गया. रगड़ते-रगड़ते कब लोड्ा मेरी बर मे चला गया, मुझे कुछ पता ही नही चला.
जब मैने उसको देखा, तो वो मुझे उछाल-उछाल कर छोड़ रहा था. तकरीबन 5 मिनिट मे उसका लंड जवाब दे गया और मेरा तो कुछ हुआ ही नही था. झड़ने के बाद नंदन शांत होके मेरे पास लेता हुआ था.
फिर थोड़ी देर बाद वो उठा और बातरूम मे चला गया. वाहा जाके वो अपनी शर्ट पहन-ने लगा. तभी मई बोली-
मई: क्या हुआ? और चुदाई कर लो. रूको मई तुम्हारा लंड खड़ा करती हू.
नंदन ने ना बोल दी और बोला-
नंदन: मई अगली बार तुम्हारे पास मज़बूत होके अवँगा.
और ये बोल कर वो चला गया. उसके जाने के बाद रूम बॉय मेरे पास आया और बोला-
रूम बॉय: सब ठीक रहा माँ?
मई बोली: ठीक क्या रहेगा. उस सेयेल के लोड मे दूं तो था ही नही, और वो रंडी छोड़ने आया था. अब तुम जाओ यहा से, मुझे सोना है.
तभी रूम बॉय बोला: बाकी का काम मई कर डू क्या?
मई: नही आज नही. कल भी अगर कोई कस्टमर मिल गया, तो तुम्हारे बारे मे भी सोचूँगी.
फिर मई सो गयी. सुबा जब मई उठी, तो रूम बॉय ने अबिवादन करते हुए मुझे जगाया. उसके बाद मई इंटरव्यू देने के लिए तैयार हो गयी. फिर जब रूम बॉय ने मुझसे रात के लिए पूछा, तो मैने उसको हा बोल दी. मैने उसको ये भी बोला-
मई: इस बार कोई टिकने वाला लड़का लेके आना, जो मुझे भी मज़ा दे सके.
और ये बोल कर मई इंटरव्यू के लिए निकल गयी.
अब इंटरव्यू मे क्या हुआ और सेयो ने कैसे मेरी चुदाई की, वो मई आपको अगले पार्ट मे बतौँगी. ये कहानी आपको कैसी लगी, मुझे मैल करके ज़रूर बताना. मेरी मैल ईद है: