फिर थोड़ी देर बाद अब मैंने सोनिया जी को वापस बेड पर पटक दिया, और फिरसे सोनिया जी की टांगो को कंधों पर रख कर उनकी चूत में लंड ठोक दिया। अब मैं सोनिया जी को फिर से ताबड़-तोड़ तरीके से चोदने लगा।
“ओह आह्ह सिसस्ससस्स आह्ह ओह आहह आहह।”
“बहुत पेलूंगा आज तो आपको।”
“पेल लो रोहित जी। मौका है आपके पास।”
“हाँ सोनिया जी।”
मैं सोनिया जी को जम कर बजा रहा था। सोनिया जी भी लंड ठुकवाने में पीछे नही हट रही थी। तभी मैंने सोनिया जी को फोल्ड कर दिया। अब मैं खड़ा होकर सोनिया जी की चूत में दे दना दन लंड पेल रहा था।
“आह्ह आहा ओह सिसस्स आह्ह मरर्रर्र गईईई।”
“ओह सोनिया जी बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा है आह्ह।”
सोनिया जी की टाँगे उनके सिर की ओर मुड़ी हुई थी। सोनिया जी ने खुद टांगे पकड़ रखी थी। मैं ताबड़-तोड़ सोनिया जी को बजा रहा था। मेरा लंड एक-दम सीधा सोनिया जी की चूत के पर्दे फाड़ रहा था।
“ओह सिससस्स धीरेरे धीरेरेरे रोहित। आह्ह मेरी चूत फट जायेगी।”
“फटने दो सोनिया जी। ये फाड़ने के लिए ही तो होती है।”
तभी सोनिया जी चुप हो गई। वो समझ चुकी थी कि आज मुझे रोकना उनके बस की बात नहीं थी। मैं सोनिया जी की ज़ोरदार ठुकाई कर रहा था। सोनिया जी की चूत और मेरे लंड के घमासान से पलंग चुड़-चुड़ करने लगा था।
“आह्ह आहा ओह सिसस्स आह्ह ”
“ओह्ह् सोनिया जी आहाहा बहुत मज़ा आ रहा है।”
तभी ताबड़तोड ठुकाई से सोनिया जी की चूत में तूफान आ गया और वो पानी-पानी हो गई। अब मेरा लंड सोनिया जी की झील में डुबकी लगा रहा था। सोनिया जी फिर से पसीने से नहा चुकी थी।
“आह्ह आह्ह सिसस्स आह्ह ओह रोहित जी।”
“आज तो पूरी कसर निकालूंगा। आहह।”
“ओह्ह्ह् रोहित जी मर गई मैं तो। आह आहह आहह।”
फिर मैंने सोनिया जी को बहुत देर तक ऐसे ही फोल्ड करके बजाया।
“ओह्ह्ह मम्मी, जान निकल गई मेरी तो। बहुत बुरी तरह से बजाते हो रोहित जी। मेरी बहिन की तो जान ही निकाल देते होंगे आप।”
“हाँ मैं तो आपकी बहन को भी ऐसे ही बजाता हूँ।”
“तभी तो बेचारी वो इतनी पतली हो रही है।”
“अब बजाना तो पड़ता ही ना सोनिया जी।”
“हाँ बजाना तो पड़ता ही है लेकिन थोड़ा आराम से।”
“जब ठुकाई करनी होती है तो कोई आराम-वाराम नहीं देखा जाता। बस लंड ठोका जाता है।”
अब मैंने सोनिया जी को पलंग से नीचे उतार लिया, और अब मैंने सोनिया जी से घोड़ी बनने के लिए कहा। तभी सोनिया जी पलंग को पकड़ कर घोड़ी बन गई। अब मैं सोनिया जी चूत में लंड सेट करने लगा।
“आप तो मेरी जम कर क्लास ले रहे हो।”
“हाँ सोनिया जी। लेनी पड़ती है।”
चूत में लंड सेट होते ही मैंने सोनिया जी की चूत में लंड पेल दिया और फिर मैं साली जी की कमर पकड़ कर उन्हें झमाझम चोदने लग गया। अब साली जी घोड़ी बन कर बुरी तरह से चुदने लगी।
“आहाहा आहा सिससस्स उन्ह ओह आह्ह ओह आह्ह।”
“ओह सोनिया जी आह्ह मज़ा आ रहा है। आहा।”
“आईएईई सिससस्स आह्ह ओह उन्ह सिसस्ससस्स।”
अब मैं सोनिया जी को दे दना दन बजा रहा था। सोनिया जी को घोड़ी बना कर बजाने में मेरे लंड को बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। सोनिया जी घोड़ी बन कर बहुत अच्छी तरह से चुद रही थी।
“आईईईई आहा आह्ह आह्ह सिसस्ससस्स उन्ह आहा आहा ओह ओह आहा मर गईईई आह्ह अहह।”
“बहुत ही मस्त माल हो आप। आहह।”
“आहह आहह सिसस ओह्ह्ह मम्मी।”
मैं सोनिया जी को घोड़ी बना कर झमाझम चोद रहा था। मेरे लंड को सोनिया जी की चूत में बहुत ज्यादा आराम मिल रहा था। आज बहुत दिनों के बाद मेरा लंड किसी को घोड़ी बना कर बजा रहा था। वो भी मेरी वाइफ की बहन को ही।
सोनिया जी अब शर्म का चोला उतार कर अच्छी तरह से चुदा रही थी। मैं साली जी की चूत में झमाझम लंड पेल रहा था। सोनिया जी पलंग को पकड़ को पकड़ कर अच्छी तरह से घोड़ी बनी हुई थी।
“आह्ह अआह अहह ओह आहा आहा आईईईई सिसस्ससस्स आहा ओह्ह रोहित जी।”
“ओह सोनिया जी जी आहा बहुत मज़ा आ रहा है आहा आहा।”
“आहह आहह बसस ऐसे ही पेले जाओ रोहित जी आहह आहह।”
“हाँ, सोनिया जी।”
मेरा लंड सोनिया जी की जम कर क्लास ले रहा था। तभी थोड़ी देर की धुआंधार ठुकाई के बाद साली जी पानी-पानी हो गई। अब उनकी चूत से रस टपकता हुआ नीचे गिर रहा था। मैं ज़ोर-ज़ोर से साली जी को बजा रहा था। आज तो साली की चूत की खैर नहीं थी। मैं तो साली जी की चूत की धज्जियां उड़ा रहा था।
“अआह आह्ह आह्ह उन्ह आहा आह मर गईईई आहा”
अब मेरे लंड के हर एक झटके के साथ सोनिया जी जी चूत से रस नीचे टपक रहा था। सोनिया जी घोड़ी बन कर जम कर लंड ले रही थी। आज वो उनकी बहन का काम कर रही थी।
“ओह्ह्ह रोहित आह बहुत अच्छा लग रहा है, आहह।”
“ओह्ह्ह सोनिया जी जी गजब की माल हो आप।”
फिर मैंने बहुत देर तक सोनिया जी को घोड़ी बना कर बजाया। घोड़ी बन कर बजने के बाद सोनिया जी की हालत देखने लायक थी। अब मैंने सोनिया जी को खड़ी किया और उनके होंठो को चूसने लग गया। कमरे में हम दोनो नंगे होकर फिर से एक-दूसरे पर टूट पड़े थे।
मैं सोनिया जी के होंठो को जम कर चूस रहा था। तभी सोनिया जी पीछे सरकती हुई दीवार से जा सटी। अब मैं सोनिया जी के बोबों को मसलते हुए उनके होंठो को चूस रहा था। सोनिया जी के बोबों को मसलने में मुझे बहुत मज़ा आ रहा था। सोनिया जी बुरी तरह से कसमसा रही थी।
इसी उठा पटक में मैंने सोनिया जी की चूत में उंगलियां पेल दी और अब मैं सोनिया जी की चूत में खलबली मचाने लगा। सोनिया जी की चूत बहुत गर्म हो रही थी। अब मैं सोनिया जी की चूत में आग लगाने का काम कर रहा था।
अब तो सोनिया जी बुरी तरह से फड़फड़ा रही थी। वो मेरी उंगलियों को चूत में से बाहर निकालने की कोशिश कर रही थी। लेकिन मैं सोनिया जी की चूत में गजब की उथल-पुथल कर रहा था।
फिर थोड़ी देर बाद मैंने सोनिया जी को पलट दिया। अब सोनिया जी की मस्त गांड और छरहरि पीठ मेरे सामने थी। बस फिर क्या था। मैं सोनिया जी पर टूट पड़ा।
अब मेरा लंड सोनिया जी की गांड से टच हो रहा था। मैं आगे से सोनिया जी के बोबों को मसलते हुए उनके कंधो और कानो पर किस कर रहा था। सोनिया जी कसमसा रही थी।
“ओह आह्ह सिससस्स आह्ह उन्ह ओह सिसस।”
मुझे तो सोनिया जी को किस करने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। फिर मैं सोनिया जी की चिकनी चमचमाती हुई पीठ पर किस करने लगा। आहा! सोनिया जी की मखमली पीठ पर किस करने में मुझे अलग ही मज़ा मिल रहा था।
“ओह रोहित जी सिसस्ससस्स आह्ह सिससस्स ओह आह्ह।”
मैं झमाझम सोनिया जी की पीठ पर किस कर रहा था। अब मैं सोनिया जी के मस्त सेक्सी चूतड़ों को मसल भी रहा था। फिर मैं सोनिया जी के चूतड़ों पर चपेड़ मारने लगा। तभी सोनिया जी दर्द से झल्लाने लगी।
“आहा सिससस्स आह्ह ओह मम्मी।”
“बहुत मस्त चूतड़ है सोनिया तेरे आह्ह।मज़ा आ रहा है।”
मैं सोनिया जी के चूतड़ों को बजाये जा रहा था। सोनिया जी आहे भर रही थी, लेकिन वो उनके चूतड़ पर चपेड़ मारने से मुझे रोक नहीं रही थी। सोनिया जी को भी गांड पर चपेड़ मरवाने में मज़ा आ रहा था।
“आईई आहह आहह आईई सिसस।”
“क्या सेक्सी चूतड़ आहह बहुत मज़ा आ रहा है, आह।”
सोनिया जी के चूतड़ों पर अच्छे से चपेड़ मारने के बाद अब मैं नीचे बैठ गया और अब मैं सोनिया जी की शानदार जानदार गांड पर किस करने लगा। सोनिया जी अब गांड को इधर-उधर हिलाने की कोशिश कर रही थी।
“सिससस्स आह्ह आह्ह आह्ह।”
मुझे तो सोनिया जी की गांड पर किस करने में बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। मैं तो सोनिया जी चूतड़ों को काट रहा था। सोनिया जी कसमसा रही थी। मैं सोनिया जी के गौरे चिकने चूतड़ों का जम कर मज़ा ले रहा था। सोनिया जी दीवार से चिपकी हुई थी।
“आहह सिसस् उन्ह ओह्ह्ह आहह।”
फिर मैंने बहुत देर तक सोनिया जी की गांड पर किस किये। सोनिया जी की गांड किस करने से पूरी गीली हो चुकी थी। अब मैं सोनिया जी को वापस पलंग के पास ले आया। अब मैंने सोनिया जी को नीचे बैठा दिया और फिर मैं उनके मुँह में लंड सेट करने लगा। तभी सोनिया जी फिर से नखरे दिखाने लगी।
“मुँह में तो पहले ही डाल लिया ना आपने”
“वो तो पलंग पर पेला था। अब यहाँ बजाने में अलग ही मज़ा आएगा।”
“आप नही मानोगे।”
तभी सोनिया जी ने मुंह खोल दिया। अब मैंने सोनिया जी के मुंह में लंड रखा और फिर सोनिया जी के सिर को पकड़ कर मैं उनके मुंह को चोदने लग गया। अब मेरा लंड घप-घप सोनिया जी के मुंह में अंदर बाहर होने लगा। सोनिया जी की मुंह ठुकाई करने में मुझे बहुत ही ज्यादा मज़ा आ रहा था।
“ओह्ह्ह सोनिया जी आहह बहुत मज़ा आ रहा है आहह।”
मैं गांड हिला-हिला कर सोनिया जी के मुंह में लंड पेल रहा था। अब तो सोनिया जी चुप-चाप बैठ कर मुंह में लंड ठुकवा रही थी। मैं खड़े-खड़े सोनिया जी के मुंह में लंड ठोक रहा था।
“आहह बहुत दिनों के बाद आज इतना मज़ा आ रहा है। आहह ओह्ह्ह सोनिया जी।”
मेरा लंड लगातार सोनिया जी के मुंह की ठुकाई कर रहा था। मेरा लंड पूरा गिला हो चुका था। फिर मैंने बहुत देर तक सोनिया जी के मुंह में लंड पेला। अब मैंने सोनिया जी को खड़ी कर दिया और फिर से सोनिया जी से घोड़ी बनने के लिए कहा।
“अब फिर से घोड़ी? ओह्ह रोहित जी।”
अब सोनिया जी क्या करती? वो चुपचाप फिर से पलंग को पकड़ कर घोड़ी बन गई। अब मैं फिर से सोनिया जी के चूतड़ों पर चपेड़़ मारने लगा। तभी सोनिया जी फिर से करहाने लगी।
“आहह आहह आईई आह आहह।”
“बहुत ही मस्त गांड है।”
आपको मेरी कहानी कैसी लगी मेल करके बताए