हेलो एवेरिवन, मेरा नाम है, चलो नाम में क्या रखा है, वो जाने दो. मैं आमेडबॅड गुजरात का रहने वाला हू. आज मैं आपको बताने जेया रहा हू जीजा साली के सेक्स के बारे में. मेरी साली जिसकी आगे 21 एअर ओल्ड है, और उसका फिगर ऐसा कुछ बड़ा नही है. बस जवानी में कदम रखते ही होता है, वैसा है. पतली सी है, और देखने में मज़ा आता है.
ये बात 1 एअर पहले की है, जब उसे सेक्स के बारे में कुछ पता नही था, तोड़ा भी नही. उस टाइम पे हम बात करते ना, तो मेरी नीयत में कुछ ऐसा था की मैं उसे छोड़ डू. बुत उसके वो छ्होटे बूब्स को हर रोज़ देखने से ऐसा लगा की अब तो छोड़ना ही पड़ेगा.
मैं हर रोज़ मौका देख रहा था. उसको मैं तोड़ा ओपन वाला मेसेज कर देता. एक दिन उसके साथ डरे वाला ग़मे खेला मैने. मेरी वाइफ जॉब पे थी. हम दोनो अकेले थे, तो वो डरे में मैने उसे डरे दिया की मुझे सेक्स के बारे में बताओ क्या जानती हो.
शी: जीजू वो क्या होता है?
मे: सेक्स वो चीज़ है जिससे बच्चे पैदा होते है, और उससे पहले मज़ा बहुत आता है.
शी: कैसा होता है, आप वो तो बताते नही.
मे: बता तो डू, बुत एक प्रॉमिस करो की ये हम दोनो के बीच की बात किसी को पता नही चलनी चाहिए. चाहे कुछ भी हो जाए.
शी: प्रॉमिस जीजू.
मे: चलो एक वीडियो दिखता हू. उस विदेव से आपको सब पता लगेगा.
मैने फिर एक पॉर्न दिखाया उसको. वो ध्यान से देख रही थी. 1 अवर देखने के बाद उसकी पनटी गीली हो गयी थी, तो उसने कहा-
शी: यहा कुछ हो रहा है.
और वेजाइना पे हाथ रख कर दिखाया.
मे: बोलो कैसा लगा?
तो वो बोली: क्या गंदा-गंदा कर रहे थे.
मैने बोला: एक बार ट्राइ करो, अगर मज़ा नही आए तो बोलना.
शी: कैसे कर सकते है वो तो बोलो?
मे: कपड़े उतार दे सारे, मैं दिखता हू.
शी: ओक.
उसने पहली बार पुर कपड़े उतारे. पूरी कक़ची काली दिख रही थी वो.
मैने भी कपड़े उतारे. वो तो एंजाय कर रही थी. मेरा पेनिस उतना बड़ा नही है जैसे लोग बोलते है 8 इंच का, 10 इंच का. आवरेज है 6 इंच का और 2.5 इंच मोटा.
शी (लंड को देख के): ये क्यूँ इतना हार्ड हो रहा है?
मे: उसको अब भूख लगी है.
शी: वो क्या खाता है?
मे: वेजाइना को. ये वेजाइना में जाएगा, और उसको जो मिलेगा वो खाएगा.
अब तक उसने सेक्स सिर्फ़ देखा था. अब उसको दिखना था की कैसे होता है.
मे: चलो अब लेट जाओ यहा पे.
शी: ओके, लेट जाती हू.
मे: चल आज तुझे चॉक्लेट खिलता हू.
शी: वो कहा है?
मैने मेरे लंड पे चॉक्लेट लगाई, और उसे बोला: ले चूज़ ले.
उसे कुछ पता नही था, तो जो बोल रहा था वो कर रही थी. वो शांति से चूस रही थी, और थोड़ी देर में उसे मज़ा आने लगा था.
फिर वो बोली: बहुत मज़ा आ रहा है जीजू.
मैने बोला: मुझे भी चूसनी है तेरी वेजाइना.
तो वो बोली: वो कों चूस्टा है?
मे: मैं चूस्टा हू.
शी: ओके, जैसे आप बोलो.
उसे सुला दिया मैने और लेग्स खोल के चूसना चालू किया. वो तो जैसे वाइब्रट कर रही थी. उसे इतना मज़ा आ रहा था.
शी: जीजू ये क्या कर रहे हो? आ मज़ा बहुत आ रहा है. कुछ निकल रहा है अंदर से. प्लीज़ करते रहो, बहुत मज़ा आ रहा है.
फिर मैने उसे 69 की पोज़िशन में किया. तो वो बोली-
शी: ये कैसे होता है.
मैने उसको सीख्या, फिर 20 मिनिट सिर्फ़ सक किया एक-दूसरे को. बहुत मज़ा आ गया था. अब बारी है चुदाई की. वो सील पॅक थी पूरी नंगी. और मेरा लंड भी उतावला हो रहा था की बस अब करना है.
मे: चलो अब मस्त लेग्स खोल के लेट जाओ.
शी: ओक जीजू.
मैने अपना लंड उसकी वेजाइना के मूह पे रखा, और एक ही बार में आधा लंड अंदर डाल दिया. उसकी आँखें बड़ी हो गयी, आँसू आ गये, और छूट से ब्लड भी निकल रहा था. वो लेग्स पटक रही थी की जीजू निकालो प्लीज़ निकालो.
मैं बस उसके छ्होटे-छ्होटे बूब्स से खेल रहा था आचे से. फिर वो रेलेक्ष हो गयी तो मैने मस्त उसे छोड़ना चालू किया. तकरीबन 20 मिनिट की चुदाई के बाद भी मेरा पेनिस पानी नही छ्चोढ़ रहा था. उसने 2 बार पानी छ्चोढ़ दिया था. अब वो तक गयी थी, और मैं छोड़ रहा था.
फिर जैसे ही मेरा निकालने लगा, तुरंत ही मैने बाहर निकाल के उसकी बेल्ली पे सारा माल निकाल दिया. फिर 10 मिनिट रुकने के बाद अगेन पेनिस हार्ड हुआ, और मैने उसको बोला-
मे: साली साहिबा, एक बार और हो जाए?
तो वो बोली: बहुत दर्द हो रहा है.
मैने बोला: उतना तो चलता है.
तब उसकी नज़र पेनिस पे गयी. उसपे ब्लड लगा था. वो तो दर्र गयी और बोली-
शी: ये क्या हुआ आपके पेनिस को?
फिर मैने सब संजया की वो अब काली से फूल बन गयी थी. जब वो उठी तो उससे चला नही जेया रहा था. तो मैने उसे उठाया और बातरूम ले गया. वाहा हमने साथ में नहाना चालू किया. मेरा मॅन तो भरा नही था, तो मैने अगेन सेक्स करना चालू किया.
वो बोली: जीजू अब नही होगा.
पर मेरा मॅन नही मान रहा था, तो पहले मैने उसे ब्लोवजोब दिया. वो 20 मिनिट तक बिना कुछ बोले बस चूस रही थी. अब उसको लिटा के मैने पुसी चूसना चालू कर दिया. वो अगेन एग्ज़ाइटेड हो रही थी. बस एक ही बात बोल रही थी-
शी: जीजू बस अब मुझे आपका वो डेडॉ मेरे अंदर.
मैने उसे उस दिन अगेन छोड़ा. शाम होते-होते मैने उसे 3 बार छोड़ दिया. शाम को उसे उसकी वेजाइना में सूजन दिख रही थी. तो मैने मलम लगा के दिया और आचे से फिंगरिंग की. मेरा मॅन अब भी था की छोड़ डू. बुत अब वो तक गयी थी, और बीवी के आने का टाइम भी हो गया था.
अब तो हर मौके पे हम सेक्स करते है. अकेले मिले, और सेक्स चालू.
दोस्तों उमीद है आपको कहानी अची लगी होगी. अगर पदंड आए तो अपने फ्रेंड्स के साथ भी ज़रूर शेर करना. कहानी पढ़ने के लिए धन्यवाद.