ही फ्रेंड्स मेरा नाम अरुण है. आप सब ने “तारक मेहता का उल्टा चश्मा” सीरियल तो देखा ही होगा. आज की जो मेरी कहानी है वो उसी के चरक्टेर्स अंजलि भाभी और अय्यर के बारे में है.
आप सब तो जानते ही होंगे की अंजलि स्वीट होने के साथ-साथ सेक्सी भी है. इस कहानी में मैं आपको बताऊंगा की कैसे अय्यर ने अंजलि को लिफ्ट में छोड़ा. तो चलिए कहानी शुरू करते है.
अंजलि एक मॉल में शॉपिंग करने गयी थी. वह पर उसको एक घंटा हो चूका था. उसने पजामी सूट पहना हुआ था. उसकी पजामी लाल रंग की थी और शर्ट येलो कलर का.उसका शर्ट स्लीवलेस था जो उसको और भी सेक्सी बना रहा था. उसकी बगल एक-दम साफ़ थी. तभी िएर भी वह पर आ गया. िएर को नहीं पता था की अंजलि वह पर थी.
तभी िएर ने अंजलि को वह ड्रेस देखते हुए देख लिया. अंजलि को देखते ही िएर का लुंड खड़ा हो गया. उसके गोर-गोर ब्रा में कैसे हुए बूब्स देख कर िएर के मुँह में पानी आ रहा था.तभी िएर अंजलि की तरफ बढ़ने लगा. उसने सोचा की उसको अंजलि से बात करनी चाहिए. जैसे ही वो अंजलि की तरफ बढ़ा तो अंजलि वह से निकल गयी.
अंजलि को निचले फ्लोर पर जाना था तो वो लिफ्ट की तरफ जा रही थी. िएर ने भी उसका पीछे किया. फिर अंजलि लिफ्ट में चढ़ गयी और िएर भी उसके पीछे चढ़ गया.
लिफ्ट में िएर और अंजलि २ जान ही थे. तभी अंजलि ने िएर को देखा और बोली-
अंजलि: अरे आप यहाँ?
अय्यर: जी.
अंजलि: शॉपिंग करने आये हो?
अय्यर: मैं यहाँ किसी से मिलने आया था.
अंजलि: तभी मैं सोचु की आपके हाथ में कोई सामान नहीं है.
कई बार कुछ लोगो की किस्मत बहुत अछि होती है. िएर की किस्मत भी अछि निकली और तभी लिफ्ट रुक गयी. लिफ्ट में कुछ प्रॉब्लम हो गयी जिसकी वजह से वो बीच रास्ते में बंद हो गयी.
तभी लिफ्ट में अनाउंसमेंट हुई की लिफ्ट एक घंटा नहीं चल पायेगी. ये सुन कर अंजलि की गांड फट गयी और िएर खुश हो गया. उसने भगवन का शुक्र किया की लिफ्ट खराब हो गयी.
कुछ ही देर में लिफ्ट में ऑक्सीजन काम होने लग गयी. अंजलि परेशान हो गयी और उसको सांस लेने में प्रॉब्लम होने लगी. वो िएर को बोली-
अंजलि: भाई साब कुछ कीजिये. मुझे सांस नहीं आ रही.
अय्यर ने दिमाग लगाया और बोलै: ऐसे तो कुछ नहीं होना. लेकिन एक रास्ता है. अगर बोलो तो बताऊ.
अंजलि: जल्दी बोलिये.
अय्यर: ऐसी सिचुएशन में किश करने से सांस लेने में दिक्कत नहीं होती.
अंजलि: ये कैसे हो सकता है?
अय्यर: ऐसा ही है. अगर आपको सांस नहीं आ रही तो आप तरय कर सकते हो.
अंजलि की मुश्किल बढ़ती जा रही थी और उसके पास कोई रास्ता भी नहीं था. फिर उसको िएर की बात माननी पड़ी. उसने िएर से कहा-
अंजलि: ठीक है फिर करते है.
अय्यर ये सुन कर खुश हो गया. वो अंजलि के पास गया और उसने अंजलि को कस के पकड़ लिया. इससे पहले की अंजलि कुछ बोल पाती िएर ने अपने होंठ अंजलि के होंठो के साथ चिपका दिए.
अय्यर पागलो की तरह अंजलि के होंठ चूसने लग गहा. पहले १-२ मिनट तो अंजलि को ाचा नहीं लगा लेकिन फिर उसको मज़ा आना शुरू हो गया. अब वो भी िएर का साथ देना शुरू हो गयी.
अय्यर बहुत कमीना था. जैसे ही उसने देखा की अंजलि गरम हो गयी थी तो उसने अंजलि की गांड पर अपने हाथ रख लिए. फिर वो अंजलि की गांड दबाने लग गया.
क्या सॉफ्ट गांड थी अंजलि की और उसको दबा कर क्या मज़ा आ रहा था िएर को. अंजलि और गरम हो रही थी और अब िएर उसके साथ जो चाहे कर सकता था.
अय्यर ने ज़रा भी टाइम वास्ते नहीं किया और अंजलि की पजामी में हाथ दाल लिया. आगे से वो अंजलि का एक बूब दबाने लग गया. अब अंजलि भी समझ गयी थी की उसकी चुदाई पक्की थी.
फिर िएर ने अंजलि को घुमा लिया और लिफ्ट की दीवार के साथ लगा लिया. िएर का लुंड अंजलि की गांड पर घिस रहा था. अंजलि भी मस्ती भरी आहें भर रही थी.
फिर िएर ने अंजलि का शर्ट ऊपर किया और उसकी पजामी नीचे कर दी. इससे अंजलि की पंतय में कस्सी हुई गांड िएर के सामने आ गयी. फिर िएर नीचे बैठ गया और उसने अंजलि की पंतय नीचे की.
अंजलि की छूट पहले से ही गीली हुई पड़ी थी. िएर ने छूट का रस देखा और छूट पर अपना मुँह लगा लिया. वो पागलो की तरह अंजलि की छूट को चूसने लग गया. अंजलि भी मज़े से अपनी छूट चुसवा रही थी.
१० मिनट तक िएर ने अंजलि की छूट को चूसा. इस बीच अंजलि एक बार झाड़ भी गयी और िएर ने उसकी छूट का सारा पानी पी लिया. फिर िएर खड़ा हुआ और उसने अपनी पंत और अंडरवियर उतार दिया.
अंडरवियर उतारते ही िएर का लम्बा मोटा लुंड बाहर आ गया. फिर िएर ने अपना लुंड अंजलि की छूट पर सेट किया. अंजलि पहले से ही मदहोश हुई पड़ी थी और आहें भर रही थी.
फिर िएर ने एक ज़ोर का झटका मारा जिससे उसका पूरा लुंड एक ही बार में अंजलि की छूट में चला गया. अंजलि की ज़ोर की चीख निकली और िएर ने फुल स्पीड पर अपना लुंड अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया.
उसने अंजलि को गर्दन से पकड़ कर लिफ्ट की दीवार से लगा लिया और ताबड़-तोड़ उसकी छूट छोड़ रहा था. साथ में वो उसकी गांड पर थप्पड़ भी मार रहा था. अंजलि पूरे मज़े में थी और कुटिया की तरह चुद रही थी.
अय्यर भी अपने चरम पर था और पागल हो गया था. वो अंजलि के बाल खींच रहा था और उसके मुँह पर थप्पड़ मार रहा था. अंजलि का मुँह लाल हो गया था लेकिन फिर भी उसको मज़ा आ रहा था.
२० मिनट अय्यर उसी पोजीशन में अंजलि को छोड़ता रहा. फिर उसने अपना लुंड अंजलि की छूट से बाहर निकाल लिया. उसने अंजलि को जल्दी से घुमाया और अपना लुंड उसके मुँह में दाल दिया.
फिर उसने अंजलि के बाल पकड़ लिए और उसके मुँह में धक्के देने लगा. अंजलि की सांस रुक रही थी लेकिन उसको मज़ा भी आ रहा था.
५ मिनट िएर ने ऐसे ही उसके मुँह को छोड़ा. फिर उसने अपना सारा माल अंजलि के मुँह में निकाल दिया. अब िएर का पानी अंजलि के मुँह से बाहर आ रहा था. कुछ पानी वो पी गयी और कुछ उसने अपने बूब्स पर मॉल लिया.
तभी अनाउंसमेंट हुई की लिफ्ट ५ मिनट में चलने वाली थी. ये सुन कर अय्यर और अंजलि दोनों ने अपने कपडे ठीक कर लिए. फिर लिफ्ट खुल गयी और अंजलि और िएर दोनों बाहर आ गए.
दोनों ने एक-दुसरे को देख कर स्माइल की और फिर दोनों अपने-अपने रास्ते चल दिए.
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