ही दोस्तो, उमिद है आपकी “प्यासी शिल्पा की छूट चुदाई स्टोरी-1” पसंद आया होगा. अब आयेज..
क्योकि उसने एक ब्लॅक कलर की नाइट डाली हुई थी, वो भी जाली वाली. जिसमे से उसका गोरा जिस्म सॉफ सॉफ दिख रा था. उसने अपने होंठो उसने गुलाबी किया हुआ था, साली सच मे वो बहोट ही मस्त लग र्ही थी.
शिल्पा – लक्ष तुम इस टाइम यहाँ क्या कर र्हे हो, आयो अंदर आयो.
मैं अंदर आया और मैं बोला – माँ सॉरी इस अक्कोनूट मे मैं पैसे जमा न्ही कर पाया.
शिल्पा – पर क्यो ?
मैं – क्योकि ये अक्कोनूट जिस काम के लिए उसे होता है, वो आपके संस्कार को सूट न्ही करता. मैं न्ही चाहता मेरे होते हुए, आप किसी और के साथ ये सब करे.
शिल्पा गुस्से मे बोली – मेरे पति बनने की कोशिश मत करो तुम समझे. अछा तो क्या तुम मुझे वो सुख दे स्केट हो.
मैं – हन क्यो न्ही, आख़िर वो सुख देने के लिए तो आज मैं आपके पास आया हूँ.
शिल्पा – ठीक है पर याद र्खे की ये बात हम दोनो के बीच मे ही रहनी चाहईीए.
मैं – ठीक है.
फिर शिल्पा मुझे अपने साथ बातरूम मे ले गयइ. व्हन उस्न मेरे सामने बातरूम किया, और खुद मेरे सामने नंगी हो गयइ. मैं अपनी दोनो आँखें फाड़ कर उसके जिस्म को देख रा था. फिर उसने मुझे कपड़े निकालेने को खा, मैं झट से उसके सामने नंगा हो गया.
जब उसने मेरे 8 इंच लंबे और 3 इंच मोटे लंड को देखा तो वो बोली – मैं तो पागल थी, जो इधेर उधेर मर्द देख र्ही थी. तुम्हारा लंड तो बहोट ही मस्त लग रा है, चलो अब आयो मेरे पास.
मैं उनके पीछे से चिपक गया और अपना लंड उनकी गंद के छेड़ पर रगड़ेने लग गया. शीपला ने शवर ओं किया और हम दोनो के उपेर ठंडा पानी गिरने लग गया.
शिल्पा – लक्ष याद र्हे तुम अब मेरी मर्ज़ी के बिना कुछ न्ही कर स्केट, इसलिए ये लंड बाहर निकालो मेरे चुटटरो से.
मैने उसके कहने से अपना लंड वापिस उसकी चुटटरो मे से निकल लिया और फिर शिल्पा मुझसे बोली.
शिल्पा – देखो लक्ष मुझे सेक्स की भूक न्ही है. मेरे पति ने मुझे पिछले 6 सालो से न्ही छोड़ा है. और वो खुद अपने ऑफीस की सारी लड़कियो को छोड़ चुके है. मुझे सेक्स के आज पूरे मज़े लेने पर वो भी मर्ज़ी से. मुझे सेक्स की भूक न्ही है.
पर तुम्हारा लंड बहोट मस्त है, इसे देख कर ही मेरी छूट मे खुज़ली होने लग गयइ है. इसलिए मैं आज तुम्हारे लंड को अपनी छूट मे ज़रूर लूँगी. अछा चलो अब अब तुम नीचे बैठ कर शवर के नीचे मेरी छूट चतो और शवर का पानी मेरी छूट से होते हुए, तुम्हारे मूह मे जाना चाहईीए.
ये कहते ही उसने अपनी तंग उठा कर टाय्लेट सीट पर र्ख ली. इस पोस्टीओं मे वो साली पूरी सन्नी लीयोन लग र्ही थी. वेसए भी शिल्पा का जिस्म सेम तो सेम सन्नी लीयोन जेसा है. एक गोरी और पतली सी लड़की सच मे बहोट ही सेक्सी लग र्ही थी.
मैं नीचे बैठ कर उसकी छूट पर अपना मूह लगा लिया. शिल्पा भी अपनी छूट को मेरे मूह के उपेर दबा कर अपनी छूट चटवाने लग गयइ थी. मैं उसकी छूट को अपनी जीब से ज़ोर ज़ोर से चाटने लग गया.
वो बीच बीच मे शवर ओं कर देती, जिससे पानी उसके बूब्स से होते सीधा छूट पर आ जाता. और मैं उसकी छूट से होता हुआ पानी अपने मूह मे ले कर पी जाता. कसम से ऐसा करने मे मुझे बहोट ज़्यादा मज़ा आ रा था.
फिर करीब 30 मिनिट तक मैने ऐसे ही उसकी छूट को अपनी जीब से चटा और उसकी छूट का हल्का हल्का पानी निकल रा था. छूट चाटने मे मेरी ना हो गयइ थी, पर साली शीपला का पानी न्ही निकाला था. क्योकि जेसे ही उसकी छूट गरम होती, तभी वो शवर ओं करके ठंडे पानी से अपनी छूट को ठंडा कर देती थी.
शिल्पा – वेरी गुड, चलो अब मुझे उठा कर सोफे पर ले चलो.
मैं उसकी बात मानी और शिल्पा को उठा कर सोफे पर आ कर लेआटा दिया, फिर शिल्पा ने मुझे मेरा फोन टेबल से उठा कर दिया और बोली.
शिल्पा – ये लो अपने बॉस को फोन करो और खो की मैं अगले 3 दीनो तक न्ही आ स्कता.
उसकी बात सुन कर मुझे लगा की ये बहें की लोदी माजी हुई खिलाड़ी है. पूरे 3 दिन तक मेरी गंद छोड़ेगी ये साली. फिर मैने अपने बॉस को फोन किया और अगले 3 दीनो की मैने छुट्टी ले ली.
फिर शिल्पा ने मुझे अपने साथ बिता कर मेरे होंठो को चूसना शुरू कर दिया. मैने उसके गुलाबी होंठो को चूसने लग गया. उसके होंठो को चूसने के बाद मैने उसके बूब्स को चूसना शुरू कर दिए.
उसके बूब्स एक पॉर्न स्तर की तरह थे, एक दम खड़े हुए थे. मैने उसके निपलेस को अपने दंटो से काटना शुरू कर दिया. जिससे वो ज़ोर ज़ोर से छीलाने लग गयइ. मैं फिर नीचे ज़मीन पर बैठ कर उसकी दोनो टाँगे हवा मे उठा कर उसकी छूट को चाटने लग गया.
जब उसकी छूट चिकनी हो गयइ तो मैने अपना लंड उसकी छूट पर रगड़ना शुरू कर दिया. अब उससे भी पता था की मेरा लंड उसकी छूट मे जाने वाला है. इसलिए शिल्पा पहले ही मुझे बोलने लग गयइ.
शिल्पा – लक्ष मैने तुम्हे ब्टाया था ना, की मेरी छूट मे 6 सालो से चूड़ी न्ही है. इसलिए मेरी छूट मे अपना मोटा लंड बड़े प्यार से और धीरे से डालना प्लीज़.
मैने अपना लंड उसकी छूट मे डालना शुरू कर दिया. उसकी छूट सच मे बहोट ज़्यादा टाइट थी. मेरा लंड बार बार उसकी छूट से फिसल रा था, फिर हर कर शिल्पा ने मेरा लंड अपने हाथ से प्कड़ा और अपनी छूट के छेड़ पर सेट करके वो बोली.
शिल्पा – अब डालो पर धीरे से.
मैने फिर तोड़ा सा ज़ोर लगया और मेरा लंड तोड़ा सा अंदर चला गया. उसकी छूट सच मे बहोट ज़्यादा टाइट थी. शिल्पा ज़ोर से छिला कर बोली.
शिल्पा – मैं छाए रोने लग जौन पर तुम पूरा लंड दल कर ही मानना अब डालो.
ये कहते ही उसने एक लंबी सांस भारी और अपने होंठो को अपने दंटो मे दबा लिया. फिर मैं टीन जोरदार ढाको से अपना पूरा लंड उसकी छूट मे दल दिया. शिल्पा की हालत देखने वाली थी, वो दर्द के मारे ज़ोर ज़ोर से सोने लग गयइ थी. पर उसकी कोई सुनने वाला न्ही था.
जेसे उसने खा था, मैं वेसए ही कर रा था. उसकी छूट को ज़ोर ज़ोर से छोड़ रा था, उसकी छूट को मैने फाड़ कर र्ख दिया था. पर उसकी छूट अंदर से बहोट गरम थी. इसलिए करीब 5 मिनिट की चुदाई के बाद मेरे लंड अपना सारा पानी उसकी छूट मे भर दिया.
मैने ज़ोर ज़ोर से हफाने लग गया और मैं उसके उपेर से हट कर साइड मे ल्ट गया. शीपला की छूट मे से खून निकल रा था, और तोड़ा सा खून मेरे लंड पर भी लगा हुआ था. मैं साँझ गया की 6 सालो मे छूट फिर से नयी बन चुकी थी. जिसे मेरे लंड ने फिर से फाड़ दिया है.
शिल्पा – तुम्हारा लंड मे और तुमने बहोट दम है, पर अफ़सोस तुम बहोट जलदी फ्री हो जाते हो.
मैं – मेडम ऐसी बात न्ही है, डर्सल मैं रंडियो को छोड़ता हूँ. उन सालियो को 5 मिनिट मे ही छोड़ना पड़ता है. इसलिए मैने अपने लंड का पानी जल्दी निकल दिया. पर आप फिकर ना करो अब मैं अगली बार जाम कर छोड़ूँगा.
शिल्पा – ठीक है देखते है आयेज, अभी तो तुम मेरे साथ बातरूम मे चलो मुझे सॉफ करो.
फिर मैं उसे बातरूम मे ले गया और हम दोनो एक दूसरे को सॉफ किया. अब मैं उसे उठा कर उसे बेडरूम मे ले गया. व्हन मैं पहले करीब 15 मिनिट तक उसकी छूट और गंद मे अपनी जीब दल कर उसे छोड़ा.
फिर उसकी दोनो टाँगे अपने कंधो पर र्ख कर उसे मैं ज़ोर ज़ोर से छोड़ने लग गया. अब की बार शिल्पा को भी मुझसे चूड़ने मे बहोट मज़ा आ रा था. कसम उस जेसी मस्त जवान औरत को छोड़ने मे मुझे सच मे बहोट ज़्यादा मज़ा आ रा था.
उसके बाद करीब 35 मिनिट की जोरदार और जबरदस्त चुदाई के बाद शिल्पा की छूट ने दो बार अपना पानी निकल दिया था. हम दोनो पसीने से पूरी तरह से भीग चुके थे. फिर जब मेरे लंड का पानी निकाला तो मैं उसके उपेर तक कर ल्ट गया.
मेरा लंड अपने आप छ्होटा हो कर उसकी छूट से बाहर निकल लिया. उसके बाद हम दोनो ना जाने कब सो गये. शाम को 4 बजे मेरी आँख खुली तो मैने देखा की शिल्पा मेरा लंड चूस र्ही थी और जब मैं उठा तो उसने मुझे छाए दी और बड़े प्यार से बोली.
शिल्पा – जान . लोवे . सो ., आज तुमने जो मज़ा मुझे दिया है. उसके लिए कब से . र्ही थी. . . सो . आज से मैं हम दोनो . वाइफ बंद कर रहगें. मैं तुम्हे जब भी कहूँगी, तुम्हे तभी . के सारे काम छ्चोड़ कर मुझे छोड़ने के लिए आना होगा.
मैं – ठीक है ..
दोस्तो के बाद अगले दिन 3 दीनो मे मैने उसकी गंद छूट मूह सब कुछ छोड़ा. उसके बाद मैने शिल्पा की फ्रेंड्स को भी छोड़ना शुरू कर दिया. और इस तरह मैं एक जिगलो बन गया. मैं आपको इससे आयेज की कहानी भी ज़रूर बटुंगा.
पर पहले आपको मुझे ये बतो की आपको मेरी ये कहानी सच मे केसी लगी. मुझे आपके कॉमेंट्स, मेल्स और लीके का इंतेज़ार रहेगा.