हेलो मेरा नाम राज है आंड मेरी उमर है 24 साल आंड मेरी बेस्टीए का नाम प्रिया है. ये उसके घर पर होली के दिन की चुदाई का किस्सा है. जब उसके घर वेल बाहर गये थे आंड वो घर पर अकेली थी.
प्रिया की उमर 25 साल की है आंड उसकी हाइट 5.7 थी. आंड उसका फिगर 36-31-34 था. मई उसको धेक कर हर दिन सोचता था की 1 बार ये मिल जाए तो मज़ा आ जाएगा.
फिर 1 दिन जब होली थी तब प्रिया ने मूज़े उसके घर बुलाया था. आंड बोली थी की जल्दी आ जाना क्यूकी उसके घर पर कोई नही था. उसको भौत अकेला अकेला लग रहा था.
मेरा मॅन वो सुनके बेचैन हो गया आंड मॅन (हार्ट) मई सोचा. की अगर आज मौका मिलेंगा तो आज बिस्तर पर उसके साथ और भी सारे चीज़े खेलूँगा.
मैने पहले कॉंडम खरीदा आंड जल्दी से जल्दी उसके घर पौच् गया. जेसे ही मई पौच्ा मैने धेका की प्रिया ने वाइट सलवार आंड छोटी सी पंत पेनी है. जैसे वो उसके पुराने कपड़े हो.
उसकी सलवार को धेक कर ऐसा लग रहा था की वो कभी भी फॅट सकता है. आंड उसके पूरे चुचे मूज़े धिक जाएँगे. मानो वो कपड़े उसके पुराने स्कूल के हो क्यूकी होली का दिन था.
उसने मूज़े जेसे ही धेआका मूज़े गले लगा दी आंड बोला “मई भौत बोर हू गये थी इतना टाइम क्यू लगाया राज” जब वो मेरे गले (हग) लगी तब उसके चुचे मेरे चेस्ट को फील होरे थाई आंड मानो उसने कपड़े ही ना पहेने हो. मैने उसको कहा की मई तोड़ा काम से 1 जघा रुक गया
उसने हेस्ट हेस्ट कहा चलो अभी भौत लाते हू गया अंदर आ जाओ. मैने भी कॉंडम अपने वॉलेट मई रखा था की पता ना चले. जेसे ही मई अंदर आया मैने देखा की प्रिया ने सिर्फ़ मूज़े बुलाया था आंड किसी और को नही.
जिस से मूज़े और खुशी हू गयी की उसको छोड़ने के लिए मानना आसान होगा. हम फिर उसके गार्डेन मे होली खेल रहे थे आंड मैने रंग लगते लगते उसके चुचो पर लगा दिया.
वो हास कर बोली “आज तो पूरा चान्स लेरे हो राज” मई भी हास कर बोला “अरे ग़लती से हो जाता है लड़को मे.” थोड़ी देर बाद हम दोनो तक गये और उसके घर के लिविंग रूम मे आ गये.
उसने फिर पूछा की कुछ लूँगा या नही, मैने बिना कुछ सोचे बियर बोल दिया. वो हस्स पड़ी क्यू की हुँने कभी साथ मे बियर नही पिया था ना कभी मैने आल्कोहॉल ट्राइ किया था.
वो मूज़े रुकने बोली जब तक वो लाएगी . मैने जेसे ही उसको जाते देखा मई उसके पेचए चल पड़ा. आंड किचन मे ही वापिस उसके चुचे दबा दिया.
वो मोन करते हुए बोली “राज ये क्या कर रहे हो, अभी तक तो दारू भी नही ली और इतने जल्दी इतने सारा”. मैने कहा “तारक की कोई टाइम नही होता प्रिया, अभी हो या बाद मे.”
मई जेसे जेसे उसके चुचे दबा रहा था. वो मेरा लंड को हाथ लगा रही थी. ऐसा लग रहा था की उसकी सलवार तब ही फटत जाएगी आंड वो बोली की मई जौ आंड दरवाज़ा लॉक करके बेडरूम मई आ जौ.
मैने कुछ बिना सोचे समझे जल्दी से दरवाज़ा बंद किया. आंड जेसे ही बेडरूम पहुँचा, उसके पूरे कपड़े उतरे हुए थे आंड वो बेड पर नंगी लेती थी.
फिर उसने पूछा “राज कॉंडम लाए हो क्या?” मैने अपना वॉलेट से कॉंडम निकाला आंड फिर जेसे ही पंत उतारने गया. वो मेरे करीब आई आंड बोली “इतने जल्दी तुम भी तो गीले हो गये हो, पूरी पंत गीली कर दी. अभी मुझे टुमरी पंत उतार के लगाने दो.”
फिर मेरे हाथ से उसने कॉंडम लिया आंड लगाने से पहले चाटने लगी. मई उसका सर पकड़ के उसके मूह मई डाल ना शुरू किया. जब उसके मूह मई डाल रहा था. तब इतना मज़ा आया की उसको मैने दीपत्र्ोआट देने पर मजबूर किया और उसका सर पाकार्ड के ज़ोरो से डालने लगा.
उसके आसू निकलते हुए वो बोली “राज बाबू तुझे पूरा अंदर डालना है तो आजा बेड पर तुझे धिकती हू की दीपत्र्ोआट कैसे होता है.” मई खुशी से बेड पर लेट गया आंड वो बिना कॉंडम के मूह मई लेने लगी. उसके साथ ही साथ वो मेरे गोटू (बॉल्स) के साथ भी खेलने लगी. और बोली “तुझे तो सूखा सूखा जाने नही देने वाली मई.”
फिर मैने उसका वापिस सर पकड़ के उसको पूरा अंदर डाल के कम करना शुरू किया. आंड उसका पूरा मूह वाइट कर दिया. वो बोली की अभी तक माल बाकी है क्या छूट के लिए.
मैने उसको पकड़ के बिस्तर पर लिटाया और बोला “अभी तुम लेतो और देखो.” फिर मई उसकी छूट को फिंगरिंग चालू किया आंड साथ मे उसकी छूट चाटने लगा.
वो मोन आंड चिल्लाते हुए मेरा नाम ले रही थी “राज आ एस राज बेबी दो इट मोरे!!!!” मुझसे भी और रहा नही गया और मैने लंड डाल दिया उसके छूट मे.
मेरा 8 इंच का लंड उसकी छूट मे ऐसे जेया रहा था जेसे ट्रेन 1 टनेल से. वो चिल्लाते हुए मुझे पकड़ ली आंड मूज़े किस करना चालू कर दी. उसको ना चिल्लाने के लिए मई अपनी टंग उसके मूह मे डाल दी. आंड ज़्यादा स्पीड से छोड़ना शुरू किया.
उसके निपल आंड चुचे इतने ज़ोरो से हिल रहे थे की मेरा माल निकालने ही वाला था. मैने उसको बोला की मेरा माल निकालने वाला है. वो बोली की चुचो पर कर दो कम.
मैने जल्दी से अपना लंड के उपर से कॉंडम निकाला आंड उसके चुचो पर झाड़ दिया. फिर मई लेट गया, वो भी पूरी गीली हो कर लेट गयी. उसकी बाद वो बोली की ये हम जब भी रूम मिलेंगे तब करेंगे आंड किसी को बोलना मत.
उसके बाद हुँने बहुत बार चुदाई की जब भी हमे मौका मिलता. काफ़ी बार तो हुँने बाहर पार्क्स मे, सिनिमा हॉल मे भी मज़े किया. वो मेरा लंड चुस्ती और मई उसकी छूट मे उंगली करता. बाकी की चीज़े फिर कभी बतौँगा.
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