ही फ्रेंड्स मेरा नाम विनोद कुमार है. मैं ५१ साल का हु. मेरी हाइट ५’११” है और मेरा लुंड ७ इंच का है. मेरी बीवी का नाम सुषमा है और वो ४५ साल की है.
मेरा एक बीटा है २५ साल का जो कनाडा में जॉब करता है. बेटी मेरी २२ साल की है जो नर्सिंग का कोर्स कर रही है. उसका नाम निशा है. ये जो कहानी है उसमे मैं आपको मेरी और मेरी बेटी के बीच हुए सेक्स के बारे में बताऊंगा.
आपको लगेंगे की मैं हरामखोर हु क्युकी मैंने अपनी ही बेटी के साथ सेक्स किया है. लेकिन मेरे पास कोई ऑप्शन नहीं थी. तो चलिए कहानी शुरू करते है.ये बात २ महीने पहले की है. पिछले ५ साल से मैंने अपनी बीवी के साथ सेक्स नहीं किया था. मैं जब भी उसको सेक्स के लिए बोलता था तो वो मन कर देती थी.
अब मैं सेक्सुअली फ़्रस्ट्राटे हो चूका था. मुझे कैसे भी करके किसी को छोड़ना था. लेकिन मुझे कही कोई जरिया नज़र नहीं आ रहा था. फिर मैंने मुठ मारने और पोर्न देखने का सहारा लिया.लेकिन इससे भी मुझे संतुष्टि नहीं मिल रही थी. फिर एक दिन कुछ ऐसा हुआ की मुझे उम्मीद की एक किरण नज़र आने लगी. मेरी बेटी निशा एक बड़ी ही मॉडर्न और हॉट लड़की है. वो रेगुलरली गयम जाती है और अपनी बॉडी को एक-दम टाइट रखती है.
मैं एक दिन सुबह चाय पी रहा था. बाहर बारिश हो रही थी. तभी निशा अपने रूम से गयम जाने के लिए बाहर आयी. क्युकी बाहर बारिश हो रही थी तो निशा गयम नहीं जा सकती थी.फिर उसने वही हॉल में एक्सरसाइज करने का सोचा. निशा ने टाइट पजामा और टी-शर्ट पहनी हुई थी. जैसे ही वो एक्सरसाइज करने के लिए झुकी तो उसकी कस्सी हुई गांड मेरे सामने आ गयी.
हां वो मेरी बेटी थी लेकिन मैं उसकी गांड को देख कर पागल हो गया. अब मैं उसको ऊपर से नीचे देख रहा था. ३४″ २६″ ३६″ का ज़बरदस्त फिगर तो किसी भी मर्द की नीयत बदल सकता है. ख़ास करके जब वो मर्द सेक्स करने के लिए तड़प रहा हो.उस दिन मैंने पहली बार अपनी बेटी के बारे में सोच कर मुठ मारी. उस दिन के बाद से मैंने निशा पर ध्यान रखना शुरू कर दिया. मैं ये जानना चाहता था की इतनी कड़क लड़की का कोई बॉयफ्रेंड था या नहीं.
फिर एक दिन मैं उसका पीछा कर रहा था तो मैंने उसको किसी लड़के के साथ कॉफ़ी शॉप में जाते हुए देखा. फिर मैंने उनकी बाते सुनी और ये कन्फर्म हो गया की वो निशा का बॉयफ्रेंड ही था.मैंने रात को दोनों को सेक्सी बाते पर भी करते हुए सुना. इससे मेरा काम बन सकता था. एक दिन मेरी बीवी घर पर नहीं थी. वो अपनी किसी फ्रेंड की बेटी के संगीत पर गयी थी.
मैंने पहले से निशा को छोड़ने का प्लान बना रखा था. निशा हर रात दूध ज़रूर पीती है. मैं केमिस्ट शॉप पर जा कर बेहोशी की टेबलेट्स ले आया था. और वही टेबलेट्स मैंने उसके दूध में मिला दी.मैंने केमिस्ट को पहले से ही बोल दिया था की टेबलेट्स पूरी तरह से बेहोश करने वाली नहीं होनी चाहिए. मैं नहीं चाहता था की उसको छोड़ते हुए मैं उसकी आहों को मिस करू.
जब उसने दूध पी लिया तो उसके १ घंटे बाद मैं उसके रूम में गया. उसने ब्लैक लेग्गिंग के साथ रेड टी-शर्ट पहनी हुई थी. उसको लेता हुआ देख कर मेरे मुँह में पानी आ गया.मैंने चेक करने के लिए २-३ बार उसको आवाज़ लगायी. उसने कोई रिएक्शन नहीं दिया इसका मतलब वो बेहोश थी. फिर मैंने अपने कपडे उतार दिए और बिलकुल नंगा हो गया.
मेरा लुंड खड़ा था और उसकी तरफ इशारा कर रहा था. फिर मैंने उसको पैरो से चूमना शुरू किया. उसकी जाँघे बड़ी ज़बरदस्त थी. फिर मैंने उसको सीधा किया और उसके गाल और गर्दन को चूमने लग गया.आज बहुत देर बाद मैं किसी औरत का स्पर्श महसूस कर रहा था. फिर मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी. क्या सेक्सी लग रही थी वो रेड ब्रा में. मैंने उसकी क्लीवेज में मुँह दाल लिया और उसकी ब्रैस्ट की गर्मी का मज़ा लेने लगा.
फिर मैंने उसकी ब्रा उतार दी और उसके निप्पल्स चूसने लगा. काफी हार्ड थे उसके निप्पल्स और उनको चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था. मैंने चूस-चूस कर उसके बूब्स लाल कर दिए.वो भी अब आहें भरने लगी थी. उसके मुँह से उसके बॉयफ्रेंड का नाम बाहर आ रहा था. मेरे लिए ाचा था की वो मुझे अपना बॉयफ्रेंड समझ रही थी. क्युकी इससे वो मुझे पूरा मज़ा देगी.
फिर मैं उसकी कस्सी हुई कमर चूमते हुए नीचे आया. उसकी लेग्गिंग्स छूट की जगह से गीली हो चुकी थी. फिर मैंने उसकी लेग्गिंग उतार दी.वाओ! स्वर्ग का नज़ारा था. इतनी सेक्सी जाँघे पैंटी में ज़बरदस्त लग रही थी. पहले मैंने उसकी पैंटी के ऊपर से उसकी छूट को चूमा. क्या खुशबु आ रही थी उसकी छूट में से एक-दम कमाल.
फिर मैंने थोड़ी देर उसकी जाँघे चूमि. उसके बाद मैंने उसकी पैंटी उतार दी और उसकी छूट को चूमने लगा. उसकी छूट की खुशबु ने मुझे पागल कर दिया और मैं पागलो की तरह उसकी छूट चाटने लगा.वो नागिन की तरह कसमसा रही थी. फिर मैंने उसकी जाँघे खोली और बीच में आ गया. अब मेरा लुंड उसकी छूट को टच हो रहा था. आज मेरा लुंड उस छूट को छु रहा था जो मेरे ही स्पर्म से बानी थी.
मैंने लुंड पर छूट को रगड़ा और फिर अंदर करने लगा. उसकी सिस्किए तेज़ हो गयी लेकिन उसकी आँखें बंद ही थी. २-३ मिनट्स में ही मेरा लुंड उसकी छूट में समां गया.बॉयफ्रेंड होने के बावजूद भी उसकी छूट काफी टाइट थी. फिर मैंने लुंड अंदर-बाहर करना शुरू कर दिया. बहुत मज़ा आ रहा था. ऐसा लग रहा था जैसे मैं जन्नत के सफर पर था.
मेरी बेटी की छूट में कमाल की गर्मी थी. फिर मैंने उसकी टाँगे मोड़ दी और ज़ोर के धक्के मारने लगा. मैं धक्के मारने के साथ उसके बूब्स और होंठ भी चूस रहा था.वो थोड़ा होश में थी और मेरा साथ दे रही थी. उसको भी बहुत मज़ा आ रहा था. और ये उसकी सिसकियों से पता चल रहा था.
मुझे २० मिनट हो चुके थे उसकी चुदाई करते हुए. अब मेरा माल निकलने वाला था. पहले मैंने सोचा की लुंड बाहर निकाल लू. लेकिन लास्ट मोमेंट पर मुझसे रुका नहीं गया और मैंने अपना माल उसकी छूट में ही निकाल दिया.दोस्तों कहानी का मज़ा आया हो तो लिखे और कमेंट ज़रूर करे.