मुझे काफ़ी सारे मेसेज मिले और मुझे पढ़ कर आछा लगा की सब लोगो को मेरी ये तारक मेहता का ऊलतः चश्मः की स्टोरी बोहोट पसंद आ रही है.
कोई भी लड़की या भाभी मुझसे सेक्स छत करना चाहती हो या अपनी सेक्स लाइफ और फॅंटेसी बताना चाहती हो तो बस एक मेसेज करें
निक4उस्ड@गमाल.कॉम
अब स्टोरी पे आते हैं.
जेसा की आप लोगो ने पढ़ा सोढी ने अंजलि की चुदाई की और दोनो ने मेहता को रोशन को छोड़ने भेज दिया था. मेहता भी रोशन को छोड़ने चला जाता है और रोशन भी आख़िर चुड ही जाती है.
हाथी भाई मेहता साहब के घर का गाते खुला देखते हैं और उसकी तरफ बढ़ते है.
अब आयेज….
हाथी भाई जेसे ही गाते पे पोछते हैं तो सीधे गाते से अंदर चले जाते है.
वाहा पे अंजलि और सोढी बेखौफ़ हो के एक दूसरे के उपर नंगे लेते होते है.
हाथी भाई के तो तोते उध जाते है.
अंजलि सोढी के उपर लेती होती है. अंजलि के सेक्सी रसेले बूब्स ताने हुए निपल्स और गुलाबी क्लीन छूट हाथी भाई को सॉफ दिख रही होती है. हाथी भाई का तो बुरा हाल हो जाता है.
हाथी भाई: सोढी?
अंजलि और सोढी जल्दी से खड़े हो जाते हैं हाथी भाई की नज़र तो अंजलि भाभी से हाथ ही नही रही होती.
हाथी भाई: सोढी ये सब क्या हो रहा है?
सोढी(हेस्ट हुए) : आरे हाथी प्रा फिकर ना करो ये सब अब अलोड है.
हाथी सोच मे पढ़ जाता है.
अंजलि: हाथी बही अब कोई भी किसी की भी चुदाई कर सकता है और कोई उसे करने से माना भी नही कर सकता. ये चंपक चाचा ने ही डिसाइड किया था कल.
हाथी की भी घंटी बाज जाती है और वो अंजलि भाभी को ही देखता रहता है. अंजलि भी हाथी भाई को स्माइल दे रही होती है और उसके सामने बिल्कुल नंगी खड़ी होती है.
हाथी भाई: अंजलि भाभी क्या मे भी आपके साथ?
अंजलि: बिल्कुल हाथी भाई ये कोई पूछने की बात है. अंजलि हाथी के पास जाती है और किस करना शुरू कर देती है. दोनो 3-4 मीं तक ज़ोर दार किस करते हैं.
हाथी भाई: सोढी तेरा हो गया ना.
सोढी: हा हाथी प्रा.
हाथी: तो अब तुम घर जाओ और हुँने कारणें दो.
सोढी वैसे ही नंगा अपने घर चला जाता है लेकिन उसको ऐसे सोसाइटी मे कोई देखता नही है.
अंजलि हाथी भाई के सारे कपड़े निकल के साइड फेक देती है. हाथी सोफे पे बेत जाता है और अंजलि बती के पेट पे बेत जाती है.
हाथी अंजलि को पेट पे बिता कर उसके बूब्स चूसने और मसालने लगता है.
अंजलि: सस्स्स्स्सस्स आआअहह हाथी भाईईईईई एम्म्म आअहह एसस्सस्स हाा एसए ही मेरा दूध पीजीइईए आआहह.
हाथी भाई 10 मीं तक अंजलि के बूब्स चूस्ते है. फिर हाथी भाई का लंड 7 इंच लंबा और 3.5 इंच मोटा होता है. हाथी भाई अंजलि को अपने दोनो हाथो से उठा कर लंड पे रख देते है.
लेकिन अंजलि लंड छूट मे ले नही पा रही होती.
अंजलि: हाथी भाई ये तो बोहोट मिटा है मेरी बेचारी छूट का क्या होगा.
हाथी भाई: आरररे अंजलि भाभी हल्का दर्द ही होगा. मे बाद मे पेनकिलर दे दूँगा आपका दर्द बिल्कुल गायब हो जाएगा.
हाथी अंजलि को पकड़ कर लंड पे दबाने लगता है. अंजलि की छूट लंड के टोपे को अपने अंदर समा लेती है.
अंजलि: आआआहह हत्िईिइ भाईईईईई मेरी चुतत्त्टतत्त ऊऊओह माआ निकालो आआअहह.
हाथी अंजलि की चीख किस से दबा देता है. अंजलि को बोहोट दर्द हो रहा होता है. हाथी भाई फिर 5 मीं बाद अंजलि को ज़ोर से लंड पे दबा देते है.
अंजलि: आआआआआआआआहह आआआआआअ आआआआअ
इतने मे मेहता अंदर आ जाता है.
मेहता साहब: अंजलि ऊहहो, हाथी भाई क्या कर रहे हैं आप तोड़ा आराम से कीजिए ना.
हाथी अंजलि को लंड से उठा कर सोफे पे बिता देता है.
(मेहता और रोशन दोनो बेड पे लेते एक दूसरे को किस कर रहे होते है, गाते खुला ही होता है तो सोढी अंदर चला जाता है और मेहता साहब को सब बता कर घर भेज देता है.)
अंजलि की तो छूट फाट चुकी होती है अंजलि बोहोट रू रही होती है उसे बोहोट दर्द हो रहा होता है.
तभी मेहता अंजलि की छूट को चाटने लग जाता है. महता अंजलि की छूट पूरी थूक से भर देता है. मेहता एसए ही 20 मीं तक अंजलि की छूट छत ता रहता है.
अंजलि को छूट चटवाने से बोहोट आराम मिला रहा था. अंजलि इस बीच 2 बार मेहता के मूह पे झाड़ गयी थी लेकिन मेहता फिर भी छूट छत कर अंजलि को रिलॅक्स करता रहा.
उधर हाथी भाई बेत कर अंजलि के बूब्स दबा कर ही अपना टाइम पास कर रहे थे. अब अंजलि का दर्द ख़तम हो चुका था और उसकी दर्द भारी चीखे सिसकारियो मे बदल गयी थी.
अंजलि: ऊऊऊओ तारक म्म्म्मम ऊऊओ बेबी आआहह एसस्स म्म्म्ममम.
और 10 मीं बाद अंजलि मेहता के मूह पर ही झाड़ गयी और उसने मेहता को हटा दिया.
अंजलि: थॅंक योउ तारक अब मुझे बोहोट आछा लग रहा है.
मेहता साहब: क्या अंजलि तुम्हे भी देख के लेना चाहिए था ना.
और हाथी भाई आप भी.
हाथी भाई: सॉरी सॉरी मेहता साहब.
अंजलि: तारक अब आप बेतो मे हाथी भाई को रिलॅक्स कर देती हू बेचारे कब से एसए ही बेते हैं.
हाथी का लंड भी अब बेत चुका था.
अंजलि सोफे से खड़ी होती है और अपने पति हो बेता देती है.
अंजलि अब हाथी बही के आयेज घुटनो पे बेत कर लंड चूसा शुरू करती है.
क्या सीन बन गया था.
अंजलि नंगी हो के अपने पति के सामने किसी और का लंड चूस रही थी.
5 मीं तक अंजलि रंडियो की तरह हाथी भाई का लंड चुस्ती है. अब अंजलि खड़ी हो के खुद हाथी भाई के लंड पे बेत ती है.
अंजलि की छूट तो अब फाट चुकी थी. अब वो आराम से हाथी के लंड को छूट मे ले लेती है और धीरे धीरे लंड पे उछालने लगती है.
हाथी भाई अंजलि को खुद से सता कर उसके बूब्स चूस्ते रहते है और अंजलि मज़े से लंड पे उछालती रहती है.
अंजलि: आआआअ कितना मोटा है हाथी बाहियिइ आपका लंड आअहह आआआअ बोहोट मज़ा एयेए रहा है ऊऊहह माआ.
अंजलि हाथी भाई के लंड पे उछलते हुए तारक को चुदाई जाय्न करने का इशारा करती है.
मेहता साहब खड़े हो के अंजलि की गंद का छेड़ चाटने लगते है.
अंजलि का तो बुरा हाल हो जाता है.
एक तरफ हाथी भाई का मोटा लंड और दूसरी तरफ उसका पति उसकी गंद छत रहा था.
अंजलि की छूट बोहोट पानी कॉर्ड रही थी. तारक वो सारा पानी अपनी जीभ से छत रहा था.
तारक अंजलि की गंद मे अपनी जीब डाल के लुपलुप रहा था.
उसके एसा करने से अंजलि बोहोट तड़पने लगी और ज़ोर ज़ोर से सिसकारियाँ लेने लगी.
अंजलि: आआआआहह तारक ऊओफफफफफफ्फ़ मेरी गंद आआआअ ऊऊऊओ एसस्स्स्स्सस्स आहह ऊऊओह फुक्ककककक.
हाथी बही अब अंजलि के बूब्स कॉर्ड कर अपने हाथ उसकी कमर पे ले जाते है और कपार पकड़ कर अंजलि को उठा उठा कर छोड़ने लगते है.
अंजलि: ऊऊऊऊऊऊ आआआअ हत्िईीईई भाईईईई आअहह म्म्म्मम माअर गाइ अयाया धीरे धीरीईई आआआअ.
तारक आआआहह बाअस कारूव ऊऊहह माआअ आआहह आहह अहह आअहह आआआअ.
हाथी भाई और मेहता साहब दोनो 10 मीं तक एसए ही लगे रहते है और फिर हाथी भाई अंजलि को साइड पे कर के उसके मूह पर अपना माल कॉर्ड देते है.
हाथी भाई के लंड से बोहोट सारा माल निकलता है. अंजलि का पूरा मूह गर्दन बूब्स और पेट माल से भर जाता है.
मेहता साहब: ऊओहो हाथी भाई अंजलि को तो कुछ दिख भी नही रहा होगा.
हाथी भाई: आरे मेहता साहब सॉरी क्या करू अब अंजलि भाभी है ही इतनी सेक्सी.
मेहता साहब: अंजलि तुम ठीक तो हो ना
अंजलि अपनी आँखो पे लगे माल को उंगली से सॉफ करती है और मूह मे लेके निगल जाती है.
अंजलि: हा तारक मे ठीक हू. हूओ हाथी भाई आपका तो बोहोट सारा माल निकला.
हाथी भाई: बस अंजलि भाभी आपके बदन का जादू है.
करीब 30 मीं तक तीनो एसए ही नंगे बेत कर बाते करते है फिर हाथी भाई अपने कपड़े पहें लेते है और जाने लगते है.
अंजलि: तारक मुझे आप प्लीज़ नहला दोगे.
तारक: क्यो नही मेरी जान. चलो.
मेहता साहब अंजलि को गोध मे उठा कर बातरूम मे ले जाते है…