ही फ्रेंड्स तीस इस मी फर्स्ट स्टोरी. मई कुछ दीनो से स्टोरी पढ़ रहा हू इश्स साइट पे तो सोचा क्यू ना मेरी एक सॅकी स्टोरी भी आप सब को बता डू. मेरा नाम विवेक है, मई देल्ही से हू बुत स्टडीस के कारण पुणे मे एक प्ग मे रहता हू और मेरी आगे 23 है.
तो ये स्टोरी 2 साल पहले की है जब मई नया नया पुणे शिफ्ट हुआ था. तो मई अपने रूम मे अकेला रहता था. यूयेसेस टाइम मई नया नया जवान हुआ था तो मुझे मूठ मारने की लत लग गयी थी. दिन मे कभी 2 बार तो कभी रात मे मूठ मार मार के तक गया था. अब मुझे मूठ मारने का भी मज़ा आना बंद हो चुका था. तो आप समाज है सकते होंगे के कितना मूठ मारता था.
एक दिन मेरे घर से फोन आया और पापा ने कहा के किसी रिलेटिव की ताब्यट खराब हो गयी है तो तू देल्ही आके उनको एक बार मिल के चले जाना. तो मेने हन करदी और ट्रेन की टिकेट बुक करदी.
फ्रेंड्स मई आपको बताना भूल गया की मे कभी कभी क्रोस्स्द्रेससिंग भी करता हू. जब बहोट हॉर्नी फील होता. तब तारक सर पे चाड जाती है तब जब घर मे कोई न्ही होता है तब.
जब देल्ही मे हुआ करता था तो मे अपने मों की जो ढोने वाली पनटी ब्रा होती है उस्स्को पहले अकचे से सुंगता और चाट चाट कर गिल्ली कर देता और पहन के किसी वीडियो कॉल साइट पे स्ट्रीप करता. वो जो बोलते मई वो करता जाता. कभी मूह मे उंगली तो कभी गांद मे वो सब कर के मुझे मज़ा आता था. और हर टाइम मे जब अकेला ट्रॅवेल करता हू तो मे ब्रा पनटी पहन के है करता हू. मुझे इश्स मे बहोट मज़ा आता है.
तो मई पुणे से देल्ही जाने के लिए स्टेशन पोोच गया और ट्रेन का वेट करने लगा. यूयेसेस टाइम ठंड बहोट ज़्यादा थी और मुझे बहोट ठंडी लग रही थी.
थोड़े टाइम बाद ट्रेन आई और मई ट्रेन मे बैठ गया. मेरा स्लीपर का टिकेट था तो उसमे बस थोड़े है लोग थे और सब सोए हुए थे और लाइट्स भी ऑफ थी. 5 मीं बाद टीटी आया और टिकेट चेक कर के चला गया.
मे मोबाइल मे ग़मे खेल रहा था और मुझे बहोट ठंड लग रही थी. तो मई टाय्लेट मे जाके पॉर्न देख के हिलालने लगा. उसमे भी मुझे मज़ा नही आ रहा तो मई मोबाइल ऑफ कर के टाय्लेट मे से बाहर जैसे है आया. तो मुझे एक चक्का डीका (शेमले).
वो दिकने मे बहोट क्यूट लग रही थी. उसको डेक्ते है मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. वो डोर के पास रुक के सिगरेट पी रही थी. उसके बूब्स बड़े बड़े थे यार क्या बतौ मे देख के पागल है हो गया. मैने सोच क्यू ना इससे बात कर के कुछ पैसे दे के अपना लंड चुसवालु. इतने मे उसने मेरी तरफ डेका और कहा-
शेमले – सिगरेट पिएगा?
मई – नही मई नही पिता.
शेमले हेस्ट हुए कहा तो क्या मेरा मूठ (पेशाब) पिएगा..?
मई दर गया और अपने सीट पे जाके बैठ गया. थोड़े टाइम के बाद वो पूरे मेरे कोच का रौंद मार के मेरे पास आई और कहा-
अकेले हो क्या?
मैने कहा – हन.
तो उसने मुजसे बात करनी स्टार्ट की. बातों बातों मे उसने मुजसे सब पूछ लिया, आगे क्या है, क्या करते हो, कहा जेया रहे हो. सब लोग सो गये थे बस हम 2 है लोग यूयेसेस टाइम जागे हुए थे. कुछ टाइम बात करने के बाद उसने मुजसे पूछा-
सेक्स किए हो कभी?
मई – नही.
शी – क्यू लंड नही है क्या? बोलके हासणे लगी.
मई – कभी कोई मिला नही.
शी- तो उसने सिडा मेरे लंड पे हाट राक के कहा मेरे साथ करोगे?
मई – मुझे बहोट दर लग रहा है किसी ने देख लिया तो?
शी – कोई नही देखेगा, सब सू गये है और नेक्स्ट स्टेशन आने मे अभी बहोट टाइम है.
उतने मे यूयेसेस ने मुझे पकड़ के टाय्लेट ले गयी और मुझे किस करने लगी. वो मेरे फर्स्ट किस थी. वो मुझे पूरा चाटने लगी, मेरे निपल मेरी बगल.
5 मीं के बाद मुझे भी तारक सर पे चाड गयी. मेने उससे कहा मुझे अपने बूब्स दिखाओ. तो उसने पेटिकोट उस्तरा और ब्रा उतरी. मई देख के पागल हो गया. मई सीधा उसके बूब्स के उपेर टूत पड़ा. 5 मीं उसके बूब्स के साथ खेलने के बाद उसने मेरी पंत और अंडरवेर उतरा. वो देख के तोड़ा परेश्न हो गयी. मेने पिंक कलर की नेट वाली पनटी पहनी थी.
शी- तुम ये पनटी पहनते हो?
मई – हन मुझे पनटी ब्रा पहना अक्चा लगता है.
शी – वा बड़ी चालू चीज़ है तू तो!
उतने मे वो भी पूरी नंगी हो गयी.
मई – मूह मे लो मेरा लंड.
शी- इतनी जल्दी क्या है, पहले मेरी गांद चाट बहोट खुजली हो रही है.
मई – नो मई ये सब नही करूँगा.
तो उसने मुझे एक थप्पड़ मारा और मे रोने फॉच गया.
शी – चाट मदारचोड़ो सेयेल पनटी पहनता मेरे जैसा बनना है टुजे कुत्ते!
मई दार के उसकी गांद चाटने लगा, बहोट सॉल्टी टेस्ट था, गंदी स्मेल भी आ रही थी लेकिन मई चाट्ता गया और वो मोन करे जेया रही थी.
शी – वा तू तो बड़े एक्सपर्ट जैसे चाट रहा है ह ह अंदर डाल जीभ को आह…
थोड़े टाइम बाद उसने अपना लंड मेरे मूह मे दे दिया. मई चूस्टा गया क्यूकी मेरे पास और कोई ऑप्षन नही था. 15 मीं के बाद वो झड़ने वाली थी तो उसने मेरा मूह छोड़ना शुरू किया और एक बार मे लंड पूरा गले था डाल कर झाड़ गयी और टाय्लेट सीट पर बैठ गयी.
तो मई अपना अंडरवेर उठा कर पहनने जेया रहा था की उसने रोक लिया और कहा रुक गान्डू. वो उठी और अपना लंड मेरी गांद मे डालने लगी. मुझे ऐसा लग रहा था कोई मेरी गांद मे बड़ा लोहे का डंडा डाल रहा हो, मुझे इतना दर्द पहले कभी नही हुआ था.
मई – मुझे छोड़ दो बहोट दर्द हो रहा है, मई मार जौंगा प्लीज़..! उसने एक ना सुनी और मई रू रहा था.
उसने मुझे 10 मीं तक छोड़ा और मेरी गांद मे ही झाड़ गयी. मुजसे अभी ना रुका जेया रहा था ना बैयटा जेया रहा था बहोट दर्द हो रहा था. तो उसने कहा चल रू मत ला तेरा लंड चुस्ती हू. बोलके मेरा लंड लेके चूसने लगी. 5 मीं चूसने के बाद मेरा निकालने वाला था तो मेने कहा-
मेरा होने वाला है..!
तो वो मेरे लंड को काटने लगी जिससे मुझे दर्द भी हो रहा था और अक्चा भी लग रहा था. फिर मई उसके मूह मे ही झाड़ गया. वो उठी और अपना मूह सॉफ किया और कपड़े पहन के बाहर चली गयी.
मई बहोट तक गया था और मेने भी थोड़े टाइम बाद कपड़े पहन के बाहर आया और अपनी सीट मे जाके सू गया. वो मेरे सीट के पास आके थॅंक योउ बोलके चली गयी.