ही फ्रेंड्स, गुड दे तो ऑल ऑफ योउ. आपको मेरी कहानी का पिछला पार्ट कैसा लगा. प्लीज़ प्लीज़ मुझे ज़रूर बताना
, और प्लीज़ बताना की मैने कहा ग़लती की और क्या सही किया.
फ्रेंड्स जैसे की मैने आप लोगों की बताया की मैं एक मिड्ल क्लास फॅमिली से बिलॉंग करती हू, आंड मेरे पापा बहुत ज़्यादा शक्की किसाम आंड ओल्ड थिंकिंग के थे. वो दिन में 3-4 बार मुझसे वीडियो कॉल पर बात करते थे, ये बोल कर की उन्हे मेरी याद आ रही थी.
जब की रियल्टी ये थी की वो देखना चाहते थे की मैं कहा पर हू, और क्या कर रही हू. वो कभी-कभी मेरे रूम्मटेस से भी बात करते रहते थे. लेकिन आपको भी पता है हम लोग न्यू जेनरेशन से थे, और हमे भी पता है की हमे अपनी लाइफ को कैसे एंजाय करना था.
पहली बार रोहित से छुड़वाने के बाद उस समय हम दोनो सो गये. फिर नेक्स्ट दे मॉर्निंग मैं उठी, और फ्रेश हुई आंड तैयार हो कर कलाज के लिया जाने को रेडी हो रही थी. तभी रोहित भी उठा और उसने मुझे किस करना चालू कर दिया.
रोहित: गुड मॉर्निंग बेबी.
मैं: गुड मॉर्निंग.
रोहित: कैसा लग रहा है अभी?
मैं (किस करते हुए): ई आम फ्लाइयिंग आंड फीलिंग सो हॅपी.
रोहित: फिर अभी तैयार हो कर किधर जेया रही हो?
मैं: कलाज जेया रही हू.
रोहित: क्यूँ कॉलेज क्यूँ, तुम अपना प्रॉमिस भूल गयी?
मैं: अर्रे क्या हुआ?
रोहित मुझे किस करते हुए मेरी चूचियाँ दबाने लगा. मैं एग्ज़ाइटेड हो रही थी.
मैं: क्या कर रहे हो. प्लीज़ मत करो ना.
रोहित: मैं तुझे ब्रा पनटी में देखना चाहता हू, जो मैं तेरे लिए लेकर आया था.
मैं: कॉलेज से आने के बाद पहन कर दिखा दूँगी.
फिर रोहित ने मेरी शर्ट खोल दी, और मेरे चूची को ब्रा से बाहर निकाल कर चूसने लगा, और बोला-
रोहित: मेरी जान, मैं तुझे अभी देखना चाहता हू ब्रा पनटी में. ईवन मैने कुछ और ड्रेसस भी ला कर रखी है तेरे लिए. वो सब मुझे पहन कर दिखाओ.
मैं: आआहह, बस करो ना प्लीज़.
वो मेरी चूचियाँ मसालने लगा, और मेरे निपल्स हार्ड हो गये थे. मेरी छूट में सेन्सेशन चालू हो गयी थी.
मैं: बस करो प्लीज़, शाम को दिखा दूँगी
रोहित: जान मैं कुछ नही सुनना चाहता.
उसने मेरी जीन्स का बटन खोल दिया, और अपना हाथ मेरी पनटी के अंदर डाल कर मेरी छूट मैं उंगली करते हुए बोला-
रोहित: गीली हो रही है तेरे छूट.
मैं: हा, प्लीज़ मत करो. अभी थोड़ी देर में पापा का फोन आ जाएगा, वो पूछेंगे की किधर हो.
रोहित मेरी चूचियाँ चूस्टे हुए और हाथ से मेरी छूट में फिंगरिंग करते हुए बोला: बोल देना सेक्स क्लास ले रही हू.
मैं: हट्तो ना, मत करो ना.
लेकिन रोहित अब मेरी सुनने वाला नही था, और फिर उसने मेरी शर्ट पूरी उतार दी और मेरी ब्रा भी उतार दी, और नीचे बैठ गया. फिर उसने मेरी जीन्स और पनटी को नीचे किया, और मेरी छूट को किस करते हुए चाटने लगा.
रोहित: श मेरी जान, कितनी मस्त छूट है तेरी. एक-दूं टेस्टी, चाटने में कितना मज़ा आ रहा है तेरी छूट को.
मैं उसके बालों को सहलाते हुए बोली: आहह उम्म्म और छातो इसे. मुझे भी मज़ा आ रहा है.
फिर करीब 5 मिनिट तक बिना रुके उसने मेरी छूट को आचे से छाता, और फिर खड़ा हो कर मुझे नीचे बिता दिया, और बोला-
रोहित: जान, लोड्ा चूसो मेरा.
मैने कहा: जान मूह में तो नही निकलोगे ना?
रोहित: तू चूस ना, मूह खोल बात मत कर.
और फिर पहले वो अपने लंड को पकड़ कर मेरे फेस में रब करने लगा, और बाद में मेरे मूह में डाल कर मेरे मूह में वो अपना लंड अंदर-बाहर करने लगा.
फिर वो बोला: जान अपने हाथो से मेरे टॅटू को सहला.
मैं उसके टॅटू को भी सहलाने लगी.
रोहित: आहह, बहुत मस्त चूस रही है. ऐसे ही चूस्टी रह आचे से.
और फिरसे उसने फ्रेश कम मेरे मूह में ही निकाल दिया. मैने डोर होने की कोशिश की, लेकिन उसने मेरी नेक को दबोच लिया, और कहा-
रोहित: बाहर मत कर, अंदर लेले.
इससे मैं कुछ नही कर पाई, और कम मैने पी लिया. मुझे फिरसे वॉमिटिंग हुई, लेकिन रोहित बहुत खुश था, और बोला-
रोहित: मेरी जान बस 1-2 बार और लेगी, तो तुझे मज़ा आने लगेगा मूह में ले कर कम पीने का. मैने कहा: कितने गंदे हो तुम.
तो वो हासणे लगा.
तभी पापा का फोन आने लगा वीडियो कॉल. तो मैने वीडियो कॉल को वाय्स कॉल में स्विच करके फोन उठाया, तो पापा बोले-
पापा: क्या हुआ? वीडियो कॉल नही उठाया?
मैं: नही पापा, वो मैं वॉशरूम मैं थी. मैं आपको फोन करती हू थोड़ी देर में. फिर पापा ने भी ज़्यादा बात नही की और फोन रख दिया. फिर रोहित रूम से गिफ्ट बॉक्स लेकर आया, और बोला-
रोहित: जान इससे पहन कर दिखा मुझे, और थोड़ी तैयार हो कर आ, फिरसे तुझे प्यार करूँगा.
मैने उससे गिफ्ट लिया, और वॉशरूम जेया कर तोड़ा फ्रेश हुई, और रोहित की दी ब्रा पनटी पहन कर मैं बाहर आई. रोहित मुझे देखता रहा और बोला-
रोहित: सो बेऔटीफुल्ल.
और फिर उसने मोबाइल से मेरी वीडियो बनानी चालू की और बोला-
रोहित: वॉल से जेया कर खड़ी हो जेया.
मैं वॉल की तरफ गयी, और वो मेरी पिक्चर लेने लगा ये कहते हुए की-
रोहित: तोड़ा पोज़ दे आचे से, और तोड़ा सेक्सी पोज़ भी देती जेया.
मैं रोहित के प्यार में बिल्कुल पागल हो गयी थी, और जो वो कह रहा था, करती जेया रही थी बिना सोचे. और करीब 5-7 मिनिट तक मेरी फोटोस आंड वीडियो शूट करने के बाद, रोहित ने मुझे 1 और ड्रेस दी, और बोला-
रोहित: अब इसे पहन कर दिखा मुझे.
और फिर ड्रेस पहनने के बाद वो मेरी फिरसे वीडियो शूट आंड पिक्चर्स लेने लगा. इस तरह रोहित ने मुझे 4 अलग-अलग एरॉटिक आंड वल्गर ड्रेस पहान्वाई, और मेरी वीडियोस आंड पिक्चर्स ली.
फिर वो मेरे पास आया और मुझे अपनी बाहों में उठा कर बेड पर लिटा दिया, और फिरसे उसने मेरी चुदाई की. मेरी छूट मारने के बाद वो तक कर लेट गया, और मुझे बोला-
रोहित: जान कुछ खाने का ऑर्डर कर दे.
मैने उसके लिए और अपने लिए कॉफी और ब्रेकफास्ट ऑर्डर किया, और ब्रेकफास्ट आने तक रोहित और मैं बातरूम में गये और एक साथ बात लिया. फिर ब्रेकफास्ट करने के बाद रोहित ने मुझे फिरसे छोड़ा. लेकिन हर बार वो कम मेरी छूट के अंदर ही निकाल रहा था.
लेकिन इस बार वो जल्दी से उठा, और उसने अपना कम मेरी फेस के उपर निकाला, और पास में लेट कर बोला-
रोहित: जान मज़ा आ रहा है तुझे छोड़ कर. बहुत टाइट छूट है तेरी.
मैं तक चुकी थी, लेकिन मज़ा मुझे भी आ रहा था. मैने पहले अपना फेस क्लीन किया, और रोहित के सीने में सिर रख कर हम दोनो सो गये. शाम को उठे तो देखा पापा और मम्मी की काफ़ी मिस्ड कॉल्स थी.
मैने पहले उनसे बात की, और उन्हे बोला: मुझे तोड़ा फीवर था. इसलिए दवाई ले कर सो गयी थी.
मैने पापा को जैसे-तैसे करके कन्विन्स किया, और रोहित ने और मैने छाई पी और खाना खाने के बाद हम लोग बात करने लगे.
रोहित ने कहा: रात को क्लब चलते है.
मैने पहले माना किया, लेकिन वो नही माना, और फिर शाम को हम लोगों ने साथ में डिन्नर किया, और रात को हम लोग क्लब चले गये, जहा पर रोहित ने विस्की मँगवाई और मेरे और खुद के लिए सिगरेट भी, और मुझे पीने के लिए दी. मुझे सिगरेट पीना बिल्कुल अछा नही लगता था.
लेकिन रोहित बोला: जान पियो, क्लब्स में चलता है.
और मैने पहली बार सिग्ग्रेतटे पी. मैं अब धीरे-धीरे रोहित के रंग में रंगने लगी थी, और जो वो कहता वही करती थी. मुझे उसका नशा हो गया था. मैं उससे डेली छुड़वाने लगी, और वो और मैं डेली क्लब आते, रात भर मस्ती करते, और घर जेया कर मैं उससे मरवती.
15 दीनो से यही चल रहा था. ईवन मैने अपने प्ग हाउस भी नही जाती थी, और अपने कुछ कपड़े ले कर रोहित के साथ रहने लगी, और अपनी फ्रेंड्स को मैने सब समझा दिया. थे अरे बिचस ऑल्सो, सो थे अरे हॅपी. उन्होने कहा एंजाय करना ना डार्लिंग, तेरे बाप को स्टोरी हम सुना देंगे.
एक दिन रोहित घर पर सिगरेट के उपर सिगरेट पी रहा था, और परेशन सा था. मैं उसके साथ बैठी थी.
मैने पूछा: क्या हुआ?
पहले तो सो माना करने लगा. फिर बोला-
रोहित: दाद के बिज़्नेस में लॉस हो गया, और वो कह रहे है की मैं वापस आ जौ. क्यूंकी वो मेरी पढ़ाई का खर्चा अफोर्ड नही कर सकते. यार मैं लुक्कणोव नही जाना चाहता. यहा की लाइफ मस्त है, तू है यहा पर. और सारी मस्ती है. वाहा जेया कर मैं परेशन हो जौंगा. मैं वाहा पर नही रह सकता.
उसकी बात सुन कर मुझे भी टेन्षन हुई, और मैने पूछा: अब क्या करेंगे?
रोहित बोला: मुझे कुछ समझ नही आ रहा है, की क्या किया जाए.
मैने रोहित को अपने सीने से लगाया, और बोली: जान सब ठीक हो जाएगा.
कुछ देर वैसे ही बैठे रहने के बाद रोहित ने कहा: अपने कपड़े उतार. मैं अपनी टेन्षन कम करना चाहता हू तुझे छोढ़ कर.
मैं अपने कपड़े उतार कर उसके सामने नंगी खड़ी हो गयी, और कहा: जान आओ मेरे पास.
और फिर उसने मुझे कहा: जान नीचे बैठो, और मेरा लोड्ा चूसो प्लीज़.
मैं नीचे बैठ गयी, और रोहित के लंड को अपने हाथ में लेकर पहले धीरे-धीरे रब किया, और रोहित को देखने लगी. रोहित ने मुझे किस किया, और बोला-
रोहित: मूह में ले ना इसे.
मैने फिर रोहित के लोड को मूह में लिया और उसे चूसने लगी. रोहित तोड़ा पीछे हो गया, और उसने एक हाथ मेरी सर पर रखा, और मेरी सिर को पुश करने लगा, ताकि उसका लोड्ा मेरे मूह में पूरा जाए.
फिर मैने पहली बार रोहित का लोड्ा आचे से मूह में लिया, और चूसने लगी. मैं कोशिश कर रही थी, की उसका लोड्ा मेरे मूह में पूरा जाए, और मैं अपनी जान को खुश देख साकु, और मैं रोहित का लंड चूसने लगी आचे से.
इस बार मुझे भी अछा लग रहा था. मैं उसको चूस्टी और थूक देती उसके लंड पर, और फिर चूस्टी. इस तरह से 10 मिनिट तक लोड्ा चूस्टी रही, और फाइनली रोहित के लंड का पानी मैने खुद से मूह में पूरा लिया, और रोहित को मूह खोल कर दिखाया.
रोहित ने कहा: पी जा इसे.
और मैने झटके से अंदर ले लिया, और फिरसे रोहित को अपना मूह खोल कर दिखाया और अब वो मुझे रिलॅक्स्ड लग रहा था.
वो बोला: जान तुम नही होती यहा पर तो मेरा क्या होता?
मैने कहा: मैं हमेशा तुम्हारे साथ हू.
फिर रोहित ने मुझे कहा: जान तुम बहुत प्यारी हो. मैं यहा से लुक्कणोव नही जाना चाहता हू. लेकिन पापा ने कल मॉर्निंग की टिकेट मेरी करवा दी है. मुझे कुछ टाइम के लिया लुक्कणोव जाना पड़ेगा, और मैं ट्राइ करूँगा की जल्दी तुम्हारे पास आ जौन.
मैं रोने लगी लेकिन रोहित ने मुझे समझाया और कहा: जान तूँ चिंता मत कर. मैं जल्दी आ जौंगा तेरे पास.
और फिर रोहित मुझे किस करने लगा और मेरे डूडू चूसने लगा.
दोस्तों इन 15 दीनो तक रोहित के साथ ऑलमोस्ट मैं नंगी ही रही. हम घर होते थे तो मैं ज़्यादातर ब्रा पनटी पहनती थी. या फिर रोहित ने मुझे बेबी डॉल और एरॉटिक कपड़े ला कर दिए थे, वही पहनती थी. और जब रोहित का मॅन होता मुझे छोड़ने लगता था.
अभी रोहित मेरे डूडू चूसने लगा, और मेरी छूट में उंगली डाल कर मेरी छूट को मसालने लगा, और मेरे निपल्स को बीते करने लगा टाइट्ली. मेरी दर्द के मारे चीख निकल रही थी, और वो मेरे दोनो निपल्स को बीते कर रहा था अपने टीत से, और काट रहा था.
फिर वो नीचे आ कर मेरी छूट चाटने लगा नीचे से उपर अपनी जीभ से, और काफ़ी देर मेरी छूट चाटने के बाद रोहित ने अपना लोड्ा मेरी छूट के होल पर सेट किया और लोड्ा अंदर डाल कर मेरी छूट मारने लगा.
मैं उसका पूरा सपोर्ट कर रही थी अपनी कमर को उपर-नीचे करके ताकि उसका लोड्ा मेरी छूट के अंदर पूरा जाए, और वो भी आचे से छोड़ रहा था. फिर 10 मिनिट मेरी छूट छोड़ने के बाद रोहित ने अपना सारा कम मेरी छूट के अंदर ही डाल दिया. कुछ देर तक उसका लंड मेरे अंदर ही रहा, और वो मेरे उपर लेट गया. फिर थोड़ी देर तक हम ऐसे ही रहे और सो गये.
इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा.