हेलो दोस्तो, मेरा नाम रोहित है. मेरी पिछली कहानी पर कॉमेंट्स और अपनी राय देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद. ये कहानी मुझे मेरे एक दोस्त ने भेजी है, तो आयेज की कहानी आप उसी की ज़ुबानी सुनेंगे.
हेलो दोस्तो, मेरा नाम रवि है और मई बठिंडा(पुंजब) का रहने वाला हू. मेरी हाइट 5’10” है, और मुझे जिम मे एक्सर्साइज़ करना बहुत पसंद है. जिम की वजह से मेरी बॉडी काफ़ी अची दिखती है. मेरे लंड का साइज़ 7 इंच है और मुझे लड़के और लड़किया दोनो पसंद है. मेरी सेक्सी बॉडी के कारण मुझे गान्डू बड़ी जल्दी मिल जाते है.
ऐसे ही एक दिन मई लुधियाना से बठिंडा आ रहा था. तभी एक लड़का मेरे पास आया और मेरे साथ वाली सीट पर आके बैठ गया. वो दिखने मे बहुत अछा था और क्यूट सा था. उसकी उमर कोई 20 साल की होगी.
जब वो लड़का मेरे साथ बैठा, तब मई एक “गे बाय्स” अप पर किसी से बात कर रहा था. उसकी नज़र मेरे मोबाइल पर पड़ी और वो समझ गया, की मुझे लड़के आचे लगते है. फिर उसने मेरे साथ बात करनी शुरू कर दी. उसने अपना नाम राजू बताया.
राजू: हेलो, आप कहा जेया रहे हो?
मई: मई बठिंडा जेया रहा हू. और आप?
राजू: मई भी बठिंडा ही जेया रहा हू. वैसे आप कहा से हो?
मई: मई बठिंडा से हू. आप कहा से हो?
राजू: मई भी बठिंडा से ही हू और यहा कुछ काम से आया था. वैसे आप डेली जिम करते हो क्या? जो इतना अछा शरीर बनाया हुआ है.
मई: जी हा.
फिर ऐसे ही बाते करते-करते राजू ने मेरी जाँघ पर हाथ रख दिया और उसको तोड़ा मसल दिया. मई उसके इरादो को समझ चुका था और मैने उसको एक हल्की सी स्माइल कर दी. इससे उसको और हॉंसला मिल गया और वो अपना हाथ मेरे लंड की तरफ ले गया. तभी मैने उसको टोकते हुए कहा-
मई: अभी मत करो, यहा कोई देख लेगा.
बाद मे जब मैने उसको जगह के लिए पूछा, तो उसने कहा-
राजू: मेरे घर मे मेरा एक अलग कमरा है. हम चाहे, तो वाहा मिल सकते है.
फिर मैने उसके घर का पता पूछा और उसके घर-वालो के बारे मे पूछा. उसने मुझे बताया-
राजू: मेरे घर पर मेरी मों है और एक बड़ी बेहन है. मेरे पापा की डेत काफ़ी पहले ही हो चुकी है.
फिर ऐसे ही इधर-उधर की बाते करते-करते हम बठिंडा पहुँच चुके थे. उसने बस से उतरते ही मेरा नंबर ले लिया और मेरे फोन पर रिंग करके अपना नंबर दे दिया. फिर हमने अगले दिन मिलने का प्लान बनाया.
अगले दिन जब मई उसको मिलने उसके घर गया, तो वो मुझे अपने घर के अंदर ले गया. अंदर जाके मैने उसकी मों और उसकी बेहन को नमस्ते की. उसकी बेहन का शरीर एक-दूं मस्त था और गोल-गोल बूब्स थे उसके.
उसकी बेहन का नाम रीना था और वो तकरीबन 25 साल की होगी. मेरा दिल तो कर रहा था, की उस गान्डू को छोढ़ कर उसकी बेहन को पकड़ लू और उसी वक़्त छोड़ डालु. फिर हम दोनो राजू के कमरे मे चले गये और उसने रूम अंदर से लॉक कर लिया.
अंदर जाते ही हम दोनो एक-दूसरे को किस करने लगे. उसने जल्दी से अपनी त-शर्ट उतार दी और मेरी भी त-शर्ट उतारने लग गया. हम दोनो एक-दूसरे को पागलो की तरह किस कर रहे थे. फिर वो नीचे हुआ और मेरे लोवर को खोलने लग गया.
लोवर उतारते ही वो मेरे लंड को अंडरवेर के उपर से ही मूह मे डालने लग गया. ऐसा लग रहा था, जैसे वो रोज़ लंड चूस्टा हो. फिर उसने मेरा अंडरवेर उतार दिया और मेरे लंड को मूह मे लेके चूसने लग गया.
मई: तू तो बहुत मस्त लंड चूस्टा है बे बहनचोड़.
राजू: हंजी, यही तो मुझे सबसे ज़्यादा पसंद है.
मई: इससे पहले कितने लंड चूज़ है?
राजू: बहुत सारे लंड चूज़ है. लेकिन आपका लंड सबसे बड़ा और मोटा है. मुझे गालिया सुनने मे और भी मज़ा आता है.
मई: सिर्फ़ गालिया ही सुनना चाहता है? या..
राजू: बस गालिया.
मई: चल अब अपनी निक्कर निकाल और घोड़ी बानिया, सेयेल तेरी बेहन की छूट. और आज से तू मुझे जीजा जी बुलाएगा.
राजू: जी, जीजा जी.
फिर राजू घोड़ी बन गया और मैने उसके कमरे मे पड़े लोशन को उसकी गांद मे लगाया. मैने तोड़ा लोशन अपने लंड पर भी लगाया और फिर उसकी गांद मे लंड डालने लगा. उसकी चीख निकालने वाली थी, तो मैने उसके मूह पर हाथ रख लिया.
मैने उसकी आवाज़ को दबा दिया और उसको छोड़ना शुरू कर दिया. फिर मैने उसका लंड पकड़ा और उसको सहलाने लग गया, जिससे उसको भी मज़ा आना शुरू हो गया. फिर उसने मुझे पोज़िशन चेंज करने के लिए बोला.
मई बेड पर सीधा लेट गया और राजू ने मेरा लंड चूसना शुरू कर दिया. थोड़ी देर लंड चूसने के बाद वो मेरे उपर आ गया और लंड गांद मे लेके उछालने लगा. बीच-बीच मई उसको अपनी तरफ खींच कर किस कर रहा था और उसके लंड को भी सहला रहा था..
मई उसके बूब्स मसल रहा था और उन पर किस कर रहा था. साथ मे मई उसकी गर्दन पर भी किस कर रहा था. अब वो भी फुल मज़े मे आ चुका था. फिर मैने उसको बेड पर लिटा दिया और उसकी टांगे अपने कंधो पर रख कर उसकी गांद मारने लगा. जब मई झड़ने वाला हो गया, तो मैने उसको बोला-
मई: माल कहा निकालु?
इस्पे उसने कहा: मई तुम्हारा माल अपने अंदर लेना चाहता हू, तो तुम मेरे मूह के अंदर ही अपना माल निकाल दो.
फिर वो मेरे लंड को दोबारा से चूसने लग गया. उसका माल अभी तक नही निकला था, तो मैने उसको कहा-
मई: तेरा माल अभी तक नही निकला है. अगर तू कहे तो मई तेरी मूठ मार कर तेरा माल निकाल डू? इससे तुझे भी अछा लगेगा.
फिर मैने उसके लंड की मूठ मारी और उसका माल निकाल दिया. मई राजू की मा और बेहन को छोड़ना चाहता था और इसके लिए मुझे राजू को सेक्स के लिए पागल बनाना पड़ना था. मुझे ऐसा कुछ करना पड़ना था, जिससे राजू सेक्स मे डूब जाए और बिना सेक्स के रह ना पाए. फिर मैने राजू से उसकी सेक्स फॅंटेसी के बारे मे पूछा. तब राजू ने बताया-
राजू: मई चार-पाँच लोगो से एक साथ चूड़ना चाहता हू.
मई: अर्रे ये तो मई आराम से कर सकता हू. मेरा एक दोस्तो का ग्रूप है, जो गान्डू को ग्रूप मे छोड़ते है.
राजू: प्लीज़ मुझे उन लोगो से मिलवा दीजिए..
मई: ओक मई मिलवा तो दूँगा, लेकिन वो तुमसे मिलेंगे कहा?
राजू: दो-टीन दिन बाद मेरे घर-वाले कही बाहर जेया रहे है. आप लोग चाहो, तो उस दिन यहा आके मुझे छोड़ सकते हो.
फिर शाम मैने अपने दोस्तो से बात की, की एक गान्डू है जो चूड़ना चाहता है. फिर मैने उनको राजू की बाहें और मा के बारे मे बताया. मैने उनको बोला, की राजू की मा और बेहन बहुत सेक्सी है और हम चाहे तो उन दोनो को अपनी रंडिया बना सकते है.
ये सुन कर मेरे दोस्त बहुत खुश हो गये. 3 दिन बाद हम सब ने राजू को मिलने का प्लान बनाया और उसके घर पर चले गये. मेरे साथ 4 बंदे थे और उनके नाम थे किशन, राहुल, सन्नी और प्रिन्स. राजू ने हमारे लिए दारू और चिकन सब चीज़ो का इंतेज़ां किया हुआ था. फिर हम खा-पी कर बाते करने लग गये.
राजू को मैने और मेरे दोस्त प्रिन्स ने अपने बीच बिताया हुआ था. राजू हम दोनो के लंड को पंत के उपर से रग़ाद रहा था और महसूस कर रहा था. फिर मैने राजू के मूह को अपनी तरफ किया और उसको एक ज़ोरदार किस करने लग गया.
बीच-बीच मे प्रिन्स भी उसके मूह को अपनी तरफ कर लेता था और किस करने लग जाता था. जब प्राइस उसको किस कर रहा होता था, तब मई उसकी नेक पर किस करने लग जाता था. फिर जब मई उसको किस करता था, तब प्रिन्स उसकी नेक पर किस करने लग जाता था.
बाकी सब लड़के एंजाय कर रहे थे. इतने मे किशन बोला-
किशन: राजू तेरे पास तेरी बेहन की कोई ब्रा या पनटी होगी क्या?
राजू: उसकी अलमारी मे होगी, क्यू क्या बात है?
किशन: जा जाके अपनी बेहन की ब्रा और पनटी पहन कर आ.
फिर राजू कमरे मे जाता है और अपनी बेहन की ब्रा और पनटी पहन कर आ जाता है. जब राजू ने ब्रा और पनटी पहनी, तो वो बिल्कुल लड़की लगना शुरू हो गया. फिर राहुल ने अपना फोन निकाला और राजू को कॅट्वाक करने के लिए बोला.
राजू ये देख कर बोला-
राजू: ये क्या कर रहे हो? प्लीज़ कोई वीडियो मत बनाओ यार.
मई: दर्र मत. ये तो बस एंजाय करने के लिए वीडियो बना रहे है. हमने कों सा किसी को दिखानी है ये वीडियो.
राजू: प्लीज़, तुम लोग ऐसा कुछ मत कर देना, जिससे मेरी बदनामी हो जाए.
मई: दर्र मॅट यार. मई हू ना.
फिर जब राजू कॅट्वाक करते हुए आयेज आ रहा था, तो किशन और सन्नी उसके पीछे गये और उसकी गांद पर थप्पड़ मारने लग गये. उन दोनो ने राजू के छूतदो पर थप्पड़ मार-मार कर उसके चूतड़ लाल कर दिए थे.
हम सब ने राजू को एक गोला बना कर घेर लिया था. कोई राजू के बूब्स दबा रहा था और कोई उसको किस कर रहा था. ऐसा लग रहा था, जैसे 4-5 आदमी मिल कर किसी रंडी को छोड़ रहे हो.
फिर हम सब ने अपने कपड़े उतार दिए और अब हम सिर्फ़ अपने अंडरवेर मे थे. अब राजू बारी-बारी सब के लंड को महसूस करने की कोशिश कर रहा था और अंडरवेर के उपर से किस कर रहा था.
फिर उसने हम सब के अंडरवेर उतारे और एक-एक करके हमारे लंड चूसने शुरू कर दिए. और हम सब उसको मा-बेहन की गालिया दे रहे थे. फिर थोड़ी देर उसको लंड चुसवाने के बाद, हमने उसको खड़ा किया और उसके चेहरे पर 2-3 थप्पड़ मारे. हमने उससे पूछा-
हम लोग : ग्रूप सेक्स का मज़ा आ रहा है क्या?
राजू: जी हा, जीजा जी.
फिर मई बोला: अब सब के लंड ही चूस्टा रहेगा, या गांद भी देगा मादरचोड़?
राजू: जो जीजा जी बोलेंगे, मई वही करूँगा. आज से मई आप लोगो का गुलाम हू. आप जैसे चाहो, मेरे साथ कर सकते हो.
फिर हम सब राजू के कमरे मे चले गये और हमने राजू को बेड पर घोड़ी बनाया. अब मई राजू की गांद मार रहा था और प्रिन्स राजू को लंड चुस्वा रहा था. मई साथ मे राजू की गांद पर थप्पड़ भी मार रहा था.
फिर सन्नी बेड पर लेट गया और उसने राजू को उपर आने को कहा. अब सन्नी राजू की गांद मार रहा था और मई उससे अपना लंड चुस्वा रहा था. प्रिन्स और कृष्णा राजू के दोनो हाथो से अपने-अपने लंड की मूठ मरवा रहे थे. राहुल एक साइड मे बैठा था और हम सब की वीडियो बना रहा था. फिर मैने राहुल को कहा-
मई: आजा भाई, तू भी छोड़ ले इस गान्डू को.
राहुल: नही तुम लोग करो. मुझे वीडियो बनाने मे मज़ा आ रहा है.
फिर हमने राजू को नीचे लिटाया. मई उसकी गांद मार रहा था और सन्नी और प्रिन्स उसकी दोनो साइड्स पर आके खड़े हो गये. फिर उन दोनो ने अपने-अपने लंड राजू की चेस्ट पर रखे और रगड़ने लग गये.
राजू बहुत सेक्सी आवाज़ो मे हम सब को छोड़ने के लिए बोल रहा था और हम सब भी बारी-बारी उसकी चुदाई कर रहे थे. कभी कोई उसको छोड़ रहा था, तो कभी कोई. अब मेरा माल निकालने वाला हो गया था, तो मैने राजू को बोला-
मई: मेरा माल निकालने वाला है राजू.
राजू जल्दी से आया और मेरे लंड को आचे से निचोड़ डाला. फिर बारी-बारी सब राजू के मूह मे अपना लंड डालने लगे और माल निकालने लगे. उसके बाद हम सब उसके बेड पर लेट गये और अब हम उसको टॉर्छेर करना चाहते थे. मैने राजू से पूछा-
मई: राजू कुछ नया करना चाहोगे?
राजू: जीजा जी, मई तो आपका गुलाम हू. आप जो चाहो मेरे साथ कर सकते हो.
फिर मैने राजू को नीचे फर्श पर कुत्ता बनने के लिए कहा. जब वो कुत्ता बन गया, तो मैने उसको पुर घर मे कुत्ता बनके घूमने के लिए कहा. मैने उसको बालो से पकड़ा और उसको कुत्ते की तरह चलाने लगा. जब वो चल रहा था, तब हम सब उसकी गांद पर लाते मार रहे थे.
फिर मई राजू की रसोई मे गया. वाहा से मई एक चिंता लेके आया और फिर चिमटे को उसकी गांद पर मारने लग गया. उसकी गांद एक-दूं लाल हो गयी और फिर हम उसके मूह पर थप्पड़ मारने लग गये.
उसके बाद हम फिरसे उसकी गांद और पीठ पर चिमटे मारने लग गये. हम सब को बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैने राजू से पूछा-
मई: राजू अगर तुम्हे टॉर्छेर अछा नही लग रहा, तो हम बंद कर देते है.
राजू: मुझे आज से पहले इतना मज़ा कभी नही आया. तुम ऐसे ही हमेशा मुझे अपना गुलाम बना कर रखना. अब मई आप लोगो के बिना नही रह सकता . आप लोग जो बोलॉगे, मई वैसा ही करूँगा.
मई: अगर मई काहु, की हम सब मिल कर तेरी मा और बेहन को छोड़ना चाहते है, तो तू क्या कहेगा?
राजू: मई क्या कह सकता हू. जैसे मई आपका गुलाम हू, वैसे वो भी आपकी गुलाम है. बस कोई पंगा मत डाल देना. वैसे आप लोग उसको कैसे मनाओगे?
मई: अर्रे मादरचोड़! हम नही मनाएँगे, तू मनाएगा उसको हमारे लिए.
राजू: मई कैसे मनौँगा?
मई: वो मई बाद मे बतौँगा.
दोस्तो अगली स्टोरी मे मई बतौँगा, की कैसे हम लोगो ने राजू की बेहन को अपने चंगुल मे फसाया.
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