हेलो दोस्तों, मेरा नाम समीर रावत है, और मैं राजस्थान से हू. मैं 29 साल का हू, और इनकम टॅक्स डिपार्टमेंट में काम करता हू. वैसे मैं बता डू की मुझे बचपन से ही लड़कों में बहुत इंटेरेस्ट है. मैं जब भी किसी लड़के की बॉडी देखता था, तब मुझे बहुत अछा लगता था.
फिर धीरे-धीरे जब उमर बढ़ती गयी, तब पता चला की मैं गे हू. लेकिन कभी हिम्मत नही हुआ थी किसी को भी टच करने की. क्यूंकी मेरे पापा टीचर थे. इसलिए सभी हमारे परिवार को बहुत मानते थे.
इसलिए एक दर्र लगा रहता था, और मैं अंदर ही अंदर अपनी फीलिंग्स को दबाए रखता था. खैर चलिए कहानी पे आते है, और ये मेरी सॅकी कहानी है.
ये बात 2 साल पहले की है, जब मैने नया करके जाय्न किया था ऑफीस में. जैसे की आप जानते है की मैं इनकम टॅक्स डिपार्टमेंट में हू, तो बीच-बीच में जाना पड़ता है तलाशी के लिए.
जाय्न किए मुझे 2 महीने हो चुके थे, और मैं 4-5 जगह तलाश के लिए गया भी था. तभी एक मोबाइल स्टोर में टॅक्स के कुछ इश्यू की वजह से तलाश के लिए जाना था. तो मेरे सीनियर ने मुझे और एक सहपाठी को भेजा.
फिर हम दोनो उस स्टोर में गये तो मेरी आँखें खुली की खुली रहगाई. स्टोर वाला इतना हॉट दिख रहा था की क्या बतौ. राजस्थान की गर्मी के वजह से उसने सिर्फ़ एक हाफ ढीला शॉर्ट्स और एक ढीला शर्ट पहना था.
मगर वो बहुत लंबा करीब 6’2″ का और मस्क्युलर था. ढीली शर्ट पहने हुए भी उसका गातीला बदन सॉफ-सॉफ दिख रहा था. वो पूरा हेरी बॉडी था, बिल्कुल देसी हंक दिख रहा था.
तो हम जाते ही काम की बात करने लगे. लेकिन उसने हमे पहले कुछ ठंडा पीने को दिया. जब ठंडा पी रहे थे, तो मैने देखा की उसके पुर रसीले लिप्स था. मैं मॅन ही मॅन सोचने लगा की काश वो मुझे पीटा.
ऐसे सोच ही रहा था, की मेरा साथी मुझे हिला दिया. फिर हम उसके सब डॉक्युमेंट्स तलाश कर ही रहे थे, की मेरे सीनियर ने मुझे बुला लिया कुछ ज़रूरी काम के लिए. तो हमे जाना पड़ा.
इसलिए मैने साहिल( दुकानदार का नाम) को बोला: ऑफीस बंद होने के बाद हम आते है.
तो उसने हा बोला. फिर हम ऑफीस रिटर्न चले गये. मैं शाम तक उसकी बॉडी के बारे में ही सोचता रहा. उसके लंड की कल्पना करता रहा. जब शाम को ऑफीस का काम ख़तम हुआ, तो मेरे साथी ने बोला की कुछ पर्सनल काम की वजह से वो नही आ पाएगा. तो मैं मॅन में ही खुश हो गया. फिर मैं अकेले तलाश के लिए गया.
जब साहिल की दुकान पर पहुँचा, तो बहुत सारे कस्टमर्स थे. साहिल मुझे बिताया और बोला-
साहिल: सॉरी सिर, थोड़ी वेट कीजिए. खाली होते ही डॉक्युमेंट्स दिखता हू.
मे: ओक.
फिर मैं सब मर्दों को ताड़ने लगा. सभी मर्द बहुत हॉट थे. जब मैं सब के लंड को देखने की कोशिश कर रहा था, तब साहिल ने मुझे देख लिया. उसे तोड़ा डाउट हो गया था मुझपे. लेकिन वो कुछ बोला नही. फिर जब सब चले गये तो 8 बाज चुके थे. इसलिए सभी दुकाने भी बंद हो गयी थी. सिर्फ़ साहिल की ही दुकान खुली थी.
अभी वो मुझे अपने डॉक्युमेंट्स दिखाने के लिए मेरे पास आ कर खड़ा हो गया. वो तो बहुत लंबा था, इसलिए मेरी गर्दन के पास ही उसकी कमर थी. उसका लंड शॉर्ट्स के अंदर से ही उभरा हुआ दिख रहा था.
मैं तो डॉक्युमेंट्स को कम और उसके लंड को ज़्यादा देख रहा था. साहिल ने फिरसे मुझे देख लिया, और वो भी समझ गया की मुझे लंड देखना पसंद है.
तो उसने जान-बूझ कर अपने लंड को मेरे गार्डेन से लगाने की कोशिश की. अभी मैं उसके लंड को फील भी कर रहा था. तभी मुझे एक डॉक्युमेंट मिला, उसका टॅक्स पैड नही हुआ था. तो मैने इसका वजह पूछी तो वो “भूल गया था” ऐसा बोला.
मे: अगर भूल गये हो तो फाइन भरना पड़ेगा.
साहिल: सॉरी सिर, बिना फाइन से नही चलेगा क्या?
मे: नही चलेगा.
साहिल: अगर मैं कुछ सेटल्मेंट कर डू तो?
मैं समझा नही वो क्या बोल रहा था, इसलिए मैं उसको कल ऑफीस आने के लिए बोल कर चलने के लिए रेडी होने ही वाला था, की उसने डाइरेक्ट दुकान का शटर अंदर से बंद कर दिया.
मे (चौंक कर): क्या कर रहे हो?
साहिल (पूरा पास आ कर): सेटल्मेंट कर दीजिए ना सिर.
मुझे दर्र भी लग रहा था. लेकिन अछा भी लग रहा था. क्यूंकी कोई पहली बार मेरे इतना पास था. फिर भी कंट्रोल किया, और उसे एक धक्का दिया. तभी उसने लाइट बंद कर दी.
मैं तो घबरा गया. फिर मैं कुछ बोलने ही वाला था की मेरे लिप्स पर अंधेरे में ही साहिल ने लिप्स रख दिए. अब मेरी जो चाहत थी, वो मेरे सामने थी. इसलिए मैने भी अब दर्र को भगा कर उसका साथ दिया, और लीप तो लीप किस करने लगे.
साहिल: अछा लग रहा है ना एम्म्म अयाया?
मे: बहुत.
फिर उसने अपना शॉर्ट्स भी निकाल दिया, और उसका लंड तो मैं नही देख पा रहा था. लेकिन महसूस किया हाथ में. बहुत बड़ा, करीब 9.5 इंच का होगा, और मोटा भी था. फिर मैं नीचे झुक गया, और लंड को चूसने लगा.
करीब 20 मिनिट तक चूसा. फिर उसने मुझे उठा लिया हवा में, और मेरी गांद में उसकी उंगली अंदर-बाहर करने लगा. जब मैं चीखा तो उसने मुझे किस कर लिया.
फिर जब मैं तोड़ा शांत हुआ तो दो उंगलियाँ घुसाई. जब गांद थोड़ी खुली, तभी उसने अपना लंड घुसा दिया. लंड आधा घुस गया. मैं तो ज़ोर से चिल्लाया, लेकिन वाहा सब दुकान बंद होने की वजह से कोई भी नही सुन पाया.
साहिल: चिल्लओ, और ज़ोर से चिल्लओ.
मे: मुझे छोड़ दो, बहुत दर्द हो रहा है.
साहिल: दर्द होगा, लेकिन मज़ा भी आएगा अया.
फिर थोड़ी देर बाद मुझे अछा लगने लगा, और मैं भी साथ दिया.
मे: वाउ, अया ऐसे ही छोड़ो साहिल.
साहिल: अछा लगा ना डार्लिंग?
मे: हा बहुत.
फिर मैं शटर की और अपना मूह किया, और उसने घोड़ी बना कर मुझे पेला. वो पूरा नंगा हो कर पेल रहा था. सच में वो बहुत तावकटवर और बड़ा लंड वाला था. एक जानवर की तरह मुझे छोड़ता ही जेया रहा था. करीब 50 मिनिट छोड़ने के बाद वो झड़ने वाला था.
साहिल: मैं पानी तेरे मूह में डालना चाहता हू.
मे: नही मैं नही पियुंगा, गांद में निकालो.
साहिल: अगर तुम मेरे फाइन छ्चोढ़ दोगे, तो ही गांद में निकालूँगा.
तब मैने हा बोल दिया, और वो अपना सारा पानी गांद में ही निकाल दिया. इतना पानी निकला की उसके शटर में भी पानी गिर गया. फिर हम एक लोंग किस किए, और वो अपने कपड़े पहन लिया.
साहिल: तो सेटल्मेंट कैसा लगा?
मे: बहुत बढ़िया सेटल्मेंट किया.
फिर हम दोनो ही हास्से. उसके बाद हम बाहर आ गये. लेकिन मुझे बहुत दर्द हो रहा था. इसलिए वो मेरे लिए मेडिसिन ले आया, और मुझे घर पर भी छ्चोढ़ दिया. उसके बाद से मेरा दर्र भी ख़तम हो गया, और मैं उसके साथ जब भी मौका मिलता तब अपनी गांद मरवाता.
तो दोस्तों कैसी लगी मेरी ये रियल कहानी, मुझे एमाइल में ज़रूर बताना. लोवे योउ.