ही फ्रेंड्स, मेरा नाम मुकुल है. मैं पुंजब का रहने वाला हू. मेरी हाइट 5’6″ है, और रंग गोरा है. उमर मेरी 22 साल है, और गांद मेरी बाहर निकली हुई है. दिखने में मैं लड़कियों जैसा कोमल और दिलकश हू.
अगर मैं लड़कियों वाले कपड़े पहन लू, तो सब को लगता है की मैं बॉय हेरकट में लड़की हू. अब तक तो आप समझ ही गये होंगे, की मैं एक गे हू. ये मेरी पहली चुदाई की कहानी है. तो चलिए मैं शुरू करता हू.
ये कहानी 4 साल पहले की है, जब मैं 18 साल का हो चुका था. स्कूल पासौट होने तक मैं समझ चुका था, की मुझे लड़कियाँ नही बल्कि लड़कों में इंटेरेस्ट था. लेकिन मेरे किसी भी फ्रेंड को मैने ये बात ज़ाहिर नही होने दी थी.
हमारे 12त ले एग्ज़ॅम्स हो चुके थे, और छुट्टियाँ चल रही थी. मेरे पेरेंट्स दोनो गूव्ट. जॉब है, और मैं उनका अकेला लड़का हू. तो वो दोनो काम पर चले जाते थे, और मैं घर पर अकेला होता था.
इसी चीज़ का फ़ायदा लेते हुए मैं गे पॉर्न देखने लगा. उसको देख कर मुझे बहुत मज़ा आता था. सारा दिन पॉर्न देखने से मेरी गांद में खुजली होने लगी, और फिर मैं अपनी गांद में उंगली करने लगा. मेरी गांद एक-दूं गोरी-चित्ति और सॉफ्ट है.
अगर नंगी करके उल्टा लेट जौ, तो जिनको लड़कों को छोड़ने का शौंक नही भी है, वो भी मेरी गाने मारने को रेडी हो जाएँगे. फिर एक दिन पापा ने कहा-
पापा: बेटा तुम आज कल घर पर हो. तो मैं कार्पंटर लगवा रहा हू. नीचे किचन में कुछ काम करवाना है. तो तुम घर का ध्यान भी रख लोगे.
मैं: एस पापा, कोई प्राब्लम नही है.
फिर अगले दिन एक राजाइंडर सिंग नाम का कार्पंटर आया, और उसने किचन में फिटिंग कर काम शुरू कर दिया. पापा ने मुझे उससे मिलवाया, और बोला की अगर कुछ चाहिए हो तो वो मुझे बता दे.
अब राजाइंडर के बारे में जान लीजिए. राजाइंडर 6 फुट हाइट वाला सरदार था. उसकी बरी दाढ़ी और मूचे थी, और डील-डौल काफ़ी तगड़ी थी. उसका रंग काला था, और वो 40+ का लग रहा था. जब मैं पहली बार उसको मिला, तो वो मुझे उपर से नीचे देख रहा था.
उस वक़्त मैने निक्केर पहनी हुई थी. तो शायद वो मेरी लेग्स को देख रहा था. फिर उसने काम शुरू किया, और मैं थोड़ी-थोड़ी देर बाद उसपे नज़र मार लेता. इसी दौरान मेरी नज़र एक रब्बर पीपे पर पड़ी, जो राजाइंडर लाया था.
वो ब्लॅक कलर की थी, और काफ़ी लंबी थी. मैने उससे पूछा की वो क्या था, तो उसने कहा की वो उसको किचन में फिट करेगा. उस पीपे को देख कर मेरी गांद में खुजली होने लगी. मैं काफ़ी टाइम से गांद में उंगली कर रहा था, और अब इसमे मुझे मज़ा नही आ रहा था.
फिर जब उसने पीपे की कटिंग की, तो मैने उससे एक 7 इंच लंबा टुकड़ा ले लिया. फिर मैं अपने रूम में गया, और मैने पॉर्न वीडियो लगा ली. पॉर्न देख कर मेरा पूरा मूड बन गया, और मैं अपने नीचे कर आधा नंगा हो गया.
फिर जैसे पॉर्न वीडियो में जैसे लड़का लंड चूस रहा था, वैसे मैने उस पीपे को चूसा. उसके बाद मैं बेड पर बॅक लगा कर टेढ़ा होके बैठ गया, और अपनी गांद के च्छेद पर उस पीपे को रगड़ने लग गया.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था, और मैं मदहोश हो रहा था. फिर मैने उसको गांद के च्छेद पर दबाना शुरू कर दिया. धीरे-धीरे वो अंदर जाने लगा, और मैने उसको धक्का देते-देते आधे से ज़्यादा अंदर डाल दिया.
बहुत मज़ा आ रहा था मुझे. मैं उसको धीरे-धीरे अंदर बाहर करने लगा, और मोन करने लगा. अब मुझे उसको और अंदर लेना था. तो मैं और धकेलने लगा. इससे मुझे दर्द होने लगा, और मेरी मोनिंग की आवाज़ थोड़ी उँची होने लगी.
मुझे पता ही नही चला की कब मेरी आवाज़ राजाइंडर तक पहुँच गयी. अभी मैं उसको अंदर डाल ही रहा था, की तभी अचानक से मेरे रूम का दरवाज़ा खुल गया (मैं दरवाज़ा कभी लॉक नही करता था, क्यूंकी घर पर अकेला होता था).
मैने देखा की राजाइंडर मेरे सामने खड़ा था, और मुझे घूर-घूर कर देख रहा था. मैने जैसे-तैसे अपने आप को ढकने की कोशिश की. फिर वो मेरी तरफ देख कर मुस्कुराने लगा. वो मेरे पास आके बेड पर बैठा, और इससे पहले मैं कुछ बोलता, उसने मुझे थप्पड़ मारा और बोला-
राजाइंडर: सेयेल, मैं देखते ही समझ गया था, की तू घोड़ा है. आजा तुझे मज़ा देता हू.
तभी उसने जल्दी से अपनी पंत खोल कर अपना लंड निकाला, और मुझे चूसने को बोला. मैने माना किया तो वो मेरे उपर आ गया, और उसने लून मेरे मूह में तूस दिया.
उसका लंड बड़ा कड़वा था, और बैठा हुआ था. शुरू-शुरू में तो मुझे उल्टी जैसा फील हुआ, लेकिन जैसे-जैसे उसका लंड खड़ा होता गया, मुझे मज़ा आना शुरू हो गया. उसका लंड तकरीबन 8 इंच कर बड़ा हो गया था.
अब मैं ज़ोर-ज़ोर से उसका लंड चूस रहा था. फिर उसने मुझे 69 पोज़िशन में किया, और मेरी गांद चाटने लगा. आज पहली बार कोई मेरी गांद चाट रहा था, और मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. जब वो अपनी जीभ मेरे च्छेद में डालता, तो मुझे स्वर्ग ही मिल जाता.
कुछ देर ऐसे ही करने के बाद उसके मुझे घोड़ी बनाया, और पीछे से लंड मेरी गांद पर रगड़ने लगा. मैं सिसकियाँ ले रहा था. फिर उसने लंड च्छेद पर सेट किया, और धक्का देने लगा.
उसका लंड उंगली और पीपे से कही मोटा था, तो मुझे दर्द होने लगा. फिर अचानक उसने ज़ोर का धक्का मारा, जिससे उसका आधा लंड मेरी गांद में चला गया. इधर मेरी साँस दर्द से रुकने वाली हो गयी.
मैने उसको रुकने को कहा लेकिन उसने ताबाद-तोड़ धक्के मार कर लंड पूरा अंदर घुसा दिया. मैने अपनी गांद पर हाथ लगाया, तो मेरे हाथ पर खून लग गया. वो 2-3 मिनिट ऐसे ही रुका रहा, और फिर लंड अंदर बाहर करने लगा.
उसका लंड गांद में रग़ाद रहा था, जिससे मुझे दर्द हो रहा था. मैं ज़ोर-ज़ोर से आहें भर रहा था. उसने मेरे चूतड़ दबोचे हुए थे, और धक्को की स्पीड लगातार तेज़ कर रहा था. वो लंड पर भी तूख्ता जेया रहा था.
धीरे-धीरे मेरा दर्द कम हो गया, और मुझे मज़ा आने लगा. मेरी दर्द भारी आहें कामुक आहों में बदल गयी. अब उसने अपने हाथ मेरे शोल्डर्स पर रख लिए, और ज़ोर-ज़ोर से मुझे छोड़ने लगा.
मैं महसूस कर पा रहा था की लड़कियों को चूड़ने में कितना मज़ा आता होगा. आधा घंटा छोड़-छोड़ कर उसने मेरी गांद को आचे से खोल दिया. फिर मैने उसका गरम-गरम माल अपनी गांद में महसूस किया.
माल निकाल कर वो बेड पर सीधा लेट गया. मैने उसका लंड चूस कर सॉफ किया, और उसके लिप्स भी चूज़. फिर जीतने दिन वो हमारे घर काम पर रहा सुबा-शाम मुझे छोड़ता रहा. तो उन दीनो में मैं पूरा गान्डू बन गया.
तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी. अगर आपको मज़ा आया हो, तो कॉमेंट करके ज़रूर बताए.