ही फ्रेंड्स, मेरा नाम आकाश है. मैं 35 साल का हू, और एक शादी-शुदा आदमी हू. मैं देल्ही के लाजपत नगर से हू. मेरी हाइट 5’8″ है, और लंड का साइज़ 8 इंच है. ये कहानी मेरी और मेरी साली के बीच हुए सेक्स की है. तो चलिए मैं कहानी शुरू करता हू.
लेकिन पहले मैं आपको मेरी साली के बारे में बता डू. मेरी साली 27 साल की है. साली लड़की नही, बॉम्ब है बॉम्ब. 36-27-36 का पर्फेक्ट फिगर. हल्का सावला रंग. फ्रॅंक है एक-दूं. पिछले 5 साल से मैं अपनी साली की फीलडिंग कर रहा था, और फाइनली मुझे उसके साथ सेक्स करने का मौका मिल गया.
ये बात 3 हफ्ते पहले की है. मेरी साली का एग्ज़ॅम था, और जहा उसका एग्ज़ॅम था वाहा मुझे भी काम था. क्यूंकी ट्रॅवेल काफ़ी लंबा था, तो मेरी बीवी ने मुझे उसको साथ में ले जाने को कहा. उसको ये नही पता था, की मैं पहले से ऐसे ही मौके की तलाश में था.
फिर हम गाड़ी में निकल पड़े. मेरी साली ने वाइट कलर की फ्रॉक पहनी थी, जिसपे फ्लवर्स बने हुए थे. मैने जब उसको देखा, तो देखता ही रह गया. उसकी फ्रॉक में उसकी पूरी बॉडी शेप दिख रही थी, जिसको देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया था. फिर मैने उसके साथ बातें शुरू की-
मैं: और साली जी, क्या चल रहा है?
साली: कुछ नही जीजू, बस वही नॉर्मल लाइफ.
मैं: शादी के बारे में क्या सोचा है?
साली: शादी, इतनी जल्दी क्यूँ करनी है. अभी लाइफ तो जी लू थोड़ी पहले.
मैं: लाइफ तो जी ही रही हो. बाकी शादी के बाद कर लेना. या बाय्फ्रेंड के साथ मज़े करने है (मैने मज़ाक करते हुए कहा).
साली: जीजू, आप भी ना. कुछ भी बोलते हो.
मैं: अर्रे इसमे क्या है. ये कों सी बड़ी बात है. आज कल तो बाय्फ्रेंड होना आम बात ही है. अब मेरी भी तो शादी से पहले गर्लफ्रेंड्स थी.
साली: ह्म, जीजू गर्लफ्रेंड्स! हा. कितनी गर्लफ्रेंड्स थी आपकी?
मैं: पहले तुम बताओ बाय्फ्रेंड है तुम्हारा.
साली: नही पहले आप बताओ.
मैं: चलो ठीक है. मेरी 12 गिरल्फर्ीएन्स थी.
साली: 12! इतनो के साथ क्या किया.
मैं: मैने उनको पूरा मज़ा दिया. सब मारती थी मुझ पर.
ये बात सुन कर मेरी साली थोड़ी गरम हो गयी. फिर वो बोली-
साली: ऐसा क्या करते थे आप जीजू?
मैं: अब ऐसे बोल कर कैसे बतौ?
साली: तो फिर कैसे बताओगे.
मैं: ऐसा करते है. तुम कुछ देर के लिए मेरी गर्लफ्रेंड बन जाओ. फिर मेरे लिए बताना आसान हो जाएगा.
साली: चलिए ठीक है जीजू, बन गयी मैं आपकी गर्लफ्रेंड.
जैसे ही उसने ये कहा, मैने गाड़ी साइड रोकी, और अपने होंठ उसके होंठो से चिपका दिए. मेरे एक-दूं से ऐसा करने से वो हैरान हो गयी. उसको समझ मैं नही आ रहा था, की वो क्या करे. पहले 2-3 मिनिट तो उसने मेरा साथ नही दिया, लेकिन फिर वो भी किस्सिंग में मेरा साथ देने लग गयी. बड़ा मज़ा आ रहा था अपनी साली के कोमल होंठो का जूस पीने में.
फिर मैं अपना एक हाथ उसके मोटे चूचे पे ले गया, और उसको दबाने लग गया. इससे उसकी साँसे तेज़ हो गयी, और किस्सिंग और इनटेन्स हो गयी. वो भी इससे गरम हो रही थी, और ये बात मैं समझ चुका था.
10 मिनिट की एक लंबी किस के बाद मैने अपने होंठ उसके होंठो से अलग किए. अब वो और मैं एक-दूसरे की आँखों में देख रहे थे. हम दोनो की साँसे चढ़ि हुई थी. फिर 2 मिनिट के साइलेन्स के बाद वो बोली-
साली: जीजू बस इतना ही करके अपनी गर्लफ्रेंड्स को रिझाते थे?
मैं: नही, करता तो और भी बहुत कुछ था, लेकिन वो सब गाड़ी में पासिबल नही है. उसके लिए बेड होना ज़रूरी है.
साली: अब इतनी सारी गर्लफ्रेंड्स बनाई थी, तो ये भी पता होगा की बेड कों सी जगह पर अवेलबल होता है.
मैं हस्सा और बोला: हा पता है.
साली: तो चलिए, और खुश कीजिए अपनी गर्लफ्रेंड को.
मैं: ठीक है गर्लफ्रेंड जी.
फिर मैने ऑनलाइन ओयो रूम बुक करवाया, और अपनी साली को उस रूम में ले गया. जैसे ही हम कमरे के अंदर घुसे वो मेरे गले लग गयी, और उसने अपने होंठ मेरे होंठो से मिला दिए. मैने उसको अपनी बाहों में जाकड़ कर उठा लिया, और उसके रसीले होंठ चूसने लगा. क्या मज़ा आ रहा था उसके होंठ चूसने में.
फिर मैने उसके कपड़े उतारे, और अब वो मेरे सामने ब्रा पनटी में थी. एक तो इतना सेक्सी फिगर, उपर से नंगी, और उपर से साली. अब मुझे कोई नही रोक सकता था. मैने जल्दी से अपने कपड़े उतारे, और अब मैं अंडरवेर में था. मैने उसको अपनी बाहों में भरा, और हम दोनो बेड पर कूद पड़े. सबसे पहले हमने 15 मिनिट तक एक-दूसरे के होंठ चूज़, और बेड पर कड्ड्ल किया.
उसके बाद मैने उसकी ब्रा खोली, और उसके रसीले बूब्स को एक-एक करके चूसने लग गया. वो मस्त सिसकारियाँ ले रही थी, और उसकी आवाज़ो से माहौल और भी कामुक हो रहा था. फिर मैने उसकी कमर और पेट चूमने शुरू किए. अब मैं उसकी पनटी के उपर आ गया, जिस पर छूट वाली जगह पर गीले होने का निशान था.
मैने पहले उसकी पनटी को छूट वाली जगह से छाता. फिर मैने पनटी को उस जगह से दांतो में भींचा और रग़ाद कर फाड़ दिया. अब मेरे सामने उसकी मस्त क्लीन शेव्ड छूट थी. मैं कुत्टो की तरह उसकी छूट को चाटने और चूसने लग गया.
वो आहें भर रही थी, और गांद उछाल-उछाल कर अपनी छूट चुस्वा रही थी. फिर मैने अपना अंडरवेर उतरा, और अपना मोटा और लंबा लंड उसके सामने किया. वो झट से घोड़ी बन गयी, और मेरे लंड को हाथो में लेके मसालने लग गयी.
मैने उसको इशारे से लंड को मूह में डालने को बोला. उसने मूह खोला, और लंड को घाप करके अपने मूह में डाल लिया. अब वो बड़े प्यार से मेरा लंड चूस रही थी. फिर मैने उसके मूह में धक्के देने शुरू कर दिए. उसकी मूह से लार तपाक रही थी.
कुछ देर लंड चुसवाने के बाद मैने उसको सीधा लिटाया, और अपना लंड रगड़ते हुए उसकी छूट में डाल दिया. जब लंड उसकी छूट में गया, तो वो कामुक आहें भरने लग गयी. मैने ताबाद-तोड़ उसकी छूट छोड़नी शुरू कर दी.
वो भी आ आ करते हुए अपनी गांद हिला रही थी, और चुदाई में पूरा साथ दे रही थी. उसकी छूट के पानी से रूम में छाप-छाप की आवाज़े आनी शुरू हो गयी थी. मैने अपने धक्को की स्पीड बढ़ा दी थी, और उसके होंठ चूस रहा था.
साथ-साथ मैं उसके बूब्स दबा और चूस रहा था. 15 मिनिट मैने उसको वैसे ही छोड़ा, और अब मेरा निकालने वाला था. मैने जब उसको बताया, तो उसने कहा की मैं उसके अंदर ही निकाल डू. मैने भी वैसा ही किया, और तेज़ी से धक्के मारते हुए उसकी छूट में झाड़ गया.
अब हम दोनो का पानी निकल चुका था, और हम ठंडे हो चुके थे. हम नंगे ही एक-दूसरे के साथ बेड पर लेते हुए थे. फिर 10 मिनिट बाद वो बोली-
साली: जीजू आप ने तो सच में मुझे खुश कर दिया.
मैं: देखा मैने बोला था. लेकिन अभी तुम्हे मुझे खुश करना है.
साली: कैसे जीजू.
फिर मैने उसकी गांद पर हाथ लगाया और बोला: इसको छुड़वा कर.
साली: नही बहुत दर्द होगा.
मैं: दर्द में ही तो मज़ा है पगली.
ये बोलते ही मैने उसको उल्टा घुमाया, और उसके उपर आ गया. मेरे उपर बैठने से वो हिल नही पा रही थी. मैने उसके चूतड़ खोले, और च्छेद पर थूका. वो मुझे माना कर रही थी.
फिर मैने लंड सेट किया, और उसकी गांद में डालने लगा. वो चीखने लगी, लेकिन मैं नही रुका. मैने अपना पूरा ज़ोर लगाया और अपना टोपा उसकी गांद में घुसा दिया. वो दर्द से तड़पने लगी. फिर मैने अपने दोनो हाथ उसकी पीठ पर रखे, और लंड अंदर पुश करने लगा.
मेरा लंड धीरे-धीरे उसकी गांद में घुसा रहा था, और वो दर्द से तड़प रही थी. 2-3 मिनिट में मेरा पूरा लंड उसकी गांद में था. फिर जब वो तोड़ा शांत हुई, तो मैने उसकी गांद छोड़नी शुरू की. बहुत टाइट गांद थी साली की, छोड़ने में मज़ा ही आ गया.
20 मिनिट उसकी गांद छोड़ने के बाद मैने अपना माल उसकी गांद में ही निकाल दिया. उसके बाद मैं बेड पर गिर पड़ा. फिर थोड़ी देर के आराम के बाद हम दोनो अपनी मंज़िल की तरफ निकल पड़े.
दोस्तों कहानी का मज़ा आया हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे. जल्दी मिलते है ऐसी ही रसीली कहानी के साथ.