फंगस ने किया जेथलाल की फॅमिली को नंगा

हेलो दोस्तों, आप सभी का स्वागत है गोकुल धाम सोसाइटी में.

डिसक्लेमर:-

ये मेरी पहली स्टोरी है, तो छ्होटी-मोटी मिस्टेक्स माफ़ कीजिएगा. और ये स्टोरी थोड़ी बोरिंग लग सकती है, क्यूंकी पहले पार्ट में मैं बसे बना रहा हू. नेक्स्ट पार्ट से बहुत इंट्रेस्टिंग स्टोरी बनेगी.

मैं आपको ये स्टोरी शुरू से शुरू करूँगा. और इसके पार्ट्स आते रहेंगे. मैं जानता हू आप कितनी बेसब्री से ट्ंकॉक कॅरेक्टर्स की चुदाई देखना चाहते है. तो आइए इस स्टोरी को पढ़िए, और अपने दिमाग़ में इमॅजिन कीजिए. गुड मॉर्निंग गोकुल धाम.

जेथलाल का घर:

कल रात की चुदाई के बाद तका हुआ जेथलाल सोया हुआ है. दया भी जस्ट उठती है, और अपने कपड़े पहनती है. रात को चुदाई के बाद नंगे ही सोए थे दोनो. क्या मस्त बॉडी है दया की, आप लोग को देखे ही होंगे. दया कक़ची और पेटिकोट नही पहनती है, बस सारी लपेट लेती है.

इधर टापू को लंड के एरिया में फंगस हो गया, इसलिए वो घर में लूस शॉर्ट्स पहनने लगा. वो कक्चा नही पहनता था. इसलिए उसका लंड पंत के उपर दिखता था हल्का-हल्का. एक दिन दया ने नोटीस करके टापू को बोला-

दया: तुम चड्डी नही पहनते हो क्या?

टापू: नही मम्मी, वो अंदर खुजली हो रही थी. फंगस जैसा लग रहा था, इसलिए नही पहना.

दया: दिखाओ कैसा फंगस है?

टापू: नही मम्मी रहने दो.

दया: टापू बेटा, मैने ही तुम्हे पाल पॉस कर बड़ा किया है. मुझसे क्या शरमाना.

टापू: ओक मम्मी.

फिर टापू अपनी पंत खोलता है.

दया: अर्रे दिकरा, ये तो बहुत ज़्यादा लग रहा है. डॉक्टर को दिखना पड़ेगा.

टापू: नही मम्मी रहने दो. अपने आप ठीक हो जाएगा

दया: टापू जो मैं कह रही हू वो सुन.

दया हाथी भाई को फोन लगती है, लेकिन हाथी भाई देल्ही गये थे.

उन्होने बोला: आज कल फंगस बहुत फैल रहा है. सो ध्यान रखिए. और मैं कोमल को क्रीम बता देता हू, वो आके दे देगी. और हा, फंगस के केस में जितना खुला रहे, उतना अछा है. आप कोशिश कीजिए की टापू कम से कम पंत पहने. अगर वो घर में है तो नंगा ही रहेगा तो अछा है.

और दया फोन कट कर देती है. इधर बापू जी ने देखा की जेथलाल अभी तक नही जगा था, तो उसने आवाज़ दी-

बापू जी: अर्रे जेता उठो.

जब अंदर से कोई रिप्लाइ नही आया तो बापू जी बेडरूम में जेया कर देखते है. जेथलाल नंगा लेता हुआ था. फिर वो बाहर आ जाते है, और बाहर से आवाज़ देते है. जेथलाल हड़बड़ा कर उठता है, और “उठ गया बापू जी” बोल कर बातरूम जाता है.

दया टापू को उसके रूम से हॉल में ले आती है नंगे ही.

बापू जी पूछते है: ये टापू नंगा क्यूँ है?

फिर दया पूरी बात बताती है.

तो बापू जी बोलते है: कोई बात नही. अपने घर में क्या दिक्कत.

तभी कोमल वो क्रीम लेकर आती है, और टापू को नंगा देख कर बोलती है-

कोमल: सही किया दया भाभी. अभी इसको वैसे ही रहने दो. 4-5 दिन में ठीक हो जाएगा.

टापू का लंड धीरे-धीरे खड़ा हो गया. कोमल टापू का लंड देख कर चौंक जाती है. इतना बड़ा लंड 7.5 इंच का.

फिर कोमल बोलती है: ये क्रीम लगा दीजिए.

तब दया बोलती है: आप ही लगा दो कोमल भाभी. टापू तो आपके बेटे जैसा ही है. मैं छाई बनती हू.

कोमल बोली: ठीक है दया भाभी.

कोमल उसके लंड के आस-पास क्रीम लगती है. बीच-बीच में वो लंड को भी छूटी है. धीरे-धीरे वो गरम हो जाती है. लेकिन वो कुछ नही कर सकती अभी. इधर टापू को भी बहुत मज़ा आ रहा था.

बापू जी को भी फंगस हुआ था. लेकिन वो कंट्रोल कर रहे थे. कोमल क्रीम लगा कर चली जाती है. टापू भी अपने रूम में नंगा ही बैठ कर फोन में ग़मे खेल रहा था. जेथलाल छाई नाश्ता करके दुकान चला जाता है.

इधर बापू जी ने टापू को बोला: मुझे भी वो क्रीम देदे. मैं भी लगा लूँगा. मुझे भी खुजली हो रही है.

टापू ने बोला: वो सिंगल उसे क्रीम थी. और एक बार में ही ख़तम हो गयी.

तब टापू ने बापू जी को बोला: आप एक काम कीजिए. तब तक आप भी अपनी चड्डी उतार दीजिए, ताकि फंगस और नही बढ़े.

बापू जी बोले: ये मैं कैसे करू? घर में बहू है, तू है. ये सब के सामने मैं कैसे नंगा हो सकता हू?

टापू बोला: कोई बात नही दादा जी, फॅमिली में कैसी शरम?

फिर भी बापू जी शरमाते हुए चड्डी उतार देते है. लेकिन धोती लपेट लेते है ऐसे ही. फिर बापू जी न्यूसपेपर पढ़ने लगते है. वो सोफा पर पैर मोड़ कर बैठते है, इसलिए सामने से उनका लंड हल्का-हल्का दिख रहा था. दया छाई लेकर आई, तो उसने छाई टेबल पर रखते समय बापू जी का लंड देख लिया. लेकिन आचे से दिखाई नही दिया.

दोपहर में अचानक से टापू सेना आ जाती है, और टापू नंगा ही था. सारे लोग शॉक हो जाते है. वो सारे लोग पूछते है, और फिर टापू पूरी स्टोरी बताता है.

टापू सेना बोली: कोई बात नही टापू. हम फ्रेंड्स है, इतना चलता है.

लेकिन सोनू को टापू का लंड देख कर अजीब सी फीलिंग आ रही थी. सोनू चुपके से टापू के खड़े लंड का फोटो अपने फोन में क्लिक कर लेती है. इसके बाद टापू सेना वाहा से चली जाती है. लेकिन टापू के कॉंटॅक्ट में सारी टापू सेना आ जाती है, तो उन्हे भी फंगस होने का ख़तरा था.

शाम को जेथलाल आ जाता है. लेकिन एक फॅमिली में होने के कारण उसे भी फंगस होने लगा था. उसे भी खुजली हो रही थी. लेकिन वो किसी को नही बता रहा था. इधर हाथी भाई शाम को जेथलाल के घर पहुँचते है टापू को देखने. टापू को चेक करके 4-5 क्रीम का डब्बा दे देते है, और बोलते है-

हाथी भाई: रोज़ सुबा शाम लगा लेना, और तेरे झाँत बहुत बड़े-बड़े है. इसको ट्रिम या शेव कर लो. ये सॉफ रहेगा तभी फंगस नही होगा.

तभी बापू जी बोलते है: हथेदा, मुझे भी यही प्राब्लम हो रही है.

जेथलाल भी बोलता है. फिर हाथी भाई सेम क्रीम देते है, और बोलते है-

हाथी भाई: अपनी झाँत सॉफ कर लीजिए, और जितना हो सके नंगे रहिए. चलिए अब मैं चलता हू.

और हाथी भाई चले जाते है.

बापू जी बोलते है: अपनी फॅमिली में क्या शरमाना? पहले जेया कर दरवाज़ा बंद कर दो, और आज से नीयम रहेगा की जिसको भी फंगस जैसा लग रहा है, वो घर में नंगा रहेगा. सिर्फ़ बाहर जाते टाइम ही कपड़े पहनेगा.

जेथलाल बोलता है: ठीक है बापू जी.

दया को फंगस नही था, इसलिए उसको छ्चोढ़ कर सभी लोग नंगे हो जाते है, और सभी नहाने चले जाते है, और शेव कर लेते है. फिर सभी नंगे ही डिन्नर टेबल पर बैठ जाते है. तीनो का लंड खड़ा था, और दया ये देख कर शर्मा रही थी.

डिन्नर करके जेथलाल कुर्ता पाजामा पहन कर सोडा पीने चला जाता है बिना चड्डी पहने. सिडा शॉप पर हाथी भाई सब को बताते है, की कैसे एक फंगस फैल रहा था, और बहुत खुजली होती है. साथ में वो सभी को सावधान रहने को बोलते है, और इसके उपाय भी बताते है, जैसे जितना हो सके उतना नंगे रहो वग़ैरा-वग़ैरा.

रात को आ कर जेथलाल चुदाई करके सो जाता है. नेक्स्ट दे क्या-क्या होगा वो आपको नेक्स्ट पार्ट में पढ़ने को मिलेगा.

होप आपको ये स्टोरी पसंद आई होगी. ये मेरी पहली स्टोरी है, सो भूल चूक माफ़. जल्द ही मिलते है नेक्स्ट पार्ट में.