यॅ स्टोरी बेहद ही अजीब और दिलचस्प तरीके से हुई है. कहानी से बिल्कुल असली है और मज़ेदार है.
मेरा एक दोस्त था और उसको हम प्यार से हनी बुलाते है. मेरी और उसकी बहोट आची दोस्ती थी और में अक्सर उसके घर आता जाता र्हता था. उसकी एक बड़ी भें थी जो थोड़े सावले रंग की थी .
मैने कभी उन्हे ध्यान से नही देखा था पर वो मेरा नाम जानती थी की न कोई रोहन है जो मेरे भाई का आछा दोस्त है. कुछ दीनो बाद उनकी शादी थी, और लॉक्कडोवन् ल्ग गया.
शादी डेले तो नही हुई और उन्होने लॉक्कडोवन् तोड़ा रिलीव होते ही शादी रखड़ी और में भी यूयेसेस शादी में गया. उस्दीन मैने पहली बार उन्हे देखा. वो बहोट ही खूबसूरत ल्ग रही थी और कहर ढा रही थी.
शादी के जोड़े में हर ल्दकी सुंदर ल्गती है. में उन्हे देखते ही लंड खड़ा हो गया था. एस ही मैने पूरी शादी निकालडी और घर आगेया और में मूठ भी मारी.
फ्र आए मेरे कॉलेज के एग्ज़ॅम जो की ऑनलाइन थे और में हनी के घर जाता था एग्ज़ॅम करने के लिए क्यूकी वो घर के पास र्हता था. उसकी दीदी भी आ रखी थी वहाँ पे हो उस टाइम ऑनलाइन क्लास लाई रही होती थी क्यूकी एक कॉलेज में लेक्चरर थी. और वो क्लास ख़तम करके आती और मेरे सर में हाथ फेर्कार हेलो बोलती और में उन्हे देखता भी नही था क्यूकी मेरी लंड की हालत खराब होती थी और उपर से उनका पर्फ्यूम भी ज़बरदस्त था.
3-4 एग्ज़ॅम निकल गये और 4त एग्ज़ॅम वेल दिन मेरा पेपर जल्दी ख़तम हो गया और हनी अभी लिख रहा था टॉग में बातरूम में जाके मूठ मरने लगा. में शांति से बाहर आया और घर चला गया.
नेक्स्ट दे में आया तो पेपर करने लागे. हनी को उसके पापा का कॉल आया तो वो उनके पास शॉप पे चला गया और में वही अपना कम कर रा रा. वो मेरे पास आके बैठी और पूछने लगी तुम डिग्री के बाद क्या करोगे और बातों में पूछती.
नेहा: तुम कल बातरूम में क्या कर रहे थे?
में: में बातरूम मे. बातरूम करने गु गया था वोही. ( घबरके)
नेहा: अछा.. बेटा कल बातरूम की चितकनी तुंबे सही से नही लगाई. सारा व्यू देखा मैने
में: कुछ बोलने की हालत में नही था.
नेहा मेरे लंड पे हाथ रख के बोली-
नेहा: दिखाऊ मुझे.. मेरे सामने करो जो के र्हे थे.
मैने देख लिया की वो तो मूड में है, तो ही आ हिच किचाए.
में: आप ही करदो.
नेहा में मेरे लोवर से लंड निकाला और हिलने लगी. में लाइट गया और वो लंड हिला रही थी. नयी शादी थी तो वो छुड़ा पहने हुई थी तो उसकी भी आवाज़ आ रही थी. बहोट सही सीन था. मैने उनका सिर पकड़ा और लंड पे ल्गया.
वो धीरे धीरे उसको मूह में लेने लगी. वो और कंफर्टबल होके घुटनो के बाल ज़मीन पे थी और में बेड पे लेता चुस्वा रहा था. परम अनानद का मज़ा था वो, कमरे में छाप छाप की आवाज़ें थी. वो स्ट्रॉ की तरह चुस्ती तो लंड को मज़ा आजाता. 5 मीं तक उन्होने चूसा.
नेहा: मज़ा आया?
म: में उनका सिर पकड़ के डुब्रा लंड पे दल दिया और उनके हाथ पकड़ लिए. बहोट मज़ा आया, बिना हाथ ल्गए चूसो. वो चूस्टी रही फिर मैने उनका सिर ओकड़ा और मौत फक करने लगा. फिर मेरा सारा पानी छूट गया.
में: एयाया.आआ.आआ …. एयाया.आ..आ.आ.आ.आ.आ.आ…
नेहा का पूरा मूग भर गया और उसके मूह से बी बाहर आ रहा था.
नेहा: बता तो देते में त्यार रहती.
में: तो मज़ा कैसे आता.
में: अब ज़रा अपनी आस दिखड़ो बहोट मॅन कर रहा है. और उसकी आस पे ज़ोर से छाँटा मारा
नेहा: आछा जी, ठीक है
वो जेसे ही मुदके अपना पाजाम उतरने लगी. इतने में हिने आगेया. तो हमने सब ठीक किया और में घर आगेया. फिर वो चंडीगार्ह चली गयइ.
उनका मेरेको मेसेज भी आया की अगली बार दुबारा करेंगे. टेस्टी था सब कुछ और उन्होने मिरर सेल्फिे लेके अपनी आस की फोटो भी भेजी.
उसके बाद वो चंडीगार्ह चली गयइ और में भी अपने कम में लग गया.
मेरी डिग्री पूरी हो गयइ थी और में चन्डिगार्ह चला गया था मास्टर्स करने अपनी और वहाँ र्हते र्हते 3-4 महीने बीट गये और एक दिन में वाहा नाइट फुड स्ट्रीट (न्फ्स) में खाना खा रहा था तो याद आया की नेहा भी तो चंडीगार्ह में र्हती है.
वैसे भी उंदिंो बड़ा मॅन करता था सेक्स करने का क्यूकी क्लास में एक से बढ़कर एक माल लड़कियाँ थी बॅस वो बहोट ही हाइ मेंटेनेन्स वाली थी वरना एक दो को तो में जाकड़ ही लेता.
नेहा का हज़्बेंड गवर्नमेंट जॉब पे बदी पोस्ट पे था और ऑडिट के सिलसाले में हफ्ते के 1-2 दिन बाहर ही र्हता था. मैने नेहा को वही न्फ्स में बैठे बैठे मेसेज किया.
में: हेलो
नेहा: आ गयी याद?
नेहा का रिप्लाइ साथ के साथ ही आ गया.
में: इतना जल्दी रिप्लाइ. कमाल है.
नेहा: नही बस.. यॅ आज पटियाला गये है ऑडिट पे तो में मोविए देख रही थी. तुम ब्ताऊ तुमने कैसे याद किया?
में : तुम्हारा अड्रेस क्या है चंडीगार्ह मे? लोकेशन भेजो मुझे
नेहा: लोकेशन लिंक. क्यू तुम आरे हो?
मैने जल्दी से लिंक ओपन किया तो देखा की वो सिर्फ़ 5 मीं वॉक पे था सामने वाली कॉलोनी मे
में: हन में आरा हू
फिर में जल्दी से भगा भगा वाहा गया और घ्र के भर फ़ौंछ गया.
में कॉल किया.
नेहा: अरे आज तो कॉल भी हो गयी.
में: गाते खोलो.. जल्दी.
नेहा: क्या… एक मीं
वो बाल्कनी में आके देखा ट हैरान रह गयइ और नीचे आई गाते खोलने.
नेहा: तुम यह्न कैसे?
में: पहले मुझे बातरूम जाने दो.
में आंदार जाके बातरूम ढूँढा और फ्रेश हो गया पूरा.
नेहा: हो गया खाली
में: हॅन
वो आके मेरे पास बैठी और बोली
नेहा: तुम यहाँ कैसे?
म: में तो यही पढ़ता हू . आज रात को न्फ्स था तो याद आया तो मेसेज कुया और देखा तुम मीलगयइ
नही: सही है. यॅ भी 3 दिन की ऑडिट पे है. थर्स्डे सुबा आएँगे
म: तो तुम डोर क्यू हो.. यहाँ पे आजओ और लास्ट टाइम की तरह केडो. बहोट मॅन कर रा है.
वो समझ गयइ और मेरे पास आके बैठी और पंत के उपर से दबाने लगी.
हम दोनो स्लो स्लो किस के र्हे थे. उन्होने मेरी हाथ लिया और अपनी छूट पे रखा और हिलने लगी. में उनके लोवर में हाथ डाला और उससे सहलाने लगा.
वो बहोट उततेज़ होके. मेरे होंठ काटने लगी और मेरी पंत के बटन खोलने अंदर हाथ डालके दबाने लगी. में उनको अपने उपर किया और अपना दाँत उतार दिया और उन्होने अपने लोवर. वो पंटु नही पहनी थी और मेरा लंड छूट पे रग़ाद रहा था. में उनको नीचे धकेला.
म: सक इट!
नेहा उससे मूह में डालके चूसने लगी. वो पिछली बार की तरह चूज़ जेया रही थी. मूह बाहर निकाला और मेरी बॉल्स को चाटने लगी.
म: नीचे जेया!
नेहा समझ गयइ और मेरी बट को चाटने लगी, बहोट मज़ा आ रहा था. नेहा बहोट देर तक चूस्टी रही. मेरा निकालने वाला था.
मैने लंड बाहर निकाला और सोफा पे बैठा हुआ. और लंड हिलन लगा और पिचकारी उसके मूह पे मारी. उसकी आँखें नाक और होंठ पर मेरा कम था.
म: एयाया.आ.एयेए..आआ आ….
नेहा: हो गये रिलॅक्स?
म: हन बहोट बुत मॅन नही भरा और भी करना है.
नही: दो दिन यही रह, पूरी जन्नत दिखौँगी तेरे को.
उसके बाद में फ्रेश वगेरा होके अपने कपड़े उतरने अंदर गया और उनके साथ उनके कंबल में गुस गया. अंदर जाके ही वो मेरे उपर च्ड गयइ और मेरे निपल सक करने लगी और दाँतों से काटने लगी. क्या मज़ा आ रहा था.
में उनका सर पकड़ कर अपनी चेस्ट के हर जगह जीभ से लगवा रहा था और उनकी गंद को दबा रह था. मैने उनकी गांद को इतनी ज़ोर से दबया की उनकी सास..आअहह…सास निकल गयइ.
अब वो धीरे धीरे नीचे गयइ अपनी जीभ को पुर शरीर पर फेरते हुए और फिर वो नीचे जाके मेरी टोस सक करने लगी.
मैने उन्हे उपर खिछा और अपने साथ लेता किया और उनके बूब्स के निपल्स को सक करने लगा ज़ोर ज़ोर से. पूरी तरह जेसे में सछमे कोई स्ट्रॉ मेसए पिई रहा हू. वो बॅस सस्स..एयेए .आ..आहह… कर रही थी. मैने उनकी छूट पे हाथ रख दिया पूरा और ज़ोर से दबाया. वो मचल गयइ और उपर उठने लगी. फिर मैने उनकी छूट पे एक उंगली डाली जो बहोट आचे से अंदर चली गयइ.
म: अपने हज़्बेंड का कितना बड़ा है?
नही: जितना तुम्हारा है उतना ह है.
म: तो आप उनसे सॅटिस्फाइ नही हो क्या?
नही: नही, में उनसे कंप्लीट्ली सॅटिस्फाइड हू. वो मुझे पुर मज़े के साथ छोड़ते है और बहोट देर तक.
म: तो आप मेरे साथ इतना इन्वॉल्व कैसे है?
नही: मेरे हज़्बेंड के साथ मुझे बड़ा नॉर्मल सेक्स करना पदता. लेकिन तुम्हारे साथ में सारे कम कर स्क्ति हो. जेसे चाहे वैसे, जो चाहे वो.
फॉर एग: मेरा अगर लंड चूसने का मॅन हो तो नही कह स्क्ति अगर वो पहल्न नही करे. लेकिन तुमने तो मेरे साथ जो डीप थ्रोट किया है
यॅ बात पे मैने उनकी छूट में दूसरी उंगली भी डाल दी. वो बहोट उतीजित हो गयी और मूज़े किस करने लगी और मुझे अपने उपर कीच कर मेरा लंड खुद ही छूट पे सेट करके अंदर दल दिया.
नही: आआ आआ …आआ ..ब्सस्स रुकूऊ बसस एस ही रहो थोड़ी देर.
म: कॉंडम नही पहना मैने
नही: ज़र्रोरत ह नही. एस ही मज़ा है
नही: अब धीरे धीरे शुरू कर. बसस मेरे बात मानते जैईीू.
म: ओक
में उसकी बात मानता गया. में उसको मिशनरी में छोड़ रहा था. फिर मैने उसकी मिशनरी में ही तोड़ा उपर किया और 90° के आंगल ल्र छोड़ने लगा. मेरे निपल्स उसके मूह ट्के थे तो वो उन्हे चूसने लगी और में उससे छोड़े जस रहा था.
म: आआ आ…आआआ….आआआ…. गया
में उसके अंदर ही निकल गया.
नही: बाहर मत निकालिओ. ब्स एस ही करता रह
अब आप जानते ही है एक बार रिलीस के बस कितना दर्द होता है हिलने में. मैने उसपे लगा रहा
करते करते मेरा दुबारा खड़ा हो गया और वो मेरे उपर आगयइ.
वो उछालने लगी ज़ोर ज़ोर से. वो झुक के बूब्स चूसवने लगी. और मैने छोड़ा नही में ज़ोर ज़ोर से लगा रहा. फिर मैने उनपे बूब्स लाल कारडीए उसके बाद मैने उनकी आस प्र ज़ोर ज़ोर से स्पॅंक किया और वो भी लाल करदी. उनकी आस पे उंगलिओन के निशान थे. में उनकी आस में फिंगरिंग कर रहा था.
उनका अस्स्फ़ुक्क उनके हज़्बेंड मे कर दिया था पहले ही. वो लंड से उतरी और उससे चूसने लगी और थूक गिरा के उसे गीला कार्डिया. फिर वो रिवर्स कॉवगिरल में बैठके कूदने लगी. इश्स बार हम दोनो एक साथ झाड़ गये. मैने ज़ोर की पिचकारी उनकी छूट में मारी जो हम दोनो ने फील की.
उनका रास बहोट गरम था. वो मेरे उपर गिर गयइ और मैने उनके शोल्डर में बीते किया.
नही: बस तक गयइ में.
म: अभी कहा एक रौंद पड़ा है अभी.
मैने उन्हे रोल किया और उनके आस होल में लंड डालने की कोशिश करने लगा
तोड़ा माना करने के बाद वो बोली-
नही: ऐसा नही जाएगा. उन्होने उससे किया आचे से लंड को पोज़िशन किया और आस स्प्रेड की.
मैने उनको आस ले लंड दल दिया और वो चिल्ला उठी और मैने एक घोड़े की तरह उनके उपर छोड़के उनकी गांद मार रहा था. करीब 10 मीं ट्के उनको गांद को पूरा ठोका. लंड अंदर ट्के डालके. उसके बाद उनकी गांद में ही निकल दिया और फिर हम सोगआय.
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आंड अन्य मॅरीड विमन और गर्ल अगर इंट्रेस्टेड हो तो मेसेज करे एमाइल पे, ऑल डीटेल्स विल बे प्राइवेट.