हेलो रीडर्स, मैं बहुत खुश हू की आप लोगों को स्टोरी काफ़ी पसंद आ रही है. और रही बात ट्ंकॉक ओपन माइंडेड सोसाइटी की, तो बहुत सारे रीडर्स उसकी काफ़ी डिमॅंड कर रहे है. तो मैं वो भी कंटिन्यू करूँगा, और उसका भी जल्दी ही पार्ट आएगा.
प्रीवियस पार्ट:-
“घर की इज़्ज़त मेरे हाथो में-7”
अब आयेज.
मम्मी ने जेया कर गाते खोल दिया. मैने देखा बाहर ग्रोसरी लेके डेलिवरी बॉय था.
उसकी भी मम्मी को देख कर आँखें फटत गयी, और मूह खुल गया. अब मम्मी लग ही इतनी सेक्सी रही थी.
मम्मी ने उसको अंदर आने को कहा. वो काफ़ी सारा समान लेके आया था. मम्मी ने बहुत सारी ग्रोसरी माँगा ली थी. उसने एक-एक करके सारा समान अंदर रखा, और फिर उसने एक लिस्ट निकाल ली, और समान मम्मी को मॅच करने को बोला.
डेलिवरी बॉय: माँ आप एक बार सारा समान चेक कर लीजिए.
मम्मी: ह्म.
मम्मी ने उससे लिस्ट ली. पहले मम्मी लिस्ट को देखने लगी. डेलिवरी बॉय की नज़र तो बस मम्मी के सेक्सी जिस्म पे ही थी.
मम्मी कोई समान देखने नीचे झुकी, और मम्मी का टवल खुल कर गिर गया. मम्मी ने टवल बड़े आराम से उठाया, और उसके मूह पे ही दोबारा से लपेटने लग गयी.
डेलिवरी बॉय ने मम्मी को पूरा नंगा देख लिया था, जिससे उसके लंड की तो हालत खराब हो गयी होगी. ये तो उसके मूह से ही पता चल रहा था.
मम्मी बहुत ही बेशार्मो वाली हरकते कर रही थी. उनको तो जैसे कोई फराक ही नही पड़ा हो किसी पराए मर्द के आगे टवल खुलने का.
खैर शरम होती भी क्यूँ? जब मम्मी की नीयत में ही ऐसे किसी पराए मर्द से चूड़ना था. फिर मम्मी समान चेक करने लगी, और डेलिवरी बॉय अपना लंड अपनी जीन्स के उपर से ही मसल रहा था.
मम्मी का टवल एक बार और खुल गया था, तो मम्मी ने उसको साइड पे ही रख दिया, और उस डेलिवरी बॉय के सामने मम्मी नंगी खड़ी हो कर समान चेक करने लगी.
मम्मी उसको देख कर स्माइल भी कर रही थी. 3-4 मिनिट मम्मी ऐसे ही समान चेक करती रही, और फिर मम्मी बोली-
मम्मी: ह्म सारा समान ओक है. लगता है अब तुम्हारी टिप देनी पड़ेगी.
डेलिवरी बॉय तो बस मम्मी वो ही घूरे जेया रहा था. उसको तो जैसे यकीन ही नही हो रहा था.
मम्मी: इधर आओ, और अपना समान भी चेक काराव.
वो मम्मी के पास गया, और मम्मी ने तुरंत ही उसके लिप्स चूसने शुरू कर दिए. वो और मम्मी दोनो ने 4-5 मिनिट तक एक-दूसरे के लिप्स आचे से चूज़. फिर मम्मी ने डेलिवरी बॉय को सोफे पे धक्का देके बिता दिया, और उसकी जीन्स और अंडरवेर निकाल के फेंक दिया.
उसका लंड करीब 6.5 इंच का था. मम्मी ने तुरंत ही लंड मूह में लेके चूसना शुरू कर दिया. फिर डेलिवरी बॉय ने अपनी त-शर्ट भी उतार दी. मम्मी बिल्कुल रंडियो की तरह उसका लंड चूस रही थी. डेलिवरी वाले के तो मज़े आ गये थे, क्या पटाखा हाथ लग गया था उसके तो.
मम्मी 5 मिनिट तक उसका लंड चूस्टी रही, और डेलिवरी बॉय झाड़ गया. फिर मम्मी उसका सारा माल पी गयी, और फिर उसकी जाँघ पे बैठ कर उसको किस करने लगी. फिर डेलिवरी बॉय ने मम्मी के बूब्स चूसने शुरू कर दिए. बहुत ज़ोर-ज़ोर से वो मम्मी के बूब्स चूस रहा था.
मम्मी: आह आह ऐसे ही चूसो. खा जेया आज मुझे.
उसने लगभग 20 मिनिट तक मम्मी के बूब्स चूज़, और बिल्कुल लाल कर दिए.
मम्मी: अब अपने समान की वर्किंग चेक काराव ना.
डेलिवरी बॉय: क्यूँ नही माँ.
मम्मी उसकी जाँघ से उठ कर लंड पे बैठ गयी. लंड पे बैठते ही-
मम्मी: आहह ऊफ्फ.
उन्होने उसके लंड पे उछालना स्टार्ट कर दिया, और सेक्सी-सेक्सी सिसकारियाँ लेने लगी.
मम्मी: आह, बहुत मज़ा आ रहा है.
वो 7-8 मिनिट उसके लंड पे उछालती रही, और झाड़ गयी. सारे सोफे पे मम्मी का पानी गिर गया था. फिर वो डेलिवरी बॉय ने मम्मी की गांद पकड़ी, और ज़ोर-ज़ोर से छोड़ने लगा, और साथ ही मम्मी के बूब्स चूसने लगा.
मम्मी: आ हा, और ज़ोर से करो.
5-6 मिनिट उसने मम्मी को ताबाद-तोड़ छोड़ा, और जब वो झड़ने वाला था तब उसने मम्मी को कहा-
डेलिवरी बॉय: आअहह निकालने वाला है मेरा.
मम्मी तुरंत उसके लंड पे से उठ गयी, और उसका लंड हाथ में लेके हिलने लगी. वो भी झाड़ गया, और सारा माल मम्मी के मूह पे ही गिर गया. तोड़ा माल मम्मी चाट गयी, और बाकी मूह पे ही लगा रहा.
दोनो मस्त चुदाई कर के तक गये थे. अब वो डेलिवरी बॉय सोफे पे बैठा था, और बैठे-बैठे ही पीछे रिलॅक्स हो कर लेट गया, और मम्मी भी उसकी जाँघ पे बैठ कर उससे लिपट कर लेट गयी.
दोनो नंगे एक-दूसरे से लिपटे हुए थे. मम्मी के बूब्स उसकी छाती से चिपके हुए थे. मैं तो ये देख के हैरान था की दोनो चुदाई में ऐसे खोए हुए थे, की मैं गाते खुला था इसका तो होश ही नही था.
दोनो मस्त एक-दूसरे को कस्स कर लेते रहे. 10 मिनिट तक वो ऐसे ही रहे. फिर मैने मम्मी के पास जाके देखा, तो दोनो सो रहे थे. मैने लगे हाथो मम्मी की गांद पे हाथ लगा दिया. ये पहली बार था की मैं अपनी मम्मी की गांद टच कर रहा था.
फिर मैने हिम्मत करके मम्मी की गांद साइड से चाटनी शुरू कर दी. 2-3 मिनिट चाटने के बाद मैं वाहा से हॅट कर अपनी जगह पे चला गया. करीब 1 घंटे बाद वो डेलिवरी बॉय उठा, जब टाइम 12 पीयेम हो रहा था. उसने उठते ही मम्मी की पीठ सहलानी शुरू कर दी, और शोल्डर पे किस करने लगा.
शूकर है वो उठा. क्यूंकी 1 घंटे से मैं तो बैठा-बैठा तक गया था. उसके ऐसा करने से मम्मी भी उठ गयी, और उसके लिप्स पे किस करने लगी. मम्मी तो उस डेलिवरी बॉय के साथ ऐसे लगी हुई थी, जैसे उनका पति ही हो.
दोनो 10 मिनिट तक ऐसे ही एक दूसरे को चूस्टे रहे. फिर उसने मम्मी की गांद पकड़ी, और अपने लंड पे मम्मी को बिता लिया, और छोड़ना शुरू किया.
मम्मी: आ आ करते रहो आहह.
इतने में मम्मी का फोन बजता है. मुझे लगा था मम्मी फोन इग्नोर कर देंगी. लेकिन मम्मी ने फोन टेबल से उठाया, और कॉल पिक कर ली.
मम्मी: आअहह हेलो, कैसे है आप?
मुझे पता चल गया मम्मी पापा से बात कर रही थी. मम्मी तो बहुत बोल्ड और बेशर्म हो गयी थी. पापा से फोन पे बात करते हुए किसी पराए मर्द से चुड रही थी.
मम्मी: आआहह मा, अर्रे वो मैं पोछा लगा रही थी तो पैर फिसल गया, और मोच आ गयी. अब इस्पे क्रीम लगा रही हू ऊ.
वो डेलिवरी वाला मम्मी के निपल्स काट रहा था. मम्मी उसको हटा कर माना कर रही थी, लेकिन वो मान नही रहा था.
मम्मी: चलो मैं बाद में बात करती हू, क्रीम लगा लू पहले सही से.
फिर उन्होने फोन कट कर रख दिया. फिर स्माइल करते हुए वो डेलिवरी वाले को किस करने लगी.
मम्मी: बहुत नॉटी हो तुम सस्सस्स, देख रहे थे ना मैं फोन पे बात कर रही थी ऊहह?
डेलिवरी बॉय: माँ, आप हो ही ऐसी चीज़, की रहा नही जाता.
ये सुन कर मम्मी उससे बिल्कुल चिपक गयी, और उसको छोड़ना कंटिन्यू रखा. फिर 5 मिनिट बाद मम्मी झाड़ गयी, और उससे चिपका कर लेती रही. वो भी ज़ोर-ज़ोर से मम्मी को छोड़ता रहा.
मम्मी: बहुत दूं है तुम्हारे लंड में आहह.
वो झड़ने वाला था. उससे पहले उसने मम्मी को लंड से उतार कर जाँघ पे बिता दिया, और फिर एक-दूं ही मम्मी के पेट पर सारा माल छ्चोढ़ दिया. मम्मी और वो किस करने लगे.
मेरा तो ये देख कर बहुत दिमाग़ खराब हो रहा था.
टाइम 1:20 पीयेम हो गया था. मम्मी को कोई दर्र ही नही था की उनका बेटा आता ही होगा. दोनो ऐसे ही एक-दूसरे को पकड़ कर लेते हुए थे. इतने में वो डेलिवरी वाले का फोन बजा. वो फोन पे बात करता हुआ बोल रहा था-
डेलिवरी बॉय: हा बस थोड़ी देर में आ ही रहा हू. माँ मुझे अब जाना होगा.
मम्मी उसके उपर से उठ कर खड़ी हो गयी.
डेलिवरी बॉय: माँ मैं कल अवँगा, फिर जाम के आपकी चुदाई करूँगा.
मम्मी: नही कल नही. मैं तुम्हे फोन कर दूँगी, तब आना. ऐसे मत आना, मेरा बेटा और पति घर पे होते है.
डेलिवरी बॉय ने मम्मी को कस्स के पकड़ लिया, और किस करने लगा, और साथ में मम्मी का पूरा जिस्म दबाने लगा.
10 मिनिट बाद दोनो अलग हुए, और वो कपड़े पहन कर चला गया. मैं अभी किचन की साइड था. जैसे ही वो गया मैं जल्दी से 1स्ट्रीट फ्लोर की सीडीयों पे चला गया. क्यूंकी अब पता नही था मम्मी कहा जाती.
मम्मी गाते बंद करके अंदर आई, और नंगी ही सारा समान तोड़ा-तोड़ा करके अंदर किचन में ले गयी. मम्मी से इतना भी नही हुआ की अपने बदन को सॉफ कर ले. उनके पेट पे बहुत सारा माल गिरा था, जो मम्मी ने पोंचा ही नही, और मूह पे अभी लगा हुआ था.
मम्मी समान रखने के बाद किचन में से एक ग्लास लेके आई, और सोफे पे बैठ कर उंगली करने लगी. मैं समझ गया था, की मम्मी मेरे लिए ही अपनी छूट का पानी निकाल रही थी.
फिर मैं मैं गाते की साइड चला गया, और वाहा से देखने लगा. मम्मी ने उंगली करके ग्लास भर दिया, और उठ कर किचन में चली गयी.
मैं भी घर से बाहर चला गया और सोचता रहा, की कैसे में अपने घर की इज़्ज़त बचौ. ऐसे तो हमारे घर की बहुत बदनामी होगी. मैं 3 बार मम्मी को अलग-अलग लोगों से चूड़ते हुए देख चुका था.
काफ़ी सोचने के बाद मैने डिसाइड किया की पापा से तो कुछ होता नही होना, तो अब घर की इज़्ज़त मुझे अपने हाथो में ही लेनी होगी.
मुझे ही मम्मी की प्यासी छूट को शांत करना होगा. ऐसे कब तक मम्मी बाहर के लोगों से चूड़ेगी.
नेक्स्ट पार्ट में पता चलेगा की कैसे मैं मम्मी को छोड़ने का प्लान बनता हू. प्लीज़ कॉमेंट्स और फीडबॅक करके मुझे बताइए स्टोरी कैसी लगी.