तो पिछली स्टोरी तो आप सब ने पढ़ ही ली होगी. उसमे आपको पता चला की कैसे मैने कॅनडा में आई एक मॅरीड लड़की के साथ सेक्स किया अपने घर में.
तो जैसे की आपने पढ़ा था घर में कोई नही था. तो मैने बिना कुछ रहम खाए चुदाई की थी. ना तो मैने आवाज़ो की परवाह की, ना किसी और चीज़ की. पर मैं भूल गया था की एक बंदा अभी भी घर में ही था, और वो हमारा किया सब कुछ सुन रहा था. तो स्टोरी शुरू करते है.
सुबा उठ के मैं जब नीचे किचन में गया, तो बॉडी को तोड़ा सा स्ट्रेच कर रहा था. तभी पीछे से आवाज़ आई.
ऋतु: रात को ज़्यादा अकड़ गयी क्या पीठ?
ऋतु हमारे साथ ही रहती थी. उनके पति ट्रक चलते थे, और कॅल्गरी गये थे 5 दिन के तौर पे. ऋतु एक सुंदर लड़की थी, और बहुत ही गड्राए शरीर वाली थी. उसका सब कुछ पर्फेक्ट था बस तोड़ा सा पेट बाहर था. तोड़ा सा ही था, पर वो बहुत कमाल लगती थी टॉप ओर लोवर में.
मे: मतलब?
ऋतु: रात को इतना शोर शराबा किया है तो अकड़ गयी होगी.
मे: हा क्या, शोर शराबा, कॉन्सा?
ऋतु: बेटे मैं घर में ही थी जब तूने किसी को स्ट्रेच किया पूरा और अब यहा खुद को स्ट्रेच कर रहा है.
मैं तोड़ा सा ऑक्वर्ड होके शरमाने लगा.
ऋतु: अर्रे कोई ना. ये तो होता रहता. यहा आके क्या सोचना.
मे: हहा, सही कहा. यहा आके क्या सोचना. मैं भूल गया था की भैया गये है आप नही.
ऋतु: हा भैया तो तुम्हारे चले गये. अब तो 5 दिन बाद ही आएँगे.
वो ऐसे बोलते-बोलते अंगड़ाई लेने लगी, और उनकी नाभि मुझे दिखने लगी.
ऋतु: मेरी नाभि मत देख. उपर जाके उसकी देख ले.
मे: क्यूँ इसमे क्या बुराई है? ये भी डीप है.
वो हेस्ट हुए चली गयी, और मैं रूम में गया. सिमरन पेट के बाल सो रही थी. मैं जाके उसके उपर लेट गया, और अपना लंड उसकी गांद की दरार में फ़ससा के लेट गया. गरम-गरम महसूस करने लगा. फिर वो उठी.
सिमरन: गुड मॉर्निंग बेबी.
मे: गुड मॉर्निंग. बेबी तोड़ा सा प्यार कर दो छोटू को.
वो उठी और मुझे ब्लोवजोब देने लगी. उसने मुझे पूरी स्लॉपी ब्लोवजोब दी थूक लगा-लगा के. उसकी चूड़ियाँ च्चन-च्चन करती थी, तो और मज़ा आता था. मैं खड़ा हुआ और खुद हिलने लगा, और उसको बॉल्स चाटने को कहा.
वो ऐसे करती रही, और मैने बहुत लाउड ऑर्गॅज़म दिया. मैने पूरा का पूरा कम उसके मूह और नाक पे डाल दिया. वो नहाने चली गयी. फिर मैं रूम से बाहर आया तो ऋतु बाहर ही थी.
ऋतु: बहुत खुल के रिलॅक्स हुआ.
मैं तोड़ा शर्मा के: हिहीही.
हम किचन में चले गये. सिमरन नीचे आई, और मुझे बाइ बोल के चली गयी.
ऋतु: ये मॅरीड है?
मे: हा, इसके हज़्बेंड का वीसा नही आया अभी तक.
ऋतु: सही है, कोई कमिटमेंट नही, और मज़े पुर.
मे: भैया 5 दिन के बाद ही आएँगे, या पहले भी आ सकते है?
ऋतु: क्यूँ? तूने मेरे उपर ट्राइ मारना अब? बेटा एक फ़ससी है, वो भी क्यूंकी अकेली थी. हर कोई हाथ नही आएगा.
मे: नही मेरा ऐसा कोई मतलब नही था. मैने तो ऐसे ही पूछा.
ऋतु: हा वो बाद में ही आएँगे. मेबी लाते हो जाए. क्यूंकी आक्सिडेंट हो रखा है हाइवे पे.
मे: ठीक है.
ऋतु: तेरा आज कॉलेज नही है?
मे: है, बस निकल रहा हू.
मैं घर से तैयार हो कर निकल गया. फिर स्टॉप पे जाके याद आया की मैं अपना चारजर लॅपटॉप का टेबल पे भूल गया था. मैं घर वापस गया तो देखा की घर लॉक था. तो मैने नॉक किया, बेल बजाई, बुत कोई आया नही. तो मैने भैया को कॉल लगाई.
वो कहते: हो सकता है ऋतु बातरूम में हो या सो गयी हो. तू बेसमेंट के डोर से चला जेया.
मैं बेसमेंट के डोर से घर में गया. फिर टेबल से चारजर लेने गया तो देखा की उपर से कुछ आवाज़ आ रही थी. तो मैं उपर गया. उपर दूसरे कपल के रूम से आवाज़े आ रही थी. जब सुना तो वो लोग चुदाई कर रहे थे.
भाभी: आ आराम से.
इतने में ऋतु आ गयी अपने कमरे से, और वो भी यही सुन के बाहर आई थी.
ऋतु: लगता है इस घर में सबको एक साथ ही जोश चढ़ा है.
उसने ज़ोर से गाते नॉक किया, और बोली-
ऋतु: धीरे कर लो भाई. मेरे रूम तक आवाज़े आ रही है.
मैं स्माइल सी करके चला गया. जाते हुए मैने देखा की ऋतु के रूम में लॅपटॉप खुला पढ़ा था और उसमे पोरनुब की आंजेला वाइट की आस फक की वीडियो चल रही है, थ्रीसम वाली. भाई पॉर्न देखता नही है, हम घोल के पी जाते है. तो खाली फोटो देख के पता लग जाता है की कों और क्या है. फिर ऋतु जब रूम में जाने लगी तो मैने बोला-
मे: भैया की याद आ रही है आपको. कोई बात नही, मैं भी हेल्प कर सकता हू.
और मैं वाहा से भाग गया. ऋतु को शायद समझ नही आई पर बाद में वो शायद रूम खुला देख के समझ गयी होगी की में क्या बोल रहा था. फिर चलो ऐसे 2 दिन निकल गये. मैं लिविंग रूम में बैठा अपना काम कर रहा था.
ऋतु मेरे पास आई और बैठ गयी. वो साथ में चिप्स लेके आई थी, तो मुझे ऑफर किए, तो वो डोर बैठी हुई मेरे पास आके बैठ गयी. मैं चबा रहा था तो चूरा कपड़ो पे गिर रहा था. फिर वो उनको सॉफ करने लगी. फिर मेरा काम ख़तम हुआ तो लॅपटॉप साइड रख दिया.
ऋतु: कोई बढ़िया मोविए है? वही देखते है.
मे: हा क्यूँ नही.
फिर पूरा नेत्फलिक्ष ढूँढने के बाद उन्होने किस्सिंग बूत ओं की. मैने तो देख रखी थी, पर फिर भी देखता रहा. वो देखते-देखते ऋतु को नींद आने लगी. वो वही पर सो गयी, और मेरे उपर गिरती रही. मैं उसकी साँसे अपनी चेस्ट पे महसूस कर रहा था, और मेरा लंड भी खड़ा हो रहा था.
अब वो पुर तनाव में था, और शॉर्ट्स में से बाहर आ रहा था. मैने ऋतु का हाथ लिया और अपने लंड पे उपर रख दिया. वो नींद में थी तो कभी-कभी दबा देती थी. फिर मैने उसकी गांद की लाइन के दर्शन किए जो लोवर हल्का नीचे खिसकने के कारण दिख रही थी. वो पहला ऐसा मोमेंट था जब मेरे अंदर ऋतु के लिए हवस आ गयी.
हम सुबा ऐसे ही सोते रहे. 4-5 बजे के करीब ऋतु की आँख खुली, तो उसने सब देखा होगा की उसके हाथ कहा थे और कैसे थे. मैं सो रहा था तो एग्ज़ॅक्ट्ली मुझे तो नही पता की क्या हुआ. मेरे पास कॉफी बनी आई तब मैं उठा.
ऋतु: बढ़िया मोविए थी.
मे: हा, मैने देख रखी थी पहले.
ऋतु: अछा-अछा.
ऐसे ही नॉर्मल बात-चीत हुई मोविए के बारे में. अब ऋतु और मेरी दोस्ती थोड़ी बढ़ गयी थी. लीके हम लोग तोड़ा फ्रॅंक हो गये थे, और क्लोज़ बैठ के मोविए वग़ैरा या खाना खाते थे. ऐसे ही करते-करते 2 हफ्ते निकल गये. भैया इस बार और लंबे तौर पे गये थे. टोरोंटो से कॅल्गरी, फिर वाहा से वॅनकूवर, और वाहा से कॅलिफॉर्निया.
ऋतु को भी कोई आइडिया नही था की कब तक आने वाले थे. 2 हफ्ते कम से कम लगेंगे, बस उसे इतना पता था. मेरी तो हवस बहुत ओँछे लेवेल तक थी. मैं तो हर वक़्त उसकी गांद ही देखता था, जो मेरा मारने का बहुत मांन करता था. उसकी छूट बहुत स्ट्रेच्ड थी, जैसे भैया ने टीका-टीका के ली हो रोज़.
मैने तान लिया था कैसे ना कैसे करके इसको लेके रहूँगा. इन 2 हफ़्तो में और पूरा मज़ा लूँगा इसका मैं. गांद मारूँगा रग़ाद-रग़ाद के.
आयेज बतौँगा आपको नेक्स्ट पार्ट में, की कैसे मैने उसको फसाया और सिड्यूस किया. तब तक के लिए स्टे ट्यूंड.
और मैं ब्रॅंपटन में रहता हू. अगर कोई लड़की या औरत मुझसे किसी तरह का फेवर चाहती है, तो मुझे कल्लमेअभी2109@गमाल.कॉम पे मैल करे.