ही रीडर्स, मेरा नाम पवन है. मैं राजस्थान में अपनी फॅमिली के साथ रहता हू. मेरे घर में मेरी मा, मेरा बड़ा भाई, और भाभी रहते है. पापा मेरे काफ़ी सालों पहले इस दुनिया को छ्चोढ़ कर जेया चुके है.
मेरी उमर 24 साल है, और मेरा भाई मुझसे टीन साल बड़ा है. ये कहानी वैसे तो काफ़ी सालों पहले ही शुरू हो चुकी थी, लेकिन इसका रिज़ल्ट भाई की शादी के बाद आया. तो चलिए शुरू से शुरू करते है.
बचपन से ही मेरे और मेरे भाई में से मैं ज़्यादा अग्रेसिव रहा हू. जब कभी मेरा या मेरे भाई का स्कूल या कॉलेज में झगड़ा हुआ, तो मैने ही उसको बचाया. वो लड़ाई झगड़ा कभी पसंद नही करता था, और पढ़कू भी था.
फिर यू ही हम बड़े हो गये, और हमारी आदते भी वैसे ही चलती गयी. अब जब भी समझदारी से काम करना होता था, तो मेरा भाई जाता था, और अगर कभी लड़ाई झगड़े की ज़रूरत होती थी, तो मैं भी जाता था.
हम दोनो की हाइट सेम 5’9″ की थी. लेकिन मैने जिम जाके तगड़ी बॉडी बनाई हुई थी, और भाई की नॉर्मल बॉडी थी. हम दोनो जॉब लग चुके थे, और मा ने भाई की शादी के लिए लड़की ढूँढनी शुरू कर दी थी.
भाई शादी की बात पर हमेशा कन्नी काट जाते थे. उनकी कभी कोई गर्लफ्रेंड भी नही रही थी. मुझे लगा था की ये उनकी शराफ़त थी, लेकिन बात तो कुछ और ही थी, जो मुझे बाद में पता चली.
तो 2 साल पहले की बात है. भाई की शादी के लिए मा ने लड़की पसंद कर ली थी. लड़की का नाम टीना था, और वो बहुत खूबसूरत लड़की थी. रंग उसका गोरा-चितता था, और हाइट 5’6″ की थी. फिगर उसका 36-28-36 था. एक बार तो मेरे मूह में भी मेरी होने वाली भाभी को देख कर लात टपकने लगी थी.
लेकिन फिर मैने अपने आप को कंट्रोल किया, और उसको भाभी की नज़र से देखने लगा. फिर शादी वाला दिन आया, और मेरे भाई ने मुझे ठीक शादी से पहले अपने रूम में बुलाया. मैं रूम में गया और मैने उनसे पूछा-
मैं: जी भाई, आपने बुलाया?
भाई: हा पवन, मुझसे तुमसे एक बात करनी है.
भाई बहुत सीरीयस लग रहे थे. मैने बोला-
मैं: क्या हुआ भाई? सब ठीक तो है.
तो भाई बोले: सब ठीक ही तो नही है.
मैं: हुआ क्या, बताओ तो?
भाई: मेरा लंड बहुत ही छ्होटा है पवन. मैं टीना को वो सुख नही दे सकता जो उसको मिलना चाहिए.
मैं: भाई… आप गे हो?
भाई: अर्रे नही, गे नही हू. बस लंड छ्होटा है.
मैं: अर्रे तो क्या हुआ. इंपॉर्टेन्स टाइम की होती है, की आप कितना टाइम कर सकते हो. स्टॅमिना माइने रखता है. साइज़ छ्होटा भी चल जाता है.
भाई: पवन मेरा सिर्फ़ 3 इंच का है खड़ा हुआ लंड भी.
मैं: ऑम्ग! कोई बात नही भाई हम कल ही डॉक्टर को दिखाएँगा. प्राब्लम सॉल्व कर लेंगे हम.
भाई: अर्रे बेटा, मैं सब कुछ करके देख सकता हू. कोई सल्यूशन नही है.
मैं: भाई तो पहले आपने क्यूँ नही बताया. अब शादी वाले दिन बता रहे हो.
भाई: पवन मैं बोल ही नही पाया बस.
मैं: अब क्या करेंगे भाई?
भाई: मेरे पास एक प्लान है. लेकिन तुझे मेरा साथ देना होगा.
मैं: कों सा प्लान?
भाई: अगर सुहग्रात में मेरी जगह तू जाए तो?
मैं: ये क्या बकवास कर रहे हो आप भाई. मैं आपकी जगह कैसे जेया सकता हू. भाभी को पता चलेगा तो बवाल हो जाएगा.
भाई: यही तो प्लान है, की तेरी भाभी को कुछ पता नही चलेगा. मेरा लंड छ्होटा है इसका मतलब ये नही की खड़ा नही होता. फोरप्ले मैं कर लूँगा, जब छोड़ने का टाइम आएगा तो तू आ जाना.
मैं: नही भाई मुझसे ये नही होगा. वो मेरी भाभी है. मैं उनके साथ ऐसा नही कर पौँगा.
भाई: तू कर लेगा पवन. आज तक तेरी इतनी गिरल्फर्ीएन्स रही है. तूने इतनी लड़कियों के साथ सेक्स किया है. फिर ब्रेकप भी किया है. तेरे लिए ये तो आसान बात है.
मैं: हा किया है, लेकिन उनमे से कोई मेरी भाभी नही थी. यहा वो मेरी भाभी है.
भाई: ऐसा करके तू मेरा घर ही बचाएगा. और वैसे भी ये बात तेरे-मेरे बीच में रहेगी. टीना को कुछ नही पता चलेगा. सब अंधेरे में होगा. मान जेया ना प्लीज़.
उनके बहुत समझने के बाद मैं मान गया. वैसे मैं कही ना कही खुश भी हो रहा था. क्यूंकी टीना भाभी मुझे भी बड़ी पसंद थी. और वैसे भी मुझे चुदाई करना बहुत पसंद है.
फिर शादी हो गयी, और भाभी घर आ गयी. शादी के लहँगे में भाभी क्या कमाल लग रही थी. उनकी चोली में उनकी क्लीवेज दिख रही थी, और उस पर कुछ चमक रहा था, शायद बॉडी शिम्मर होगा. उनकी नाभि को देख कर तो दिल कर रहा था की वही पकड़ कर नोच डू.
जब से मुझे पता चला था की मुझे ही भाभी को छोड़ना था, तब से मेरे अंदर उनके लिए हवस बढ़ती जेया रही थी. मेरे लंड बार-बार उनको देख कर खड़ा हो रहा था. उनकी गांद देख कर मेरा दिल कर रहा था की लहंगा उठा कर अभी उसके दर्शन कर लू. लेकिन मैने कैसे ना कैसे अपने आप को संभाला.
फिर सोने का वक़्त हो गया. भैया और भाभी अपने रूम में चले गये. भैया ने जाने से पहले मुझे मेसेज कर दिया, की वो दरवाज़ा खुला रखेंगे, और जब मेरे आने की ज़रूरत होगी, तब मुझे मेसेज कर देंगे.
फिर मैं भी अपने रूम में चला गया, और मेसेज की वेट करने लगा. मैं बार-बार मोबाइल फोन को देख रहा था, और बड़ी ही एग्ज़ाइट्मेंट से मेसेज की वेट कर रहा था. मुझे बार-बार भाबी के सेक्सी जिस्म के ही ख़याल आते जेया रहे थे.
मुझसे रहा नही गया, और मैने जल्दी से बातरूम में जाके मूठ मार ली. लेकिन फिर 5 मिनिट में मेरा लंड खड़ा होने लगा. अब मुझसे और इंतेज़ार नही हुआ, तो मैं भैया के कमरे की तरफ चला गया. मैने सोचा देखु तो सही उन दोनो के बीच क्या चल रहा था.
फिर मैं उनके कमरे ले बाहर पहुँचा, और दरवाज़े के अंदर झाँक कर देखने लगा.
इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा.