अब आयेज..
फिर मई मों का फोन मे वो कर देता हू की वो जब भी किसी से बात करेंगी वो मेरे फोन मे भी आ जाएगा और उनके फोन मई नोटिफिकेशन हाइड कर देता हू और ये कैसे होता है आप भी जानते है.
फिर फोन रख देता हू, अब मों और बंटी की हर बात मुझे पता लग जाएगी.
थोड़ी देर बाद सब लोग जाग जाते है, फिर थोड़ी देर बाद सब लोग फ्रेश होते है. फिर नाश्ता कर के दाद कुछ काम से चले जाते है. मई अपने कमरे मे पढ़ाई करने लगा. जब बींच मे आया तो देखा की मों फोन पे लगी हुई थी.
अब मई एग्ज़ाइटेड हो गया की मों ने ई लोवे योउ का क्या रिप्लाइ दिया होगा. फिर जल्दी जाकर मई अपना फोन मे देखता हू.
बंटी – आपने रिप्लाइ नही दिया?
मों – तुम पागल हो गये हो तुम्हे इलाज की ज़रूरत है.
बंटी – हा आपके प्यार मे पागल हो गया हू.
मों – मई शादी शुदा हू और मुझे कोई एक्सट्रा मॅरिटल अफेर नही रखना है समझे.
बंटी – आंटी बहुत प्यार करता हू आपसे.
मों – तुम ना बहुत जिद्दी हो.
बंटी – बोलो ना ई लोवे योउ.
मों – नही बोलना और मुझे पता की तुम मुजसे प्यार करते हो या मेरे फिगर से.
बंटी – दोनो से करता हू प्लीज़ स्वेता मान जाओ ना.
मों – मई तुमसे उमर मई बहुत बड़ी हू और तुम मेरा नाम ले रहे हो.
बंटी – पहले मेरी बात का जवाब दो.
मों – क्या जवाब डू, पागल हो तुम!
बंटी – अंकल है क्या घर पे?
मों – क्यू?
बंटी – बताओ तो..
मों – नही है.
बंटी – मई आ रहा हू.
मों – नही उपर ऋतिक है.
बंटी – उसे नही पता चलेगा.
मों – नही घर पे मत आओ अभी.
बंटी – तो फिर जवाब दो.
मों – नही तुम चुप रहो.
बंटी – मई आ रहा हू.
मों – हा ठीक है.
फिर उनकी कोई बात नही होती है थोड़ी देर बाद डोरबेल बजती है, मों गाते खोलती है तो गाते पे बंटी होता है.
मों – पागल हो क्या घर क्यू आए बंटी है घर पे.
बंटी – अंदर तो चलो.
फिर वो दोनो कमरे मे चले जाते है, मई जल्दी नीचे आकर खिड़की से देखता हू.
मों – अरे जाओ अभी यहा से ऋतिक देख लेगा.
बंटी – मेरी बात का जवाब नही दिया..
मों – मई तुमसे प्यार क्यू करूँगी मेरे हज़्बेंड है तो.
बंटी – बड़ी पतिव्रता हो रही हो.
मों – और मुझे तुम जैसो नालयक लड़को की सब पता है की तुम क्यू ये सब कर रहे हो.
बंटी – तो पता है तो फिर क्यू नखरे दे रही हो.
मों – पर मई वैसी नही हू ना.
बंटी – प्लीज़ मान जाओ..
मों – तुमने मुझे परेशान कर रहा है.
बंटी – तुम्हे इतने मज़े दूँगा जो तुमने कभी नही लिए होंगे.
मों – उसकी ज़रूरत नही है.
बंटी – अरे मेरी विद्या बालन मान जाओ ना.
मों – ठीक पर ये मत संज्ञा की मई तुमसे प्यार करती हू.
बंटी – पर मई कैसा मानु?
मों – तो मत मानो.
बंटी – एक किस कर लू?
मों – मुझे पता था की तुम ये सब इसलिए कर रहे हो.
बंटी – जब तुम्हारे जैसी हॉट औरत हो सामने तो तो मई एक किस भी ना करू.
मों – तुम्हारी बाते.
बंटी – आओ मेरी गोदी मई बैठो आकर.
मों – हट पागल..
बंटी – अरे बैठ ना.
फिर वो मों का हाथ ज़बरदस्ती पकड़ता है और अपनी गोदी मे बैठा लेता है.
बंटी – कितनी मोटी गांद है तुम्हारी.
मों – कैसे बोलते हो तुम.
बंटी – अंकल कितने लकी है.
मों – तो अब तो तुम भी लकी हो.
बंटी मों की पीठ पर ब्लाउस पे किस करता है.
बंटी – इस ब्लू सारी मे तुम माल लग रही हो, मॅन कर रहा की बस तुम्हे यही पेलने मे लग जाो.
मों – अब तेरे अंदर का रवाँ निकल रहा है.
बंटी – मेरा लंड चूस लो.
मों – ची तुम पागल हो क्या..!
बंटी – चूसो ना एक बार बड़ा मज़ा आएगा.
मों – नो.
बंटी – यार तुम बहुत नखरे लेती हो.
बंटी – चूसो ना.
मों – मैने माना किया ना नही..
बंटी मों को गोदी मई से उठता है और अपनी पाईं की ज़िप खोलने लगता है.
मों – क्या कर रहे हो??
तभी बंटी अपना 10 इंच लंबा लंड निकलता है.
बंटी – चूसो इसे.
मों – ची तुम कितने गंदे..
बंटी – डार्लिंग एक बार चूस के तो देखो प्लीज़ मज़ा आएगा.
फिर वो मों को बेड पे बैठता है और मों के सामने खड़ा हो जाता है , और फिर मों अपनी जीब से उसके टोपे को चूमती है.
बंटी – चूस ना..
मों फिर लंड को हांत से हिलती है और आधा मूह मे लेती है और एकद्ूम निकाल देती है.
बंटी – क्या हुआ?
मों – यार तुम भी ना..
बंटी – तुम ऐसे नही लॉगी रूको.
फिर बंटी बहुत सारा थूक अपने मूह से लेकर लंड पे लगता है और मों के कस के बाल पकड़ता है.
बंटी – मूह खोल!
मों – ये क्या किया तुम कितनी गंदी चीज़े करते है मैं नही कुछ कर रही.
तभी बंटी ज़बरदस्ती मूह खुलवा लेता है और पूरा लंड मूह मई डाल देता. और मों छटपटाती है और अल्ली पे हांत मारने लगती है और अल्ली मों का सिर कस के पकड़ता है. अपना लंड तेज़ी से मों के मूह मई हिलाने लगता है और मों छटपटा रही होती है. लेकिन बंटी कोई रहें नही दिखता हैं और मों बंटी को मार भी रही थी.
मों सही से साँस भी नही ले पा रही थी क्यूकी बंटी तेज़ी से मों के मूह मई हिला रहा होता है. तभी बंटी रुक जाता सहयद वो मों के मूह मई ही झाड़ गया होता है तभी मों ने कस के मुति मे बेडशीट पकड़ लेती है और मों के मूह से स्पर्म भी निकल रहा होता है.
पर अभी भी बंटी मों के मूह मई से लंड नही निकल रहा होता. शायद वो मों को स्पर्म पीला रहा होता है और जासे ही वो लंड निकलता है मों की आँखे लाल होती है और फेस भी लाल हो जाता है. बाल पूरे बिखरे हुए होते है और जैसे ही बंटी मों के मूह मई से लंड निकलता है मों बातरूम की और तेज़ी से भागती है और फिर 5 मिनिट बाद वापस आती है.
मों – तुम कितने बदतमीज़ हो नालयक!
बंटी – यार मज़ा आ गया.
मों – अब तुमने अपने मान की करली अब जाओ जल्दी यहा.
बंटी – चुदाई कब करू?
मों – तुम जाओ अभी यहा से.
फिर बंटी जाने लगता है और मों कमरे मे नीचे गिरा हुआ स्पर्म पोंछती है. शाम को दाद आ जाते है उसके बाद रात मे फिर मों और बंटी की बात होने लगती है.