हेलो दोस्तो मेरा नामे वियर है, मे आहएमदाबाद गुजरात का रहने वाला हू. मेरी आगे 25 है बुत ई’म स्टिल लुकिंग 18 टीन बॉय.
यह कहानी मेरे कॉलेज फ्रेंड के मों के साथ हुई सेक्स के बारे मे है.
हमारा कॉलेज कठाम होने के बाद अब सभी फ्रेंड्स ने बाहर घूमने जाने का प्लान बनाया. हम सभी फ्रेंड्स मनाली घूमने निकल गये. 2 दिन हम मनाली हुए ही थे की मेरे दोस्त अविनाश की तबीयत कुछ ज़्यादा ही खराब हो गयी.
सभी फ्रेंड्स का मूड खराब हो गया. सबने वापिस लोटने का प्लान बनाया पर फिर अविनाश और मैने डिसाइड किया की मे अविनाश को लेके वापिस घर जाता हू, बाकी सब यही रुकेंगे. फिर हुँने प्राइवेट कार बुक की हम लोग आहएमदाबाद लॉट आए.
बुत उसी बीच मेरे मनाली जाने के बाद मेरे घरवाले भी सौथिन्डिया की तौर पे चले गये थे. मैने अविनाश को घर पे छ्चोड़ दिया बुत मे अकेला हो गया था.
अविनाश ने बोला की तू मेरे घर पे रुक जा, वैसे तेरे वाहा कोई है नही तो तुझे परेशानी होगी. मे अविनाश के घर पे ही रुक गया.
अविनाश रिच फॅमिली से बिलॉंग करता है. उसकी फॅमिली मे उसकी मम्मी जिसकी आगे 46, उसकी सिस्टर 21, उसके दाद जो अक्सर आउट ऑफ स्टेट ही रहते उनका ट्रांसपोर्ट का बिज़्नेस है. उसकी सिस्टर कॅनडा मे स्टडी करती है. उसके घर पे बस वो उसकी मों दोनो ही रहते है.
मेरे अविनाश के घर पे रुके 2 दिन हो गये थे. अविनाश की हेल्त ढरी ढरी रिकवरी हो रही थी बुत वो पूरा दिन रेस्ट करता और अपनी गफ़ से बाते करता. कमरे से ज़्यादा बाहर नही आता तो मे उसके घर पे बोर हो रहा था.
एक दिन मे एसए ही बेता और आंटी मेरे सामने वेल सोफे बेते बेते टीवी देख रही थे. मैने सोचा यार बोर हो रहा चलो आंटी से बात कर ही लेते है.
मे : ही आंटी केसे हो आप?
आंटी : ई’म गुड बुत तू मुझे आंटी मत बुला, मे आंटी जेसी लगती हू? तू मुझे नेहा बुलाया कर, अविनाश बी मुझे नेहा ही बुलाता है.
मे : ठीक है आंटी, सॉरी नेहा (अविनाश की फॅमिली खुले विचारो वाली है).
आंटी : पड़ाई केसी चल रही?
मे : एकद्ूम बाड़िया.
आंटी : मुझे दिख ही रहा है पूरा दिन अवी अपनी गफ़ से बात करता है, ऐसी ह तुम लोगो की पढ़ाई.. आंटी हासणे लगी.
मे अब सिर नीचा करके शरमाने लगा.
आंटी : तू तो बड़ा सीधा है यार, कोई नही इस आगे मे सब होता है, तेरी कोई गफ़ नही है?
मे : नही.. ऐसा बोल के मे मायूस हो गया.
आंटी : हासणे लगी : तुझसे क्यू कुछ होता नही क्या..?
मे : होता बहुत कुछ है बुत मुझे कोई मिले तो सही.
(मेरे पॉइंट को समझ रही थी बुत वो मेरे मूह से सुनना चाहते थे.)
आंटी : अच्छा बेटा क्या चाहिए तुम्हे और क्या करोगे?
मे : आपको कैसे बतौ मे.. मे चुप हो गया.
आंटी मेरे पास आके बेती और मेरी जंग पे हाथ रख दिया.
आंटी : अच्छ बेटा तू सिर्फ़ बोलता ही है और कुछ भी…
मैने आंटी के बूब्स पे हाथ रख के दबा दिया, आंटी जैसे प्यासी हो और मुझपे टूट पड़ी.
आंटी ने मुझे गोदी मे उठा के अपने रूम मे लेगाई और मुझे बेड पे पटक दिया. वो पूरी नंगी हो गयी, उनकी आगे 45 थी बुत वो किसी बी लड़की को भाभी को टेकर दे ऐसी थी. उसने रेग्युलर डाइयेट और जिम से खुद को मेनटेन किया था, मुझे उन्होने बताया था.
नेहा मुझपे टूट पड़ी, उसने मुझे नंगा कर दिया. ऐसा लग रहा जेसे मे उसे नही वो मुझे छोड़ने वाली हो. नेहा मेरे लंड को मूह मे लेके चूसने लगी, वो पागलो की तरह मेरे लंड को गोटी को चूस रही.
मुझे आज तक इतना मज़ा कभी नही आया था.
अब हम 69 की पोज़िशन मे थे, वो उछाल उछाल कर उसकी छूट मेरे मूह पे रग़ाद रही थी. नेहा किसी पोर्नससत्र से कम नही थी. मे कुत्टो की तरह उसकी छूट का चाट रहा था.
अंधे घंटे तक चूसने के बाद वो उसके बड़े बड़े बूब्स मेरे मूह मे देने लगी. उसके बूब्स ही इतने बड़े थे की दोनो हाथो से पकड़ना मुस्किल था. इतने मुलायम और रसीली बूब्स मैने कभी देखे ही नही. इतना मज़ा आ रहा था की ना पूछो यररर.. आंटी का कोई मुकाबला नही था.
नेहा ने मुझे खड़ा किया और मेरे लंड को बूब्स पे रखे बूब्स को छुड़वाने लगी. यार एसा लग रहा था की यह कोई पॉर्न मोविए चल रही हो. नेहा को भूत एक्सपीरियेन्स था ये तो समझ गया.
फिर नेहा ने मुझे बेड पे लेता दिया और वो मेरे उपर आ गयी. मेरा लंड उसकी छूट पे सेट करके एक ही बार मे पूरा अंदर ले लिया और उछाल उछाल के छुड़वाने लगी थी. उसके बूब्स किसी बास्केट बॉल की तरह उपेर नीचे हो रहे थे.
मे पागलो की तरह उसका साथ दे रहा था. 10 मिनिट के बाद हम डिसचार्ज हो गये और वो मेरे पे लेट गयी. मुझे कुटिया की तरह चूमने लगी और मेरे मूह मे पूरी ज़बान डाल के स्मूच करने लगाई.
10 मिन्स के रेस्ट के बाद उसने चूस चूस के फिरसे लंड खड़ा कर दिया. अब वो घोड़ी बन गयी, मुझे उसकी गांद का छेड़ दिख रहा था बड़ा सा.
उसने इशारा किया और मैने उसकी गांद मे लंड डाल दिया. थोड़ी ही मुस्किल हुई और लंड पूरा उसकी गांद के अंदर मे कुत्टो की तरह लगातार उसकी गांद मे लंड अंदर बाहर कर रहा था. साथ है साथ उसकी गांद पर स्लॅप कर रहा था.
उसकी ये स्टाइल से तो लग रहा था की वा बहुत से लोड ले चुकी है. बुत सच काहु गाइस आंटी जो मज़ा दे सकती ऐसा कोई गर्ल नही दे सकती.
आइसे ही आंटी गांद की पेलाई चलती रही. गॅप गॅप चप्प चप्पे की आवाज़ पूरे रूम मे गुम रही थी.
20 मिनिट की चुदाई के बाद मे डिसचार्ज होने वाला था. मैने आंटी को बोला तो उन्होने मुझे रोका और लंड बाहर निकल मुझे अपने गोदी मे उठा लिया और मेरे लंड को चूसने लगी. किसी पॉर्न मोविए का सीन चल रहा ऐसा लग रहा था.
थोड़ी देर चूसने के बाद उन्होने मेरा लंड छूट पे लेके छोड़ने लगी. हम दोनो डिसचार्ज हो गये और ऐसे ही नंगे लेट गये. आंटी मुझसे लिपट के बाते करने लगी.
उन्होने मुझे बताया की उनकी फॅमिली खुले विचारो की है. अविंश को बी पता है आंटी के बारे मे सब. आंटी अभी तक 70 साल के लंड से लेके 18 साल के लंड से बी चूड़ी है. वो सेक्स को एक एंजाय्मेंट की तरह लेती है. आंटी को उस दिन, सॉरी आंटी ने मुझे उस दिन चार बार छ्चोड़ दिया.
ये कहानी आपको कैसी लगी गाइस ज़रूर बताना मुझे, मे इसका दूसरा पार्ट ला साकु.
सभी छूट और लंड का धन्यवाद