ही दोस्तो, उम्मेड करता हू की आपको मेरी कहानी के दोनो पार्ट्स आचे लगे होंगे. आपकी तारीफ ने मेरे को 3र्ड पार्ट लिखने के लिए काफ़ी हॉंसला दिया है. जिन लोगो ने दोनो पार्ट नही पढ़े है, वो मेरी “तड़पति अंजलि की चुदाई उसके घर मे पार्ट- 1” आंड “पार्ट-2” ज़रूर पढ़ना. पुराने पार्ट्स की तरह आपको इस पार्ट में ज़्यादा मज़ा आएगा.
प्लीज़ अपने कॉमेंट्स मुझे ज़रूर शेर करना, ओं मी एमाइल: अभी.कुमार80@याहू.कॉम
जब रेणु, अंजलि के पास रूम में आई, तो वो अपने आप को रोक नही पाई. वो सीधा अंजलि की उपर बेड पर चढ़ गयी. अंजलि अभी-अभी सेक्स से तक कर लंबी-लंबी साँसे ले ही रही थी, की रेणु उसके नंगे बदन पर चढ़ गयी.
फिर रेणु ने अंजलि के बालो को सहलाते हुए उसको किस करना शुरू कर दिया. अंजलि भी उसका साथ देने लगी, और वो भी आइज़ क्लोज़ करके अपनी लेज़्बीयन पार्ट्नर के किस का मज़ा लेने लगी. रेणु अंजलि के पेट के उपर चढ़ कर किस करती, और उसको सहला रही थी मेरे सामने.
क्यूकी रेणु भी उसके उपर थी, तो मुझे रेणु का पिछवाड़ा बिल्कुल शेप में दिख रहा था. रेणु ने रेड कलर की लेगैंग्स पहनी हुई थी. लेगैंग्स के उपर ब्लॅक कलर का शॉर्ट टॉप था. उसकी लेगैंग्स में उसकी जांघे एक-दूं मस्त लग रही थी. और उसकी गांद तो एक-दूं सेक्सी थी.
ऐसा लग रहा था, की जैसे उसकी मस्त गांद मुझे बुला रही थी. उसकी टॉप के साइड से उसके बड़े-बड़े मस्त बूब्स दिख रहे थे. अंजलि के बूब्स पेट पर दबने के बाद भी काफ़ी बड़े लगे मुझे. मैं अपने आप को रोक नही पाया, और मैं रेणु के पीछे जाके खड़ा हो गया.
फिर मैं अपना लंड सेक्सी गांद के नीचे सेट करके लेगैंग्स पर रखा. उसके बाद मैं उसके उपर लेट गया. अब अंजलि बेड पर थी. उसके उपर किस करती रेणु थी, आंड रेणु के उपर था मैं. मैं रेणु की मखमली गांद की फीलिंग लेता रहा.
जैसे ही मैं रेणु के उपर लेता, तो उसकी आह निकल गयी. वो मुझे बोली-
रेणु: अंजलि नीचे डाबब जाएगी.
तो मैने भी अंजलि तो पूछा: अंजलि, क्या तुम ठीक हो?
अंजलि: हा, मैं ठीक हू. लेकिन तुम रेणु पर से उतार जाओ. जब तक मेरा मॅन नही भरेगा, ये सिर्फ़ मुझे मज़ा देगी.
रेणु: ऑश, ये बात है? अभी तू ऐसे ही रहना. इसको थोड़ी देर में पता चलेगा, जब इसकी साँस अटकेगी दोनो के वेट से.
मैं: नही-नही मैं नीचे उतरता हू. मेरी अंजलि को कुछ हो गया, तो मुझसे प्यार से कों छूट चुडवाएगी. बड़ा मज़ा दिया है मुझे सुबा से इसने.
रेणु: तू फिकर मॅट कर, मैं दूँगी तुझको सब कुछ. ज़्यादा प्यार से चड़वौनगी तुझसे, और हमेशा कार्ओौनगी. तू इसकी फिकर मॅट कर.
अंजलि: हा चुड़क्कड़, तुझे 2 लंड मिले एक साथ में, तो भी तुझे कम लगेंगे.
रेणु: तुम दोनो हो ना, तो चलेगा मेरे को. अभी का मस्त मोटा लंड और तेरी रसीली छूट.
फिर हम सब हासणे लगे, और मैने एक साइड से रेणु के बूब को दबाया. तभी उसने मुझे साइड से किस कर दिया. फिर दूसरे हाथ से मैने अंजलि के बूब को दबाया. उन दोनो को मज़ा आ रहा था. फिर रेणु बोली-
रेणु: अभी ज़रा नीचे उतार जेया. मुझे अंजलि की भूर चाटनी है ज़रा. स्वाद तो एक जैसा ही है मेरी अंजलि के पानी का, और तेरे सफेद माल का.
अंजलि: हा, ज़रा चाट ले. इसके ज़ोर-ज़ोर के धक्को से मेरी छूट में बहुत जलन हो रही है. ज़रा चाट तो, मुझे आराम मिलेगा. धीरे-धीरे अंदर तक चाट ना रेणु रानी. अभी तुम जेया कर उधर बैठ कर हमारा खेल देखो. जैसा की तुम्हारा मॅन था.
फिर मैं नीचे उतरा रेणु की उपर से आंड एक ज़ोर का स्लॅप मैने रेणु की गांद की साइड पर मारा. वो एक-दूं इस उछाल पड़ी, आंड अंजलि की साइड पर जेया कर नीचे गिर गयी.
मैं अब सामने एक चेर पर जाके बैठ गया. मैने सोचा की देख कर मज़ा भी आएगा, आंड लंबी चुदाई की थोड़ी थकान भी कम हो जाएगी. उधर रेणु ने अपना बूम सहलाते हुए अंजलि को सीधा लिटा दिया आंड एक हाथ से उसके बूब्स सहलाने लगी.
अंजलि ने अपनी टांगे खोल ली और अपने हाथो से रेणु का हाथ पकड़ कर अपनी छूट सहलाने लगी. रेणु की नज़र अब मेरे पर थी. वो मेरी आँखों में आँखें डाल कर देख रही थी. साथ में वो अंजलि के निपल अपने लिप्स से चूस रही थी. वो एक हाथ से अंजलि की छूट पर हाथ फेर रही थी.
रेणु पुर कपड़ो में भी एक-दूं सेक्सी लग रही थी. अंजलि रेणु के प्यार करने से एक-दूं मगन हो गयी थी. वो अपनी आइज़ क्लोज़ करके मज़ा ले रही थी. मुझसे रहा नही गया, और 10 मिनिट के बाद मैं अपना लंड हिलाने लग गया.
फिर मैं लंड हिलाते हुए अंजलि के पास गया, और इस दौरान रेणु मुझे बिना रुके देख रही थी. कभी वो अंजलि के निपल चूस्टी, तो कभी धीरे से अंजलि की गीली छूट को चाट रही थी. मैने जाके अपना लंड अंजलि के मूह के पास रखा, और अंजलि को बोला-
मैं: ले पूरा मज़ा ले लंड का, और छूट चटवाने का भी.
ये बोल कर मैने अंजलि के बूब्स दबाने लगा. मैने एक हाथ रेणु की टॉप के अंदर नेक के ओपनिंग वाले हिस्से से डाला, आंड सीधा उसके बूब्स पर रख दिया. उसके बूब्स एक-दूं भरे हुए थे. बड़ी ही सॉफ्ट आंड स्मूद स्किन थी उसकी.
मेरे हाथ लगने से उसको एक करेंट सा लगा गया. उसने ड्रेस के उपर से ही मेरा हाथ पकड़ लिया, आंड ज़ोर-ज़ोर से अंजलि की छूट चाटने लगी. वो साथ में 2 उंगलिया भी धीरे-धीरे अंदर बाहर करने लगी. ये सब कुछ 15 मिनिट चालू रहा. अंजलि ने अब एक और बार अपना पानी निकाल दिया, आंड तक कर रेणु को बोली-
अंजलि: रेणु बस मेरी रानी, मैं तो तक गयी हू. मुझे सोने दो.
रेणु: मैं तो अभी गरम हो रही हू, मेरा क्या. तू तो लंड ले रही है. छूट भी चटवा रही है. मज़े में पानी भी 3 बार निकाल दिया तूने तो.
मैं: रेणु अंजलि कुछ भी बोले, इसको मॅट छोढ़ना, जब तक मेरा माल ना निकले. क्यूकी ये तुझे मेरा लंड लेने नही देगी.
आंड ये बोल कर मैने एक आँख रेणु को मार दी. रेणु मेरी बात समझ गयी और बोली-
रेणु: अंजलि इसने तुझे इतना मज़ा दिया है, तो तू इसका लंड तो चूस के माल निकाल दे. तभी वो भी शांत होगा. करने को तो मैं इसको ब्लोवजोब दे डू, पर तेरी शरम है मुझको. वरना मुझे तो इसका हथियार लेने का बहुत मॅन हो रहा है. और ये भी कब से मुझे न्यूड करना चाहता है. ये इसकी शकल से पता चलता है.
अंजलि: जो करना है करो दोनो. बस मुझे माफ़ करो, और एक घंटा आराम करने दो.
ये बोलते-बोलते अंजलि दूसरी साइड नंगी घूम गयी, आंड उसने अपनी गांद हमारी तरफ कर दी. रेणु को पर्मिशन मिलते ही वो तुरंत खड़ी हो गयी. फिर वो सीधा मेरे लिप्स पर किस करने लगी, एक भूखी रंडी की तरह. उसके लिप्स से अंजलि की छूट के रस्स का स्वाद आ रहा था.
मैने भी एक-एक करके उसके कपड़े निकाल दिया. अब तो वो सिर्फ़ ब्रा में थी. मैं उसको किस करते समय अपने हाथ से उसके बदन को प्यार कर रहा था. क्या बतौ दोस्तो, रेणु बिल्कुल चिकनी थी, स्मूद थी, और सब कुछ ही था उसमे. उसका बॅक, उसकी कमर, उसको सेक्सी जांघे, अब कमाल की थी.
किस के साथ मैने उसके लिप्स पर बीते किया. फिर उसने मुझे माना किया और बोला-
रेणु: बीते मॅट करो फेस पर, सब को घर पर पता चल जाएगा. बाकी जहा मॅन करे कार्लो.
एक तरफ मैं उसकी गांद दबाता. अब मैने उसकी ब्रा का हुक ओपन कर दिया, आंड एक-दूं से उसके 36″ साइज़ वाले बूब्स जंप करके मेरे सामने हो गये. मैं तो उसके बूब्स देखता ही रह गया. फिर रेणु बोली-
रेणु: देखे नही कभी क्या?
मैं बोला: देखा तो बहुत है. पर अंजलि ने जो बताया था, उससे ज़्यादा सेक्सी है तेरे बूब्स. कपड़ो में पता नही चला, की इतने सेक्सी है. लगता है हज़्बेंड कुछ करता नही है तुम्हारा. इसलिए इतने बढ़िया और टाइट है अभी तक.
फिर रेणु बोली-
रेणु: वो तो कुछ नही करता. अंजलि ने मुझे ऑलिव आयिल की मालिश से मस्त बनाया है. और मैं उसकी छूट आंड बूब्स की मालिश करती हू. इसलिए उसके भी मस्त है दोनो.
मैं ये सुनते ही उसके बूब्स पर टूट पड़ा. फिर वो बोली-
रेणु: आअहह आहह पी जेया सब मेरे बूब्स से. कब से प्यासी हू एक मर्द के लिए. ह जो मज़ा तू देगा, वो लेज़्बीयन के खेल में भी नही.
मैं अब कभी उसका रिघ्त बूब चूस्टा, और लेफ्ट को मसलता, तो कभी लेफ्ट के निपल पर बीते करता और रिघ्त बूब को ज़ोर-ज़ोर से दबाता. रेणु बिल्कुल मदहोश हो गयी थी. वो लंबी-लंबी साँसे लेने लगी, आंड मेरा सिर पकड़ के अपने बूब्स पर दबाती.
उसने अपना सिर उपर कर लिया, और मज़े में आहह आहह करने लगी.
वो बोली: और चूस ह, और बीते कर. ये सिर्फ़ तेरा है मेरी जान. बहुत अछा लग रहा है. प्लीज़ मेरी गांद भी दबा दो ज़ोर-ज़ोर से, मुझे ये बहुत पसंद है. अंजलि तो ज़ोर से नही दबा पाती. क्यूकी मेरी गांद गोल आंड थिक भी है. आअहह ऑश और ज़ोर से. बीच में से पकड़ कर दबा.
और ज़्यादा मज़ा आयेज नेक्स्ट पार्ट में आएगा. कोई भी आंटी, भाभी या जवान लड़की जिसका बाय्फ्रेंड नही है, या हज़्बेंड नही है. वो मुझे कॉंटॅक्ट कर सकती है. डिवोर्स्ड लड़किया, जो चुपके से मज़ा लेना चाहे, वो भी कॉंटॅक्ट कर सकती है.
कोई लड़की नो कमिटमेंट रिलेशन्षिप रखना चाहती हो, तो मुझे कॉंटॅक्ट करे. मैं पुर गुजरात में घूमता हू काम के लिया. तो आपको ज़रूर मिलूँगा.