हेलो दोस्तो, मेरा नाम रागिनी है. मई 28 साल की हू, और शादी-शुदा हू. मेरा एक बेटा भी है. मेरे हज़्बेंड एक कंपनी मे जॉब करते है, और हमारा घर आचे से चल रहा है. मेरी लाइफ मे एक राज़ है, जो मई आपके साथ शेर करना चाहती हू. तो चलिए शुरू करते है कहानी.
ये 4 साल पहले की बात है. तब मेरी शादी को 6 महीने ही हुए थे. मेरे हज़्बेंड के साथ मेरे काफ़ी झगड़े होने लगे थे. और वजह ये थी, की मई प्रेग्नेंट नही हो रही थी. जब हमने चेक-उप कराया, तो डॉक्टर ने मेरे पति मे प्राब्लम बताई.
लेकिन मेरे पति ये मान-ने को तैयार नही थे, और वो मुझे ही ब्लेम कर रहे थे. अब मई सब की बाते सुन-सुन कर तक चुकी थी, क्यूकी ग़लती ना होते हुए भी बाते सुनना बहुत मुश्किल होता है.
फिर मैने अपनी दीदी को फोन लगाया. मेरी दीदी मेरे से 2 साल बड़ी है. मई उनको बोली-
मई: दीदी मेरी लाइफ मे बड़ी प्राब्लम चल रही है.
दीदी: क्या हो गया?
मई: डॉक्टर ने बताया है, की मेरे प्रेग्नेंट ना होने का रीज़न मेरे पति है. लेकिन फिर भी मुझे बाते सुनने को मिल रही है.
दीदी: ये तो ग़लत है.
मई: दीदी अब मई क्या करू?
दीदी: तू ऐसा कर. थोड़े दिन के लिए मेरे घर आजा. मई कुछ करती हू.
मुझे पता नही था, की दीदी के मॅन मे क्या था, लेकिन मई उनके बुलाने पर उनके घर चली गयी. 2 दिन वाहा निकालने के बाद दीदी और मेरी बात शुरू हुई.
मई: दीदी आप क्या करने वाली हो?
दीदी: देख तेरी प्राब्लम ये है, की तू सच्ची है, लेकिन फिर भी तुझे ही ब्लेम किया जेया रहा है.
मई: हा दीदी.
दीदी: अब इसका एक ही सल्यूशन है.
मई: क्या?
दीदी: तू किसी और से अपनी चुदाई करवा ले, और बच्चा करले. इससे सारी प्राब्लम सॉल्व हो जाएगी .
मई: दीदी ऐसे कैसे चुदाई करवा लू. मई अपने पति से बहुत प्यार करती हू.
दीदी: जब वो तुझे ब्लेम करता है. तब उसका प्यार कहा जाता है?
ये सुन कर मई चुप हो गयी. फिर मई बोली-
मई: जो भी हो दीदी. लेकिन मई किसी और के साथ चुदाई नही कर सकती.
दीदी: देख मैने तुझे सल्यूशन बता दिया है, बाकी तेरी मर्ज़ी.
ये बोल कर दीदी वाहा से चली गयी. उस पूरी रात मई इसी के बारे मे सोचती रही. सुबा उठ कर मेरे मॅन मे कुछ सवाल थे, जो मैने जाके दीदी से पूछे-
मई: दीदी अगर मई आपकी बात मान भी जौ, तो मई ऐसे ही किसी से भी कैसे चुड सकती हू? और कोई भी मर्द मुझे एक बार छोड़ कर दोबारा छोड़ना चाहेगा, उसका क्या?
दीदी: देख वो सब मुझ पर छोढ़ दे. तू बस ये बता, की करना है के नही.
मैने 2 मिनिट का पॉज़ लिया, और फिर मई हिम्मत करके बोली-
मई: करना है दीदी. अब इन्सल्ट का पानी सिर से उपर जेया चुका है.
फिर दीदी बोली: देख तेरे जीजा जु के लंड मे बहुत दूं है. उन्होने मुझे 3 बच्चे दिए है. एक और बच्चा करना उनके लिए कोई बड़ी बात नही है.
मई: लेकिन दीदी, मई जीजा जी के साथ सेक्स कैसे कर सकती हू? वो मेरे भाई जैसे है.
दीदी: देख जीजा भाई नही होता, आधा घरवाला होता है.
मई: लेकिन वो क्या सोचेंगे?
दीदी: उनको कुछ पता चलेगा तो सोचेंगे ना.
मई: अब बिना पता चले, किस टाइप की चुदाई होती है?
दीदी: तू बस देखती जेया.
मई: एक तो आप सस्पेनस मे बहुत कुछ रखती हो.
दीदी: देख सीधी सी बात है. मई और तेरे जीजा जी रोल-प्ले बहुत बात करते है. जब तेरे जीजा जी पी कर रोल-प्ले करते है, तो उनको सामने वाली दिखाई भी नही देती. तो हमे इसी चीज़ का फ़ायदा उठना है. तो बता अब, करना है?
मई: ठीक है दीदी. लेकिन कोई पंगा ना पद जाए.
दीदी: अर्रे अपना हज़्बेंड तुझे दे रही हू. टेन्षन ना ले.
मई: ओक दीदी.
फिर उसी रात को दीदी ने जीजू को काफ़ी सारे वोड्का पीला दी. जब जीजू नशे मे आ गये, तो वो दीदी को किस करने लग गये. 10 मिनिट किस करने के बाद दीदी जीजू से बोली-
दीदी: डार्लिंग रोल-प्ले करते है आज. मई वंडर वुमन बन जाती हू, और तुम थोर बन जाओ.
जीजू ने दीदी की बात मान ली. फिर दीदी ने जीजू को आँखों पे डालने के लिए एक मास्क दे दिया. जीजू ने भी वो मास्क पहन लिया. दीदी जीजू से बोली-
दीदी: मई अभी रेडी होके आई.
फिर दीदी बाहर आई, और उन्होने मुझे वंडर वुमन की ड्रेस दी. वो एक स्कर्ट और टॉप थी. फिर मैने वो स्कर्ट और टॉप पहन ली. स्कर्ट ब्लर कलर की थी, और टॉप गोलडेन कलर की थी. साथ मे दीदी ने मुझे एक मास्क भी दे दिया. मैने स्कर्ट के नीचे पनटी नही पहनी थी, और ना ही टॉप के नीचे ब्रा पहनी थी.
फिर मई अंदर गयी. जो दीदी ने बोला था, वही हुआ. जीजू ने मुझे नही पहचाना. जैसे ही मई जीजू के पास गयी, तो उन्होने मुझे पकड़ लिया, और सीधा मेरी जाँघो मे मूह डाल लिया. वो मेरे जाँघो को चाटने लगे, और जाँघो से उपर जाते हुए मेरी छूट पर आ गये.
उन्होने मेरी छूट मे जीभ डाली, और उसको चाटना शुरू कर दिया. मेरी तो आहें निकलनी शुरू हो गयी थी. मेरे हज़्बेंड ने आज तक मेरी छूट नही छाती थी. तो मुझे आज पहली बार छूट चटवाने मे बड़ा मज़ा आ रहा था.
जीजू कुत्ते की तरह मेरी छूट चाट रहे थे, और साथ-साथ गांद भी चाट रहे थे. उनके चाटने से मुझे इतना मज़ा आ रहा था, की मई झाड़ गयी. जीजू ने मेरा सारा पानी पी लिया. अब मई ठंडी हो चुकी थी. फिर जीजू मेरे उपर आए, और मेरे होंठ चूसने लगे.
मुझे उनके होंठ चूसने से बड़ा मज़ा आ रहा था. वो साथ-साथ मेरे बूब्स भी दबा रहे थे. 10 मिनिट तक उनके होंठ चाटने से मई फिरसे गरम हो गयी थी. फिर उन्होने मेरी टॉप उतार दी, और मेरे बूब्स पर टूट पड़े.
जीजू मसल-मसल कर मेरे बूब्स चूसने लगे. वो मेरे बूब्स काट भी रहे रहे थे. मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था, क्यूकी मेरे जीजू बेड मे बहुत ही वाइल्ड थे. उन्होने मेरे निपल्स चूस-चूस कर लाल कर दिए थे.
फिर उन्होने मेरी स्कर्ट भी निकाल दी, और अपने कपड़े उतारने लगे. उनके अंडरवेर से एक बड़ा सा लंड उछाल कर बाहर आ गया, और लंड देख कर मई खुश हो गयी. मेरे जीजू का लंड मेरे हज़्बेंड से बड़ा था.
फिर जीजू मेरे मूह के उपर आ गये, और उन्होने अपना लंड मेरे होंठो पे मारना शुरू कर दिया. मई समझ गयी थी, की जीजू अपना लंड मुझसे चुसवाना चाहते थे. मैने अपना मूह खोला, और जीजू ने अपना लंड मेरे मूह मे डाल दिया.
अब जीजू मेरे मूह मे धक्के दे रहे थे, और मुझे रंडी जैसा फील हो रहा था. इससे पहले मैने कभी लंड भी नही चूसा था. मुझे साँस लेने मे भी बहुत दिक्कत हो रही थी. थोड़ी देर तक मूह छोड़ने के बाद, जीजू नीचे चले गये.
फिर जीजू ने मेरी टांगे खोली, और अपने लंड को मेरी छूट पर रगड़ने लग गये. सिसकियो से मेरी साँसे चढ़ रही थी. उन्होने लंड रग़ाद-रग़ाद कर मेरी आग को पूरी तरह से भड़का दिया. फिर उन्होने लंड छूट के मूह पर सेट किया, और एक ज़ोर का धक्का दिया.
मेरी तो चीख निकल गयी, लेकिन जीजू ने अपना हाथ मेरे मूह पर रख लिया. जीजू ने ताबाद-तोड़ मेरी छूट मे धक्के देने शुरू कर दिए, और मेरी छूट मे दर्द होने लगा. 2 मिनिट धक्के लेने के बाद मुझे मज़ा आने लगा. फिर मई भी गांद हिला-हिला कर जीजू का साथ देने लगी.
मैने जीजू को अपनी आगोश मे ले लिया, और अपनी टांगे उनकी कमर पर लपेट ली. जीजू मेरे होंठ और बूब्स चूस रहे थे, और नीचे से बिना रुके मुझे छोड़े जेया रहे थे. जीजू का बड़ा लंड मेरी बच्चे-दानी मे लग रहा था.
मुझे दर्द हो रहा था, लेकिन मज़ा भी आ रहा था. फिर जीजू ने मेरी टांगे पूरी मोड़ दी, और ज़ोर-ज़ोर से लंड पूरा बाहर निकाल कर अंदर डालने लगे. मेरे होंठो की लिपस्टिक निकल चुकी थी, निपल्स लाल हो चुके थे, मेरी जाँघो पर रॅशस आ चुके थे, लेकिन फिर भी बहुत मज़ा आ रहा था.
फिर लगातार 30 मिनिट छूट मे धक्के देने के बाद, जीजू ने मेरी छूट मे ही अपना माल निकाल दिया. मुझे ऐसा फील हो रहा था, जैसे किसी ने भारी पिचकारी मेरी छूट मे खाली की हो. अब मई और जीजू पसीने से भर चुके थे. मई कुछ देर वैसे ही टांगे उठा कर लेती रही, ताकि मई प्रेग्नेंट हो जौ .
फिर मई बाहर आ गयी, और दीदी अपने कपड़े उतार कर अंदर चली गयी. थोड़ी देर मे मुझे दीदी की भी आहें सुनाई देने लगी. 1 महीने बाद मुझे पता चला, की मई प्रेग्नेंट हो गयी थी. फिर 8 महीने बाद मेरे घर मे एक बेटा पैदा हुआ. अब हमारी फॅमिली पूरी हो चुकी थी.
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