पिछला कहानी मे अपने पढ़ा की असलम अब दीदी के सामने पूरा नंगा हो गया और उसका मोटा कला लंड दीदी के सामने था.
अब आयेज…
असलम ने दीदी का सर पकड़ा और उसे अपने लोड की और गाइड किया. दीदी नीचे झुक गयी और असलम के बदबूदार लोड को अपने मूह मे डाल के चूसने लगी.
यहा असलम ने अपना कुर्ता भी उतार दिया और पूरा नंगा हो गया. उसने अपना एक हाथ नीचे ले जा कर फिरसे दीदी का सर पकड़ लिया और अपना लोड्ा दीदी के मूह मे अंदर बाहर करके दीदी का मूह छोड़ने लगा.
दीदी ने भी अपने दोनो हाथो से असलम की काली गांद पकड़ ली सपोर्ट के लिए. असकाम का लोड्ा इतना बड़ा था की वो दीदी के मूह मे पूरा नही जा पा रहा था.
इधर दीदी को उसके झांतो की बदबू आ रही थी तो उसके फेस के एक्सप्रेशन्स बदलने लगे. वो भी अपनी बड़ी आँखे उपर नीचे करने लगी.
अब असलम ने दीदी को पकड़ के खड़ा किया और वाहा रखे एक बेड पे धक्का दे दिया. दीदी भी कातिल नज़रो से असलम को और उसके लोड के देखते हुए अपनी स्कृत और टॉप उतरने लगी और उसे साइड मे फेंक दी.
दीदी की बॉडी पे कुछ नही था, दीदी पे सेक्स चढ़ा हुआ था उसकी आँखे नशीली हो चुकी थी. असलम ने अब नीचे झुक के दीदी के दोनो पैर फैलाए और उसकी क्लीन शेवन छूट को दोनो उनली से फैला के अपनी ज़ुबान फेर दी. जिससे दीदी ने अपना सिर उपर कर लिया और अपनी आँखे बाँध करदी और ज़ोर से सिसकारी मारी इसस्स्स्स्स्सस्स अहह अम्म्म्मम….
असलम बड़े मज़े से दीदी की छूट छत रहा था और दीदी अपनी आँखे बंद कर के. और अपनी बड़ी आँखे को उपर नीचे हिला हिला के एंजाय कर रही थी.
वो ज़्यादा आवाज़ नही कर रहे थे क्यू की उनको पता था की साइड वेल रूम मे और भी गेस्ट्स सोए हुए है. अब असलम ने दीदी का मुम्मा पकड़ के उसे बेड पे धक्का दे के लैयता दिया और खुद दीदी के उपर चढ़ गया.
दीदी- आहहह असलम उफफफफफ्फ़ उम्म्म्मममम…
असलम- क्या मुममे है तेरे इनको और बड़ा क्र दूँगा सारा रस पी जौगा इनका.
दीदी- तुम्हारे ही है जो क्रना हो क्रो.
अब असलम और ज़ोर ज़ोर से दीदी के मुम्मा दबा रहा था. कभी रिघ्त वाला चूस्ता तो कभी लेफ्ट वाहा. और कभी कभी और दीदी के निपल भी काट लेता. दीदी को डरड तो हो रहा था पर यह डरड उनको मेटा ल्ग रहा था. वो अब दीदी को देख के अपने हाथो मे ठुका और अपने लोड पे माल दिया.
मूज़े और दीदी दोनो को पता था अब क्या होने वाला है.
असलम ने अपना बड़ा कला लोड्ा दीदी की छूट पे लगाया और एक धक्का मारा. तो उसके लोड का टोपा दीदी की छूट मे चला गया. दीदी ने अपने फेस के एक्सप्रेशन बदल दिए और अपनी आँखे नीचे कर ली और सिसकारी डिडीरी इसस्स्स्सस्स हाअयययययी….
असलम दीदी के एक्सप्रेशन्स देख के और भी जोश मे आ गया और उसने दीदी की छूट मे एक और धक्का मारा. और उसका आधे से ज़्यादा लोड्ा उसकी छूट मे चला गया. दीदी को बहोट पाईं हुआ और उसने सिसकारी डिडिरते हुए कहा.. “इसस्स्स्सस्स ओहूओ हूऊओ….. बहोट बड़ा है आपका तो…. उफफफफ्फ़”
असलम: जानेमन तू है ही इतनी बड़ी पटाखा डीडिल की टुजे देख के ही लोहे जैसा हो जाता है मेरा लोड्ा.
ऐसा बोल के उसने दीदी के सिर के नीचे हाथ डाल और सर उठा. और वो अपनी गांद उपर नीचे करने लगा और दीदी की चुदाई करने लगा. दीदी भी उस से अपनी छूट मरवा के खुश हो रही थी.
दीदी: इसस्स्सस्स अहह असलम मिया मे अभी कल का दिन यहा हू… उफफफफफफ्फ़ कल भीईीईई आहह मे ऐसा हीईिइ भी मस्त रेडी होंगी आपके लिए आआहिस्स्स अहह..
दीदी ये अपनी बड़ी आँखे हिला हिला के असलम को बोल रही थी.
असलम भी अब दीदी को मसल मसल के रग़ाद रहा था. दीदी भी अपनी टाँगे खोल के उसका साथ दे रही थी. असलम एक हाथ से दीदी के चुचे पकड़ के मसल रहा था और दूसरे हाथ से दीदी का मुम्मा पकड़ के मसल रहा था.
दीदी को इस से दर्द हुआ तो वो कुछ कह पति उससे पहले असलम ने दीदी के होतो पे अपने होत रख दिए और उसे किस करने लगा. दीदी को असलम ने जो थोड़ी देर पहले बीड़ी पी रखी थी उसकी स्मेल और टेस्ट आने लगे. तो वो अपनी बड़ी आँखे और तेज़ तेज़ उपर नीचे करने लगी उसे वो स्मेल और टेस्ट सही नही जा रही थी पर फिर भी वो और कोई रेज़िस्टेन्स नही दिखा रही थी.
करीब आधे घंटे बाद असलम ने अपना लोड्ा दीदी की छूट से निकाला और वो दीदी की च्चती पे चढ़ गया. और दीदी का सर पकड़ के उसके मूह मे दे दिया.
मूज़े लगा वो झड़ने वाला है पर 5 मीं बाद असलम ने दीदी को करवट ले कर लेटने को कहा.
दीदी समझ गयी और उसने कहा की दर्द होगा. तो असलम ने साइड मे पड़ा अपना वाइट गंदा सा अंडरवेर उठाया और उसने वो अंडरवेर दीदी के मूह मे ठूंस दिया.
अंडरवेर बहोट ही गंदा था, ऐसा लग रहा था की असलम ने उसे काई दीनो से पहने रखा है बिना धोए. अंडरवेर पे थोड़े थोड़े पीले रंग के धब्बे भू थे जो की उसकी टट्टी के थे. ऑम्ग असलम अपनी टट्टी वाला अंडरवेर दीदी के मूह मे ठूंस दिया है. पक्का दीदी को उसकी टट्टी का टेस्ट आ रहा होगा.
दीदी अब करवट ले कर अपने पेट के बाल लाइट गयी. असलम ने अब अपना लोड्ा दीदी की गांद पे रखा और हल्का सा धक्का मारा. उसका आधा लंड दीदी की गांद मे चला गया. दीदी को दर्द होने लगा और दीदी दर्द की वजह से छटपटाने लगी.
असलम वही रुक गया और वो दीदी के बूब्स मसालने लगा. दीदी जब शांत हुई तो उसने पूरी ताक़त से धक्का मारा. तो इसका पूरा 8 इंच का लोड्ा दीदी की गांद मे समा गया.
दीदी बहोट ज़ोर से चिल्लाई पर उसके मूह मे असलम ने अपना गंदा सा अंडरवेर ठूंस रखा था तो आवाज़ ज़्यादा नही हुई. क्यू की असलम ने तुरंत दीदी के पे मूह हाथ रख के अपना अंडरवेर उसके मूह मे और दबा दिया. और एक हाथ से दीदी का सर पकड़ लिया. दीदी अब और ज़ोर से छटपटाने लगी उसे बहोट दर्द हो रहा था.
अब सीन कुछ ऐसा था की असलम ने दीदी को उल्टा लैयता के उसकी गांद मे अपना 8 इंच का लोड्ा डाल के रखा था. और अपने एक हाथ से दीदी के सर को पकड़ रखा था. एक हाथ से उसका मूह दबोच के रखा था.
यहा दर्द की वजह से दीदी की दोनो आँखे बाहर आ चुकी थी और वो बहोट गंदी तरीके से छटपटा रही थी. उसे सयद रिग्रेट होने लगा था की असलम को अपनी गांद नही देनी चाहिए थी. असलम ने दीदी की हालत पतली कर दी थी.
वो दीदी को उसी पोज़िशन मे रखे झटके देने लगा और अपना लोड्ा गांद मे अंदर बाहर करके दीदी की गांद मरने लगा. करीब 20 मीं तक उसी पोज़िशन मे गांद मराई के बाद दीदी को भी पाईं कम होने लगा. तो असलम ने दीदी के मूह से अपना अंडरवेर निकल दिया और दीदी को उसने डॉगी स्टाइल मे कर दिया.
अब असलम पूरा जोश मे दीदी की गांद मरने लगा.
रूम की दीं लाइट मे असल्ं दीदी के बाल पकड़ के दीदी की गांद मरने लगा. ऐसा लग रहा था की वो घोड़े की लगाम पकड़ के घुड़ सवारी कर रहा हो.
दीदी इसे बहोट एंजाय कर रही थी और बोल रही थी… इसस्स्सस्स अहह असलम बड़ा मज़ा आ रहा है तुमसे अपनी गांद मरवाने मे आअहह और जोर्र से गांद मरो मेरिइईईईईई इससस्स आऐईयईईईईईई…
असलम तो जैसे पागल हो गया और वो दीदी को पकड़ के और ज़ोर ज़ोर से गांद मरने लगा. धक्को की वजह से दीदी की गांद पूरी लाल पद चुकी थी.
अब उसने दीदी को फिरसे सीधा लाइटाया और फिरसे दीदी के बूब्स पे बैठ गया. और दीदी के मूह मे अपना लंड डाल दिया जिस पे दीदी की टट्टी लगी थी. दीदी उसे चूसने लगी मूज़े और दीदी को लगा की वो झड़ने वाला है पर ऐसा नही हुआ.
वो अब दीदी को अपने बाहों मे ले कर दीदी को मसालने लगा और उसे हर जगह चाटने और किस करने लगा. उसने दीदी को चाट चाट के उसकी पूरी बॉडी लो लाल कर दिया.
दीदी को बड़ा मज़ा आ रहा था.
दीदी: बहोट स्टॅमिना है तुम मे, तुम्हारी बीवी बहोट खुश होगी तुमसे.
असलम: फिलहाल मेरी बीवी तो तू है रंडी.
ये सुन के दीदी हासणे लगी और असलम फिरसे दीदी पे चढ़ गया और दीदी की छूट मे लोड्ा डाल दिया, और अपना लोड्ा अंदर बाहर करके दीदी को छोड़ने लगा.
दीदी: इसस्सस्स…. उफफफफफ्फ़… अग्घह…
दीदी अपनी आँखे बंद करके अपनी बड़ी आँखोनी को उपर नीचे हिला हिला के सिसकिया भरते हुए खुद को असलम से छुड़वा रही थी. असलम भी काब्से दीदी के इस लुक को एंजाय कर रहा था.
करीब 1 घंटे तक दीदी को छोड़े जा रहा था. उसका स्टॅमिना गजब का था. करीब 15 मीं की और चुदाई के बाद वो दीदी के बूब्स पे फिरसे चढ़ गया और अपना लंड दीदी मे मूह मे दे दिया और लंड मूह मे अंदाद बाहर करने लगा. उसने दीदी के सर को बहोट ज़ोर से पकड़ रखा था.
थोड़ी देर बाद दीदी की आँखे बड़ी हो गयी. मे समाज गया असलम ने अपना डीडिल दीदी के मूह मे छ्चोड़ दिया. दीदी भी उसका डीडिल वेस्ट करना नही चाहती थी. तो उसने पहली 2 घूंते तो डिडीर दी फिर उसके बाद स्वाद ले ले के असलम का डीडिल पीने लगी. और असलम का लंड चाट चाट के सॉफ कर दिया.
थोड़ी देर दोनो साथ मे उसी बेड के उपर पड़े रहे. करीब 20 मीं बाद वो दोनो उठे दीदी ने अपनी स्कर्ट और टॉप पहनी और असलम बे अपना पाजमाई.
दोनो के चेहरे पर खुशी थी दोनो ने किस किया और फिर दीदी रूम मे आ गयी और असलम च्ला गया.
फिर अगले दिन असलम शादी मे नि दिखा, दीदी को दीदी परेशन हो गयी थी पूरी शादी भर वो परेशन रही, उसके बाद असलम नि मिला कभी.