ही रीडर्स, मेरा नाम राधिका है. मई देल्ही की रहने वाली हू, और मेरी उमर 25 साल की है. मेरा फिगर 36″30″38″ है. मई एक मंक मे जॉब करती हू. मेरी फॅमिली मे मेरी मम्मी, मेरे पापा, और एक बड़ी बेहन है. मेरी बड़ी बेहन शादी-शुदा है, और उसका एक बेटा भी है.
दीदी की फॅमिली एक हॅपी फॅमिली है. लेकिन दीदी ये नही जानती, की उसकी इस हॅपी फॅमिली को हॅपी रखने मे मेरा बहुत बड़ा योगदान है. ये बात 2 साल पहले की है. तब दीदी की तबीयत अचानक से खराब हो गयी थी. उनको चिकेन्पॉक्स हो गया था.
दीदी के सास-ससुर की डेत हो चुकी थी, तो उस वक़्त उनका ख़याल रखने वाला कोई नही था. अगर जीजू घर पर रहते, तो उनका नुकसान हो जाता, इसलिए वो भी नही रुक सकते थे. मेरी मम्मी भी ट्रॅवेल नही कर सकती थी, तो फाइनली बात मुझ पर आ गयी.
फिर मई दीदी के घर उनका ख़याल रखने चली गयी. मई उनके घर का सारा काम करती थी. उनके बेटे को भी तैयार करके स्कूल मई ही भेजती थी. मैने दीदी की बहुत सेवा की, लेकिन उनकी बीमारी कंट्रोल मे ही नही आ रही थी. उधर जीजू भी दीदी की बीमारी से तंग आ चुके थे.
एक दिन मैने जीजू को किसी से फोन पर बात करते हुए सुना-
जीजू: हा यार तेरी भाभी अभी तक ठीक नही हुई. पता नही कब तक बिना सेक्स के रहना पड़ेगा. कोई जुगाड़ कर ना.
मई जीजू की ये बात सुन कर परेशान हो गयी. मुझे लगा, कही जीजू किसी दूसरी औरत के चक्कर मे ना फ़ासस जाए. फिर जिस बात का दर्र था, वही हुई. जीजू अपनी किसी पुरानी दोस्त से बात करने लग गये. उन्होने उसको मिलने का भी प्लान बना लिया.
फिर जिस दिन वो अपनी फ्रेंड को मिलने जेया रहे थे, तो मैने उनको बोला-
मई: जीजू आप मेरी दीदी के साथ ऐसा नही कर सकते.
जीजू: मई क्या कर रहा हू?
मई: आप अपनी फ्रेंड से मिलने जेया रहे है.
जीजू: हा तो?
मई: दीदी के होते हुए, आप दूसरी औरत के पास कैसे जेया सकते हो?
जीजू: देखो राधिका, मैने इतने दिन कंट्रोल करके रखा. लेकिन अब मुझसे बिना सेक्स के नही रहा जाता. तुम्हारी दीदी पिछले एक महीने से बेड-रेस्ट पर है. मई उसके साथ कुछ नही कर सकता. हा मुझे उसकी फिकर है, लेकिन बंदा कितना कंट्रोल कर सकता है.
मई: जो भी हो, आप नही जेया सकते.
जीजू: फिर मेरी ज़रूरत कों पूरी करेगा?
ये सुन कर मई चुप हो गयी. फिर जीजू बोले-
जीजू: अगर तुम्हे इतनी ही फिकर है अपनी दीदी का घर टूटने की, तो तुम ही क्यू नही मेरी ज़रूरत पूरी कर देती?
ये सुन कर मई हैरान हो गयी, और बोली-
मई: जीजू मई कैसे. मई आपकी साली हू, और साली बेहन की तरह होती है.
जीजू: साली आधी घरवाली भी होती है. तो या तो अपनी दीदी के ठीक होने तक मेरी घरवाली बन जाओ. या मुझे अपनी फ्रेंड के पास जाने दो.
मैने सोचा, की अगर जीजू गये, तो दीदी का घर टूट सकता था. लेकिन अगर मैने उनकी प्यास बुझा दी, तो दीदी का घर बच जाएगा. वैसे मुझे भी अपने बाय्फ्रेंड के साथ सेक्स किए काफ़ी टाइम हो गया था.
फिर मैने जीजू को हा बोल दी. मेरी हा सुन कर जीजू खुश हो गये, और बोले-
जीजू: चलो फिर चलते है रूम मे साली जी.
मई: मई दीदी और छोटू को खाना खिला कर आती हू.
जीजू: एक मिनिट रूको.
मई वही रुकी रही, और जीजू भाग कर अपने कमरे मे गये. जब वो बाहर आए, तो उनके हाथ मे ब्लॅक कलर की एक निघट्य थी. उन्होने वो निघट्य मुझे दी, और बोले-
जीजू: ये पहन कर आना, और जल्दी आना.
फिर मैने दीदी को खाना खिला कर सुला दिया. उनके बेटे को भी मैने सुला दिया. उसके बाद मैने वो निघट्य पहन ली. उस वक़्त मेरा फिगर 34″28″36″ था. निघट्य पहन कर मई बहुत सेक्सी लग रही थी. मैने निघट्य के नीचे रेड कलर की ब्रा और पनटी पहनी थी.
जब मई उनके कमरे मे गयी, तो जीजू बेड पर बैठे थे. जीजू ने शॉर्ट्स और त-शर्ट पहनी हुई थी. मुझे देख कर उनके मूह मे पानी आ गया, और वो खड़े होके मेरे पास आ गये. पास आके वो बोले-
जीजू: वाउ राधिका! तुम तो क़यामत लग रही हो.
मैने ये बात सुन कर उनको एक हल्की सी स्माइल पास की. फिर वो मेरे बिल्कुल पास आ गये, और अब मेरे होंठ उनके होंठो के बिल्कुल करीब थे. हम दोनो की साँसे आपस मे टकरा रही थी. फिर उन्होने अपने होंठ मेरे होंठो से चिपका दिए, और मेरे होंठो को चूसने लग गये.
मई भी उनका साथ देने लगी. उन्होने अपने हाथ मेरी गांद पर रख लिए, और मेरे चूतड़ मसालने लग गये. इससे मेरा जोश और बढ़ने लगा, और मई जीजू के होंठ काटने लग गयी. जब मैने जीजू का होंठ काटा, तो वो बोले-
जीजू: तुम तो जंगली बिल्ली निकली मेरी सेक्सी साली.
फिर उन्होने मेरी गर्दन पर किस करने शुरू कर दिए. उन्होने निघट्य आयेज से खोल दी, और मेरी क्लीवेज मे मूह मारने लग गये. मुझे बहुत मज़ा आ रहा था. वो ब्रा के उपर से मेरे बूब्स को भी मसल रहे थे.
फिर उन्होने मेरी पूरी निघट्य उतार दी. अब मई उनके सामने ब्रा और पनटी मे खड़ी हुई थी. फिर जीजू मेरे पीछे आए, और उन्होने मेरी पीठ पर किस करते हुए मेरी ब्रा खोल दी. उसके बाद खुद बेड पर बैठ गये, और मुझे अपने सामने खड़ा कर लिया.
अब मेरे मोटे रसीले बूब्स उनके सामने थे. उन्होने मेरे बूब्स को पकड़ा, और कुत्टो की तरह चाटना शुरू कर दिया. वो मेरे निपल्स को काट-काट कर चूस रहे थे, और मई आहह आ की सिसकिया ले रही थी. फिर जीजू ने मुझे बेड पर लिटा लिया, और मेरी कमर को चूमने लगे.
जीजू मेरी नाभि मे जीभ डाल-डाल कर चाटने लगे. फिर वो नीचे आए, और जाँघो को मसालते हुए चूमने लगे. वो मेरी पूरी जाँघो को चूम-चाट रहे थे. उसके बाद उन्होने पनटी के उपर से मेरी छूट मे मूह मारना शुरू कर दिया.
मुझे बहुत मज़ा आने लगा, और मई उनके सिर को अपनी छूट मे दबाने लग गयी. मेरी पनटी छूट के पानी से गीली हो गयी थी, और जीजू मेरा सारा पानी चाट रहे थे. फिर जीजू ने मेरी पनटी नीचे करके टाँगो से निकाल दी. अब मई जीजू के सामने पूरी नंगी थी.
सबसे पहले उन्होने मेरी छूट को चूमा, और फिर उस पर जीभ फिराने लगे. मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. जीजू मेरी छूट के चारो तरफ जीभ मार रहे थे. फिर उन्होने मेरी छूट के लिप्स खोले, और जीभ अंदर डालने लगे. जैसे ही उनकी जीभ छूट के अंदर गयी, तो मई तड़प उठी.
वो मेरी छूट के दाने को अपनी जीभ से सहला रहे थे, और इससे मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था. मेरी छूट धड़ा-धड़ पानी निकाल रही थी, और जीजू मेरा पानी पी रहे थे. फिर जीजू ने अपने कपड़े उतार दिए, और उनका बड़ा सा लंड मेरे सामने आ गया.
उनका लंड काफ़ी बड़ा था, और मई उसको देख कर रोमांचित हो गयी. जीजू मेरी टाँगो के बीच आ गये, और अपना लंड मेरी छूट पर रगड़ने लग गये. मेरी आहह आह की सिसकिया निकल रही थी. वो बीच-बीच मे मेरी छूट पर ज़ोर से लंड मारते थे, जिससे मुझे दर्द हो रहा था.
फिर जीजू ने अपना लंड मेरी छूट के मूह पर सेट किया, और एक ज़ोर का धक्का मारा. पहले धक्के मे उनका आधा लंड मेरी छूट मे घुस गया, और मेरी चीखे निकलनी शुरू हो गयी. जीजू ने अपने मूह से मेरा मूह बंद कर लिया, और ज़ोर-ज़ोर से धक्के मारने लगे.
अब उनका पूरा लंड मेरी छूट मे जेया चुका था. जीजू एक मिनिट के लिए रुके, और जब मई थोड़ी शांत हुई, तो उन्होने धक्के मारने शुरू कर दिए. अब मुझे भी मज़ा आना शुरू हो गया था. मई उनको अपने बूब्स चुस्वा रही थी, और वो मेरी छूट को छोड़े जेया रहे थे.
काफ़ी देर बाद मई छूट छुड़वा रही थी, तो मुझे बड़ा सुकून मिल रहा था. उनकी जांघे मेरी गांद से टकरा कर ठप-ठप की आवाज़े निकाल रही थी. जीजू 20 मिनिट मुझे इसी पोज़िशन मे छोड़ रहे थे. मई अब तक 2 बार झाड़ चुकी थी. फिर जीजू का पानी निकालने वाला हो गया. वो मुझे बोले-
जीजू: कहा निकालु जान?
मई: मेरे अंदर मत निकाल देना.
फिर जीजू ने अपना लंड मेरी छूट से निकाल लिया, और मेरे पेट पर अपना माल निकाल दिया. मैने उनका माल अपने पेट पर माल लिया. कुछ पानी मैने अपनी उंगली पर लिया, और चाट लिया. जीजू मेरे उपर ही लेट गये, और मुझे चूमते रहे.
पूरी रात हम दोनो बार-बार चुदाई करते रहे. जीजू ने मेरी छूट छोड़-छोड़ कर उसका सारा पानी खाली कर दिया था. मैने उससे पहले एक साथ मे इतनी चुदाई कभी नही करी थी. अगले दिन सुबा मई और जीजू दोनो पूरी तरह से संतुष्ट थे.
उस रात के बाद मई 15 दिन और दीदी के घर मे रही. उन 15 दीनो मे जीजू ने मुझे 50 बार छोड़ा. फिर दीदी ठीक हो गयी, और मई वापस अपने घर आ गयी. उसके बाद मई अपने काम मे बिज़ी हो गयी, और दोबारा अभी तक दीदी के घर नही गयी. अब दीदी और जीजू दोनो खुश है.
तो दोस्तो ये थी मेरी कहानी. अगर आपको कहानी अची लगी हो, तो उसको लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.