हेलो दोस्तो, मई शाश्वत आप सब का एक बार फिरसे मेरी कहानी मे वेलकम करता हू. मेरी ये कहानी “गाओं मे देखी भैया भाभी की चुदाई” का नेक्स्ट पार्ट है.
इस स्टोरी मे आप पढ़ेंगे, की कैसे मैने अपनी भाभी को पटाया और उनके साथ संबंध बनाए .
लेकिन स्टोरी शुरू करने से पहले मई आपको ये बता डू, की मेरा नाम शाश्वत है . मेरी आगे 22 है आंड मई एक हॅंडसम बंदा हू. मेरा लंड भी सभी औरतो और गर्ल्स को बहुत पसंद आता है. सो कोई भी गर्ल, भाभी, आंटी को सेक्स कॉल, सेक्स छत, या सेक्स, या कोई भी हेल्प चाहिए हो, तो मुझे मैल करे.
आंड किसी भी दोस्त , भाई को अपनी वाइफ को दूसरे लंड का मज़ा दिलाना हो, तो मैल पर कॉंटॅक्ट करे. सारी बाते प्राइवेट रहेंगी . प्राइवसी इस थे पॉलिसी. तो आइए अब स्टोरी शुरू करते है-
मेरी सारी फॅमिली सिटी मे रहती है. पर मेरा एक घर गाऊँ मे भी है, जिसमे कोई नही रहता था . मेरे घर के बगल मे मेरे टॉ जी का घर है. टॉ जी के घर मे मेरे टॉ जी , मेरे भैया और भाभी रहते है.
क्यूकी भैया पास की शहर मे एक शॉप मे काम करते थे, तो वो वीक मे दो दिन ही घर मे रहते थे. बाकी के 5 दिन वो शॉप पे ही रहते थे . और टॉ जी भी सुबा खेतो मे ही रहते थे, खेतो को जानवरो से बचाने के लिए .
तो जैसा की आप सब ने पिछली स्टोरी मे पढ़ा था, की मेरी भाभी मुझसे काफ़ी खुली हुई थी और हमारे बीच बहुत मज़ाक मस्ती होती रहती थी.
भाभी का नामे नेहा है. तब उनकी आगे 24 रही होगी . और तब उनकी शादी को 2 साल के लगभग हो गये थे . उनको एक 6 महीने का बच्चा भी था तब. भाभी दिखने मे बहुत प्यारी लगती थी . उनकी हाइट 5’1″ होगी. तोड़ा सावला सा स्किन कंपेक्स्षन था उनका. वो बिल्कुल पूजा हेगड़े की तरह लगती थी.
उनका फिगर 34″26″34″ का होगा . फिगर भाभी का बिल्कुल जान-लेवा था. कुल मिला कर भाभी इतनी मस्त माल थी, की आचे अछो का लंड उनकी ब्यूटी और फिगर देख कर पानी छोढ़ दे . खैर ज़्यादा इंतेज़ार ना करते हुए, स्टोरी शुरू करते है.
तो उस दिन तो मेरी लॉटरी ही लग गयी थी, जब मैने दिन मे भाभी के सोते टाइम उनके नंगे चूचे देखे और रात मे भैया और भाभी की चुदाई देखी थी . फिर उसके बाद 2 दिन कुछ ख़ास नही हुआ, क्यूकी भैया भी घर पे ही थे.
लेकिन फिर मंडे को जब मई सुबा भैया को दूसरी सिटी मे शॉप पे छोढ़ कर आया, तो रास्ते भर मई बस यही सोच रहा था, की आज तो भाभी अकेली रहेंगी, तो उनके साथ खूब मस्ती करूँगा .
खैर यही सब सोचते हुए मई घर पहुचा. वाहा पहुँचा, तो मैने देखा, की भाभी बेड पर लेट कर टीवी देख रही थी . नेहा भाभी बेड पर सारी पहने हुए उल्टी लेती थी . उस पोज़िशन मे उनकी उभरी हुए गांद बहुत मस्त लग रही थी .
मई भाभी की गांद को घूरते हुए उनके बगल मे बैठ गया . मुझे देख कर भाभी बोली-
भाभी : और शाश्वत, छोढ़ आए भैया को? रास्ते मे कोई परेशानी तो नही हुई?
मई: नही भाभी, कोई परेशानी नही हुई.
भाभी : तुम्हे भूख लगी होगी? खाना निकाल डू?
मई: भूख तो मुझे आपके रसीले आँो की लगी है. लेकिन आप खाने ही नही दे रही हो .
भाभी : बहुत शरारती हो गये हो तुम. वैसे भी आँो का सारा रस्स तुम्हारे भैया पी गये है.
फिर भाभी ने खाना लगाया और हम दोनो ने खाना खाया. फिर मैने बोला-
मई: भाभी, बेबी को भी तो दूध पीला दो. उसको भी भूख लगी होगी.
भाभी बोली: तुम्हे बड़ी चिंता है?
फिर नेहा भाभी बेबी को अपनी गोदी मे लिटा कर, पल्लू से हाइड करके, ब्लाउस उपर करके, अपने चूचो का दूध पिलाने लगी. बुत मई भाभी के दूध नही देख पाया . लेकिन मई घूर उधर ही रहा था. ये देख कर भाभी बोली-
भाभी: इतना क्या घूर रहे हो देवर जी?
मैने भी कहा: भाभी आप चीज़ ही ऐसी हो घूर्ने लायक. बेबी के तो मज़े है भाभी, जो आपका मीठा दूध पीने को मिलता है.
तो नेहा बोली: अगर इतना ही मॅन है, तो जाओ तुम भी जेया कर किचन से दूध पी लो.
मई बोला: अर्रे भाभी जो मज़ा आपके दूध से डाइरेक्ट मूह लगा कर पीने मे है, वो किचन वाले मे कहा.
फिर भाभी ने “धात पागल” बोल कर बेबी को फिरसे पालने मे सुला दिया. उसके बाद नेहा भाभी मेरे बगल मे बेड पे आ कर लेट गयी . थोड़ी देर मज़ाक मस्ती के बाद उन्हे नींद आ गयी . बुत मुझे कहा नींद आने वाली थी.
वैसे भी जब बगल मे इतना मस्त माल लेता हो, तो घंटा नींद आएगी. थोड़ी देर बाद जब भाभी आचे से सो गयी, तो मई उठा और भाभी के ब्लाउस के उपर से सारी को हटा दिया. फिर मैने भाभी के चूचो को देखते हुए, अपना लंड लोवर से बाहर निकल लिया और उसको हिलाने लगा.
भाभी ने ब्लाउस के अंदर ब्रा नही पहनी थी, जिससे उनके निपल्स का उभार दिख रहा था और एक निपल तो दूध निकालने की वजह से तोड़ा गीला भी था. मैने पहले हल्के से एक फिंगर से नेहा भाभी के निपल को टच किया . फिर आराम से अपने मूह से निपल्स पे किस किया.
उसके बाद मैने अपने लंड को हल्के से नेहा भाभी के रसीले होंठो पे टच कराया. फिर मैने ड्रॉयर से भाभी की पनटी निकाल ली और भाभी की मस्त जवानी देखते हुए वही मूठ मरने लगा.
उसके बाद मैने थोड़ी देर मे सारा पानी भाभी की पनटी पे छोढ़ दिया और अपना लंड पे लगे वीर्या को भाभी के पल्लू से पोंछ कर वही सो गया .
फिर जब मई उठा, तो भाभी वाहा से जेया चुकी थी . मैने किचें मे देखा, तो भाभी वाहा छाई बना रही थी . मई पीछे से गया और लंड को लोवर के अंदर से ही भाभी की गांद मे सता कर पूछा-
मई: क्या बना रहे हो भाभी जान?
इस पर भाभी ने कुछ रिक्ट नही किया और बोली-
भाभी : अछा जी! भाभी जान? वाआहह…
मई: अपने दूध की छाई पीला देती तो मज़ा आ जाता भाभी .
ये सुन कर भाभी ने “हॅट शैतान” बोल कर कर मुझे पीछे की तरफ धक्का दे दिया. लेकिन इस बीच मैने खूब मज़े से अपने लंड को भाभी के दो मस्त नितंबो के बीच रगड़ा .
मई: क्या भाभी, थोड़ी देर मज़ा भी नही लेने देती .
भाभी : अछा जी? कों सा मज़ा चाहिए हमारे देवर जी को, जो हम नही दे रहे है?
मई: भाभी जब तक आप छाई बना रही हो, तब तक मुझे आपको पीछे से हग करने दो. नही तो मई आप से गुस्सा हो जौंगा.
भाभी : ओक बाबा, कर लो हग. बुत केवल छाई बनाने तक .
फिर मई खुशी से भाभी को पीछे से चिपक गया और अपना लंड भाभी की गांद मे गाड़ दिया . मैने गॅस की फ्लेम लो कर दी, तो भाभी बोली-
भाभी: फ्लेम क्यू कम कर दी?
तो मैने कहा: इससे छाई अची बनेगी.
फिर भाभी बोली: अछा जी?
फिर मैने दोनो हाथ आयेज करके भाभी के पेट को सहलाना शुरू कर दिया और पीछे से हल्के-हल्के धक्के भी भाभी की गांद मे देने लगा . इस पर भाभी भी थोड़ी सिसकारिया लेने लगी और बोली-
भाभी: लगता है, आज खूब मज़ा ले लोगे अपनी भाभी का.
मैने बिना कुछ बोले भाभी की नाभि मे उंगली डाल दी और गोल-गोल घुमाने लगा. इससे भाभी के मूह से धीमी-धीमी सिसकारिया निकालने लगी. फिर मई पीछे से लंड से तोड़ा ज़ोर से धक्के देने लगा .
करीब 3-4 मिनिट बाद ही ऐसा करते हुए भाभी एक-दूं से अकड़ने लगी और हिल-हिल कर झड़ने लगी . उनकी बर ने पानी छोढ़ दिया था. मैने भी मौका अछा देख कर भाभी के झड़ने के दौरान ही पीछे से एक हाथ डाला और भाभी की एक चूची पकड़ ली . क्या मस्त सॉफ्ट सी चूची थी भाभी की .
लेकिन इससे पहले की मई आयेज कुछ और कर पाता, तभी छाई उबाल गयी और भाभी मे गॅस ऑफ करके मुझे धक्का दिया और हेस्ट हुए भागने लगी. वो भागते हुए बोलने लगी-
भाभी: अब छाई बन गयी देवर जी. अब आपकी मस्ती ख़तम .
मई भी फिर बाहर आ गया और फिर हम दोनो ने वैसे ही मस्ती करते हुए और टीवी देखते हुए छाई ख़तम की .
तो दोस्तो इस पार्ट मे इतना ही. उमीद करता हू, की आप सब को ये पार्ट पसंद आया होगा. और नेक्स्ट पार्ट के लिए मुझे ज़रूर एमाइल करे, ताकि मई और जोश से इस स्टोरी का एंड लिख पौ, जिसमे मई उसी रात भाभी की चुदाई करता हू .