कंप्यूटर सेंटर वाली लड़की को चोदा-1

हेलो दोस्तो मेरा नाम गुल्लू है.

मैं ईयलाहबाद से अपना स्टार्टाप चलता हूँ, और यहीन कटरा मे रहता हूँ. जहाँ कोई भी कभी भी आ जा स्कता ही, क्योकि मेरा मकान मलिक इयाहाबाद मे के बाहर साइड मे एक अपने नये मे रहता है.

जब मैं ईएल्हबाद नया नया आया था, तो मैने सब से पहला तरगेट ये था की मैं चुदाई के लिए एक लड़की देखूं. क्योकि मैं चुदाई का भूखा इंसान हूँ.

जल्दी ही मुझे एक कंप्यूटर सेंटर मे अड्मिशन मिल गया, जहाँ मेरी एक मुलाकात एक लड़की से हुई. उसका नाम शिवानी था, जिसकी उमर करीब 18-19 साल थी उसका फिगर भी कैफ़ मस्त था.

देखने मे तो वो बहोट सनडर थी ही पर उसकी सबसे अची बात ये थी की उसके बूब्स काफ़ी बड़े बड़े थे. अब बस मेरा अगला टारगेट उसकी चुदाई था. धीरे धीरे कंप्यूटर क्लास मे हम आपस मे बातें करने लग गये.

वेसए तो मैं सब से बात करता था, पर उससे बात करते हुए मैं तोड़ा नर्वस हो जाता था. एक दिन हम सब ने मिल कर एक व्हातसपप ग्रूप बनने की सोची और फिर सबके नंबर एक दूसरे के पास पहुच गये.

जेसे मैं सोच ही रा था, की केसे भी मुझे उसका नंबर मिल जाए और अब मुझे उसका नंबर मिल गया था.

पहले दिन सबने आपस मे खूब सारी बातें करी, दूसरे दिन मैं उसको पर्सनल इंबॉक्ष मे मेसेज किया. फिर हम दोनो बातें करने लग गये, पर उसकी तरफ से मुझे वो रेस्पॉन्स न्ही मिल रा था जिससे मैं उसको सीधा छोड़ स्कौन.

अभी तक सबसे पहले मैं ही उसे मेसेज करता था, वो सिर्फ़ मेरी बतो का जवाब देती थी. ऐसे ही करीब एक महीने तक चलता रा, अब मेरा दिमाग़ खराब होने लग गया था.

क्योकि मैं ये न्ही चाहता था, की मेरी इमेज क्लास मे खराब हो जाए. इसलिए मैं उसे सीधा कुछ न्ही बोल रा था.

एक दिन मैने अपने दोस्त को सारी बात बीटीये दी की मैं उसे छोड़ना चाहता हूँ. उसने मुझे 5 दिन के लिए गायब होने को बोल दिया, मैने जब उसे मतलब पूछा तो उसने मुझे ब्टाया.

की तू मोबाइल इंटरनेट क्लास सब कुछ सिर्फ़ 5 दिन तक बंद कर दे, अगर उसके दिल मे कुछ है या वो सिर्फ़ तेरे साथ टाइम पास कर र्ही है ये सब कुछ साफ पता चल जाएगा.

मैने अगले दिन से क्लास मे जाना बंद कर दिया, रात तक उसका कोई मेसेज न्ही आया. पर मैने सोचा की अब पक्का मैं 5 दिन के लिए किन बाहर चला जाता हूँ. वरना मैं क्लास मे जाए बिना न्ही र्हे पौँगा.

इसलिए मैं लुक्कणोव मे अपने दोस्त की शादी मे चला गया. व्हन से मैं 5 दिन बाद आया और मैने अपना मोबाइल वन किया. तो मेरे पास बहोट व्हातसपप ग्रूप मे बहोट सारे मेसेज आए.

और फिर उस लड़की के इंबॉक्ष खोला तो उसमे बहोट सारे हेलो हेलो के मेसेज आए हुए थे. मुझे लगा की शायद यहाँ मेरा मकसद अभी पूरा न्ही होगा, तो मैने फॉर्मल तरीके से उसके सारे मेसेज का रिप्लाइ दिया.

अगले दिन जब मैं क्लास मे गया तो मेरे दोस्त ने मुझे ब्टाया की वो सब मेरे बारे मे पूछ र्ही थी, की किसी को पता की वो ख़ान गया है. उनकी ये बातें सुन कर मेरे अंदर एक उमीद की किरण जागी.

अब मैं पहले की तरह स्सी बात करने लग गया, और अब मेरे पास पहले उसका मेसेज आने लग गया. अब मेरा काम बन गया और अब मेरी चुदाई के अरमान पूरे होते मुझे दिख र्हे हे.

पर मेरा सोच सोच कर दिमाग़ खराब था, की इतने महीने हो गये पर अभी तक पात परपोसे तक न्ही पहुचि है. पर फिर मैने सोचा की इंतेज़ार का फल मीठा होता है.

न्यू एअर आने वाला था, और मैने सोच लिया था की अब तो कुछ करना पड़ेगा. फिर मैं उस कुछ ना कुछ कदम उठाने की सोची, और हम सब न्यू एअर पर सब को विश कर रा थे.

वो खुद मेरे पास आई और उसने मुझे विश किया तो मेरा तो पहले ही दिमाग़ खरा था.

मैं – मुझे तुमसे बात न्ही करनी है.

वो – पहले विश का रिप्लाइ तो दे दो.

मैने उसे गुस्से मे बातरूम की साइड आने को के दिया, व्हन दोनो बातरूम साथ साथ थे. इसलिए दोनो का वाष्बिसने एक ही था, मुझे पता था की उसे मेरे गुस्सा होने की वजह पता था. इसलिए वो मेरे पीछे पीछे बातरूम की साइड आने लग गयइ.

उसके आते ही मैने उसे पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से किस करना शुरू कर दिया, ये देख कर वो एक दम घबरा गयइ और मुझे उसने डोर झिकाड़ दिया और अपने होंठो को हाथ से सॉफ करते हुए बोली.

वो – छूतिए हो क्या बे?

मैने उसके मूह से ये वर्ड सुने तो मेरी गंद फटत गयइ, मैने सोचा बेटा अब तो इजात भी गयइ और छूट भी.

फिर वो अपने होंठो को ढोते हुए बोली – जो चीज़ प्यार से करने के लिए होती है, उसका उसे भी प्यार से करना चाहईीए.

आह ये सुन कर तो मेरी जान मे जान आ अगयइ, फिर उसने अपने होंठो पर लिपस्टिक लगाई और मेरे गाल खींचते हुए वो बोली – शाम को बात करते है.

इतनी देर मे मैं काफ़ी कुछ साँझ गया था, मुझे लगा की ये साली पकई खिलाड़ी है. तभी ये इतना नॉर्मल बिहेव कर र्ही थी, अगर शरीफ होती तो साली शोर मचा देती.

अब मैं साँझ गया की उसे भी चूडौऊ चाहिए होगी. मुझे अब सब कुछ फॉरमॅलिटी लगा क्योकि उसने मुझे शाम को बात करने को खा था. तभी उसकी आवाज़ ने मुझे मेरी सोच से बाहर निकाला.

वो – तुम थोड़ी देर बाद ही बाहर आना, वरना किसी को शक हो स्कता है.

फिर मैं भी पार्टी मे वापिस आ गया, पर मेरा अब व्हन मान न्ही लग रा था. मेरे सिर पर चुदाई सॉवॅर थी, इसलिए मैने कोने मे जा कर पॉर्न वीडियो डाउनलोड पर लगा कर पार्टी को एंजाय करने लग गया.

शाम को मैं उसका वेट कर रा था, उसका मेसेज आया और पहले हुमारी पार्टी और दोस्तो की बातें हुई और फिर मैं बोला.

मैं – क्या तुम मुझसे प्यार करती हो?

वो – छूतिए तभी तू मुझसे बात कर पा रा है, वरना कोई और होता तो आज तेरा सेंटर का आख़िर दिन होता.

उसका चूतिया बोलना मुझे खाल रा था, मैने भी सोच लिटा की अगर मैं इसको अपनी कुटिया न्ही बनाया तो मेरी लाइफ झंड है. इसलिए बाद मैने उसको मिलने के लिए खा, तो वो बोली.

वो – ठीक है, सनडे या किसी दिन सेंटर बंक करके वो मेरे फ्लॅट मे आएगी.

फिर मैने सनडे का दिन फाइनल किया और वो मेरे साथ 2 बजे मेरे फ्लॅट पर आ गयइ. मैने तो अंदर आते ही शुरू होने वाला था, पर उसने मुझे रोक दिया.

थोड़ी देर मे हम बेड पर बैठ कर बातें कर र्हे थे, और टीवी पर जो चल रा था उसके बारे मे बात कर र्हे थे. तब तक एक आधा घंटा बेकार हो चुका था.

मैं धीरे धीरे अपना हाथ उसके कंधे पर ले जाने की कोशिश कर रा था, और तभी उसने अपना सिर मेरे कंधे पर झुका दिया. अब हम दोनो एक दूसरे के पास आ गये, अब मैं उसके गाल पर किस कर रा था.

इसलिए मैने सोचा ये सही मोका है चोका मरने का, तो मैने धीरे से उसके गाल पर किस कर दिया. उसने कुछ न्ही खा और थोड़ी देर बाद उसने मेरे गाल पर किस कर दिया.

अब मुझसे न्ही रुका गया, मैने एक हाथ से उसका चेहरा अपनी तरफ घुमाया और उसके होंठो पर अपने होंठो को जोड़ दिया. मैं उसे बुरी तरह से किस कर रा था.

किस करते हुए ही मैं उसकी कमर पर हाथ फेर र्ना था. धीरे धीरे एक हाथ उसके बूब्स की तरफ चला गया, अब उसके बड़े बड़े बूब्स मेरे हाथो मे थे. जिहणे मैं और ज़ोर ज़ोर से दबा रा था.

अब वो बेड के पीछे की और गिरने लग गयइ, तो मैने उसे बेड पर ही ल्ट दिया.

दोस्तो मुझे उमीद है आपका लंड खड़ा हो गया है, और आप की छूट भी गीली हो गयइ होगी.

पर दोस्तो मुझे अब जाना होगा, आयेज की चुदाई मैं आपको इस कहानी के नेक्स्ट पार्ट मे ब्ताना. सॉरी पर मुझे ये ज़रूर ब्ताना की आपको मेरी कहानी केसी लगी.
[email protected]