हेलो दोस्तो मई आपका मृदुल आज फिर अपनी न्यी कहानी ब्ताने वाला हू जैसे की आपको टा है मेरे बारे में मेरा रंग गोरा और निपल्स किसी टीनेज लड़की की तरह है और उभरी ही गोल गांद है. तो सीधे कहानी पर आता हू.
ये बात उस वक़्त की है जब में कॉलेज में फाइनल एअर का स्टूडेंट था. मेरी क्लास में ही एक लड़का था, आदित्या जो बहुत ही कम बोलता था. दिखने में बिल्कुल शांत बुत मेरा और उसका 36 का आँकड़ा था. कोई भी ऐसा मोका नही जाने देते हम दोनो एक दूजे को नीचा दिखाने का. लेकिन हर बार वो मुजसे एक दो नंबर से पीछे रह जाता.
उनही दीनो मेरी मेसेंजर पर एक लड़के से छत होने लगी उसने अपना नाम आदि ब्टाया मई और आदि पूरी पूरी रात छत करते.
आदि मुझे अपनी गर्लफ्रेंड मानता और मई उसे अपना बाय्फ्रेंड. हम दोनो कितने दीनो बिना देखे एक दूजे से छत करते रहे. फिर एक दिन हुँने मिलने का प्लान बनाया. मैने आदि की पसंद की ब्लू कलर की सेटेन की ब्रा पनटी ऑनलाइन मंगवा ली. और आदि ने मेरी पसंद की ब्लू फ्रेंचिए ली.
उस दिन बारिश थी आदि ने होटेल में रूम बुक करवा लिया. और कहा जान तुम पहुँच जाना मई टुमरे बाद अवँगा. मई होटेल मे होटेल में पहुँच गया. मैने आदि को मेसेज कर दिया मई फुँछ गया. उसने कहा वो भी होटेल के लिए निकल गया है.
मैने अपने कपड़े उतार कर सोफे पर रख दिए और ब्रा पनटी लेकर बातरूम में च्ला गया बातरूम में. मैने अपने आप को आचे से सॉफ किया वैसे तो मेरी बॉडी स्मूद है फिर भी जो थोड़े बहुत बाल थे उन्हे भी मैने आचे से वीत लगा कर हटा दिया.
आदि का मेसेज आया जान बाहर आजओ बातरूम से मई आ गया. मैने रिप्लाइ की मुझे शरम आ रही. आदि का मेसेज आया जान मई भी सिर्फ़ फ्रेंचिए में हू शरमाओ मत आज ह्यूम एक होना है इस सुहाने मौसम में.
मई शरमाते हुए बाहर निकला, मेरे गोरे बदन पर नीले रंग की सेटेन की पनटी चमक रही. मैने देखा आदि दूसरी तरफ मूह करके ड्रिंक बना रहा था. मैने डियर से आवाज़ लगाई आदि.
आदि ने एकद्ूम चोंक के पीछे मूड के देखा मैने लगवग छीनखटे हुए कहा, आदित्या! वो भी शॉक हो गया बोला, मृदुल! हम दोनो को तो मानो कतो तो खून नही. हम दोनो एक दूसरे से नज़र चुराने लगे और सोफे पर रखे अपने कपड़ो की तरफ बागे. जल्दबाज़ी में हम एक दूसरे से टकरा गये और वही रुक गये बाहर बहुत तेज़ की बारिश हो रही थी.
उसने मेरी आइज़ में देखते हुए कहा इस बारिश में हम अपनी नफ़रत को बहा देते और सिर्फ़ प्यार करते. मैने कहा जिसको मई हराना चाहता था आज उसके आयेज अपना सब कुछ हार बेता और अपनी आँखें बाँध करते हुए अपनी रज़ामंदी डेडी.
आदि ने मेरे माथे को चूम लिया फिर मेरे कान और गर्दन पर चूमना शुरू कर दिया. और मेरे गांद को अपने हांतो से सहलाने लगा. बीच में एक दो बार उसने मेरी गांद को नोच भी दिया. फिर मेरे होंठो पर अपने होंठ रख दिए अफ जवानी का पहला चुंबन वो भी अपने प्यार से क्या मीठा एहसास था.
उसने लीप किस करते हुए मुझे बेड पर लेता दिया और मेरे उपर लेट गया और ब्रा के उपर से ही मेरे निपल्स को ब्रा के उपर से ही मसालने लगा. कभी कभी तो आएसए मेरे निपल्स को गुबारे की तरह बींच देता. होंठो को चूस्ते हुए उसने अपने होंठ मेरी गर्दन पर रगड़ने लगा. फिर मेरी ब्रा को उपर कर मेरे निपल्स को मूह में लेकर चूसने शुरू कर दिए.
अफ ब्रा पहने हुए जब कोई मर्द बूब्स चूसे तो सच में ऐसा लगने लगा मई लड़की हू. 15-20 मिनिट्स बाद जब उसने अपना मूह मेरे निपल्स से हटाया तो मेरे निपल्स एक दूं लाल हो गये थे. और उसके दांतो के निशान भी सॉफ दिख रहे थे. फिर उसने मेरी नवी में अपनी जीव घुमणि शुरू कर दी अफ.. मई बीटीये नही सकता क्या आनंद आ रहा था.
आदि सीधा लेट गया मई उसके उपर आकर उसकी चेस्ट पर किस करने लगा. किस करते हुए उसके अंडरवेर के उपर से उसके लंड पर किस करदी. उसने अपनी आँखें बाँध करली.
फिर मैने उसके अंडरवेर को उतार दिया अफ.. गरम रोड जैसा 7 इंच का मूसल लंड मेरे सामने एक दूं खड़ा था. मैने लंड के टोपे को चूम लिया. आदि की सिसकी निकल गयी फिर मैने उसके टोपे को जीव से चाटना शुरू कर दिया. उसकी साँसें तेज़ होने ल्गी.
मैने टोपे को मूह में ले लिया जिससे आदि तो पागल ही हो गया और उसने मेरा सर पकड़ के पूरा लंड मेरे मूह में डाल दिया. उसका लंड मेरे गले तक पहुँच रहा था. वो मेरे बालो को पकड़ के मेरे मूह को अपने लंड से छोड़े जा रहा था की एकद्ूम उसने मेरे मूह में ही अपना सारा माल निकल दिया. और मेरे मूह से लंड तब तक नही निकाला जब तक सारा माल मेरे गले के नीचे नही च्ला गया. हम दोनो बेड पर एक दूसरे के बगल में लेट गये.
कुछ देर बाद हुमारे जिस्म में फिर हलचल हुई आदि दोबारा मेरे होंठो को चूमने लगा. उसने मुझे उल्टा घुमा दिया और मेरी पीठ पर अपने होंठो को रगड़ने लगा. धीरे धीरे नीचे जाने लगा और मेरी गांद को खोल के मेरी गांद के छेड़ को उंगली से छुआ, उसके छूटे ही मुझे गुदगुदी और आनंद का एहसास होने लगा.
आदि ने मुझे अपने उपर उल्टा लेता दिया और मेरी गांद के छेड़ को जीव से चाटने लगा उफ़फ्फ़.. और मेरे मूह में अपना लंड डाल दिया. जब उसका लंड पूरी तरह गीला हो गया तो उसने अपनी एक उंगली पर तेल लगाकर मेरी गांद में डाल दी अया..
मुझे तोड़ा तोड़ा दर्द होने लगा फिर उसने अपनी दूसरी उंगली भी मेरी गांद में डाल दी. और गांद में उंगली घूमने लगा अफ मुझे दर्द हो रहा था.
आदि ने मेरे दोनो पावं अपने कंधो पर रखे और लंड को मेरी गांद के छेड़ पर सेट किया और मुझे कमर से पकड़ के एक ज़ोर से ढाका मारा और उसका लंड का टोपा अंदर च्ला गया.
मई दर्द से छीलाने लगा आआआः बाहर निकालो.. अयाया मुझे दर्द हो रहा है..
तो उसने कहा कैसे निकल डू मेरी जान टुमारा दर्द देखूँगा तो मेरा लंड कैसे शांत होगा मेरी लैला. आज की रात तो मेरे तेरे मिलन की रात है मेरी रानी.
फिर एक और धक्का मारा और पूरा लंड मेरी गांद के अंदर चला गया. मेरी ज़ोर से चीख निकल गयी तो उसने मेरे होंठो पर अपने होंठ रख दिए और मेरी चीखें मेरे मूह में ही रह गयी. मैने उसकी मर्दानगी के आयेज अपना जिस्म सौंप दिया.
थोड़ी देर बाद उसने अपना आधा लंड बाहर निकाला और उसपर तेल डाला. वो तेल उसके लंड से होता हुआ सीधे मेरी गांद में च्ला गया. फिर उसने लंड को मेरी गांद में अंदर बाहर करना शुरू कर दिया और मेरी गांद की चुदाई करते हुए मेरे बूब्स चूसने लगा.
कुछ देर बाद जब मेरा दर्द कम हुआ तो मई भी गांद उछाल के साथ देने लगा. फिर वो सीधा बेड पर लेट गया और मई उसके लंड पर उछाल उछाल के चूड़ने लगा.
आधे गाँते बाद उसने मुझे घोड़ी बना के पीछे से मेरी गांद में लंड डाल दिया. फिर मई बेड पर उल्टा लेट गया और वो मेरे पीछे से मेरी चुदाई करता रहा.
आदि ने पूछा जान माल अंदर निकालु या बाहर?
मैने कहा बाहर बुत उसने कहा नही जान आज पूरण मिलन करना है. और तभी मुझे मेरी गांद में गरम लावा महसूस हुआ वो मेरी गांद में ही झाड़ गया और मेरे उपर लेट गया. जब उसका लंड पूरा शिथिल पद गया तब उसने लंड को मेरी गांद में से बाहर निकाला.
हम दोनो ऐसे ही लेते रहे फिर उसने मुझे अपनी बाहों में भर लिया और किस करने लगा. मैने कहा आज मई अपना दिल जिस्म सब हार गया. उसने कहा नही जान तुमने तो आज मुझे जीत लिया हमेशा के लिए.
फिर हम दोनो के जिस्म में तूफान आया और फिर से हुमारी काम करीदा शुरू हो गयी, पूरी रात उसने मुझे छोड़ा और लंड चुस्वाया.
तो दोस्तो ये थी मेरे प्यार की कहानी, प्लीज़ कॉमेंट करके और एमाइल करके बताना कैसी लगी आपको मेरी कहानी.