ही फ्रेंड्स, उमिद है आपकी “कॉलेज वाली दीपिका को चोदा-1” पसंद आया होगा. अब आयेज..
शाम को डिन्नर करके वापिस होटेल मे जा र्हे थे. व्हन हुँने दो रूम बुक किए हुए थे, एक रूम मे मैं और सुनील थे. और दूसरे रूम मे दीपिका और अक्षय सो र्हे थे. पहले दिन सफ़र के कारण सब तक चुके थे.
इसलिए डिन्नर करके जल्दी हम सब सो गये, पर रात को मुझे दीपिका के छीलाने की आवाज़ आने लग गयइ. मैं साँझ गया अक्षय मा का लोड्ा मेरी जान दीपिका को अंदर छोड़ रा है.
उस रात मुझे बहोट गुस्सा आ रा था, पर मैने अपने दिमाग़ मे एक प्लान बना लिया था. उस रात मैं दीपिका को सोच कर मूठ मारी और फिर मैं सो गया. अगले दिन सुबह उठ कर हम चारो ने एक साथ ब्रेकफास्ट किया. फिर हम चारो बाहर घूमने के लिए निकल पड़े. पूरा दिन हम चारो ने बहोट मज़े किए. पूरे रास्ते अक्षय बार बार दीपिका से लड़ता रा. पता उस बहें छोड़ को उससे क्या दिकाट थी.
मुझे लगता था, की वो मा का लंड दीपिका को किन ना किन अपनी वाइफ साँझ रा था. इसलिए उसके साथ ऐसा बिहेव करता था. पर मैं चुप रा और अंदर अंदर ही अपने गुस्से को पिता रा. क्योकि आज रात के बाद मैं सब कुछ चेंज करने वाला था.
शाम को जब हम वापिस जा र्हे थे, तब मैं उन तीनो से चुप कर एक मेडिकल स्टोर पर गया. व्हन मैने चार गोली नींद की ली और चार गोली वेग्रा की ली और दो कॉंडम ले लिए. होटेल मे जाते हुए मैं कोल्ड ड्रिंक ले ली. हम चारो को कोल्ड ड्रिंक पीना बहोट ही पसंद है. वो तीनो बाहर लॉबी मे बैठे हुए थे, मैने मोका देखा और चार ग्लास कोल्ड ड्रिंक के भरे और दो ग्लास मे नींद की गोली डाली, और एक ग्लास मे मैने वेग्रा की एक गोली दल दी.
फिर मैने उन्हे बुलाया और ग्लास उनके हाथ मे मैने खुद दिया. कोल्ड दिर्न्क पीते पीते हम चारो बातें करने लग गये थे. कुछ ही देर मे मेडिसिन का असर मुझे सॉफ सॉफ दिखने लग गया था. सुनील और अक्षय दोनो बेड पर गिर गये और सो गये. अब रूम मे मैं और दीपिका ही बचे थे, दीपिका के चेहरे पर पसीना आ गया था. अब उस पर भी मेडिसिन का असर हो रा है.
दीपिका – विनय मुझे कुछ हो रा है.
मैं – मुझे भी वो रा है, डर्सल ये दोनो बहोट गंधे है. साले शराब पी कर आए है. इसलिए सो गये है, और इन दोनो मे स्मेल आ र्ही है. जिस वजह से मुझे भी कुछ अजीब सा हो रा है. चलो दूसरे रूम मे चल कर हम दोनो बातें करते है.
दीपिका – हन तुम ठीक कह र्हे हो चलो.
फिर मैं और दीपिका दूसरे रूम मे जाने लगे, और जाते जाते मैने उनका रूम बाहर से बंद कर दिया. की साले किन रात को उठ जाए तो हम दोनो को तंग ना करे. उसके बाद मैं दीपिका के साथ बेड पर बैठ गया था.
मैने उसका हाथ पकड़ा तो वो बहोट गरम हो चुकी थी. फिर मैं उसके पारीओ मे बैठ कर अपने प्यार का इज़हार उससे करने लग गया. मैने उसे अपने दिल की सारी बात बीटीये दी. की मैं केसे उसके साथ रह का उसका दोस्त बनने की आक्टिंग कर रा था. पर सच तो ये है की मैं उससे पहले दिन से प्यार करता हूँ.
दीपिका – विनय ये एक दम ग़लत है, मैं तुम्हारे दोस्त की गर्ल फ्रेंड हूँ.
मैं – अरे कों सा दोस्त वो मा का लोडो सला छूतयए का बचा. मुझे तुम एक बात बीटीये दो की ऐसा कों सा दिन है. जिस दिन उनसे बहें के लोड ने तुझे दांता न्ही है.
मेरी ये बात सुन कर वो चुप हो गयइ और मेरी आँखो मे आँखें दल कर वो रोने लग गयइ. मैने तभी उसके अपनी बाहोनो मे भरा. और उसके आँसू सारे खुद पी कर उसकी आँखो पर किस किया. और उसके बाद मैने उसके होंठो को अपने होंठो मे ले कर किस करना शुरू कर दिया. मैने उसके होंठो को चूसने के बाद उसके गार्डेन और कानो को किस करना शुरू कर दिया.
मेरे ऐसा करने से वो पागल होने लग गयइ, क्योकि मेरा आधे से ज़्यादा काम तो गोली ने कर दिया था. अब वो मुझे भी कस्स कर पकड़ने लग गयइ. फिर मैं उठा और उसके सारे कपड़े निकालने लग गया. उसके गोरे गोरे बूब्स देख कर मैं पागल हो गया. मैने उसके दोनो बूब्स झट से चूसने लग गये. उसके बूबे के निपल्स को मैने अपने दंटो से काटने लग गया.
जिससे वो मेरे नीचे पानी बिन मछली की तरह तड़पने लग गयइ. उसको इस हालत मे देख कर मुझे सच मे बहोट मज़ा आ रा था. फिर उसके बाद मैने उसकी जीन्स और पनटी भी निकल दी. उसकी छूट पानी छ्चोड़ र्ही थी, जिस वजह से उसकी पनटी पूरी भीगी हुई थी.
मैने उसकी दोनो टॅंगो के बीच मे बैठ कर उसकी छूट को अपनी जीब से चाटने लग गया. उसकी छूट का पानी पी कर मुझे बहोट अछा लग रा था. मुझे ऐसा लगा की बस अब मुझे और कुछ न्ही चाहईीए था. फिर मैने उसकी छूट को काफ़ी देर तक चूसा और चटा और उसके बाद मैने उसकी छूट का पानी पी कर अपने सारे कपड़े निकल दिए. फिर मैने अपना लंड उसके होंठो पर र्खा, मेरा लंड देख कर दीपिका बोली.
दीपिका – विनय तुम्हारा लंड अक्षय के लंड से काफ़ी मोटा और लंबा है.
मैं – जान ये तुम्हारा ही है, जो मर्ज़ी करो इसके साथ.
ये सुनते ही उसने अपना मूह खोला और मेरा लंड वो ज़ोर ज़ोर से चूसने लग गयइ. उसे देख कर ऐसा लग रा था, जेसे की वो एक रंडी हो. दीपिका मेरा लंड एक रंडी की तरह तरह चूस र्ही थी. उसके इस तरीके से लंड चूस्ते देख कर मेरा लंड का पानी निकल गया.
उसके बाद मेरे लंड का पानी उसके मूह मे निकल गया. जिसे दीपिका ने सारा का सारा पी लिया, फिर मैने एक वेग्रा की गोली खा ली. क्योकि दीपिका पर पहले से ही गोली का असर हो रा था. इसलिए मुझे गोली खा कर ही उसे छोड़ना पड़ेगा. वेर्ना मैं पहली चुदाई मे ही उसके आयेज हार माअं जौंगा. उसके बाद मैने गोली और फिर जेसे ही मेरा लंड खड़ा हुआ.
मैं उसकी दोनो टॅंगो के बीच मे बैठ कर अपना लंड उसकी छूट से लगा कर मैने सीधा अपना लंड उसकी छूट मे उतार दिया. लंड जेसे ही अंदर गया, तभी दीपिका बहोट ज़ोर से छीलाने लग गयइ. उसको देख कर मुझे उस पर तरस आ गया और मैं रुक गया.
दीपिका – जान रूको मत तुम बहोट मस्त छोड़ते हो, प्लीज़ मुझे ऐसे ही छोड़ते रो प्लीज़.
दीपिका की बात सुन कर मेरे अंदर एक जोश आ गया. फिर मैने उसको ज़ोर ज़ोर से छोड़ना शुरू कर दिया. मैने दीपिका को उस रात टीन बार छोड़ा, सबसे जयदा मुझे उसको घोड़ी बना कर छोड़ने मे आता था. फिर चुदाई के बाद हम दोनो कब सो गये, ये मुझे पता ही न्ही चला. सुबह मैं जब उठा तो मैने देखा की मेरे पास बैठ कर दीपिका ज़ोर ज़ोर से रो र्ही थी.
मैं – क्या हू दीपिका तुम क्यो रो र्ही हो ?
दीपिका – विनय तुम्हे पता है, ना मैने अक्षय के साथ सब कुछ किया हुआ है. और फिर भी तुम मुझे प्यार करते हो.
मैं – जान मैने तुमसे प्यार किया है, ना मैने तुम्हारे जिस्म से किया है. मुझे सिर्फ़ तुम्हारे साथ रहना है.
मेरी ये बात सुन कर दीपिका पागल हो गयइ और मुझे गले से लग कर वो फुट फुट कर रोने लग गयइ. उस दिन मैने अपने प्यार को पा लिया था.
फिर कुछ दीनो मे दीपिका ने अक्षय से ब्रेकप कर लिया. और फिर वो मेरे साथ रहने लग गयइ, मैने पूरे दो साल तक दीपिका को अपनी वाइफ बना कर दिन रात जाम कर छोड़ा.
फिर जब शादी की बात आई, तो हम दोनो ने अलग अलग शादी कर ली. क्योकि मेरे घर वेल लोवे मॅरेज के खिलाफ थे और उपेर से उसका पहले से अक्षय के साथ चाकर भी था.
पर आज हम दोनो के दो दो बचे है. पर जब भी हम दोनो का प्यार मिलने को कहता है. तो हम दोनो एक होटेल मे जा कर सेक्स करके अपनी प्यास भुजा लेते है.
दोस्तो आपको मेरी ये कहानी केसी लगी. क्या आपको मेरी चुदाई की कहानी मे मज़ा आया. ये प्लीज़ मुझे ज़रूर ब्ताना.