हेलो दोस्तों, मैं कारण आपका फिरसे स्वागत करता हू. तो आप जान गये की अमन रोहन को लीके करता था, इसीलिए वो रोहन के कमरे में चला गया, और उस लड़के को भगा दिया.
अब बिना देर किए आयेज बढ़ते है कहानी में, और वो भी रोहन के हिसाब से.
रोहन: जब अमन बिना कुछ बोले चला गया, तब मैं समझ गया की अमन दर्र की वजह से अपनी फीलिंग्स को आक्सेप्ट नही कर रहा था. इसीलिए मैने अब अमन की फीलिंग्स निकलवाने की तान ली.
अगली सुबह मैं कॉफी लेकर पायल के घर में पहुँच गया. तब अमन ने दरवाज़ा खोला, और मुझे देख कर बोला-
अमन: तुम इतनी सुबह यहा क्या कर रहे हो?
मे: कॉफी लेके आया हू.
अमन: अछा ओक.
फिर हम पायल के पास के जेया कर बैठ गये, और कॉफी पीते वक़्त मैने जान बूझ कर अपनी बनियान के उपर कॉफी गिरा दी, और अपनी बनियान निकाल दी.
मेरे पिंक निपल्स को देख कर अमन पूरा गरम हो चुका था. उसका लंड भी खड़ा होने लगा था, इसलिए उस दिन की तरह आज भी वो बातरूम चला गया.
जब मैं कप रखने के बहाने गया तो देखा की अमन बातरूम में मूठ मार रहा था, और मेरा नाम ले रहा था “श रोहन, श फक “ ऐसे बोल के वो मूठ मार रहा था.
मैने डाइरेक्ट पीछे से जेया कर उसका लंड पकड़ लिया. तभी अमन की बंद आँखें खुल गयी और वो बोला-
अमन: क्या कर रहे हो रोहन?
मे: तुमने मुझे बुलाया ना अभी?
अमन: मैने कब बुलाया?
मे ओह रोहन, रोहन ऐसे बोल रहे थे.
अमन: अर्रे वो तो… तुम जाओ अभी यहा से.
मे: नही जौंगा, तुम्हे तो हल्का करके ही जौंगा.
फिर मैं उसके लंड को हिलने लगा, और उसके लिप्स में किस करने लगा. अब अमन भी मदहोश होने लगा था, और वो भी धीरे-धीरे मेरी कमर और गांद पे हाथ फेरने लगा. जब उसका निकल गया, तब वो मेरे से चिपक गया.
मे: एक बात बोलॉगे?
अमन: हा.
मे: क्या तुम्हे भी मेरी तरह लड़के पसंद है?
अमन: नही.
मे: फिर मेरे से एंजाय कैसे लिए तुम?
अब अमन फिर से वाहा से कुछ नही बोल के चला गया. लेकिन मैने उससे बोल दिया की मुझे इसका जवाब देना पड़ेगा.
फिर मैं पायल को देख कर वाहा से चला गया. उसी रात को मैने पायल के घर में जेया कर अमन को ढूँढा, तो अमन सोफे पर ही सोया था. इसलिए मैं उसी सोफे पे अमन को चिपक कर सोने चढ़ गया.
अमन: रोहन! तुम कैसे आए?
मे: जैसे मेरे घर की चाबी पायल के पास है. वैसे ही मेरे पास पायल की चाबी है.
अमन: लेकिन क्यूँ आए?
मे: तुम्हारे साथ सोने.
फिर मैं अमन को फिरसे लीप-किस करने लगा, और उसकी पंत के अंदर से हाथ मार कर उसका लंड बाहर निकाला, और मूह मैं लेके चूसने लगा.
अमन बहुत एग्ज़ाइटेड हो गया था. वो भी मेरा सिर पकड़ कर उपर नीचे करने लगा, और मूह में ही छोड़ने लगा. करीब 20 मिनिट के बाद वो मेरे मूह में ही झाड़ गया.
मे: अगर तुम्हे लड़के पसंद नही, तो तुम मेरे से मज़ा कैसे लिए?
अमन: तुम भी तो मज़ा लिए.
मे: क्यूंकी मुझे लड़के पसंद है, और तुम्हे तो मैं प्यार भी करता था. अब तुम्हे मेरी कसम, सच बोलो.
अमन: यार मुझे सच में लड़के नही पसंद. लेकिन तुम्हे देखता हू तो सब कुछ भूल जाता हू. इसलिए तुम्हारे साथ सब कुछ कर देता हू.
मे: मतलब तुम मुझसे प्यार करते हो.
अमन: सच बोलू तो मैं तुम्हे बचपन से ही प्यार करता था, इसलिए तो तुम्हारे साथ चिपक कर सोता था. लेकिन जब हम देल्ही आए तो पापा ने बोला, की मेरी शादी पायल के साथ टाई हो गयी थी बचपन में ही. इसलिए मैं तुमसे आ कर नही मिला. इसीलिए यार तुम मुझे भूल जाओ.
मे: क्या तुम शादी करके खुश रह पाओगे?
अमन: मैं कोशिश करूँगा खुश रहने की. वैसे भी तुम अगर नही हो तो मैं पायल को अपना पूरा वक़्त दे कर अट लीस्ट उसे तो खुश रखूँगा.
तभी पायल की आवाज़ आई-
पायल: ये क्या हो रहा है यहा?
हम दोनो चौंक गये. अमन पायल को समझने की कोशिश कर रहा था, की पायल ने अमन एक ज़ोरदार थप्पड़ मारा और बोली-
पायल: तुम अपनी और मेरी लाइफ खराब क्यूँ करने वाले थे?
अमन: क्या!
पायल: अगर तुम रोहन से बचपन से ही प्यार करते थे, तो मुझे बताया क्यूँ नही? मैं अपनी लाइफ खराब क्यूँ करती.
अमन: हमारी फॅमिलीस का मैं सोच कर चुप रह गया.
फिर पायल ने समझाया की अगर शादी उन दोनो की होती, उसमे फॅमिली दुखी नही होती, ओन्ली वो दोनो ही होते. और उसने अमन का हाथ मेरे हाथ में दे दिया, और हमे गले लगा लिया.
पायल: मुझे तो पहले से ही डाउट था तुम दोनो का.
मे: कैसे?
पायल: मैने अमन की आँखों में तुम्हारे लिए प्यार देखा था, और उस दिन जब तुम बोल के गये की दोस्त आने वाला था, फिर वो तुम्हारे दोस्त का इंतेज़ार करता रहा.
पायल: और आज मुझे तुम दोनो की सांसो की आवाज़ आई तो मैं जान गयी. लेकिन मैं खुश हू की हमारी ज़िंदगी बर्बाद होने से रुक गयी.
फिर मैने फिरसे अमन को पूछा-
मे: अमन क्या तुम मुझसे अभी भी प्यार करते हो?
फिर अमन ने पायल के सामने ही मुझे किस किया और हा बोला, और बाहों में ले कर मुझे अपने कमरे में ले गया. वो मुझे किस करता रहा. फिर मैने उसको और खुद को नंगा किया. मैं उसके लंड को फिरसे चूसने लगा. लेकिन इस बार वो बोला-
अमन: सिर्फ़ चूसोगे की एंजाय भी लोगे?
मे: कैसे?
फिर अमन ने मुझे उल्टा करके मेरी गार्डेन को जीभ निकाल के चाटने लगा, और धीरे से मेरी कमर मैं जीभ फेरने लगा. फिर मेरी गांद के होल पे जीभ डालने लगा. कुछ मिनिट बाद उसने उसका मोटा लंड मेरी गांद में घुसा दिया.
उस वक़्त मुझे बहुत दर्द हो रहा था. लेकिन मैं बहुत खुश भी था, इसलिए मैने बोला की-
मे: रूको मत, आज मुझे अपना बना लो.
अमन: हा जान, आज हम दोनो को एक होने से कोई नही रोक सकता.
फिर उसने अपनी स्पीड बधाई और मुझे छोड़ने लगा. धीरे-धीरे मेरी गांद भी खुलने लगी, और मैं भी उसका साथ देने लगा. ऐसे ही करीब 40 मिनिट के बाद हम दोनो एक साथ झाड़ गये, और हग करके सो गये
फिर अगली सुबह अमन ने अपने घर मैं ये बात बता दी, और पायल ने भी उन्हे समझा लिया तो घर में झगड़ा नही हुआ. अब हमारे घर वाले राज़ी थे, लेकिन अमन बोल रहा था की पहले शादी कर लेते है, फिर पढ़ाई का देखेंगे.
लेकिन मैं बोला की पढ़ाई के बाद ही शादी. तो इसी वजह से हमारा तोड़ा झगड़ा हो गया.
कारण के हिसाब से-
तो दोस्तों इसलिए रोहन बेंगालुरू अकेला आया था. लेकिन मैं भी यूयेसेस रात जब रोहन बातरूम गया था उसी वक़्त चुपके से हमारा अड्रेस अमन को सेंड कर दिया, और अगले दिन अमन आ गया और मैं उन्न दोनो को देख कर समझ गया की,
“प्यार अगर है तो टाइम लगेगा, मगर प्यार मिलेगा ज़रूर”.
तो कैसी लगी आपको मेरी ज़ुबानी रोहन की कहानी. आप मुझे महरकरण64@गमाल.कॉम पर अपना कॉमेंट भेजे ज़रूर.