ही गाइस, मेरा नाम आकाश है. मई 25 साल का हू. ये कहानी तब की है, जब मई 18 साल का था (2014) और 1स्ट्रीट एअर मे पढ़ाई करता था. तब मेरी मम्मी की उमर 38 की थी, और पापा की उमर 40 के आस-पास थी.
मेरी मम्मी का फिगर साइज़ 34″28″36″ था और पापा का लंड 6.5″ का था. मैने तब तक एक बार भी पॉर्न नही देखा था. और तभी हमारी क्लास मे रिप्रोडक्षन पढ़ाया गया. वो पढ़ कर मेरे मॅन मे एक क्यूरीयासिटी आ गयी, की मुझे भी ये सब देखना है.
मई दोस्तो से भी सुनता था सेक्स के बारे मे. मेरे पास फोन नही था, इसलिए मैने कभी सेक्स देखा नही था. एक दोपहर मैने, पापा और मम्मी तीनो ने लंच किया. फिर मई और पापा टीवी देखने चले आए और मम्मी सोने चली गयी.
3 घंटे के बाद मेरी आँख लग गयी और मई सो गया. कुछ समय के बाद मेरी आँख खुली और मैने देखा, की पापा वाहा नही थे और टीवी चालू था. मई उठ कर बातरूम की तरफ ही जेया रहा था, की मैने देखा बेडरूम का डोर आधा ही बंद था और कुण्डी नही लगी थी.
दोपहर को कभी भी बेडरूम का डोर बंद नही रहता था. तो मई दरवाज़े के पास चला गया और जो आधा दरवाज़ा खुला था, वाहा से धीरे से अंदर झाँक कर देखा. मैने जो देखा, उससे मेरी आँखें खुली रह गयी.
मैने देखा, की मम्मी और पापा दोनो नंगे थे और पापा लेते हुए थे और मम्मी उनके लंड के उपर उछाल रही थी. पापा मम्मी की गांद को हाथ सहला रहे थे. मम्मी के बड़े-बड़े बूब्स देख कर मई डांग रह गया था.
कुछ देर उछालने के बाद पापा ने एक हाथ मम्मी के बूब्स पर रख दिया और ज़ोर-ज़ोर से दबाने लगे. पापा के बूब्स दबाते ही मम्मी की सिसकिया निकालने लगी और वो और ज़ोर से कूदने लगी. इसकी वजह से उनका एक बूब और ज़ोर से उछालने लगा.
कुछ देर ऐसे ही चुदाई के बाद मम्मी पापा के उपर से उतार गयी और हाथ मे थूक कर पापा के लंड को उपर-नीचे करने लगी. उपर नीचे करते-करते पापा उठ गये और मम्मी को घोड़ी बनने के लिए कहा. जैसे ही मम्मी घोड़ी बनी, तो उनके बड़े बूब्स नीचे लटक गये.
पापा 2 उंगली मम्मी की छूट मे डाल दिए और मम्मी धीरे-धीरे आहह ऊहह की आवाज़े निकालने लगी. फिर पापा ने ज़ोर से मम्मी की गांद को स्पॅंक कर दिया और मम्मी ज़ोर से चिल्ला उठी. फिर पापा उन्हे बोले-
पापा: तोड़ा धीरे आवाज़े कर. वो उठ गया तो हमारा मज़ा खराब हो जाएगा.
मम्मी बोली: धीरे मारो, ये बहुत तेज़ था.
फिर पापा ने धीरे-धीरे 10 से 15 बार मम्मी के दोनो छूतदो को स्पॅंक किया. मम्मी की गांद लाल हो चुकी थी. फिर मम्मी ने कहा-
मम्मी: अब बस भी करो, कितना मारोगे. छोड़ना शुरू करो अब.
फिर पापा ने फिरसे मम्मी की छूट मे थूक डाली और एक झटके मे उनका बड़ा लंड, एक ही बार मे अंदर डाल दिया. मुझे वो सब देख के बहुत मज़ा आ रहा था. मेरा लंड तब बहुत छ्होटा था, इसलिए मुझे पानी कैसे निकालते है पता नही था.
लेकिन मई अपना लंड पंत के उपर से ही सहला रहा था और वो सब देख कर मेरा लंड टाइट हो चुका था. फिर पापा ने घोड़े से भी ज़्यादा ज़ोर से छोड़ा मम्मी को और मम्मी धीरे-धीरे डॉगी पोज़िशन से नीचे लेट गयी. पापा ने उनकी कमर को जकड़ा और वैसे ही लेते हुए लंड अंदर डालते रहे.
मम्मी बार-बार “धीरे-धीरे करो” बोल रही थी और पापा बिना कुछ सुने लंड घुसा रहे थे. फिर पापा ने मम्मी को सीधा किया और उनकी टांगे उठा कर अपने कंधो पे रख ली. उसके बाद पापा ने फिरसे लंड अंदर डाल दिया और साथ मे मम्मी के बूब्स दबाने लगे.
मम्मी एक हाथ से खुद की क्लिट रग़ाद रही थी और पापा ने मम्मी को लिप्स पे किस किया. 2 से 3 मिनिट के बाद मम्मी ने पापा से कहा-
मम्मी: आपका हुआ के नही? मेरा तो हो गया.
पापा ने कहा: अभी कहा, थोड़ी देर और लगेगी.
पापा बेड से नीचे उतार गये और मम्मी को लंड चूसने के लिए बोला. मम्मी पेट के बाल लेट गयी और पापा के लंड को अपने मूह मे ले लिया. मेरे लिए ये सब नया था, क्यूकी मई ये पहली बार देख रहा था.
फिर पापा ने मम्मी के सिर को पकड़ा और ज़ोर-ज़ोर से लंड उनके मूह के अंदर डालने लगे. कुछ ही सेकेंड मे मम्मी ने उनका लंड छोढ़ दिया और बोली-
मम्मी: हर चीज़ ज़ोर-ज़ोर से ही घुसनी होती है क्या?
मम्मी का फेस भी आयिली हो गया था. ये असल मे उनकी ही थूक से हुआ था, जो ब्लोवजोब के टाइम उनके फेस पे लग गयी थी. फिर पापा ने कहा-
पापा: तोड़ा और करदो ना. फिर मेरा हो जाएगा. नीचे आजा, और तोड़ा चूस ले.
इस बार मम्मी नीचे बैठी और एक झटके मे पापा के मोटे लंड को पूरा मूह मे ले लिया और तोड़ा-तोड़ा अंदर बाहर करने लगी. अब मम्मी के मूह से लार और थूक नीचे उनके बूब्स पे गिर रही थी, जो की बूब्स से होके उनकी नाभि तक जेया रही थी.
फिर पापा ने अपने लंड को बाहर निकाला और मम्मी उन्हे पूछने लगी-
मम्मी: अभी और छोड़ोगे क्या?
पापा ने मम्मी को उठाया और बोला-
पापा: बस 5 मिनिट देदे, फिर तू भी खुश और मई भी खुश.
और ये बोल कर पापा ने मम्मी को बेड पे लिटा दिया. मम्मी पूरी तरीके से तक चुकी थी और वो बस लेट गयी. पापा ने मम्मी की छूट पे थूका और एक झटके मे फिरसे लंड अंदर डाल दिया. इस बार मम्मी ज़्यादा चिल्लाई भी नही.
फिर 5 मिनिट तक अंदर-बाहर करने के बाद, पापा ने लंड बाहर निकाला और कमर के उपर आके बूब्स मे पिचकारी मार दी. वो इतनी बड़ी पिचकारी थी, की मम्मी के फेस पे भी कम चला गया. फिर पापा भी तक गये और बेड पे लेट गये, और मम्मी उठी और उनके फेस पे जो कम था उसको टेस्ट किया.
मम्मी ने पापा का लंड चूस कर सारा माल सॉफ किया. चूस्टे-चूस्टे पापा का लंड भी बैठ गया और वो आधी नींद मे जेया चुके थे.
फिर मम्मी ने पापा की लूँगी लेके अपने बूब्स से सारा माल सॉफ किया और पापा को उनकी लूँगी पहना दी.
उसके बाद वो बेड से नीचे आई और उन्होने खुद भी पनटी और ब्रा पहनी. फिर उन्होने अपना ब्लाउस पहना और मई तब धीरे से वापस आके अपनी जगह पर सोने का नाटक करने लगा. कुछ ही देर मे मम्मी आई और चेक करके गयी, की मई सोया हुआ था के नही.
तो ये थी मेरी कहानी, जो की मैने सच मे अपने जीवन मे देखा था. आप सब अपनी फीडबॅक ज़रूर देना.