सभी आंटियों, भाभियों और जवान कड़क लौंडियों को मेरे खड़े लंड की तरफ से नमस्ते. मैं राहुल अपनी और अपनी चाची की चुदाई लेकर फिर से हाज़िर हूँ.
मेरी पिछली कहानी
चाची ने चूत चुदाई करवा के मर्द बनाया
में आपने पढ़ा कि चाची ने मुझे चोदना सिखा कर मर्द बना दिया था. चाची ने मेरे लंड से चुद कर अपनी चूत की प्यास को तो बुझा लिया था, लेकिन उनके बार बार कहने पर भी मैंने उनकी चूत की नहीं चाटा था.
अब आगे..
उस रात मैंने अपनी अच्छी को 3 बार चोदा था और उन्हीं के साथ नंगा सो गया था.
अगले दिन सुबह उठते ही मैंने चाची को बोला- संगीता रानी, आज मैं आपकी चूत के बालों को साफ करके चोदूंगा.
इस पर चाची बोलीं- अबकी बिना चूत चूसे चोदने नहीं दूँगी.
मैं बोला- ठीक है देखते हैं.
चाची ने मुझे किस कर लिया. मैंने चाची के दूध दबा से बोला- अभी आप बिना कपड़ों के ही रहो.
फिर उठ कर हमने अपना काम किया चाची अपने बेटे को नहलाने लगीं. लेकिन आज चाची पूरे घर में बिना कपड़ों के ही घूम रही थीं. अपने बेटे को नहलाकर खिला कर खेलने के लिए घर में छोड़ दिया और बोलीं- आ जा अब मेरी चूत के बालों को साफ कर दे.
मैं तुरंत कैंची लेकर आया और चाची के चूत के लम्बे बालों को काटने लगा. क्योंकि चाची ने 5-6 महीनों से अपनी चूत के बालों को साफ नहीं किया था. इसलिए अभी तो रेजर से भी झांटें साफ़ करना मुश्किल दिख रहा था. उन्हें पहले कैंची से काटना जरूरी था.
चाची की चूत पर उगी हुई लम्बी लम्बी झांटों को बड़े ध्यान से कैंची से काटने के बाद मैंने चूत पर शेविंग क्रीम को लगा दिया. फिर हाथ से चूत पर क्रीम को मल कर झाग बनाया. चूत पर हाथ से शेविंग क्रीम के झाग बनाने से जहां मुझे मजा आ रहा था, वहीं चाची ने भी चूत खोल दी थी और मेरे हाथ की रगड़ का मजा ले रही थीं.
झाग बन जाने के बाद मैं चाची की चूत की झांटों को ट्विन ब्लेड वाले रेजर से साफ करने लगा.
चाची चूत उठाए हुए झांटें साफ़ करवा रही थीं. वो बोलीं- आराम से साफ़ करना.. धीरे धीरे, कहीं काट मत देना.
मैंने कहा- डार्लिंग ये ट्विन ब्लेड वाला रेजर है, इससे लगने कटने की गुंजाइश न के बराबर होती है, फिर भी मैं ध्यान रखूंगा.
थोड़ी देर बाद उन्होंने खुद रेजर ले लिया और बालों को साफ करने लगीं.
चूत को साफ करने के बाद मैं उनकी चूत को सहलाने लगा. चाची और मैं दोनों गर्म हो चुके थे. चाची के मुँह से कामुक सिसकारियां निकल रही थीं. मैं उनको बाथरूम में ही किस किए जा रहा था और उनकी चूत को सहलाए जा रहा था.
चाची कुछ ही देर में झड़ गईं. वे मेरे लंड को सहलाने लगीं. मेरा 6 इंच का लंड पूरा टाइट हो चुका था.
मैंने बोला- संगीता डार्लिंग थोड़ा झुको.
चाची समझ न सकीं और नल के सहारे झुक गईं. मैंने तुरंत चाची की चूत में पूरा लंड एक ही बार में पेल दिया. वो ‘उई.. राहुल..’ बोलते हुए चिल्ला उठीं और अपने होंठों को काटने लगीं. मैंने उनकी पीठ को धीरे धीरे सहलाना, गर्दन पे किस करना चालू रखा.
चाची मादक सिसकारियां भरने लगीं- अह … उम्म्ह… अहह… हय… याह… ओह.. अहह!
चाची की चुदासी आवाजों से मैं और गर्म होने लगा. मैं आगे हाथ बढ़ा कर उनके 36 इंच के चुचों को अपने दोनों हाथों से दबाए जा रहा था. साथ ही अपने होंठों से उनके पीठ को चाटे और चूमे जा रहा था.
कुछ ही देर में चाची गांड का दबाव देते हुए बोलीं- अब जोर से चोद भोसड़ी के.. अपनी रंडी चाची को.
इस तरह मुझे व खुद को गाली देते हुए मैंने पहली बार सुना था. इस तरह से उन्मुक्त होती चाची की चुदाई करते समय मेरे ऊपर हवस और बढ़ती जा रही थी.
थोड़ी देर में ही चाची बोलीं- राहुल मैं बस छूट रही हूँ.
उन्होंने इतना भर कहा और मेरे पूरे लंड को अपनी चूतरस की बरसात से भिगो दिया.
मैं भी अब चाची को जोर जोर से चोदने लगा. चाची बस ‘अहह … ओहह … आह्ह्ह …’ करती रहीं और उनकी सांसें तेज़ होने लगीं. फिर थोड़ी देर में 7-8 झटकों के साथ मैंने अपना माल चाची की चूत में भर दिया.
चुदाई से तृप्त होने के बाद नंगे ही रह कर हम दोनों ने खाना खाया.
खाना खाते वक़्त चाची बोलीं- राहुल आज मार्केट से मिठाई ले आ.
मैंने पूछा- ठीक है … पर कौन सी मिठाई लाऊं?
चाची बोलीं- रबड़ी ले आना.
मैं कुछ देर बाद कपड़े पहन कर मार्केट से रबड़ी ले आया.
उस वक्त दोपहर के 2 बज रहे थे. चाची एक डीवीडी ले आईं और वो उन्होंने टीवी में लगा दी. ये एक ब्लू पिक्चर थी, जिसमें एक लड़का लड़की की चूत को चाट रहा था.
चाची तो सुबह से ही पूरी नंगी थीं. वे गांड हिलाते बोलीं- राहुल रबड़ी ले के आ.
मैं रसोई से रबड़ी ले आया.
मैं चाची की दूध मसलते हुए कहा- चाची आप इतनी सुंदर हैं, चाचा आपको छोड़ कर कैसे चले गए.
तब चाची बोलीं- तेरे लिए ही छोड़ कर गए हैं … ले संभाल मुझे.
चाची ने ये कहते हुए रबड़ी को अपनी चूत पर रगड़ा और अपनी दोनों टांगें चौड़ी करके बोलीं- चाट मेरी चूत को.. वरना आज समझ लेना.
चाची ने एक पूरी रबड़ी को अपनी चूत पर रखा और बोलीं- ले अब चाट मेरी चूत को.
मैं धीरे धीरे चाची की चुचियों पे किस करता हुआ नीचे आने लगा और रबड़ी को चाटने लगा, जो चाची ने अपनी चूत की फांकों के बीच लगाई हुई थी. रबड़ी की वजह से चाची की चूत बहुत मीठी लग रही थी. अब मैं चाची की चूत को चाटने लगा और चूत के ऊपर के दाने को हल्का हल्का काटने लगा.
चाची वासना से जोर जोर से सिसकारियां भरने लगी और बोलने लगीं- आह खा जा अपनी संगीता की चूत को … दोनों हाथों से खोल के चाट.
वो मेरे सिर को अपने चूत पर दबाने लगीं और बड़बड़ाने लगीं- चाट अपनी चाची की चूत को मादरचोद … चोद अपने चाची की चूत को … मुँह से चोद कर खा जा इसे.
मैं भी न जाने किस मदहोशी में चाची की चूत को चूसे जा रहा था. चाची की चूत को चाटते हुए मुझे बड़ा मजा आने लगा था.
मेरे बालों को चाची ने पकड़ लिया और मेरे सर जोर से अपनी चूत पर दबाने लगीं. चाची चिल्लाते हुए गांड उठा कर बोलीं- आह राहुल … मैं झड़ने वाली हूँ.
चाची ने अपनी चूत का पूरा पानी मेरे मुँह पे झाड़ दिया. मैं कुत्ते जैसा चाची की चूत को चाटता रहा. मैं उनकी चूत का सारा पानी पी गया.
उसके बाद मैंने चाची को बोला- इतनी स्वादिष्ट होती है चूत … मुझे मालूम होता तो मैं पहले ही आपकी चूत को खा गया होता.
चाची निढाल पड़ी अपनी सांसों को काबू में करते हुए हंस रही थीं.
मैं चाची से बोला- मैं दुबारा से आपकी चूत को चाटना चाहता हूँ.
वो बोलीं- अब बाद में चाट लेना … अभी पहले चोद दे मुझे.
मैं नहीं माना और ज़बरदस्ती फिर से चाची की चूत को चाटने लगा. इस बार अपनी जीभ को मोड़ कर जीभ से चोदने लगा और एक उंगली को चाची की चूत में डाल दिया.
थोड़ी देर में चाची फिर से झड़ गईं. वे बोलीं- अब तो चोद दे अपनी चाची को!
मैं बोला- संगीता आज से तू मेरी टीचर है … तू जो बोलगी, मैं करूँगा.
चाची मुझे चूमने लगीं.
मैं बोला- आपका नमकीन पानी मुझे बहुत पसंद आया. अब मैं आपका नमकीन पानी रोज पियूंगा.
चाची बोलीं- तूने बहुत अच्छे से मेरे चूत को चाटा. इसका तुझे कोई न कोई इनाम मिलेगा.
मैंने जानना चाहा कि इनाम क्या मिलेगा.
तो चाची ने मुझे नहीं बताया.
चाची बोलीं- तू अब लेट जा.
मेरे लेटने के बाद चाची मेरे मुँह पर बैठ गईं. हम दोनों 69 की पोज़िशन में थे. मैं फिर से चाची की चूत को चाटने लगा और चाची ने मेरे लंड को चूसना चालू किया. चाची ने फिर से थोड़ी देर में अपना पानी मेरे मुँह पे छोड़ दिया. अब तक चाची बिना लंड के 3 बार झड़ चुकी थीं. थोड़ी देर में मैं भी चाची के मुँह में झड़ गया और चाची किसी रंडी की तरह मेरे लंड का पूरा माल पी गईं.
हम दोनों दस मिनट यूं ही चिपके लेटे रहे. फिर चाची बोलने लगीं- अब तो चोद से मुझे राहुल … वरना तेरे लंड को कभी इस चूत के दीदार नहीं होने दूँगी.
मैंने तुरंत चाची को बेड पर लेटा दिया और दोनों टांगों को फैला कर लंड चूत के मुँह पर सैट करने के बाद जोर जोर से चोदने लगा.
चाची जोर जोर से ‘अहह … ह… हह ह … अहहह.. इसस्सस्स … इसस्स …’ की आवाज निकालने लगीं.
धकापेल चुदाई की वजह से फ़च फ़च की आवाज़ से पूरा कमरा गूंजने लगा. चाची गांड उठा उठा कर मुझे गालियां दिए जा रही थीं- आह मादरचोद … चोद दे मुझे … साले बहुत महीनों बाद मेरी चूत का इतना पानी निकला है.
गालियों की वजह से मैं और जोश में आ गया और मैं भी चाची को गालियां देते हुए जोर जोर से चोदने लगा.
मैं भी बोल रहा था- संगीता रंडी.. आज के बाद में तुझे अपने चाचा की कमी कभी महसूस नहीं होने दूँगा.
कुछ देर बाद मैंने चाची को बोला- अब तू कुतिया बन जा.
चाची तुरंत कुतिया बन गईं. मैंने चाची को पीछे से डॉगी पोज़िशन में चोदना चालू किया. उधर सामने टीवी में चुदाई चल रही थी, इधर में चाची को कुतिया की तरह चोद रहा था. चाची मादक सिसकारियां लिए जा रही थीं. वे जोर जोर से हांफे जा रही थीं.
मैं बोल रहा था- कुतिया आज के बाद तू मुझसे रोज़ चुदेगी.
थोड़ी देर में चाची फिर से झड़ गईं. अब रस टपकाने की मेरी बारी थी. मैंने अपनी रफ़्तार को और तेज़ किया और दो ही मिनट में मैंने फिर से चाची की चूत को अपने लंड के लावा से लबालब भर दिया.
चाची को मेरी चूत चुसाई और लंड से चुदाई इतनी अधिक भा गई थी कि हम दोनों एक दिन में कम से कम पांच बाद चुदाई किये बिना रह ही नहीं पाते थे.
उन दस दिनों में चाची ने मुझे पूरा जवान मर्द बना दिया. मुझे भी चूत चाटने की ऐसी लत लगी कि मैं अब जब भी किसी को भी चोदता हूँ, तो पहले चूत चाट कर उसे 2 से 3 बार झड़ा देता हूँ, तभी लंड लगाता हूँ.
मुझे और चाची को जब भी मौका मिलता है. हम लोग चुदाई का खेल खेलने लगते है.
चाची की चुदाई के बाद बाकी की कहानी मैं बाद में लिखूंगा. कैसे अपनी गर्लफ्रेंड को चोदा. इनाम के तौर पर चाची ने सैटिंग करवा के मुझे ऋतु मामी की चूत चोदने का मौका भी दिलाया और एक लड़की की कुंवारी चूत भी दिलाई.
चाची मेरी सेक्स गुरु हैं.
आप सभी को मेरी चाची की चूत चटाई की चटर पटर कैसी लगी.. कॉमेंट ज़रूर करें. मुझे आप लोगों के मेल का इंतज़ार रहेगा.