ही फ्रेंड्स, मेरा नाम शिल्पा है. मई 26 साल की हू, और एक मंक मे काम करती हू. मेरा फिगर 36″28″38″ है. मई अपनी कंपनी मे सेयो की पोस्ट पर हू. और इस पोस्ट तक मई कैसे पहुँची हू, वो मई ही जानती हू.
ये बात 1 साल पहले की है. उस वक़्त मई सेल्स डिपार्टमेंट की हेड थी. मेरे बॉस का नाम रंजन था, और वो एक तर्की बंदा था. बोर्ड ऑफ डाइरेक्टर्स प्रमोशन अनाउन्स करने वाले थे. मुझे प्रमोशन की पूरी उमीद थी, क्यूकी इस साल मेरे डिपार्टमेंट ने सारे सेल्स टारगेट पुर किए थे.
मई ये सोच कर काफ़ी खुश थी. लेकिन जब मैने प्रमोशन लिस्ट देखी, तो मेरी सारी खुशी बर्बाद हो गयी. मुझे कोई प्रमोशन नही दिया गया था. मई बहुत गुस्से मे थी, और मई सीधा अपने बॉस रंजन के कॅबिन मे गयी.
मई: मे ई कम इन सिर?
रंजन: कम इन.
मई: सिर मुझे आप से कुछ बात करनी है.
रंजन: हंजी बोलिए.
मई: सिर इस साल मेरी टीम ने सारे सेल्स टारगेट पुर किए है. बल्कि हमने तो टारगेट से ज़्यादा सेल्स की है.
रंजन: एस ई नो.
मई: तो सिर सेयो की पोस्ट मुझे मिलनी चाहिए थी.
रंजन: शिल्पा तुमने सेल्स टारगेट अचीव करके कंपनी का तो फ़ायदा किया है. लेकिन इसमे मेरा फ़ायदा कहा है?
मई: क्या मतलब? मई समझी नही सिर.
रंजन: यही तो बात है शिल्पा. तुम बहुत कुछ नही समझती. इसीलिए तो तुम्हे प्रमोशन नही मिला.
मई: सिर आप सीधे-सीधे बताओ ना, क्या बोल रहे हो?
फिर रंजन ने अपने ड्रॉयर से एक बनाना निकाला. उसने मुझे बनाना दिखाया, और बोला-
रंजन: शिल्पा तुम हमेशा ऐसे रही हो. पुर कवर मे.
फिर उसने बनाना छीला, और एक बीते लेते हुए कहा-
रंजन: ऐसा कभी नही हुआ. अब तुम समझ ही गयी होगी, की मुझे क्या चाहिए. तुम मुझे वो दो जो मुझे चाहिए. और मई तुम्हे वो दूँगा, जो तुम्हे चाहिए.
मई: सिर तीस इस नोट फेर.
रंजन: एवेरितिंग इस फेर शिल्पा.
मई वही खड़ी उसको घूरती रही. फिर वो बोला-
रंजन: शिल्पा तुम्हारा बाय्फ्रेंड है?
मई: हा है.
रंजन: क्यू बनाया?
मई: ये कैसा सवाल है?
रंजन: एंजाय करने के लिए ही ना?
मई: हा.
रंजन: तो एक बार मेरे साथ भी कर लो.
फिर मई बिना कुछ बोले उसके ऑफीस से बाहर आ गयी. मैने पूरी रात इस बारे मे सोचा. मुझे लगा, की रंजन बोल तो सही रहा था. अगर मई अपने बाय्फ्रेंड से चुड सकती थी, तो उससे चूड़ने मे चला भी क्या जाता. फिर अगले दिन मई सुबा-सुबा उसके ऑफीस मे गयी.
मई: मे ई कम इन सिर?
रंजन: एस.
मई: मई तैयार हू सिर. लेकिन उसके बाद सेयो की पोस्ट मेरी होगी.
रंजन: हा बिल्कुल. मई सबसे पहले प्रमोशन लिस्ट मे तुम्हारा नाम डालूँगा. बाकी सब उसके बाद ही होगा.
मई: ओक सिर.
फिर एक घंटे मे रिवाइज़्ड प्रमोशन लिस्ट आ गयी. मेरा नाम उसमे सेयो की पोस्ट पर लिखा था. सब मुझे बधाई देने लगे, और मई बहुत खुश हो गयी. फिर मई रंजन के कॅबिन मे गयी, और बोली-
मई: थॅंक योउ सिर. आप मुझे टाइम और जगह बता दीजिएगा, मई वाहा पहुँच जौंगी.
रंजन: प्रमोशन अभी मिला ना?
मई: हा.
रंजन: तो काम भी अभी करना है.
मई: अभी?
रंजन: हा अभी.
मई: लेकिन अभी कैसे? सारे लोग है यहा.
रंजन: तो बातरूम किस दिन काम आएगा. तुम बातरूम मे चलो, मई 1 मिनिट मे आता हू.
फिर मई बातरूम मे चली गयी. मैने वाइट शर्ट और पेन्सिल स्कर्ट पहनी हुई थी. 1 मिनिट बाद रंजन अंदर आया, और हम दोनो एक टाय्लेट कॅबिन मे चले गये. रंजन ने सूट पहना हुआ था. कॅबिन ने ज़्यादा जगह नही थी, तो मैने उसको बोला-
मई: सिर यहा कैसे करेंगे?
रंजन: यही करेंगे, मज़ा आएगा.
ये बोल कर रंजन ने मुझे अपनी तरफ खींचा और मुझे किस करने लगा. वो मेरे होंठो को पागलो की तरह चूस रहा था. फिर मुझे भी गर्मी चढ़ने लगी, और मई भी उसका साथ देने लगी. वो साथ-साथ मेरी गांद दबाने लगा, जिससे मई और जोश मे आ गयी.
गांद दबाते हुए, उसने पीछे से मेरी स्कर्ट उठाई, और पनटी के उपर से मेरी गांद के चियर को सहलाने लगा. फिर उसने अपना कोट और शर्ट उतार कर नीचे कोने मे फेंक दिए. उसके बाद उसने मेरी शर्ट के बटन खोले, और मेरी क्लीवेज मे मूह मारने लगा.
मई ज़ोर-ज़ोर की सिसकिया ले रही थी, और मैने अपनी शर्ट उतार दी. रंजन मेरी क्लीवेज, मेरी गर्दन, और मेरे शोल्डर्स को चूम चाट रहा था. मुझे भी काफ़ी मज़ा आ रहा था. फिर उसने मेरी ब्रा स्ट्रॅप्स को शोल्डर से नीचे करते हुए मेरी ब्रा उतार दी.
अब मेरे काससे हुए गोरे बूब्स उसके सामने थे. उसने मेरे दोनो बूब्स को मसला, और निपल्स चूसने लगा. मेरी आहें अब और ज़ोर से निकालने लगी थी. वो ज़ोर-ज़ोर से मेरे निपल्स चूस रहा था, और बीच-बीच मे काट भी रहा था. फिर वो नीचे बैठ गया, और मेरी कमर को चाटने लगा.
उसने मेरी स्कर्ट की साइड ज़िप खोली, और स्कर्ट नीचे खींच दी. अब मई उसके सामने सिर्फ़ पनटी मे खड़ी थी. उसने मेरी जाँघो को चाटना शुरू कर दिया, और मई और मदहोश होने लग गयी. फिर वो मेरी पनटी के उपर से मेरी छूट मे मूह मारने लगा, और मई आहह आहह करने लगी.
तभी कोई लड़की बातरूम मे एंटर हुई. मैने अपना मूह बंद कर लिया ताकि उसको मेरी आवाज़ ना सुन जाए. रंजन को किसी की कोई परवाह नही थी. उसने मेरी पनटी उतारी, और सीधा अपनी एक उंगली मेरी छूट मे घुसा दी. इससे मेरी ज़ोर की आवाज़ निकली-
मई: आहह..
मेरी आवाज़ बाहर वाली लड़की को सुन गयी, और वो बोली-
लड़की: अरे योउ ओक?
मई: एस एस, ई आम फाइन.
लड़की: ओक.
ये बोल कर वो चली गयी. रंजन ने मेरी छूट पर मूह लगाया, और मेरी छूट चाटने लगा. वो मेरी छूट का सारा रस्स पी रहा था. ऐसा तो मेरे बाय्फ्रेंड ने भी कभी नही किया था. फिर रंजन खड़ा हुआ, और उसने अपनी पंत और अंडरवेर उतार दिए.
उसका लंड 7 इंच का था, और मेरे बाय्फ्रेंड के लंड से एक इंच बड़ा था. फिर उसने मेरी जाँघो पर हाथ रख कर मुझे उठा लिया. उसका लंड तन्ना हुआ था, और मेरी छूट के साथ रग़ाद खा रहा था. उसने मुझे लंड को छूट के मूह पर सेट करने के लिए कहा.
मैने उसका लंड पकड़ा, और अपनी छूट के मूह पर रखा. जैसे ही मैने लंड को छूट के मूह पर रखा, तो रंजन ने उपर की तरफ ज़ोर का झटका मारा. झटका मारते ही उसने हाथो से मेरा तोड़ा बॉडी वेट रिलीस किया, जिससे उसका पूरा लंड मेरी छूट मे चला गया.
मेरी चीख निकली, लेकिन चीख पूरी निकालने के पहले रंजन ने अपने मूह से मेरा मूह बंद कर लिया. मुझे बहुत दर्द हो रहा था, और मई ह्म ह्म कर रही थी. रंजन मेरे होंठ चूस्टा रहा, और धक्के मारता गया. 2 मिनिट मे मेरी छूट अड्जस्ट हो गयी, और मुझे मज़ा आने लगा.
अब रंजन ने मेरे होंठो को छोढ़ दिया था. मई उसका सिर अपने बूब्स मे दबाने लगी, और वो मेरे निपल्स चूसने लगा. अब वो धक्के दे रहा था, और मई हवा मे रह कर उसके लंड का मज़ा ले रही थी. मेरी छूट का पानी उसके लंड और टट्टो से होते हुए नीचे तपाक रहा था.
10 मिनिट रंजन मुझे ऐसे ही छोड़ता रहा. फिर उसने मुझे नीचे छोढ़ा, और खुद टाय्लेट सीट पर बैठ गया. उसने मुझे उसकी जाँघो पर बैठने का इशारा किया. मैने अपनी टांगे खोली, और उसकी जाँघो पर बैठ गयी.
फिर उसने मेरी छूट मे लंड डाल दिया, और मई उसके लंड पर उपर-नीचे होने लगी. वो मेरी गांद पकड़ कर मुझे उपर-नीचे होने मे मदद कर रहा था. बड़ा मज़ा आ रहा था. मेरी छूट एक बार पानी छोढ़ चुकी थी, लेकिन उसका पानी अभी तक नही निकला था.
उसका पूरा लंड मेरी छूट मे जेया रहा था, और वो साथ मे मेरे बूब्स भी चूस रहा था. फिर उसने मुझे खड़ा किया, और मेरे पीछे आ गया. उसने मेरे बूब्स पकड़े, और उन्हे मसलना शुरू कर दिया. बूब्स मसालते हुए उसने मुझे नीचे झुका लिया, और पीछे से मेरी छूट मे लंड डाल दिया.
मेरे हाथ अब फ्लश-टांक पर थे, और वो पीछे से मेरी छूट पेल रहा था. तभी मेरी छूट ने दूसरी बार पानी छोढ़ दिया. अब वो तेज़-तेज़ धक्के मार रहा था. मेरे बूब्स उछाल रहे थे, और ठप-ठप की आवाज़े आ रही थी. जब उसकी जांघे मेरे छूतदो से टकराती थी, तो मुझे बहुत मज़ा आता था.
इसी पोज़िशन मे उसने मुझे 15 मिनिट छोड़ा. फिर उसने मुझे जाकड़ लिया, और धक्के और तेज़ कर लिए. अगले 1 मिनिट मे वो आ आ करता हुआ मेरी छूट मे ही झाड़ गया. मुझे अपने अंदर उसके गरम-गरम वीर्या की पिचकारी फील हो रही थी.
फिर उसने अपने कपड़े पहने, और जाने लगा. जाते-जाते वो मुझे बोला-
रंजन: कंग्रॅजुलेशन्स फॉर थे प्रमोशन.
मैने उसको एक स्माइल पास की, और वही पोत पर बैठ गयी. फिर थोड़ी देर बाद मैने भी अपने कपड़े पहने, और बाहर आ गयी.
तो ये थी मेरी कहानी. अगर आपको कहानी अची लगी हो, तो इसको लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.