बॉस की बीवी और बेटी को अपना बनाया

हेलो दोस्तो, मेरा नाम गौरव है. मई पुंजब मे लुधियाना का रहने वाला हू. मेरी उमर 26 साल है, और मई काफ़ी हॅंडसम भी हू. मेरे लंड का साइज़ 7.5 इंच है, और मेरी हाइट 5’11” है.

मई एक कन्स्ट्रक्षन फर्म मे जॉब करता हू. ज़्यादा लोग नही है हमारी फर्म मे, लेकिन पैसे आचे मिलते है. मेरे बॉस का नाम राघव डटा है, और उनकी उमर 47 साल है. उनकी बीवी रूही डटा 42 साल की है, और बेटी आयुषी डटा 21 साल की है.

इस कहानी मे मई आपको बतौँगा, की कैसे मैने अपने बॉस की बीवी, और बेटी को पत्ता कर छोड़ा. तो चलिए अब कहानी शुरू करते है.

पिछले साल मेरे बॉस की बेटी का बर्तडे था, तो उन्होने सारे स्टाफ को पार्टी पर बुलाया था. बॉस का इन्विटेशन था, तो ज़ाहिर है मुझे भी जाना ही था. मई ब्लॅक सूट पहन कर रेडी हुआ, और पार्टी के लिए चला गया.

उस दिन मैने बॉस की बीवी और बेटी को पहली बार देखा. बॉस की बीवी थी तो 42 साल की, लेकिन 30 साल की लगती थी. उसने रेड कलर की सारी पहनी हुई थी, और धांसु लग रही थी. उसका फिगर 36″30″38″ था. ऐसा फिगर देख कर तो लड़के वैसे ही मरने को तैयार हो जाते है.

फिर उनकी बेटी बाहर आई. वो भी अपनी मा की तरह ही कमाल का पीस थी. उसने ब्लॅक कलर की टॉप, और रेड कलर की बार्बी फ्रॉक पहनी हुई थी. उसका फिगर 34″26″34″ के आस-पास था. फिर पार्टी शुरू हुई, और केक काटने का टाइम आ गया. मई आयेज गया, और मैने आयुषी को बर्तडे गिफ्ट दिया.

सब लोग डिन्नर करने लगे, लेकिन मेरी नज़र तो उन दोनो हसीनाओ पर ही थी. मई तो उनके हुस्न को देख-देख कर ही अपनी भूख मिटा रहा था. फिर बॉस मेरे पास आए और मुझे खाना खाने को बोले.

मैने खाना खा लिया, और एक बार फिरसे आयुषी को विश करके निकल लिया. मई सारी रात उन दोनो के बारे मे सोचता रहा, और मैने उन दोनो के बारे मे सोच कर मूठ भी मारी. अब मई सोच रहा था, की उनसे लिंक कैसे जोड़ा जाए.

फिर मैने फ़ेसबुक पर उन दोनो की ईद ढूँढनी शुरू की. पहले मुझे रूही की ईद मिली. उसकी ईद पब्लिक थी, तो उसके फ्रेंड्स मे मुझे आयुषी की ईद भी मिल गयी. मैने उन दोनो को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दी, और वेट करने लगा.

2 दिन बाद रूही ने मेरी फ्रेंड रिक्वेस्ट आक्सेप्ट कर ली. लेकिन आयुषी ने मेरी रिक्वेस्ट आक्सेप्ट नही की. फिर मई सोचने लगा, की बात कैसे शुरू करू. फाइनली मैने हिम्मत की और बात शुरू की.

मई: हेलो माँ.

रूही: ही. आप गौरव हो ना?

मई: एस माँ.

रूही: प्लीज़ डॉन’त से माँ. जस्ट कॉल मे रूही.

मई: ओक रूही.

उसकी इस बात से मुझे अंदाज़ा हो गया था, की वो काफ़ी फ्रॅंक टाइप की थी. वैसे भी, एक बुड्ढे आदमी की इतनी हॉट बीवी फ्रॅंक तो होगी ही. फिर मैने बोला-

मई: और बताओ रूही?

रूही: मई क्या बतौ? तुम बताओ कुछ अपने बारे मे. तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नही है?

मई इतनी जल्दी उसके इस क्वेस्चन को देख कर हैरान हो गया. फिर मई बोला-

मई: अर्रे आप ने तो इतनी डाइरेक्ट्ली इतना डाइरेक्ट क्वेस्चन पूच लिया.

रूही: अब जब मुझे जैसी बुद्धि लेडी को रिक्वेस्ट भेजोगे, तो पूछना तो पड़ेगा ही ना.

मई: बुद्धि! योउ मस्ट बे किडिंग. आप को जवान लड़कियो को मॅट देती है अभी भी. आप बुद्धि कहा से हो?

रूही: हहा कुछ भी.

मई: नही सच मे. मैने तो जब से आपको बर्तडे पार्टी मे देखा है, आपका चेहरा ही नही हॅट रहा मेरी आँखों के सामने से.

रूही: सिर्फ़ चेहरा, या कुछ और भी?

ओह मी गोद! ये तो बहुत ही डाइरेक्ट थी. फिर मैने भी सीधा ही बोल दिया-

मई: कुछ और नही, सब कुछ ही. आपकी बॉडी को देख कर तो कोई भी आपका दीवाना हो जाए.

रूही: हहा. अछा तो अब क्या प्लान है?

मई: प्लान तो बहुत सारे है, बस आपकी मंज़ूरी चाहिए.

रूही: ह्म, लेट’स सी. चलो मई रुक कर बात करती हू.

मई: ओक जी.

मेरी गाड़ी तो पहले ही दिन फुल स्पीड पर दौड़ने लगी थी. मई समझ गया था, की रूही जल्दी ही मुझसे पट्ट जाएगी. फिर रात को 1 बजे उसकी कॉल आई. मई उस वक़्त सोया हुआ था. जब मैने उसकी कॉल देखी, तो झट से उठ गया. फिर मैने फोन उठाया, और बोला-

मई: हेलो.

रूही: ही, सोए तो नही थे?

मई: हहा नही.

रूही: मतलब सोए थे. चलो सो जाओ फिर.

मई: अर्रे नही, बात करते है ना.

रूही: और कैसे हो?

मई: बिल्कुल ठीक, आप बताओ.

रूही: मई भी बाड़िया. अछा तुम्हे किस चीज़ के लिए मंज़ूरी चाहिए थी?

मई: आप बुरा तो नही मानोगी?

रूही: बुरा मानना होता, तो तुम्हे रात को एक बजे कॉल क्यू करती.

मई: मई आपको प्यार करना चाहता हू. सुबा से शाम तक आप मेरे सामने घूमती रहती हो. शाम को भी मई आपको इमॅजिन करके….

रूही: इमॅजिन करके क्या?

मई: कुछ नही.

रूही: मूठ मारते हो हाहहहः.

मई: ह्म.

रूही: मेरे बाय्फ्रेंड बनॉगे?

ये तो किस्मत खुद चल कर मेरे दरवाज़े पर दस्तक दे रही थी.

मई: आपके जैसे खूबसूरत औरत का बाय्फ्रेंड कों नही बनना चाहेगा?

रूही: तुम बनना चाहोगे, के नही?

मई: हा मई बनूंगा आपका बाय्फ्रेंड.

रूही: लेकिन एक शर्त है मेरी.

मई: क्या?

रूही: मई बहुत पोज़ेसिव हू. मुझे टू टाइमिंग वाले लड़के पसंद नही है, जो एक के साथ रीलेशन होते हुए भी दूसरी के साथ फ्लर्ट करते है.

मई: मई बहुत लायल हू. एक वक़्त पर एक ही गर्लफ्रेंड मॅनेज करलू, उतना ही बहुत है.

रूही: हहा ओक. सो ही मी न्यू बाय्फ्रेंड.

मई: ही मी सेक्सी गर्लफ्रेंड. हम मिले कही?

रूही: कहा?

मई: होटेल मे?

रूही: बड़ी जल्दी मे हो?

मई: आप को देख ले, उससे रहा कहा जाता है.

रूही: चलो मई बताती हू तुम्हे.

मई: ओक.

फिर अगली सुबा उसकी कॉल आई. मई उस वक़्त ऑफीस मे था. वो बोली-

रूही: आज शाम 6 बजे होटेल लीज़ा मे पहुँच जाना.

मई: ओक.

फिर जैसे ही मई ऑफीस से निकला, तो सीधा होटेल के बाहर जाके रुक गया. वाहा जाके मैने रूही को कॉल की.

मई: हा मई बाहर खड़ा हू.

रूही: तुम्हारी रिघ्त साइड मे ब्मो खड़ी है, मई उसी मे हू. यहा आ जाओ.

मई: ओक.

फिर मई उसकी कार के पास गया, और गाते खोल कर अंदर बैठ गया. अंदर मुझे एक हूर बैठी नज़र आई, जिसको देख कर मेरी आँखें पूरी खुल गयी, और धड़कन बढ़ गयी. उसने ब्लॅक कलर की शॉर्ट ड्रेस पहनी हुई थी.

उसकी गोरी जांघे देख कर तो मेरा लंड पंत फाड़ने लगा. फिर वो मुझे देख कर बोली-

रूही: तुम सिर्फ़ देखने आए हो मुझे?

मई: लेकिन ड्राइवर..?

रूही: उसकी टेन्षन मत लो. ये ना तो कुछ देखता है, ना ही सुनता है.

ये सुनते ही मई उसपे झपट पड़ा, और मैने उसके होंठो को चूसना शुरू कर दिया. वो भी पुर जोश मे मेरा साथ दे रही थी. उसके जोश से पता चल रहा था, की वो भी बहुत भूखी थी. वैसे भी ये अमीर औरतो की सेक्स की भूख घर मे शांत नही होती.

मई उसके होंठ चूस्टे हुए उसकी जाँघो पर हाथ फेरता रहा, और उसकी गांद दबाने लग गया. फिर 15 मिनिट की लंबी किस के बाद हम अलग हुए. हम दोनो हाँफ रहे थे. फिर वो बोली-

रूही: चलो अंदर चलते है.

मई: ओक.

रूही: मई रूम नो. 313 मे जेया रही हू, तुम 5 मिनिट बाद उसी रूम मे आ जाना.

मई: ओक.

फिर वो होटेल के अंदर चली गयी, और मई 5 मिनिट होने की वेट करने लगा. उस दिन मुझे एहसास हुआ, की 5 मिनिट इतने लंबे भी हो सकते है. फिर 5 मिनिट पुर हो गये, और मई भाग कर रूम नो. 313 मे चला गया. रूम का दरवाज़ा खुला हुआ था, और मई अंदर चला गया.

अंदर जाके मैने देखा, की सेक्स की देवी बेड पर पड़ी मेरा इंतेज़ार कर रही थी. मई कूद कर उस पर झपट पड़ा, और हम दोनो किस करने लगे गये. हम बेड पर कड्ड्ल कर रहे थे, और साथ मे किस किए जेया रहे थे.

फिर मैने उसकी ड्रेस के स्ट्रॅप्स उसके कंधो से नीचे कर दिए. मई उसकी छ्चाटी को चूमने लगा, और उसके बूब्स को ब्रा के उपर से दबाने लग गया. वो आहें भर रही थी, और मेरे सिर को अपने सीने मे दबा रही थी.

फिर मैने उसकी पूरी ड्रेस उतार दी. अब वो हुस्न की देवी मेरे सामने ब्रा और पनटी मे थी. मई उसकी सेक्सी कमर को चूमने लगा, और साथ मे उसके बूब्स दबाता रहा. फिर मैने उसकी ब्रा खोल दी, और उसके निपल्स को चूसना शुरू कर दिया.


कितने सॉफ्ट थे उसके बूब्स, मज़ा ही आ गया. मैने उसके निपल्स तब तक चूज़, जब तक की वो लाल नही हो गये. फिर मई किस करते हुए नीचे आया, और उसकी पनटी के उपर से उसकी छूट पर किस करने लगा.

वो सिसकिया लेने लगी, और अपनी गांद हिलाने लगी. फिर मैने उसकी जाँघो को आचे से चूमा-छाता, और अपनी थूक से गीला कर दिया. मैने उसकी पनटी उतारी, और अब उसकी खूबसूरत छूट मेरे सामने थी. मई उसकी छूट देख कर पागल हो गया, और उसको अपनी जीभ से चाट रहा था.

मई अपनी जीभ उसकी पूरी छूट पर फेर रहा था. फिर मई जीभ को छूट के अंदर डालने लगा. वो आहें भारती जेया रही थी, और छूट चटवाने का मज़ा ले रही थी. फिर मई खड़ा हुआ, और मैने अपने सारे कपड़े उतार दिए.

जैसे ही उसने मेरा 7.5 इंच का लंड देखा, तो वो रोमांचित हो गयी. वो झट से उठी, और मेरे सामने कुटिया बन गयी. उसने मेरे लंड को अपने हाथ मे पकड़ा, और उसके साथ खेलना शुरू कर दिया. खेलते-खेलते वो बोली-

रूही: ये तो कमाल का है. मैने ऐसा लंड पहली बार देखा है.

ये बोल कर वो मेरे लंड पर किस करने लग गयी. फिर उसने लंड को धीरे से अपने मूह मे डाल लिया. उसके मूह की गर्मी महसूस होते ही मेरे मूह से आहह निकल गयी. अब उसने लंड को चूसने शुरू कर दिया था.

मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था, और उसके लंड चूसने का तरीका मुझे और हॉर्नी बना रहा था. फिर मैने उसके बाल पकड़ लिए, और उसके मूह मे धक्के देने लगा. मई ज़ोर-ज़ोर से उसके मूह मे धक्के दे रहा था, और वो रंडियो की तरह अपना मूह छुड़वा रही थी.

अब मुझसे रहा नही गया, और मैने उसको सीधा लिटा लिया. मई उसकी टाँगो के बीच आया, और मैने एक ही झटके मे उसकी छूट मे लंड डाल दिया. लंड जाते ही उसकी चीख निकल गयी-

रूही: आह.. मार दिया. आराम से करो जान.

लेकिन मई अब रुक नही सकता था. मैने उसकी जांघे पकड़ी, और तेज़ी से उसकी छूट छोड़नी शुरू कर दी. 2-3 मिनिट मे उसकी छूट अड्जस्ट हो गयी, और रूही गांद उठा-उठा कर लंड ले रही थी. मई उसकी छूट मे धक्के दे रहा था, और साथ-साथ उसके होंठ और बूब्स चूस रहा था.

क्या मज़ा आ रहा था रूही को छोड़ कर. वो भी मुझे ज़ोर-ज़ोर से करने को बोल रही थी. उसकी स्किन बड़ी सॉफ्ट थी, और उसको काटने मे बहुत मज़ा आ रहा था. फिर 20 मिनिट मई ऐसे ही धक्के मारता रहा. उसको भी बहुत मज़ा आ रहा था, और वो अब तक 2 बार झाड़ चुकी थी.

अब मेरा निकालने वाला था, तो मैने उससे पूछा-

मई: कहा निकालु सेक्सी?

रूही: मेरे अंदर ही निकाल दो.

7-8 मारते हुए मैने उसकी छूट अपने पानी से भर दी.

इसके आयेज क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट मे पता चलेगा. अगर आपको कहानी अची लगी हो, तो लीके और कॉमेंट ज़रूर करे.
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